महागठबंधन नहीं, महाभ्रम कहिए जनाब : बिहार में राहुल गांधी का असर, तेजस्वी का दबदबा और गठबंधन की टूटती परतें, जानें क्या कहा पप्पू यादव ने
TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    The Power of Reading in Building Economic Awareness

    The Power of Reading in Building Economic Awareness

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    वंदे मातरम्” के 150 वर्ष: बंकिमचंद्र की वेदना से जनमा गीत, जिसने भारत को जगाया और मोदी युग में पुनः जीवित हुआ आत्मगौरव

    वंदे मातरम् के 150 वर्ष: बंकिमचंद्र की वेदना से जनमा गीत, जिसने भारत को जगाया और मोदी युग में पुनः जीवित हुआ आत्मगौरव

    कार्तिक पूर्णिमा 2025: शिव-त्रिपुरारी से भगवान विष्णु मत्स्य अवतार तक, पौराणिक कथाओं का अद्भुत संगम

    कार्तिक पूर्णिमा 2025: शिव-त्रिपुरारी से भगवान विष्णु मत्स्य अवतार तक, पौराणिक कथाओं का अद्भुत संगम

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    The Power of Reading in Building Economic Awareness

    The Power of Reading in Building Economic Awareness

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    वंदे मातरम्” के 150 वर्ष: बंकिमचंद्र की वेदना से जनमा गीत, जिसने भारत को जगाया और मोदी युग में पुनः जीवित हुआ आत्मगौरव

    वंदे मातरम् के 150 वर्ष: बंकिमचंद्र की वेदना से जनमा गीत, जिसने भारत को जगाया और मोदी युग में पुनः जीवित हुआ आत्मगौरव

    कार्तिक पूर्णिमा 2025: शिव-त्रिपुरारी से भगवान विष्णु मत्स्य अवतार तक, पौराणिक कथाओं का अद्भुत संगम

    कार्तिक पूर्णिमा 2025: शिव-त्रिपुरारी से भगवान विष्णु मत्स्य अवतार तक, पौराणिक कथाओं का अद्भुत संगम

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

महागठबंधन नहीं, महाभ्रम कहिए जनाब : बिहार में राहुल गांधी का असर, तेजस्वी का दबदबा और गठबंधन की टूटती परतें, जानें क्या कहा पप्पू यादव ने

बिहार का महागठबंधन दरअसल राजनीतिक आपातकाल में जन्मा गठजोड़ है। इसकी आत्मा मोदी-विरोध है, विचार नहीं। कांग्रेस, राजद और वामपंथी दलों की विचारधारा एक-दूसरे से उतनी ही भिन्न है, जितनी महत्वाकांक्षाएं।

Vibhuti Ranjan द्वारा Vibhuti Ranjan
22 October 2025
in चर्चित, फैक्ट चेक, बिहार डायरी, मत, राजनीति, समीक्षा
महागठबंधन नहीं, महाभ्रम कहिए जनाब : बिहार में राहुल गांधी का असर, तेजस्वी का दबदबा और गठबंधन की टूटती परतें, जानें क्या कहा पप्पू यादव ने

राहुल गांधी के पास न तो क्षेत्रीय नेतृत्व है, न संगठन की मशीनरी।

Share on FacebookShare on X

बिहार की राजनीति इस वक्त फिर उसी पुराने मोड़ पर लौटती दिखाई दे रही है, जहां गठबंधन एकता का ढोल तो पीट रहा है, लेकिन उसके भीतर अविश्वास का संगीत बज रहा है। 2025 के विधानसभा चुनाव से पहले INDIA गठबंधन यानी कांग्रेस, राजद, वामपंथी दल और मुकेश सहनी की वीआईपी पार्टी के बीच जो समन्वय दिखना चाहिए था, वह अब आपसी ठिठकन में बदल चुका है।

पप्पू यादव के हालिया बयान ने इस ठिठकन को और उजागर कर दिया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कांग्रेस से नहीं होगा, राजद या किसी अन्य पार्टी से होगा। उनका यह बयान महज एक टिप्पणी नहीं, बल्कि पूरे गठबंधन की संरचना का आइना है, जो दिखाता है कि यह साझेदारी विचार की नहीं, गणित की है और यह गणित भी लगातार बिगड़ता जा रहा है।

