TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    यात्राएं जो बनीं बदलाव का रास्ता: बीजेपी के उदय और राष्ट्रवाद के जागरण की कहानी

    यात्राएं जो बनीं बदलाव का रास्ता: बीजेपी के उदय और राष्ट्रवाद के पुनर्जागरण की कहानी

    राहुल गांधी के समर्थन में प्रियंका के साथ इंडी ब्लॉक, कहा, अदालत नहीं तय कर सकती कि कौन है सच्चा भारतीय

    राहुल गांधी के समर्थन में प्रियंका के साथ इंडी ब्लॉक, कहा, अदालत नहीं तय कर सकती कि कौन है सच्चा भारतीय

    पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का निधन, अनुच्छेद 370 हटाने के समय थे जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल

    पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का निधन, अनुच्छेद 370 हटाने के समय थे जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल

    अमित शाह ने रचा इतिहास: 2,258 दिन तक गृह मंत्री, आडवाणी का रिकॉर्ड तोड़ा

    अमित शाह ने रचा इतिहास: 2,258 दिन तक गृह मंत्री, आडवाणी का रिकॉर्ड तोड़ा

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    मोदी बनाम ट्रंप पर कांग्रेस में फूट: तिवारी और कार्ति ने किया सरकार का समर्थन, अलग-थलग पड़ गए राहुल गांधी

    मोदी-ट्रंप टैरिफ विवाद: कांग्रेस में मतभेद, तिवारी और कार्ति सरकार के साथ, राहुल गांधी अलग-थलग

    पीएम मोदी ने ट्रंप की धमकियों को नकारा, कहा अपने हितों की रक्षा करता रहेगा भारत

    पीएम मोदी ने ट्रंप की धमकियों को नकारा, कहा अपने हितों की रक्षा करता रहेगा भारत

    ट्रंप की टैरिफ के आगे नहीं झुकेगा भारत: रूस से व्यापार पर स्वीकार नहीं ‘दोहरे मापदंड’

    ट्रंप की टैरिफ के आगे नहीं झुकेगा भारत: रूस से व्यापार पर स्वीकार नहीं ‘दोहरे मापदंड’

    ट्रंप के मृत अर्थव्यवस्था पर मोदी का संदेश: अपने हितों से समझौता नहीं करेगा भारत

    ट्रंप के “मृत अर्थव्यवस्था” पर मोदी का संदेश: अपने हितों से समझौता नहीं करेगा भारत

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    ऑपरेशन सिंदूर के बाद ब्रह्मोस मिसाइलों की बढ़ती मांग, वायुसेना और नौसेना तैयार बड़े ऑर्डर के लिए

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद ब्रह्मोस मिसाइलों की बढ़ती मांग, वायुसेना और नौसेना तैयार बड़े ऑर्डर के लिए

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारतीय सेना में हर बटालियन में UAV और ड्रोन सिस्टम शामिल

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारतीय सेना में हर बटालियन में UAV और ड्रोन सिस्टम शामिल

    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    प्रोजेक्ट-18: भारत का ‘सुपर डेस्ट्रॉयर’ जो बदल देगा समुद्री शक्ति संतुलन

    प्रोजेक्ट-18: भारत का ‘सुपर डेस्ट्रॉयर’ जो बदल देगा समुद्री शक्ति संतुलन

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    टैरिफ की धमकी पर सेना का जवाब: '1971 याद है हमें, जब अमेरिका ने पाकिस्तान का दिया था साथ

    टैरिफ की धमकी पर सेना का जवाब: ‘1971 याद है हमें, जब अमेरिका ने पाकिस्तान का दिया था साथ’

    मोदी बनाम ट्रंप पर कांग्रेस में फूट: तिवारी और कार्ति ने किया सरकार का समर्थन, अलग-थलग पड़ गए राहुल गांधी

    मोदी-ट्रंप टैरिफ विवाद: कांग्रेस में मतभेद, तिवारी और कार्ति सरकार के साथ, राहुल गांधी अलग-थलग

