Tag: वामपंथी इतिहास

भारतीय संस्कृति और विरासत के पुनरुद्धार के लिए राकेश सिन्हा की पहल समय की मांग है

भारत को राजनीतिक स्वतंत्रता तो 15 अगस्त 1947 को ही मिल गई किंतु भारत आज भी सांस्कृतिक परतंत्रता का शिकार है। 2014 के ...

इतिहास की किताबों में 6वें सिख गुरु के गलत चित्रण को लेकर पंजाब में मचा बवाल!

साम्राज्यवादी और वामपंथी इतिहासकारों ने जिस प्रकार भारत के इतिहास से छेड़छाड़ कर आज तक भारत को असल इतिहास जानने से वंचित रखा ...

‘मुगलराज वापस आया तो सबसे पहले लिबरलों को फांसी दी जाएगी’ BJP सांसद ने जावेद और Faye को चेताया

भाजपा के सबसे युवा सांसद तेजस्वी सूर्या ने शाहीन बाग में चल रहे प्रोटेस्ट को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। सीएए का ...

न्यूज़ रूम में अपना एजेंडा सेट करने वाले वामपंथी बुद्धिजीवियों के तर्क कोर्ट में धराशायी हो गये

भारत में लेफ्ट लिबरल गैंग हिपोक्रिसी का दूसरा नाम है। यह गैंग कैमरे के सामने ‘हाई मॉरल ग्राउंड’ लेने में विश्वास रखता है, ...

‘चंदशोक’ से ‘अशोका द ग्रेट’- रोमिला थापर जैसे इतिहासकारों ने कैसे एक हिंसक राजा को ‘ग्रेट’ की उपाधि दी

इतिहासकारों ने कैसे एक हिंसक सम्राट अशोक को 'ग्रेट' की उपाधि दी? देश के इतिहासकारों पर शुरु से ही राजनीतिक प्रभाव रहा है, ...

रोमिला थापर के ‘स्वघोषित इतिहास’ का बचाव करने उतरे ‘हिप्पोक्रेट देवता’ देवदत्त पटनायक

देश की जानी-मानी इतिहासकार रोमिला थापर से जेएनयू प्रशासन की ओर से मांगे गए सीवी का विवाद अभी ठंडा भी नहीं हुआ था ...

‘आर्यन इंवेजन थ्योरी’ के जरिए ‘मैकाले की सेना’ ने कैसे दक्षिण व उत्तर भारतीयों के बीच जहर बोया

आर्यन इंवेजन थ्योरी मनगढ़ंत कहानी के अतिरिक्त कुछ नहीं इतिहास तथ्यों पर आधारित होता है न की पूर्वाग्रहों पर। लेकिन हमारे देश में ...