संबंधितपोस्ट

अब बिहार में जंगलराज नहीं, जनराज चलेगा: बेतिया से सीतामढ़ी तक मोदी की हुंकार, RJD-कांग्रेस के कुशासन पर करारा प्रहार

जनता की ज़मीन, सत्ता की जागीर नहीं: मानेसर लैंड डील में भूपेंद्र हुड्डा को झटका, न्याय ने कांग्रेस के ‘विकास मॉडल’ की खोल दी पोल

वंदे मातरम् के 150 वर्ष: बंकिमचंद्र की वेदना से जनमा गीत, जिसने भारत को जगाया और मोदी युग में पुनः जीवित हुआ आत्मगौरव

और लोड करें

गठबंधन की अवधारणा से समझौता

बिहार का महागठबंधन दरअसल राजनीतिक आपातकाल में जन्मा गठजोड़ है। इसकी आत्मा मोदी-विरोध है, विचार नहीं। कांग्रेस, राजद और वामपंथी दलों की विचारधारा एक-दूसरे से उतनी ही भिन्न है, जितनी उनकी सत्ता की महत्वाकांक्षाएं। जहां कांग्रेस लोकतंत्र की रक्षा का नारा देती है, वहीं राजद की राजनीति जातीय समीकरणों पर टिकी है और वामदल वर्ग संघर्ष की भाषा बोलते हैं। हां, तीनों के पास एक साझा दुश्मन जरूर है। भाजपा और नीतीश कुमार, लेकिन साझा विज़न नहीं। यही इस महाभ्रम की जड़ है।

महागठबंधन में सीट बंटवारे की प्रक्रिया ने इस अंतर्विरोध को और भी स्पष्ट कर दिया है। कांग्रेस ने 70 सीटों की मांग की, वामपंथी दल 40 पर अड़े रहे और मुकेश सहनी ने तो 60 सीटों के साथ डिप्टी सीएम पद की भी मांग ठोक दी। यह सब तब हो रहा था जब नामांकन की तारीखें नजदीक थीं और गठबंधन की साझा प्रेस वार्ता तक नहीं हो सकी। यह वही गठबंधन है, जिसने 2020 के चुनाव में एनडीए के विकल्प के रूप में अपनी छवि बनाई थी, लेकिन 2025 आते-आते यह खुद अपने विकल्पों में उलझ चुका है।

दोस्ताना लड़ाई या आपसी अविश्वास?

दोस्ताना लड़ाई शब्द इस चुनाव का सबसे बड़ा राजनीतिक जुमला बन गया है। महागठबंधन की सीटों पर कई जगह दो-दो उम्मीदवार खड़े हैं, एक कांग्रेस का तो दूसरा राजद या वामदल का। इसे फ्रेंडली फाइट कहा जा रहा है, लेकिन असल में यह अंदरूनी अविश्वास का दस्तावेज़ है।

जहां एक ओर कांग्रेस चाहती है कि उसका स्थानीय जनाधार बचा रहे, वहीं राजद इस जनाधार को अपनी जातीय बुनावट में समाहित करना चाहती है। यह संघर्ष सीटों का नहीं, राजनीतिक अस्तित्व का है। गठबंधन के भीतर कांग्रेस की स्थिति उस किरायेदार जैसी है, जो घर में रहते हुए भी दरवाजे की चाबी अपने पास नहीं रखता।

पप्पू यादव का बयान कि हमारे नेता ने दोस्ताना लड़ाई की अनुमति नहीं दी। दरअसल डैमेज कंट्रोल है, लेकिन यह स्वीकारोक्ति भी है कि महागठबंधन में अनुशासन नाममात्र का है। हमने कई सीटें छोड़ दीं, यह बात भी उतनी ही प्रतीकात्मक है, क्योंकि गठबंधन में सीटें छोड़ने का मतलब केवल हार का जोखिम उठाना नहीं, बल्कि अपने प्रभावक्षेत्र से पीछे हटना है।

राहुल गांधी का प्रभाव: न जमीन, न जनाधार

राहुल गांधी की बिहार राजनीति में भूमिका 2015 के महागठबंधन की सफलता के बाद कुछ समय तक सीमित उम्मीद का केंद्र रही, लेकिन अब वह प्रतीकात्मक हो चुकी है। राहुल गांधी का प्रभाव राष्ट्रीय विमर्श में दिखता है, बेरोजगारी, संविधान, लोकतंत्र और न्याय की बातों में। लेकिन, बिहार जैसे राज्य में, जहां राजनीति जाति, समाज और जमीन के ताने-बाने से बुनी जाती है, वहां यह विमर्श महज़ एक विचारधारात्मक विलासिता बनकर रह जाता है।