    पीएम मोदी ने ट्रंप की धमकियों को नकारा, कहा अपने हितों की रक्षा करता रहेगा भारत

    पीएम मोदी ने ट्रंप की धमकियों को नकारा, कहा अपने हितों की रक्षा करता रहेगा भारत

    ट्रंप की टैरिफ के आगे नहीं झुकेगा भारत: रूस से व्यापार पर स्वीकार नहीं ‘दोहरे मापदंड’

    ट्रंप की टैरिफ के आगे नहीं झुकेगा भारत: रूस से व्यापार पर स्वीकार नहीं ‘दोहरे मापदंड’

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    सतत सक्रिय, ध्येय साधक और प्रेरणा पुंज ‘हमारे चेतराम जी’

    सतत सक्रिय, ध्येय साधक और प्रेरणा पुंज ‘हमारे चेतराम जी’

    दैनिक जीवन में संस्कृत अपनाएं, यही असली भारतीयता: मोहन भागवत

    दैनिक जीवन में संस्कृत अपनाएं, यही असली भारतीयता: मोहन भागवत

    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    The Lifecycle of a Betting Line

    The Lifecycle of a Betting Line

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    यात्राएं जो बनीं बदलाव का रास्ता: बीजेपी के उदय और राष्ट्रवाद के जागरण की कहानी

    यात्राएं जो बनीं बदलाव का रास्ता: बीजेपी के उदय और राष्ट्रवाद के पुनर्जागरण की कहानी

    राहुल गांधी के समर्थन में प्रियंका के साथ इंडी ब्लॉक, कहा, अदालत नहीं तय कर सकती कि कौन है सच्चा भारतीय

    राहुल गांधी के समर्थन में प्रियंका के साथ इंडी ब्लॉक, कहा, अदालत नहीं तय कर सकती कि कौन है सच्चा भारतीय

    पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का निधन, अनुच्छेद 370 हटाने के समय थे जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल

    पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का निधन, अनुच्छेद 370 हटाने के समय थे जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल

    अमित शाह ने रचा इतिहास: 2,258 दिन तक गृह मंत्री, आडवाणी का रिकॉर्ड तोड़ा

    अमित शाह ने रचा इतिहास: 2,258 दिन तक गृह मंत्री, आडवाणी का रिकॉर्ड तोड़ा

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    मोदी बनाम ट्रंप पर कांग्रेस में फूट: तिवारी और कार्ति ने किया सरकार का समर्थन, अलग-थलग पड़ गए राहुल गांधी

    मोदी-ट्रंप टैरिफ विवाद: कांग्रेस में मतभेद, तिवारी और कार्ति सरकार के साथ, राहुल गांधी अलग-थलग

    पीएम मोदी ने ट्रंप की धमकियों को नकारा, कहा अपने हितों की रक्षा करता रहेगा भारत

    पीएम मोदी ने ट्रंप की धमकियों को नकारा, कहा अपने हितों की रक्षा करता रहेगा भारत

    ट्रंप की टैरिफ के आगे नहीं झुकेगा भारत: रूस से व्यापार पर स्वीकार नहीं ‘दोहरे मापदंड’

    ट्रंप की टैरिफ के आगे नहीं झुकेगा भारत: रूस से व्यापार पर स्वीकार नहीं ‘दोहरे मापदंड’

    ट्रंप के मृत अर्थव्यवस्था पर मोदी का संदेश: अपने हितों से समझौता नहीं करेगा भारत

    ट्रंप के “मृत अर्थव्यवस्था” पर मोदी का संदेश: अपने हितों से समझौता नहीं करेगा भारत

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    ऑपरेशन सिंदूर के बाद ब्रह्मोस मिसाइलों की बढ़ती मांग, वायुसेना और नौसेना तैयार बड़े ऑर्डर के लिए

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद ब्रह्मोस मिसाइलों की बढ़ती मांग, वायुसेना और नौसेना तैयार बड़े ऑर्डर के लिए

