क्या कभी सोचा है कि आज से सौ या हज़ार सालों बाद लोगों का जीवन कैसा होगा? उन्हें इस समय के बारे में...
जापान ये शब्द अपने आप में शांति, समृद्धि और वैभव का प्रतीक है। आज ये विश्व के सबसे शक्तिशाली देशों में से एक...
कांग्रेसियों और वामपंथियों ने देश के इतिहास के कई पन्नों को अपने हिसाब से तोड़ा-मरोड़ा, अपने चाहने वालों को खूब महिमामंडित किया जबकि...
लोग कहते हैं कि आप मैदान पर चाहे जितना युद्ध लड़ लें पर असल परीक्षा तो बातचीत की मेज पर होती है। पता...
22 जून 1897, दिवस मंगलवार पुणे अवसाद का सागर बन चुका था, परंतु ब्रिटिश साम्राज्य विलासिता के रस का स्वाद ले रहा था।...
भारत के गौरवशाली अतीत को इतिहास के पन्नों में पहले तो जगह ही नहीं मिली, अगर किसी जुनूनी भारतीय ने इसकी कोशिश भी...
आज आपको एक ऐसे इंसान के बारे में बताएँगे जिनका जम्मू कश्मीर विवाद से बहुत बड़ा नाता रहा है या यूँ ही कहें...
आप सभी ने एक कहावत तो सुनी ही होगी कि अक्सर लोग कहते हैं, जो जीतता है, इतिहास वही बनाता है। ये सत्य...
निरंतर हमें वामपंथियों ने अपमानित करने हेतु हमारी संस्कृति को पितृसत्तात्मक यानि patriarchal एवं रूढ़िवादी, एवं अंधविश्वास से परिपूर्ण ठहराने का परिपूर्ण, भले...
गोवा हर साल 30 मई को अपना स्थापना दिवस मनाता है क्योंकि 30 मई 1987 को गोवा को पूर्ण राज्य का दर्जा मिला...
सभ्यता की सबसे बड़ी श्रेष्ठता क्या है? उसकी सत्यता सार्वभौमिकता और सर्वे भवंतू सुखिन: का सिद्धांत। परंतु शायद आपको यह जानकर आश्चर्य हो...
भारत का स्वर्णयुग था प्राचीन इतिहास – जहां भारत की माटी भी स्वर्ण समान थी। मौर्य काल से होते हुए भारत गुप्त साम्राज्य...


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