2020 में कांग्रेस को सिर्फ़ 19 सीटें मिली थीं, जबकि उसने 70 पर प्रत्याशी उतारे थे। इस बार पार्टी 60 सीटों पर मैदान में है, यानी आत्मविश्वास के नाम पर एक रणनीतिक जुआ खेला गया है। राहुल गांधी का संगठनात्मक असर लगभग न के बराबर है। उनकी चुनावी सभाएं तो भीड़ खींचती हैं, लेकिन भीड़ वोट में नहीं बदलतीं। कांग्रेस के पास आज बिहार में कोई बड़ा प्रादेशिक चेहरा नहीं है। न कद्दावर यादव नेता, न कोई दलित आइकन और न ही कुर्मी समाज से जुड़ा नेतृत्व।
इस शून्य का फायदा राजद ने बखूबी उठाया है, जिसने तेजस्वी यादव को युवा नेतृत्व के रूप में स्थापित कर दिया है। एक ऐसा चेहरा, जो गठबंधन की पूरी ऊर्जा को अपने इर्द-गिर्द केंद्रित रखता है।

तेजस्वी का आत्मविश्वास और कांग्रेस की चुप्पी

तेजस्वी यादव अब गठबंधन के निर्विवाद नेता हैं। कम से कम बिहार की सीमाओं के भीतर। उन्होंने खुद को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया और कांग्रेस ने इसका कोई विरोध नहीं किया। यही इस गठबंधन का सबसे बड़ा राजनीतिक संकेत है कि राहुल गांधी की पार्टी अब मुख्य सहयोगी नहीं, मुख्य समर्थक बन चुकी है। गठबंधन के चेहरे पर तेजस्वी की तस्वीर है, न कि राहुल की।

पप्पू यादव ने जिस स्पष्टता से कहा कि मुख्यमंत्री कांग्रेस से नहीं होगा, वह दरअसल कांग्रेस की मौन स्वीकृति का भी बयान है। गठबंधन में कांग्रेस की भूमिका अब निर्णयकर्ता की नहीं, बल्कि औपचारिक उपस्थिति की है। एक ऐसा स्तंभ जो दिखता तो है, लेकिन वजन नहीं उठा पाता।

सीट बंटवारे की राजनीति: अंतर्विरोधों का बारूद

महागठबंधन का सीट बंटवारा 2025 की चुनावी कहानी का सबसे विवादास्पद अध्याय बन चुका है। जबकि एनडीए में सीटों पर सहमति पहले ही बन चुकी थी, महागठबंधन आख़िरी चरण तक संघर्ष में उलझा रहा। यह वही गठबंधन है जो विचारधारा की एकता की बात करता था, पर अपने भीतर के हिस्सों में बिखर गया।

राजद ने 143 सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिए, और कई जगहों पर कांग्रेस प्रत्याशी पहले से मैदान में थे। वामपंथी दलों की लिस्ट भी लगभग समानांतर आई। इससे जनता के बीच यह संदेश गया कि गठबंधन की एकजुटता एक नारा भर ही सीमित है। कई सीटों पर मतदाताओं तक यह भ्रम फैल गया कि कौन असली महागठबंधन उम्मीदवार है।

कांग्रेस ने नामांकन की चार सूचियाँ जारी कीं। पहली में 48 उम्मीदवार, फिर एक-एक कर शेष।राजद की लिस्ट एक्स (पूर्व ट्विटर) पर सीधे जारी हुई, किसी साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की ज़रूरत तक नहीं समझी गई। यह सब उस मानसिकता को दर्शाता है जिसमें महागठबंधन के भीतर एक-दूसरे को बराबर समझना अब इतिहास हो चुका है।