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारतीय सेना में हर बटालियन में UAV और ड्रोन सिस्टम शामिल

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारतीय सेना में हर बटालियन में UAV और ड्रोन सिस्टम शामिल

    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    प्रोजेक्ट-18: भारत का ‘सुपर डेस्ट्रॉयर’ जो बदल देगा समुद्री शक्ति संतुलन

    प्रोजेक्ट-18: भारत का ‘सुपर डेस्ट्रॉयर’ जो बदल देगा समुद्री शक्ति संतुलन

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    टैरिफ की धमकी पर सेना का जवाब: '1971 याद है हमें, जब अमेरिका ने पाकिस्तान का दिया था साथ

    टैरिफ की धमकी पर सेना का जवाब: ‘1971 याद है हमें, जब अमेरिका ने पाकिस्तान का दिया था साथ’

    मोदी बनाम ट्रंप पर कांग्रेस में फूट: तिवारी और कार्ति ने किया सरकार का समर्थन, अलग-थलग पड़ गए राहुल गांधी

    मोदी-ट्रंप टैरिफ विवाद: कांग्रेस में मतभेद, तिवारी और कार्ति सरकार के साथ, राहुल गांधी अलग-थलग

    पीएम मोदी ने ट्रंप की धमकियों को नकारा, कहा अपने हितों की रक्षा करता रहेगा भारत

    पीएम मोदी ने ट्रंप की धमकियों को नकारा, कहा अपने हितों की रक्षा करता रहेगा भारत

    ट्रंप की टैरिफ के आगे नहीं झुकेगा भारत: रूस से व्यापार पर स्वीकार नहीं ‘दोहरे मापदंड’

    ट्रंप की टैरिफ के आगे नहीं झुकेगा भारत: रूस से व्यापार पर स्वीकार नहीं ‘दोहरे मापदंड’

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    सतत सक्रिय, ध्येय साधक और प्रेरणा पुंज ‘हमारे चेतराम जी’

    सतत सक्रिय, ध्येय साधक और प्रेरणा पुंज ‘हमारे चेतराम जी’

    दैनिक जीवन में संस्कृत अपनाएं, यही असली भारतीयता: मोहन भागवत

    दैनिक जीवन में संस्कृत अपनाएं, यही असली भारतीयता: मोहन भागवत

    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    The Lifecycle of a Betting Line

    The Lifecycle of a Betting Line

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

प्राचीन ज्ञान, विज्ञान और संस्कृति के वैश्विक विस्तार की अमर गाथा

प्राचीन भारत के अद्वितीय ज्ञान, विज्ञान और सांस्कृतिक विरासत के माध्यम से विश्व सभ्यता पर पड़े गहरे और स्थायी प्रभाव की एक अमर गाथा

The Thoughtful Indian द्वारा The Thoughtful Indian
25 June 2025
in इतिहास, चर्चित, ज्ञान, धार्मिक कथा, भारत, संस्कृति
प्राचीन ज्ञान

प्राचीन ज्ञान, विज्ञान और संस्कृति के वैश्विक विस्तार की अमर गाथा

Share on FacebookShare on X

प्राचीन भारत ज्ञान, विज्ञान और संस्कृति की एक महाशक्ति थी। इसका प्रभाव एशिया के धर्मों, शासन, चिकित्सा और कलाओं पर गहराई से पड़ा, और अनुवादित ग्रंथों के ज़रिये यह यूरोप तक भी पहुँचा। गणित से लेकर धातुकर्म तक, भारत का योगदान बुनियादी था, लेकिन अक्सर उसे श्रेय नहीं मिला। हमलों और मिटाए जाने के बावजूद, भारत की विरासत आज भी जीवित है, और इसे विश्व में बौद्धिक और आध्यात्मिक नेतृत्वकर्ता के रूप में मान्यता मिलनी चाहिए।

