महागठबंधन नहीं, महाभ्रम कहिए जनाब : बिहार में राहुल गांधी का असर, तेजस्वी का दबदबा और गठबंधन की टूटती परतें, जानें क्या कहा पप्पू यादव ने
बिहार की राजनीति इस वक्त फिर उसी पुराने मोड़ पर लौटती दिखाई दे रही है, जहां गठबंधन एकता का ढोल तो पीट रहा ...
बिहार की राजनीति इस वक्त फिर उसी पुराने मोड़ पर लौटती दिखाई दे रही है, जहां गठबंधन एकता का ढोल तो पीट रहा ...
बिहार की राजनीति हमेशा से नाटकीय रही है, लेकिन इस बार महागठबंधन ने जो तमाशा पेश किया है, उसने राजनीति को मज़ाक बना ...
बिहार की राजनीति में तेजस्वी यादव का हर परिवार को सरकारी नौकरी देने वाला वादा पूरे चुनावी विमर्श के केंद्र में आ गया ...
बिहार की राजनीति एक बार फिर निर्णायक मोड़ पर खड़ी है। राजद नेता और लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव की दो ...
बिहार की राजनीति फिर एक बार करवट ले रही है। चुनाव से पहले जिस गठबंधन ने खुद को नरेंद्र मोदी और भाजपा के ...
बिहार के चुनावी परिदृश्य में इस बार जो सबसे अप्रत्याशित स्वर गूंजा है, वह किसी नेता का नहीं, बल्कि एक संत का है, ...
बिहार की राजनीति फिर एक बार उस निर्णायक मोड़ पर है, जहां केवल नारे नहीं, बल्कि नैरेटिव तय करते हैं कि जनता किस ...
बिहार का सीमांचल यानी पूर्णिया, कटिहार, अररिया और किशनगंज एक ऐसा भूभाग, जो भौगोलिक रूप से जितना संवेदनशील है, राजनीतिक रूप से भी ...
बिहार की राजनीति हमेशा अप्रत्याशित रही है। यहां समीकरण पल भर में बदलते हैं और जनता बार-बार यह साबित करती है कि उसका ...
बिहार की राजनीति में इस समय जो सबसे दिलचस्प और साथ ही सबसे संवेदनशील बहस चल रही है, वह लालू परिवार के भीतर ...
पटना, 1990 का दशक। स्टेशन के बाहर चाय की दुकानों पर लोग खड़े-खड़े बतिया रहे थे। बातचीत की शुरुआत अक्सर राजनीति से होती, ...
1990 के दशक में लालू प्रसाद यादव ने सत्ता में रहते हुए जो सबसे बड़ा प्रयोग किया, वह था—चारवाहा विद्यालय योजना। दावा था ...
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