पूर्णिया और सीमांचल: कांग्रेस का बचा-खुचा गढ़

पूर्णिया, कटिहार, अररिया और किशनगंज सीमांचल का यह इलाका पारंपरिक रूप से कांग्रेस का रहा है। यहां मुस्लिम-यादव समीकरण कांग्रेस को दशकों तक सत्ता दिलाता रहा। लेकिन अब यह इलाका AIMIM और राजद के बीच बंट गया है। पप्पू यादव का दावा कि पूर्णिया की चारों सीटों पर कांग्रेस जीतेगी भावनात्मक है, पर व्यावहारिक नहीं।

पूर्णिया जिले की राजनीति में पप्पू यादव स्वयं निर्णायक हैं न कि कांग्रेस के उम्मीदवार, न राजद के। उनका समर्थन कांग्रेस को स्थानीय स्तर पर तो फायदा दे सकता है, लेकिन राज्य-व्यापी लहर नहीं बना सकता। कांग्रेस की सबसे बड़ी चुनौती यही है कि उसका जनाधार राजनीतिक निष्ठा से ज़्यादा स्मृति पर टिका है। वह वोट कांग्रेस के लिए नहीं, बल्कि अतीत के प्रति सहानुभूति के रूप में पड़ता है और राजनीति में स्मृति टिकती नहीं, बदल जाती है।

महागठबंधन के भीतर मौन अविश्वास

राजद जानती है कि अगर कांग्रेस को ज़्यादा सीटें मिलती हैं, तो भविष्य में गठबंधन के भीतर नेतृत्व संतुलन बिगड़ सकता है। इसलिए वह कांग्रेस को सीमित रखकर अपनी पकड़ मजबूत करना चाहती है। वामदल जानते हैं कि कांग्रेस का वोट उन्हें नहीं मिलता, इसलिए वे कांग्रेस के साथ बस दिखावे के लिए हैं। इधर, मुकेश सहनी भी जानते हैं कि बिना किसी मजबूत जातीय ब्लॉक के उनका अस्तित्व क्षणिक है, इसलिए वे हर बड़ी पार्टी से समझौता कर लेते हैं। इधर, कांग्रेस जानती है कि उसके पास कोई ठोस समीकरण नहीं है, इसलिए वह समझौते की मजबूरी बन गई है। इस तरह, महागठबंधन का ढांचा एक अस्थायी सुविधा-संघ है, जिसमें हर दल दूसरे को आवश्यक मानता है, लेकिन किसी पर विश्वास नहीं करता।

एनडीए की मजबूती: नीतीश की अनिवार्यता

दूसरी ओर, एनडीए में स्थिति कहीं अधिक संगठित है। भले ही भाजपा और नीतीश कुमार के बीच मतभेद हों, पर दोनों जानते हैं कि एक-दूसरे के बिना सत्ता की राह कठिन है। भाजपा को नीतीश की साख और अनुभवी छवि चाहिए और नीतीश को भाजपा का संगठन और संसाधन। यह व्यावहारिक राजनीति है, जो विचारधारा से नहीं, विजय की संभावना से चलती है। महागठबंधन में यह व्यावहारिकता नहीं है, वहां आदर्श और अहम का टकराव है। यही कारण है कि एनडीए ने गठबंधन के फार्मूले पर जल्दी सहमति बनाई, जबकि महागठबंधन सहमति की प्रतीक्षा में असहमति का उत्पादन कर रहा है।

राहुल गांधी का नैरेटिव बनाम बिहार की हकीकत

राहुल गांधी का नैरेटिव संविधान की रक्षा करो, लोकतंत्र बचाओ, नफरत मिटाओ भावनात्मक तो है, लेकिन बिहार की राजनीतिक मिट्टी में उसकी जड़ें कमजोर हैं। बिहार का मतदाता विचार नहीं, परिणाम चाहता है। यहां सत्ता जातीय समीकरण से तय होती है और कांग्रेस अब उस समीकरण की कोई प्रमुख कड़ी नहीं रही।

राहुल गांधी के पास न तो क्षेत्रीय नेतृत्व है, न संगठन की मशीनरी। उनकी सभाएं नेशनल मीडिया इवेंट बन जाती हैं, लेकिन ज़मीनी परिणाम शून्य रहता है। कांग्रेस के पास कोई ऐसी रणनीति नहीं है जो तेजस्वी के बाद की राजनीति को परिभाषित कर सके और यही वह कमी है, जिसने पार्टी को सहयोगी दल की सीमा में बांध दिया है।