भारत एक बहुत प्राचीन सभ्यता है जिसकी विरासत हज़ारों सालों में फैली हुई है। इसने अपने पड़ोसी देशों और दूर-दराज़ के क्षेत्रों पर गहरा प्रभाव डाला है। ये प्रभाव, अन्य हमलावर संस्कृतियों के विपरीत, व्यापार, धर्म, शिक्षा और विचारों के आदान-प्रदान के माध्यम से शांति से फैला। इसका असर दक्षिण-पूर्व एशिया, पूर्वी एशिया, मध्य एशिया, अरब देशों और कुछ हद तक रूस और मध्य यूरोप की संस्कृतियों, विज्ञान और समाजों पर पड़ा। यह लेख भारत के विविध सभ्यतागत प्रभावों को समझाता है – संस्कृति, धर्म, प्रौद्योगिकी, व्यापार आदि पर इसके प्रभाव के साथ-साथ मध्य-पूर्व और यूरोप में भारतीय ज्ञान के प्रसार को भी सामने लाता है।

संबंधितपोस्ट

‘बायोपायरेसी पर लगेगी रोक’: भारत ने AI और पारंपरिक चिकित्सा के संगम से बनाई TKDL, कैसे बदलेगा चिकित्सा का भविष्य?

अमेरिका को पीछे छोड़ेगा ये बॉम्बर, 12000 किलोमीटर की रेंज के साथ भारत बनाएगा स्टील्थ जेट

भारत-पाकिस्तान संघर्ष ने अमेरिका की छवि को किया धूमिल

और लोड करें

भारत का सबसे गहरा और स्थायी प्रभाव संस्कृति और धर्म के क्षेत्र में रहा, खासकर हिंदू धर्म और बौद्ध धर्म के प्रसार के माध्यम से। ये दोनों धर्म भारत में उत्पन्न हुए और इनके साथ कला, साहित्य, सामाजिक ढांचे और दर्शन की गहराई भी फैली।

दक्षिण-पूर्व एशिया में, बाकी संस्कृतियों के बनने से पहले ही, भारतीय व्यापारी, पुजारी और विद्वान वहाँ के राज्यों से संपर्क बना चुके थे। कम्बोडिया का खमेर साम्राज्य, सुमात्रा का श्रीविजय और जावा का मजापहित साम्राज्य हिंदू और बौद्ध धर्म को राजधर्म के रूप में अपनाए हुए थे। अंगकोरवाट (कम्बोडिया), बोरोबुदुर और प्रम्बानन (इंडोनेशिया) जैसे भव्य मंदिर भारत की धार्मिक, वास्तुशिल्प और पौराणिक छाप को दर्शाते हैं। रामायण और महाभारत की कहानियाँ थाईलैंड, कम्बोडिया और इंडोनेशिया की लोककथाओं और पारंपरिक नाटकों में घुलमिल गई हैं। देव-राजा (ईश्वर सम्राट) की अवधारणा भारतीय दिव्य शासन की सोच से प्रभावित थी।

संस्कृत राजाओं और विद्वानों की भाषा बन गई, और पल्लव जैसे भारतीय लिपियों को स्थानीय भाषाओं में अपनाया गया। शासन के भारतीय तरीके और धर्म पर आधारित शासन प्रणाली ने वहाँ की प्रशासनिक व्यवस्था को प्रभावित किया। कुछ क्षेत्रों में जाति व्यवस्था की ढीली नकल की गई। मंदिरों की बनावट और मण्डल आधारित डिज़ाइन अपनाई गई।

पूर्वी एशिया में, भारत का प्रभाव बौद्ध धर्म के ज़रिए पहुँचा। पहली सदी ईस्वी से बौद्ध धर्म चीन, कोरिया और जापान में फैला, जिसमें भारतीय देवी-देवता, दर्शन और मठ परंपराएँ शामिल थीं। गणेश और सरस्वती जैसे देवी-देवताओं को चीन और जापान के बौद्ध पंथों में शामिल किया गया। जापानी देवी बेंज़ाइतेन, सरस्वती से निकली हैं। भारतीय कला ने चीन के दूनहुआंग गुफाओं की मूर्तिकला और चित्रों को प्रभावित किया।

