हरियाणा विधानसभा में उस वक्त राजनीतिक माहौल गर्मा गया, जब मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने शेर पढ़ते हुए नव-नियुक्त नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा का स्वागत किया। सीएम सैनी ने अपने अंदाज़-ए-बयां से न सिर्फ हुड्डा को शुभकामनाएं दीं, बल्कि कांग्रेस नेतृत्व और पार्टी की आंतरिक स्थिति पर भी तीखा तंज कस दिया।
मुख्यमंत्री ने सदन में कहा—
“कांग्रेस को हुड्डा पर यक़ीन नहीं,
देश की जनता को कांग्रेस पर नहीं,
पर सदन में विपक्ष चाहिए था—
हम तो हुड्डा साहब ही चाहते थे,
चाहे कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व चाहे या न चाहे।
हुड्डा साहब ही सही। हुड्डा साहब ही सही।”
इसके साथ ही सीएम सैनी ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा को नेता प्रतिपक्ष बनने पर हार्दिक शुभकामनाएं दीं। हालांकि, उनके इस शेर को कांग्रेस और उसके शीर्ष नेतृत्व पर राजनीतिक व्यंग्य के रूप में देखा जा रहा है।
सत्तापक्ष की ओर से इस बयान को लोकतंत्र में मजबूत विपक्ष की जरूरत बताने वाला बताया गया, जबकि विपक्षी खेमे में इसे कांग्रेस की आंतरिक कलह और नेतृत्व पर कटाक्ष के तौर पर लिया जा रहा है। सदन में शेरो-शायरी के अंदाज़ में दिया गया यह संदेश दिनभर राजनीतिक चर्चाओं का केंद्र बना रहा।
































