संसद सर्वोच्च है। श्रेष्ठ से भी श्रेष्ठतम और श्रेष्ठतम से भी श्रेष्ठ है। यही हमारे लोकतन्त्र का आधार और भारत की पहचान है।...
“क्षमा शोभती उस भुजंग को, जिसके पास गरल हो, उसका क्या जो दंतहीन, विषरहित, विनीत सरल हो?” कवि रामधारी सिंह दिनकर की यह...
एक सरकारी विज्ञापन में संविधान के प्रस्तावना पाठ को 'धर्मनिरपेक्ष' और 'समाजवादी' शब्दों के बिना चित्रित करने से विवाद खड़ा हो गया है।...
दिन 26 जनवरी, गणतन्त्र दिवस का उत्सव और राजपथ पर होने वाली परेड समाप्त हो चुकी थी। तभी लाल किले के आस-पास गहमा-गहमी...
हेमंत करकरे, एक ऐसा नाम जिसे एक समय भारत का बच्चा-बच्चा जानता था। हेमंत करकरे मुम्बई ATS के प्रमुख थे और 26 नवम्बर...
जब आपको बीमारी होती है, तो आप किसके पास जाओगे? उस डॉक्टर के पास, जो क्षणिक राहत दे या उस डॉक्टर के पास,...
शस्त्र और शास्त्र, ये दोनों ही राष्ट्र निर्माण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। लेकिन जिसे अपने शास्त्रों का आभास नहीं, वो समय...
आचार्य चाणक्य ने स्पष्ट लिखा था, "सर्वाश्च सम्पद: सर्वोपाये परिग्रहेत्”, अर्थात एक कुशल राजा का दायित्व है कि वह सभी प्रकार से अर्थात...
हर युद्ध का परिणाम आवश्यक नहीं कि बल से ही निकले, कुछ युद्ध बुद्धि से भी जीते जाते हैं, और कूटनीति इसका प्रत्यक्ष...
हट BC, भोसड़ी के, मादरचोद! अरे घबड़ाइये नहीं, हम आपको गाली नहीं दे रहे हैं बल्कि यह बता रहे हैं कि अगर आपने...
कहते हैं जब शासन न्यायोचित होता है तब धर्म, न्याय और राज्य स्वयं ही सर्वांगीण विकास की ओर उन्मुख होने लगते हैं। 2014...
इस देश को स्वतंत्र हुए 75 वर्ष शीघ्र ही होने वाले हैं। जहां एक तरफ सरदार वल्लभभाई पटेल, लालबहादुर शास्त्री, शंकर राव चव्हाण,...
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