भारत को धमकाने के लिए अमेरिका ने हर पैंतरा अपनाया फिर भी उसकी एक न चली
भारत पर दबाव डालने की मूल प्रवृत्ति को अमेरिका ने कभी भी त्यागना उचित नहीं समझा क्योंकि उसकी हीन दृष्टि सदैव भारत को ...
भारत पर दबाव डालने की मूल प्रवृत्ति को अमेरिका ने कभी भी त्यागना उचित नहीं समझा क्योंकि उसकी हीन दृष्टि सदैव भारत को ...
अमेरिकी टेक कंपनियों ने लंबे समय तक डिजिटल डोमेन में जल्लाद के रूप में काम किया है। वे शासन में बदलाव लाए और ...
जब बात आती है वैश्विक मंच पर महाशक्ति के रूप में अपनी भूमिका निभाने की तो केवल एक देश है जो इस भूमिका ...
रूस-यूक्रेन मामले को लेकर पूरी दुनिया की नजरें भारत पर टिकी हुई है। पश्चिम समेत दुनिया के तमाम देश रूस पर कई तरह ...
राजा को चरित्रवान होना चाहिए, प्रशासन को संचालित और नियंत्रित करने के तरीके व मानदंड अलग-अलग हो सकते हैं, किंतु साहस, चरित्र, सिद्धांत ...
व्लादिमीर पुतिन के यूक्रेन पर आक्रमण के कारण अमेरिकी सरकार ने रूस पर प्रतिबंध लगा दिए हैं। बाइडेन ने कहा कि इन प्रतिबंधों ...
धारयति इति धर्म:—यानी जिसने सब कुछ धारण कर रखा है, वही धर्म है। संस्कृति ,सभ्यता और धर्म एक ऐसा स्वरुप है जिसका पालन ...
12 मई, 1996 को एक अमेरिकी राजदूत ने 60 मिनट के एक खंड में इराक के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों का बचाव ...
बाइडेन ने अपने पूरे कार्यकाल में अब तक की सबसे बड़ी नीतिगत भूल की है। उन्होंने इंडो-पैसिफिक में भारत की भूमिका को कम करने ...
यूक्रेन पर रूस के आक्रमण ने चीन द्वारा ताइवान पर नियंत्रण करने की भयावह संभावना को और अधिक वास्तविक बना दिया है। रूस-यूक्रेन ...
आखिरकार भारत ने रूस का साथ दे दी ही दिया। यूक्रेन विवाद पर सुरक्षा परिषद की आपातकालीन बैठक में भारत रूस के साथ ...
हम तो ठहरे परदेसी साथ क्या निभाओगे। यही व्यवहार अब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और टेस्ला समूह के मालिक एलन मस्क का हो ...
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