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हूँ तो मुग़लानी, हिंदुआनी बन रहूँगी मैं… मुग़ल राजघराने की कृष्णभक्त, हज के रास्ते में ब्रज पड़ा और बदल गया जीवन

मध्यकाल में जहाँ एक ओर मुगलिया सल्तनत द्वारा इस्लाम को आम जनमानस पर थोपने का कार्य किया जा रहा था, हिन्दू मंदिरों को तोड़कर मस्जिदें तथा मकबरे बनाये जा रहे थे तो वहीं दूसरी ओर मुगल सल्तनत...

मुगलकाल के ‘ग़दर’ से निकला महान कृष्णभक्त, कहानी अमीर पठान परिवार में जन्मे सैयद इब्राहिम खान की

'मानुष हौं तो वही रसखान, बसौं मिलि गोकुल गाँव के ग्वारन' उपर्युक्त पंक्तियों में इस उत्कटता को देखा जा सकता है कि यदि अगले जन्म में मनुष्य की योनि प्राप्त हो तो मैं वही मनुष्य बनूँ जिसे...

एक मुसलमान जिसका हृदय हिन्दू था: अकबर के अभिभावक के बेटे रहीम, महाराणा प्रताप को बताते थे फरिश्ता

भारतीय इतिहास में मध्यकाल एक ऐसा समय है जहाँ एक ओर तुर्कों, मुगलों आदि का प्रभाव बढ़ता जा रहा था, हिंदुओं के मंदिरों को लूटा जा रहा था तो दूसरी ओर यही वह समय था जब भक्ति...

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