भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपने सभी केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों के लिए एक खास ‘अभ्यास वर्ग’ कार्यशाला का आयोजन किया है, जो 6 से 9 सितंबर 2025 तक दिल्ली में होगी। इस कार्यक्रम की जिम्मेदारी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे. पी. नड्डा संभाल रहे हैं। इसका मकसद यह है कि पार्टी के नेता अपने विचारों को बेहतर समझें, संगठन के साथ बेहतर तालमेल बनाएं और संसद में अच्छा व्यवहार करें।
चूंकि कई राज्यों में विधानसभा चुनाव आने वाले हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘विकसित भारत’ के मिशन को आगे बढ़ाना है, इसलिए यह तीन दिवसीय कार्यशाला जमीनी स्तर तक नेतृत्व की सोच और क्रियान्वयन को एकसाथ जोड़ने में अहम भूमिका निभाएगी।
रणनीति और संगठन को मजबूत करने पर जोर
पार्टी ने सभी सांसदों को निर्देश दिया है कि वे 6 सितंबर की शाम 5 बजे तक दिल्ली पहुंच जाएं। आयोजन स्थल की जानकारी जल्द दी जाएगी। उपस्थिति अनिवार्य है, जिससे पता चलता है कि पार्टी इस अभ्यास वर्ग को कितना महत्व दे रही है।
आधिकारिक सूचना के अनुसार, इस कार्यशाला में रणनीति बनाना, अपने क्षेत्र की जिम्मेदारी अच्छे से निभाना और भविष्य की राजनीतिक चुनौतियों से निपटने की तैयारी जैसे मुद्दों पर बात होगी। बीजेपी चाहती है कि उसके सांसद सिर्फ विचारधारा में मजबूत न हों, बल्कि सरकार की योजनाओं को अपने क्षेत्र में सही तरीके से लागू करें और लोगों तक उसकी जानकारी भी पहुंचाएं।
सांसदों को आदर्श जनप्रतिनिधि बनने की सीख
बीजेपी के अनुशासन और प्रशिक्षण की परंपरा को ध्यान में रखते हुए यह कार्यशाला खासकर नए सांसदों को सार्वजनिक जीवन में व्यवहार, संसदीय शिष्टाचार और जनता से जुड़ने के प्रभावी तरीके सिखाने के लिए आयोजित की जा रही है।
सभी सांसदों को इस कार्यशाला में सिखाया जाएगा कि वे सरकार की जनहित की योजनाओं को लोगों तक सरल और सही तरीके से कैसे पहुंचाएं, ताकि जनता मोदी सरकार के कामों को अच्छे से समझ सके। यह प्रशिक्षण उन्हें ऐसा प्रतिनिधि बनाने में मदद करेगा जो देश के विकास के साथ-साथ अपने क्षेत्र की ज़रूरतों का भी ध्यान रखे।
मूल विचारधारा और जनता से जुड़ाव को मजबूत करना
इस कार्यशाला का एक अहम मकसद पार्टी की मूल सोच – जैसे राष्ट्रभक्ति, विकास और संस्कृति पर गर्व – को फिर से समझाना है। इससे सांसद लोगों से उनके मुद्दों के आधार पर बेहतर तरीके से जुड़ सकेंगे।
पार्टी के इतिहास और विचारों को समझकर सांसद विपक्ष की बातों का सही जवाब दे पाएंगे और बीजेपी के कामकाज को एक अच्छे उदाहरण के तौर पर लोगों के सामने रख सकेंगे। यह अभ्यास वर्ग उन्हें सिखाएगा कि सरकार की उपलब्धियों को लोगों तक कैसे पहुंचाएं ताकि चुनाव में पार्टी को इसका फायदा मिल सके।
‘विकसित भारत’ के लक्ष्य की ओर साझा प्रयास
बीजेपी नेता शिव शक्ति नाथ बक्शी ने अपने बयान में कहा कि पिछले 11 सालों में भारत ने काफी तरक्की की है और अब दुनिया में एक मजबूत पहचान बना ली है, जो प्रधानमंत्री मोदी की अगुवाई में संभव हुआ है।
उन्होंने यह भी कहा कि ‘विकसित भारत’ का सपना पूरा करने के लिए लगातार मेहनत, नए विचार और अनुशासन जरूरी हैं। इसमें सांसदों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है, और यही वजह है कि यह अभ्यास वर्ग आयोजित किया जा रहा है।
अनुशासन, एकता और दूरदृष्टि का निर्माण
बीजेपी का यह अभ्यास वर्ग सिर्फ एक सामान्य कार्यशाला नहीं है, बल्कि यह पार्टी को मजबूत बनाने और नेताओं को बेहतर बनाने की एक सोच-समझकर बनाई गई योजना है। तीन दिन तक सभी केंद्रीय मंत्री और सांसद एक साथ आकर ट्रेनिंग लेंगे, जिससे पार्टी में अनुशासन, एकता और देश के विकास की भावना और मजबूत होगी।
इस कार्यक्रम का ध्यान पार्टी की सोच को साफ समझना, संसद में अच्छा काम करना और जनता से अच्छा जुड़ाव बनाना है। यह बीजेपी की उस सोच को दिखाता है कि लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए तैयार और सोच से मजबूत नेताओं की जरूरत होती है। जैसे-जैसे भारत ‘विकसित भारत’ की ओर बढ़ रहा है, यह अभ्यास वर्ग यह तय करेगा कि हर बीजेपी सांसद उस लक्ष्य को पाने के लिए पूरी तरह से तैयार और समर्पित हो।