अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर पूरी दुनिया देखेगी भारत की शक्ति
वक्त सबका आता है, कल किसी और का था, आज हमारा है। एक समय था जब ब्रिटेन ने भारत पर राज किया, हमें अपना गुलाम बनाकर रखा लेकिन उन अंग्रेजों ने कभी यह अपने स्वप्न में भी नहीं सोचा ...
वक्त सबका आता है, कल किसी और का था, आज हमारा है। एक समय था जब ब्रिटेन ने भारत पर राज किया, हमें अपना गुलाम बनाकर रखा लेकिन उन अंग्रेजों ने कभी यह अपने स्वप्न में भी नहीं सोचा ...
कहते है कि जो जितना मजबूत होता चला जाता है, उसके दुश्मन भी उतने ही बढ़ने लगते हैं। भारत के मामले में भी यह बात एकदम सटीक बैठती हुई नजर आती है। विश्व पटल पर वर्तमान समय में भारत ...
कहते हैं कि विजय का असल स्वाद तभी प्राप्त होता है, जब समस्त संसार आपके पराजय की आस लगाकर बैठा हुआ हो और ये बात भारत से बेहतर कौन जाने! प्रकांड अर्थशास्त्री और बुद्धिजीवी कोरोनाकाल से ही भारत के ...
भारत, डिजिटल और वित्तीय विकास के साथ मिलकर विकास की एक नई ऊंचाई की ओर बढ़ता जा रहा है। बढ़ती आर्थिक गतिविधियों, युवा आबादी और बढ़ती क्रय शक्ति ने बाजार में ऋण प्रवाह में तेजी से वृद्धि की है। ...
याद करिए वो दौर जब भारत ब्रिटेन का औपनिवेशिक ग़ुलाम हुआ करता था, लंदन में बैठी ब्रितानिया सरकार ने जितना मुमकिन हो सका भारत को आर्थिक रूप से खोखला किया। कहा जाता था कि गंगा द्वारा भेजी गई चीजें ...
OIC यानी ऑर्गनाइज़ेशन ऑफ़ इस्लामिक कंट्रीज़, यह एक ऐसा मंच है जो पूरी दुनिया के मुसलमानों का मसीहा बनता फिरता है लेकिन इसकी सारी हेकड़ी चीन के सामने निकल जाती है। इसका सारा मुसलमान प्रेम धरा का धरा रह ...
चीन और पाकिस्तान की दोस्ती किसी से छुपी नहीं है, पाकिस्तान जहां खुद को चीन का लंगोटिया यार समझता है तो वहीं चीन उसे मात्रा एक अवसर के रूप में देखता है। इस जाहिल पोर्कियों को कौन समझाए कि ...
झुकती है दुनिया... झुकाने वाला चाहिए। यह शब्द वैसे तो सुनने में साधारण से लगते हैं किंतु यदि वैश्विक कूटनीति को लेकर भारत का रुख देखें तो यह कहा जा सकता है कि भारत ने स्वयं को आर्थिक से ...
2 सितंबर 2022 – यह दिन भारतीय इतिहास के स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा। ऐसा इसलिए क्योंकि इस दिन भारत का सर्वप्रथम, स्वनिर्मित नौसैनिक एयरक्राफ्ट कैरियर ‘INS विक्रांत’ को भारत की सेवा में सौंप दिया जाएगा। इस निर्णय से ...
ये बदलता हुआ हिंदुस्तान है, ये नया हिंदुस्तान है. पीएम मोदी के नेतृत्व ने देश को नया आयाम दिया है. देश की अर्थव्यवस्था को रसातल से उठाकर आसमान में पहुंचा दिया है. ज्ञानबहादुर अमेरिका जो खुद को सुपरपावर और ...
सोवियत संघ के पूर्व और आखिरी राष्ट्रपति मिखाइल गोर्बाचेव (Mikhail Gorbachev) इस दुनिया में नहीं रहे। मंगलवार 30 अगस्त को 91 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया। मिखाइल गोर्बाचेव एक बड़े नेता था, जिन्हें विश्व के द्वारा ...
संसार इधर से उधर हो जाए पर कुछ लोग ऐसे ढीठ हैं कि अपने एजेंडा के लिए कुछ भी करेंगे। उन्होंने न अपना एजेंडावाद छोड़ा है और न ही छोड़ेंगे और वामपंथियों का दुलारा द वायर भी उन्हीं में ...
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