कनाडाई PM के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे।
30 April 2024
अमेरिका में क्यों जान गंवा रहे भारतीय छात्र?
30 April 2024
क्या आरक्षण को समाप्त कर सकती है सरकार?
30 April 2024
“एक वार्निंग दे के छड़ देते....” “इग्ज़ैम में चीटिंग नहीं कर रहा था, चिट्टा बेच रहा था तेरा प्रा!” CAT REVIEW: इस संवाद के द्वारा ही पंजाब की वर्तमान सच्चाई से हमें अवगत करा दिया जाता है, जो आज पंजाब के साथ-साथ शनै-शनै पूरे देश को कच्चा चबाने पर तुली ...
टीपू सुल्तान को एक अत्यंत क्रूर शासक माना जाता है, उस पर हजारों हिंदुओं के नरसंहार करने जैसे आरोप हैं, यहां तक कि टीपू सुल्तान को दक्षिण का औरंगजेब कहा जाता है। इन सब के बाद भी हमारे देश का एक तबका टीपू सुल्तान को हीरो की तरह पेश करता ...
“विश्वासघात की सबसे बुरी बात क्या है? वो शत्रु नहीं देते!” द गॉडफादर शृंखला में ये संवाद आज भी कई लोगों के मन मस्तिष्क में बैठ चुका है। इसका अर्थ स्पष्ट है और दुर्भाग्य की बात तो यह है कि ऐसे विश्वासघाती लोगों को न केवल सम्मान दिया गया, अपितु ...
पूरे देश में दीपावली का त्यौहार बड़े ही हर्ष और उल्लास के साथ मनाया गया। दीये जलाकर घरों को दुल्हन की तरह सजाया गया। अपने आस पड़ोस में मिठाइयां बांटकर लोगों ने एक दूसरे के साथ खुशियां बांटीं। यहां तक कि विदेशों में भी दीपावली मनायी गयी लेकिन क्या आप ...
जब से इस पृथ्वी पर राहुल गांधी का आगमन हुआ तब से लेकर आज तक उन्हें पूरी कांग्रेस एक युवराज की भांति सम्मान देती आ रही है और गांधी परिवार की चापलूसी करने में तो इस पार्टी के नेता सारी सीमाओं से आगे निकल गए हैं। बार-बार लॉन्च किया जाना, ...
केजरीवाल ट्वीट: अरविंद केजरीवाल और विवाद एक दूसरे के पूरक हैं। ऐसा कोई दिन नहीं है जब केजरीवाल ने किसी के खिलाफ जहर न उगला हो, और तो और दिल्ली के उपराज्यपाल को लेकर उनके मुंह से हमेशा से विष ही निकलता आया है। आम आदमी पार्टी की स्थिति दयनीय ...
भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के भीष्म पितामह आप किसे मानते हैं? कुछ लोगों के लिए वे ‘दादाभाई नाओरोजी’ हैं, तो कुछ के लिए 'गोपाल कृष्ण गोखले' हैं। परंतु अधिकतम लोगों को नहीं पता है कि जिस गुजरात से कभी मोहनदास करमचंद गांधी और सरदार वल्लभभाई पटेल जैसे लोग निकले थे, उसी ...
हां हां, ज्ञात है, 2 अक्टूबर को बैरिस्टर मोहनदास करमचंद गांधी का जन्मदिन मनाया जाता है, परंतु 2 अक्टूबर को एक ऐसे व्यक्ति का भी जन्मदिवस है जिन्होंने अपने प्रधानमंत्री के कार्यकाल में विपरीत परिस्थितियों में असंभव को भी संभव कर दिया, पराजित दांवों में भी विजय प्राप्त की और ...
ये भारत है, बड़ा ही विचित्र स्थान है! यहां कभी योद्धाओं की जय जयकार होती थी एवं ऋषि मुनियों के ब्रह्मज्ञान को शाश्वत सत्य माना जाता था परंतु आज स्थिति दूसरी है। आज इनका सम्मान तो छोड़िए, इन्हें दो मीठे बोल बोल दें, वही पर्याप्त है क्योंकि यहां द्रोहियों को ...
अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारना उन कांग्रेसियों से सीखना चाहिए जो आका के सामने नंबर बनाने के चक्कर में कुछ भी बोल देते हैं। कांग्रेस की हालत कुछ ऐसी ही है जहां गुलाम नबी आज़ाद जैसे नेता वर्षों पुराना नाता तोड़, कांग्रेस को छोड़कर नयी राह पर निकल पड़े हैं। ...
ऐसा कोई सगा नहीं जिसे नीतीश ने ठगा नहीं! हर बार जब भी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक गठबंधन साथी को छोड दूसरे के सहभागी बनते हैं तब-तब यह कथन बिहार के राजनीतिक गलियारे में यथावत गुंजायमान होने लगता है। कुछ ऐसा ही इस बार भी हुआ जब अगस्त ...
जीवन में प्रसिद्धि हासिल करने का क्या तरीका हो सकता है? महाकवि कालिदास ने अभिज्ञान शाकुंतलम समेत कई महान ग्रंथों की रचना की। तुलसीदास ने रामचरितमानस की रचना की और तब जाकर उन्हें प्रसिद्धि मिली, वीर सावरकर ने काला पानी की सजा काटी, झांसी की रानी ने अपना जीवन बलिदान ...