Tag: जवाहर लाल नेहरू

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने मतदाता धोखाधड़ी और घुसपैठियों की सांठगांठ को लेकर कांग्रेस पर साधा निशाना

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने बुधवार को कांग्रेस पार्टी पर तीखा हमला बोला और उस पर चुनावी गड़बड़ी और अवैध मतदाताओं के साथ ...

ट्रक भर दस्तावेज़ या ठोस जवाब? सिंधु जल संधि पर नेहरू के बयान से उठी थी यह बहस

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को संसदीय अभिलेखों पर आधारित न्यूज़18 की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू द्वारा ...

1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को अपने स्वतंत्रता दिवस के संबोधन में, ऑपरेशन सिंदूर को गर्व के साथ भारत की आत्मनिर्भर सैन्य शक्ति ...

गांधी का अंतिम संघर्ष: विभाजन के बाद पाकिस्तान को 55 करोड़ देने की कहानी

वर्ष 1947-48 को भारत के विभाजन, स्वतंत्रता और महात्मा गांधी की हत्या के लिए याद किया जाता है। फिर भी, इन ऐतिहासिक पड़ावों ...

श्यामा प्रसाद मुखर्जी की रहस्यमयी मृत्यु की जांच को लेकर उनकी मां से क्या बोले थे नेहरू?

इतिहास में कुछ लोगों की मृत्यु ऐसी होती है जो सवाल बन जाती है, दर्द बन जाती है और पीढ़ियों तक लोग जिसके ...

आगे आंबेडकर, पीछे हंटर लेकर नेहरू… कांग्रेस सरकार में यही पढ़ाता था NCERT, योगेंद्र यादव को देना पड़ा था इस्तीफा

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के डॉक्टर भीमराव आंबेडकर पर दिए एक बयान के बाद हंगामा मच गया है। कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन ...

नेहरू-गांधी गाते थे जिनके गाने, इलाज के अभाव में हो गई थी उनकी मौत: कहानी ‘विजयी विश्व तिरंगा प्यारा’ लिखने वाले ‘पार्षद जी’ की

‘विजयी विश्‍व तिरंगा प्‍यारा, झंडा ऊंचा रहे हमारा’ इस गीत को सुनने के बाद हर कोई जोश से भर उठता है। आजादी के ...

‘नेहरू की गलतियों से हुआ था 1962 का युद्ध’, भारत ने खोई थी 43000 Km जमीन और 3000 जवान; नहीं मानी थी सरदार पटेल की बात

स्वर कोकिला लता मंगेशकर का गया हुआ "ऐ मेरे वतन के लोगों, ज़रा आँख में भर लो पानी..." आज भी जब कहीं यह ...

पंचशील सिद्धांत जिस पर अड़कर नेहरू ने भारत की छवि ‘एक दुर्बल देश’ के रूप में प्रस्तुत की

साल 1947 में भारत की आजादी के साथ-साथ एशिया और अफ्रीका के विभिन्न देश कई सालों की औपनिवेशिक परतंत्रता से स्वतंत्र हो रहे ...

सोमनाथ मंदिर के जीर्णोद्धार में मुख्य भूमिका निभाने वाले के. एम. मुंशी की अनकही कहानी

बीसवीं सदी का आरंभिक दौर भारत में क्रांति, स्वतंत्रता और अंग्रेजी साम्राज्य से मुक्त होने की चाहत रखने वाला दौर था। इस दौरान ...

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