'इतिहासकार' के लिए खोज परिणाम

औरंगजेब की भांति अब कुतुब मीनार पर भी NCERT बगलें झांक रही, समय आ गया है झूठे इतिहासकारों को सजा दिलवाने का

कुछ दिन पहले ही NCERT इस बात का कोई पुख्ता सबूत नहीं दे पाया था कि मुगलों ने पूजा स्थलों के लिए किसी भी तरह का अनुदान दिया था, या नहीं।  NCERT की किताबों में शाहजहां और औरंगजेब को ...

‘कुछ विदेश मंत्री किताबें भी पढ़ते हैं’ – एस. जयशंकर ने लिबरल इतिहासकार रामचंद्र ‘गुहा’ की बखिया उधेड़ दी

कहते हैं, कभी उस लड़ाई को शुरू न करें जो आप जीत न सकें। पर शायद ये बात शिक्षाविद और कथित इतिहासकार रामचंद्र गुहा के मन-मस्तिष्क में कभी ढंग से बैठ नहीं पायी। शायद इसीलिए जनाब बिना सोचे समझे ...

“कुछ लोग बाहर से आए, खुद के रिश्तेदारों को मारा, ये भारत का इतिहास नहीं है’, PM मोदी ने मार्क्सवादी इतिहासकारों को लताड़ा

CAA पर विरिधियों को पस्त करने के बाद पीएम मोदी ने कल देश के उन तथाकथित बुद्धिजीवी वर्ग को आड़े-हाथों लिया जिसने सदियों तक देश के इतिहास के साथ छेड़छाड़ कर भारतवासियों को गुमराह करने की कोशिश की। पीएम ...

ट्रू इंडोलॉजी ने बड़े प्रेम से वामपंथी इतिहासकार देवदत्त पटनायक की धज्जियां उड़ाई

बात अगर काल्पनिक इतिहास रचने की हो, तो काफी समय तक रोमिला थापर, इरफान हबीब, बिपिन चन्द्रा जैसे लोगों का हमारे देश में बोलबाला हुआ करता था। आजकल इस क्षेत्र में देवदत्त पटनायक जैसे लोगों की बहार रहती है। ...

‘चंदशोक’ से ‘अशोका द ग्रेट’- रोमिला थापर जैसे इतिहासकारों ने कैसे एक हिंसक राजा को ‘ग्रेट’ की उपाधि दी

इतिहासकारों ने कैसे एक हिंसक सम्राट अशोक को 'ग्रेट' की उपाधि दी? देश के इतिहासकारों पर शुरु से ही राजनीतिक प्रभाव रहा है, जिसके माध्यम से अलग-अलग विचारधाराओं का अनुसरण करने वाले इतिहासकारों ने इतिहास में अपनी प्रदूषित सोच ...

वामपंथी इतिहासकार रोमिला थापर,जिन्होंने असली इतिहास की बजाए देश को कई दशकों तक भ्रमित किया

रोमिला थापर एक वामपंथी इतिहासकार हैं तथा उनके अध्ययन का मुख्य विषय "प्राचीन भारत का इतिहास" रहा है। रोमिला थापर का जन्म 30 नवंबर 1931 को लखनऊ में हुआ था। पंजाब विश्वविद्यालय से स्नातक करने के बाद लंदन विश्वविद्यालय ...

किसानों के बड़े हितैषी, शिक्षाविद, समानता के प्रणेता परन्तु इतिहासकारों ने किया इतिहास से गायब

भारत देश की भूमि में अनेकों महानायको ने जन्म लिया है। महान समाजसुधारक, धर्म प्रवर्तक, योद्धा, साधु, संत, सन्यासी, क्रांतिकारी, देशप्रेमी, राष्ट्रवादी तरह के तमाम नायकों ने इस पवित्र भूमि को अपने अपने रक्त और कर्म से सींचा है। ...

नेहरू ने क्यों ठुकराया था ग्वादर पोर्ट का ऑफर? 

इंदिरा गांधी सरकार के दौरान 'कच्चातिवु' द्वीप श्रीलंका को दिए जाने का मुद्दा 50 साल बाद लोकसभा चुनाव में भी गूंज रहा है। इस मुद्दे पर बीजेपी कांग्रेस पर हमलावर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तकरीबन हर रैलियों में इस ...

टाटा की विस्तारा एयरलाइन में क्यों मचा है हंगामा? क्या है वजह जानें।

भारत की अग्रणी एयर कैरियर विस्तारा एयरलाइन फिर से खबरों में है, लेकिन अच्छे कारणों से नहीं। सिंगापुर एयरलाइंस और टाटा समूह के संयुक्त स्वामित्व वाली एयरलाइन ने पिछले कुछ दिनों में कई उड़ानों में देरी और फलाइट रद्दीकरण ...

श्री कल्कि धाम मंदिर का PM मोदी ने किया शिलान्यास, बोले- ‘कालचक्र बदल गया है, नए युग की शुरुआत हो चुकी है।

भारत के इतिहास में राम मंदिर के बाद एक और भव्य मंदिर का निर्माण होने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के संभल जिले में श्री कल्कि धाम मंदिर की आधारशिला रखी है, इसे लेकर हर ...

साक्ष्य जो बताते हैं कि मिथक नहीं इतिहास है रामायण

रामायण और भगवान राम से हिन्दुओं की आस्था जुड़ी हुई है, लेकिन अकसर ये सवाल उठते रहे हैं कि क्या सच में भगवान राम का इस धरती पर जन्म हुआ था? क्या रावण और हनुमान थे? हम उनको तो ...

अदन की खाड़ी में भारतीय नौसेना की कार्रवाई से दुनिया में बढ़ा भारत का कद

भारतीय नौसेना की लाल सागर में हाल की कार्रवाइयों ने दिखा दिया है कि वह समुद्र में अपने देश के हितों की रक्षा करने में पूरी तरह से सक्षम है। कुछ दिन पहले ही एक व्यापारिक जहाज ने अदन ...

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