कुंग फू जैसी युद्धकलाओं की शुरुआत भारत के बोधिधर्म नामक भिक्षु से मानी जाती है, जिन्होंने शाओलिन मठों में शारीरिक प्रशिक्षण और ध्यान की तकनीकें सिखाईं। इसी तरह, केरल की कलरीपयट्टु युद्धकला ने भी पूर्वी एशिया को प्रभावित किया।

मध्य एशिया में भारतीय संस्कृति विशेषकर कुषाण साम्राज्य के दौरान फली-फूली। ब्राह्मी और खरोष्ठी लिपियाँ उपयोग में थीं, और सिल्क रूट पर बौद्ध मठ बिखरे हुए थे। अफगानिस्तान में स्थित बामियान बुद्ध की विशाल मूर्तियाँ भारतीय कला और आध्यात्मिक प्रभाव का जीता-जागता प्रमाण थीं, जिन्हें 2001 में नष्ट कर दिया गया।

पारसी धर्म (अवेस्टा), जो प्राचीन फारस में मुख्य धर्म था, उसकी भाषाई, कर्मकांडीय और दार्शनिक जड़ें वैदिक परंपरा से जुड़ी हैं। मिथ्र, अहुरा मज़्दा और सोम जैसे देवताओं के हिंदू धर्म में समकक्ष मिलते हैं। इस्लाम से पहले के अरब में अल-लात, अल-उज्जा और मनात जैसी देवियाँ थीं, जिनका स्वरूप लक्ष्मी, दुर्गा और सरस्वती से मिलता है। यज़ीदी कुर्द आज भी सूर्य पूजा, मोर प्रतीक और नाग की पूजा जैसी परंपराओं को मानते हैं—ये सब हिंदू सभ्यता के प्रभाव हैं।

प्राचीन भारत की विशाल शैक्षणिक व्यवस्था – वन-विद्यालयों से लेकर नालंदा, तक्षशिला, उज्जैन और शारदा पीठ जैसे वैश्विक शिक्षा केंद्रों तक – एक ऐसी सभ्यता की झलक देती है जो ज्ञान, विज्ञान और आध्यात्मिक खोज पर आधारित थी। कंथल्लूर शाला और वलभी जैसे संस्थानों में गणित, राजनीति और चिकित्सा में विशेषज्ञता थी। मंदिरों और शहरी केंद्रों में भी शिक्षा फली-फूली। लेकिन ये उन्नत व्यवस्था आक्रमणों में नष्ट हो गई, और इसका थोड़ा बहुत ज्ञान अरब और लैटिन अनुवादों के ज़रिये यूरोप तक पहुँचा, खासकर स्पेन के टोलेडो जैसे केंद्रों से। इस ज्ञान परंपरा की गहराई, विविधता और निरंतरता भारत को वैश्विक बौद्धिक धरोहर का जनक बनाती है।

भारत का विज्ञान और गणित में योगदान क्रांतिकारी था। दशमलव पद्धति और शून्य की अवधारणा भारत में ही उत्पन्न हुई। ये अरब विद्वानों के ज़रिये यूरोप तक पहुँची। आर्यभट्ट, ब्रह्मगुप्त और भास्कराचार्य ने त्रिकोणमिति, बीजगणित और कलन (कैलकुलस) के मूल सिद्धांत विकसित किए।

सूर्य सिद्धांत में ग्रहों की गति, गोल ज्यामिति और तारकीय समय का वर्णन किया गया था – वो भी न्यूटन और केपलर से सैकड़ों साल पहले। “गुरुत्वाकर्षण” का वर्णन भी भारतीय ग्रंथों में पहले से था। केरल स्कूल ऑफ मैथमेटिक्स ने अनंत श्रेणी जैसे कलन के सिद्धांत न्यूटन और लाइबनिज़ से पहले ही विकसित कर लिए थे। संभवतः यीशु समुदाय के विद्वान और व्यापारी इन्हें यूरोप ले गए, लेकिन भारत को श्रेय नहीं मिला।