2025 की राजनीति: महागठबंधन की संभावनाएं और सीमाएं

अगर 2025 में महागठबंधन को बहुमत मिलता है, तो भी कांग्रेस मुख्यमंत्री पद से दूर ही रहेगी। राजद के पास बहुल सीटें होंगी और तेजस्वी स्वाभाविक रूप से नेतृत्व का दावा करेंगे। कांग्रेस को तब वही भूमिका मिलेगी जो यूपीए में कभी लालू, शरद या पासवान को मिली थी। सहयोगी, लेकिन निर्णायक नहीं।

अगर महागठबंधन बहुमत से दूर रहता है, तो कांग्रेस फिर किंगमेकर बनने का भ्रम पालेगी, पर वास्तविकता वही होगी राजनीतिक उपस्थिती, निर्णायक अनुपस्थिति। कांग्रेस के लिए बिहार अब एक विचारधारा की प्रयोगशाला नहीं, बल्कि जीवित रहने का मंच बन चुका है। वह अपने अस्तित्व को बचाने की लड़ाई लड़ रही है, और तेजस्वी अपने नेतृत्व को स्थायी करने की।

विचार नहीं, विवशता है महागठबंधन

पप्पू यादव का बयान बिहार की राजनीति के इस क्षण का सबसे सटीक सार है। मुख्यमंत्री कांग्रेस से नहीं होगा। उनका यह वाक्य जितना सरल है, उतना ही गहरा। यह कांग्रेस की भूमिका, राहुल गांधी के प्रभाव और महागठबंधन की आत्मा, तीनों का वर्णन कर देता है। महागठबंधन अब एक राजनीतिक विवशता बन चुका है, जो एक-दूसरे से लड़ते हुए भाजपा का सामना करना चाहता है। कांग्रेस के पास न जनाधार बचा है, न संगठन की धारा। राजद के पास नेतृत्व तो है, लेकिन नियंत्रण नहीं और वामदल के पास न तो संख्या है, न ही साख। इस गठबंधन की स्थिति उस नाव जैसी है जो एक साथ कई पतवारों से चल रही है। लेकिन, दिशा तय करने वाला कोई नहीं।

बिहार में महागठबंधन का भविष्य उतना ही अस्थिर है, जितनी उसकी एकता की भाषा और राहुल गांधी का प्रभाव उतना ही सीमित है, जितनी उनकी उपस्थिति। 2025 के बाद यह गठबंधन चाहे बचे या बिखरे, पर इतिहास यही दर्ज करेगा कि विचार से नहीं, विरोध से बने गठबंधन टिकते नहीं।

Tags: Assembly ElectionsBiharCongressgrand alliancePappu YadavRahul GandhiRJDTejashwi Yadavकांग्रेसतेजस्वी यादवपप्पू यादवबिहारमहागठबंधनराजदराहुल गाँधीविधानसभा चुनाव
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

अगली पोस्ट

गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

संबंधित पोस्ट

दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क
आयुध

दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

11 November 2025

दिल्ली के लाल किले के पास हुए भीषण विस्फोट ने न केवल हमारी राजधानी की रफ्तार और सुरक्षा की संवेदनशीलता को झकझोर कर रख दिया...

राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति
आयुध

राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

11 November 2025

दक्षिण एशिया के भू-राजनीतिक परिदृश्य में हालिया घटनाएं स्पष्ट संकेत दे रही हैं कि पड़ोसी बांग्लादेश अब अपनी दिशा बदल चुका है। रक्षा मंत्री राजनाथ...

अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी
चर्चित

अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

10 November 2025

पूर्वोत्तर भारत, जिसे कभी दिल्ली की नीतिगत दृष्टि में हाशिए का इलाका माना जाता था, आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दृष्टि में भारत के विकास...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

‘White Collar Terror’: Is The 0.5 Front Within The Country Activated?

‘White Collar Terror’: Is The 0.5 Front Within The Country Activated?

00:10:07

Why India’s “Chicken’s Neck” Defence Strategy Is a Warning to Dhaka & Islamabad

00:06:48

How Trump’s Numbers Reveal the Hidden Story of Pakistan’s Lost Jets?

00:05:17

How an Unverified US Shoplifting Incident Is Turned Into A Political Attack Against India & Modi

00:07:47

How Astra Mk-I Based VL-SRSAM will Power India’s Naval Air Defense Network?

00:05:52
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited