'लाला लाजपत राय' के लिए खोज परिणाम

गुमनाम नायक: ‘वोहरा परिवार’ ने देश की स्वतंत्रता हेतु अपना सर्वस्व अपर्ण किया था, उन्हें कितना जानते हैं आप

पता है इस देश की सबसे बड़ी त्रासदी क्या रही है? यहां सभी चाहते हैं कि नायक निकलें और देश एवं समाज की रक्षा करें परंतु उनके हृदय में सदैव यही रहता है कि यह कार्य पड़ोसी के घर ...

सत्यम् शिवम् सुन्दरम् के साथ वापसी कर रहा है पुराना दूरदर्शन, ‘स्वराज’ उसी का संकेत है

दूरदर्शन की आगामी सीरीज स्वराज का प्रोमो रिलीज हो चुका है और उसे देखने के बाद यह प्रतीत हो रहा है कि इसी दिन के लिए तरस गए थे हमारे देशवासी. एक तरफ कंटेंट के नाम पर निरंतर वोक ...

RRR में गांधी और नेहरू को भाव न देने के पीछे एक बहुत महत्वपूर्ण कारण है

RRR फिल्म में भारत के स्वतंत्रता संग्राम को चित्रित करते हुए गांधी और नेहरू से ऊपर सरदार पटेल की भूमिका को दिखाया गया जिसे लेकर लिबरलों ने जमकर बवाल मचाया था। इस पर कई तरह के सवाल भी उठे ...

‘द लीजेंड ऑफ भगत सिंह’ के 20 वर्ष– जब पूरा देश भगत सिंह के लिए रोया था

आप विमल के लिए इस व्यक्ति का जितना उपहास उड़ा लें चलेगा, आप इनके विकल्पों के लिए इनका जितने मीम बनाना चाहें वो भी चलेगा, लेकिन वीर भगत सिंह को इनके जैसा कोई आत्मसात करके दिखा दे, तो मान ...

अगर The Kashmir Files ने लिबरल्स को घाव दिए, तो RRR उस पर खूब नमक रगड़ रही है

बेचारे वामपंथियों के लिए तो मार्च का महीना किसी प्रलय से कम नहीं रहा है। अभी महीना खत्म होने में दो दिन शेष है,और वामपंथियों को राजनीति से लेकर सिनेमा के क्षेत्र तक इतने झटके लगे हैं कि उनकी ...

भारत की स्वतंत्रता की वास्तविक कहानी- अध्याय 4: दांडी मार्च का अनसुना सत्य, जिसे आप नहीं जानते

भारत के स्वतंत्रता संग्राम में अनेक महत्वपूर्ण अध्याय हैं, लेकिन उनमें सबसे प्रमुख अध्याय निस्संदेह दांडी यात्रा (12 मार्च 1930 – 6 अप्रैल 1930) का है। आज भी कई वामपंथी इतिहासकार मोहनदास करमचंद गांधी की तारीफ करते नहीं थकते ...

भारत की स्वतंत्रता की वास्तविक कहानी- अध्याय 3: क्यों और कब कांग्रेस ने पूर्ण स्वराज को अपने मूल सिद्धांत के रूप में अपनाया?

आजकल के हमारे युवाओं से अगर कोई पूछे कि लोकतंत्र क्या है, तो 'टप्प-से' उनके मुख से अब्राहम लिंकन की "...of the people, by the people, For the people" वाली परिभाषा की अमृतवाणी झड़ने लगती है। परंतु अगर इसी ...

भारत की स्वतंत्रता की असल गाथा: अध्याय-1- कांग्रेस की स्थापना क्यों की गई थी?

कांग्रेस की स्थापना क्यों की गई थी? “तुझे पता भी है हमारे बाप दादाओं ने कितनी कुर्बानियाँ दी है?” “अरे तू क्या समझेगा स्वतंत्रता का मोल, अंग्रेज़ों के जूटने चाटने वाले RSS का एजेंट!” “सावरकर ने कौन सा योगदान ...

DDLJ का महा लेट और अत्यंत फ्रस्ट्रेटेड रिव्यू

'अगर वो भी मुझसे प्यार करती है, तो वो मुझे पलटकर जरूर देखेगी। पलट, पलट, पलट….’ ‘जा सिमरन जा, जी ले अपनी ज़िंदगी’ अगर यह संवाद भूले से भी आपके मस्तिष्क में न आया हो, तो विश्वास मानिए, आप ...

समाचार पत्र का इतिहास, भारत का पहला साप्ताहिक और प्रभाव

समाचार पत्र दिन-प्रतिदिन अपने बढ़ते हुए महत्व के कारण सभी क्षेत्रों में बहुत ही प्रसिद्धि प्राप्त कर रहा है. विद्यार्थियों के लिए समाचार पत्र पढ़ना बहुत ही महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह सभी के बारे में सामान्य जानकारी देता है. ...

अत्याचारी ‘दोस्त मोहम्मद’ के कारण रानी कमलापति ने ली थी जल समाधि, हबीबगंज स्टेशन का नाम उन्हीं के नाम पर रखा गया है

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में बने विश्वस्तरीय हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर गोंड जनजाति से आने वाली रानी कमलापति के नाम पर रख दिया गया है। 18 वीं शताब्दी में क्षेत्र की गोंड की रानी कमलापति, गिन्नोरगढ़ के ...

वी आर कृष्णा अय्यर: उन चंद न्यायाधीशों में से एक, जिन्होंने वामपंथी संस्थानों को चुनौती देने का साहस किया

न्यायमूर्ति वी. आर. कृष्णा अय्यर एक न्यायाधीश और मंत्री थे, जिन्होंने भारतीय आपराधिक न्याय प्रणाली में सुधार किया। वह गरीबों-वंचितों के लिए खड़े हुए और अपने पूरे जीवन में एक मानवाधिकार, सामाजिक न्याय, पर्यावरण और नागरिक स्वतंत्रता के अग्रदूत ...

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