प्राचीन भारत की यह ज्ञान परंपरा संयोग नहीं थी – यह एक जागरूक सभ्यतागत प्रयास था। प्रारंभिक वन-विश्वविद्यालयों से लेकर तक्षशिला, नालंदा, उज्जैन, वलभी और कंथल्लूर शाला जैसे महान केंद्रों तक, भारत ने विज्ञान, दर्शन, कला और प्रशासन में ज्ञान की धाराओं को पोषित किया। कश्मीर का शारदा पीठ एक प्रतिष्ठित पुस्तकालय था, जबकि अन्नामलाई जैसे मंदिर आधारित शिक्षा केंद्र मौखिक और लिखित परंपराओं को संभालते थे। ये केंद्र आक्रमणों में नष्ट कर दिए गए और इनका ज्ञान या तो मिटा दिया गया या चोरी कर लिया गया। जो थोड़ा बहुत बचा, वह भी यूरोप में अरब और लैटिन अनुवादों के माध्यम से पहुँचा। यह पूरी ज्ञान प्रणाली एक निरंतर और गहन सभ्यतागत प्रयास का परिणाम थी।

ओपेनहाइमर ने जब पहला परमाणु परीक्षण देखा तो उन्हें गीता की पंक्ति याद आई। वेस्टर्न वैज्ञानिकों जैसे हीज़ेनबर्ग, शोपेनहावर और टेस्ला ने भारतीय दर्शन का अध्ययन किया। लेकिन भारत को संस्थागत स्तर पर बहुत कम मान्यता मिली।

धातु विज्ञान में भारत ने वूट्ज़ स्टील बनाया, जिसका इस्तेमाल दमिश्क की तलवारों में होता था और जिसने जापानी तलवार निर्माण को भी प्रभावित किया। दिल्ली का लौह स्तंभ 1600 वर्षों से ज़ंग मुक्त है – यह एक अद्भुत तकनीकी चमत्कार है।

आयुर्वेद को अरबी में अनुवादित किया गया और उसी से यूनानी चिकित्सा पद्धति बनी। सुश्रुत की शल्य चिकित्सा तकनीकों ने मध्य-पूर्वी चिकित्सा को प्रभावित किया। भारतीय औषधियाँ और आहार सिद्धांत दक्षिण-पूर्व एशिया की चिकित्सा परंपराओं में घुले हुए हैं।

भारतीय व्यापारी दूर-दराज़ देशों में व्यापार करते थे। वे हुंडी जैसे वित्तीय साधनों का प्रयोग करते थे और संगठित व्यावसायिक गिल्ड में रहते थे। चोल वंश ने दक्षिण-पूर्व एशिया में समुद्री और कूटनीतिक संबंध बनाए। नालंदा और तक्षशिला जैसे विश्वविद्यालयों में तिब्बत, चीन, कोरिया और अरब से छात्र आते थे। पाणिनि का संस्कृत व्याकरण यूरोपीय भाषाविज्ञान का आधार बना।

कुछ परंपराओं के अनुसार यीशु मसीह ने अपने जीवन के कुछ वर्ष भारत और तिब्बत के मठों में बिताए थे। उनके नैतिक उपदेश बौद्ध और हिंदू धर्म के धर्म-सिद्धांत से मिलते-जुलते हैं। दस आज्ञाएँ यम और नियम से काफी मेल खाती हैं।

भारत की आध्यात्मिक परंपराएँ – योग, वेदांत, सांख्य – दुनिया भर में फैलीं। उपनिषद, गीता और पतंजलि के योगसूत्र अरबी और फिर यूरोपीय भाषाओं में अनूदित हुए। इनका असर सूफी परंपरा और पश्चिमी रहस्यवाद पर पड़ा।

रूस और मध्य यूरोप पर भारत का प्रभाव प्रत्यक्ष नहीं था लेकिन व्यापार और विद्वता के ज़रिये वहाँ तक पहुँचा। भारतीय व्यापारी अस्त्राखान जैसे शहरों में बसे थे। 18वीं–19वीं सदी में रूसी विद्वानों ने संस्कृत और भारतीय दर्शन का अध्ययन किया। स्लाव जातियों की लोक कथाओं में वैदिक परंपराओं की झलक मिलती है।

निष्कर्ष

भारत की सभ्यतागत विरासत वैश्विक और मूलभूत है। इसकी आध्यात्मिकता, विज्ञान, शासन, चिकित्सा और कला ने एशिया की नींव रखी और यूरोप और मध्य पूर्व पर गहरा असर डाला। कम्बोडिया के मंदिरों से लेकर जापान की तलवारों तक, अरब की देवियों से लेकर यूरोपीय गणित तक – हर जगह भारत की छाप है। दुर्भाग्यवश, इन योगदानों को या तो मिटा दिया गया या चुरा लिया गया या जानबूझकर नजरअंदाज किया गया। अब समय है कि भारत अपने सही स्थान को इतिहास में वापस हासिल करे – तथ्यों, प्रमाणों और गर्व के साथ।

Tags: Asianewtonअमर गाथाआयुर्वेदकेपलरन्यूटनप्राचीन ज्ञानयूरोपविज्ञान
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

तौफीक जिस हिंदू लड़की से बंधवाता था राखी उसे ही छत से दिया धक्का, बुर्का पहनकर पहुंचा था आरोपी

अगली पोस्ट

आपातकाल के 50 साल पूरे, पीएम ने बताया ‘संविधान हत्या दिवस’; बोले- लोकतांत्रिक इतिहास का सबसे काला अध्याय

संबंधित पोस्ट

यात्राएं जो बनीं बदलाव का रास्ता: बीजेपी के उदय और राष्ट्रवाद के जागरण की कहानी
भारत

यात्राएं जो बनीं बदलाव का रास्ता: बीजेपी के उदय और राष्ट्रवाद के पुनर्जागरण की कहानी

5 August 2025

स्वतंत्रता के बाद से देश में कई आंदोलन हुए। इसी कड़ी में तीन ऐसी यात्राएं हैं, जिन्होंने देश की तस्वीर तो बदली ही, ऐसी सरकार...

राहुल गांधी के समर्थन में प्रियंका के साथ इंडी ब्लॉक, कहा, अदालत नहीं तय कर सकती कि कौन है सच्चा भारतीय
भारत

राहुल गांधी के समर्थन में प्रियंका के साथ इंडी ब्लॉक, कहा, अदालत नहीं तय कर सकती कि कौन है सच्चा भारतीय

5 August 2025

कांग्रेस नेता और विपक्ष के नेता राहुल गांधी के इस विस्फोटक दावे पर कि चीन ने 2,000 वर्ग किलोमीटर भारतीय क्षेत्र पर कब्ज़ा कर लिया...

टैरिफ की धमकी पर सेना का जवाब: '1971 याद है हमें, जब अमेरिका ने पाकिस्तान का दिया था साथ
AMERIKA

टैरिफ की धमकी पर सेना का जवाब: ‘1971 याद है हमें, जब अमेरिका ने पाकिस्तान का दिया था साथ’

5 August 2025

भारत और अमेरिका के बीच व्यापार और ऊर्जा नीतियों को लेकर तनाव एक बार फिर बढ़ चुका है। इसके साथ ही भारतीय सेना ने पाकिस्तान...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Is Congress Against Migrants? Chidambaram Calls Biharis 'Illegal Voters'

Is Congress Against Migrants? Chidambaram Calls Biharis 'Illegal Voters'

00:07:49

Gandhi Family Losing Grip allies Disown Rahul’s Trump-Style Attack on Indian Economy

00:06:28

Trump's Tariff Prompt India to Exit F-35 Jet Deal?

00:06:28

Sawan’s Fire, Bharat’s Voice: How India Is Leading the Global Narrative Now

00:06:03

When Reuters Insults India, Its Indian Staff Looks the Other way

00:07:38
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited