TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    TFI के यूट्यूब चैनल पर पाकिस्तान में लगा बैन

    TFI पर पाकिस्तान में बैन: मीडिया से नहीं अपने भीतर के दानव से लड़ो आतंकिस्तान

    ऑपरेशन सिंदूर पर ऐक्टरों की खामोशी को लेकर उठे सवाल

    सलमान से शाहरुख तक, ऑपरेशन सिंदूर पर क्यों खामोश रहे ‘रील हीरोज़’?

    पाकिस्तान से खाड़ी देशों पर मंडराता तात्कालिक ख़तरा

    पाकिस्तान से खाड़ी देशों पर मंडराता तात्कालिक ख़तरा

    भारतीय सेना ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है

    ऑपरेशन सिंदूर: झूठे नैरेटिव के शोर में सेना के पराक्रम की गूंज न दबने दें

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    अमेरिका पर भारत लगाएगा रेसिप्रोकाल टैरिफ

    टैरिफ पर भारत का बड़ा एलान, एल्युमिनियम-स्टील इंपोर्ट पर 25% ड्यूटी वसूल रहे US पर लगाई जायेगी रेसिप्रोकाल टैरिफ

    Meta Facebook Double Face

    फेसबुक का दोगला चेहरा! फाइनेंशियल फ्रॉड को बढ़ावा, राष्ट्रवादी विचार पर एक्शन; क्या ये जानबूझकर कर रहा है मेटा?

    GST On UPI Transactions

    क्या सच में 2000 रुपये से ऊपर के UPI ट्रांजेक्शन पर लगेगा GST? जानें सरकार का स्पष्टीकरण

    15 दिन में तीसरी बार डाउन हुआ UPI, लोग बोले- ‘फिर कैश की और बढ़ रहे हैं हम’

    15 दिन में तीसरी बार डाउन हुआ UPI, लोग बोले- ‘फिर कैश की और बढ़ रहे हैं हम’

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    Drone Warfare india pakistan

    प्रथम विश्व युद्ध से भारत-पाक तक: ड्रोन कैसे बदल रहे हैं जंग की दिशा?; जानें इतिहास, टेक्नोलॉजी और उपयोग की पूरी कहानी

    BrahMos

    पाकिस्तान में तबाही मचाने वाली सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ‘BrahMos’ की पूरी कहानी, जानें क्या है अब्दुल कलाम से संबंध?

    China Pakistan Operation Sindoor India

    ऑपरेशन सिंदूर से ड्रैगन की खुली पोल: पाकिस्तान की हार में चीन को क्यों हो रहा है दर्द?

    India Pakistan Ceasefire

    परमाणु विहीन हो जाता पाकिस्तान! आखिर कैसे भारत ने घुटनों पर लाया?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    पाकिस्तान से खाड़ी देशों पर मंडराता तात्कालिक ख़तरा

    पाकिस्तान से खाड़ी देशों पर मंडराता तात्कालिक ख़तरा

    जॉन स्पेंसर

    टॉम कूपर के बाद अब अमेरिकी सैन्य विश्लेषक ने भी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को बताया निर्णायक जीत, कहा- केवल विराम नहीं है, यह एक स्पष्ट सैन्य जीत

    अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल

    विदेश मंत्रालय ने नकारा डोनाल्ड ट्रंप का दावा, कहा- कश्मीर मामले में किसी की मध्यस्थता स्वीकार नहीं करेंगे

    Taliban Ban Chess In Afghanistan

    ‘शरिया के खिलाफ है शतरंज’, तालिबान के निशाने पर राजा, वजीर और प्यादे; अफगानिस्तान में लगा बैन

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया में बुद्ध के जन्म को ‘वेसाक' उत्सव के रूप में मनाते हैं जो 'वैशाख' शब्द का अपभ्रंश है

    भगवान बुद्ध: मानवता के लिए शांति और करुणा का रास्ता

    RSS के द्वितीय सरसंघचालक श्रीगुरुजी

    RSS के द्वितीय सरसंघचालक श्रीगुरुजी का 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान दिया गया संदेश

    28 अगस्त के भारतीय सैनिकों ने रणनीतिक हाजी पीर दर्रे पर कब्जा कर लिया था (सोर्स: www.adityaaryaarchive.com)

    हाजी पीर दर्रा: भूली हुई जीत, जिंदा ज़ख्म — पुरानी भूल सुधारने का यही वक्त है

    उरुकागिना सुधार से वैदिक साहित्य तक, प्राचीन सभ्यताओं में छिपी हैं मानवाधिकार की जड़ें

    उरुकागिना सुधार से वैदिक साहित्य तक, प्राचीन सभ्यताओं में छिपी हैं मानवाधिकार की जड़ें

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    IPL 2025 Suspended

    भारत पाकिस्तान तनाव के बीच IPL-2025 सस्पेंड, बचे हुए थे 16 मैच

    NC Classic Arshad Nadeem Neeraj Chopra

    नीरज चोपड़ा ने पाकिस्तान के अरशद नदीम को NC क्लासिक में खेलने का दिया न्यौता, आलोचना के बाद दी सफाई

    IPL 2025: पहलगाम आंतकी हमले के बाद MI vs SRH मैच में होंगे ये बदलाव; विराट-पांड्या समेत कई क्रिकेटर्स ने जताया शोक

    IPL 2025: पहलगाम आंतकी हमले के बाद MI vs SRH मैच में होंगे ये बदलाव; विराट-पांड्या समेत कई क्रिकेटर्स ने जताया शोक

    Loud Horns Health Minister Nitin Gadkari

    तेज हॉर्न सेहत पर कैसे डालते हैं असर? नितिन गडकरी निकालेंगे समाधान

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    TFI के यूट्यूब चैनल पर पाकिस्तान में लगा बैन

    TFI पर पाकिस्तान में बैन: मीडिया से नहीं अपने भीतर के दानव से लड़ो आतंकिस्तान

    ऑपरेशन सिंदूर पर ऐक्टरों की खामोशी को लेकर उठे सवाल

    सलमान से शाहरुख तक, ऑपरेशन सिंदूर पर क्यों खामोश रहे ‘रील हीरोज़’?

    पाकिस्तान से खाड़ी देशों पर मंडराता तात्कालिक ख़तरा

    पाकिस्तान से खाड़ी देशों पर मंडराता तात्कालिक ख़तरा

    भारतीय सेना ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है

    ऑपरेशन सिंदूर: झूठे नैरेटिव के शोर में सेना के पराक्रम की गूंज न दबने दें

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    अमेरिका पर भारत लगाएगा रेसिप्रोकाल टैरिफ

    टैरिफ पर भारत का बड़ा एलान, एल्युमिनियम-स्टील इंपोर्ट पर 25% ड्यूटी वसूल रहे US पर लगाई जायेगी रेसिप्रोकाल टैरिफ

    Meta Facebook Double Face

    फेसबुक का दोगला चेहरा! फाइनेंशियल फ्रॉड को बढ़ावा, राष्ट्रवादी विचार पर एक्शन; क्या ये जानबूझकर कर रहा है मेटा?

    GST On UPI Transactions

    क्या सच में 2000 रुपये से ऊपर के UPI ट्रांजेक्शन पर लगेगा GST? जानें सरकार का स्पष्टीकरण

    15 दिन में तीसरी बार डाउन हुआ UPI, लोग बोले- ‘फिर कैश की और बढ़ रहे हैं हम’

    15 दिन में तीसरी बार डाउन हुआ UPI, लोग बोले- ‘फिर कैश की और बढ़ रहे हैं हम’

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    Drone Warfare india pakistan

    प्रथम विश्व युद्ध से भारत-पाक तक: ड्रोन कैसे बदल रहे हैं जंग की दिशा?; जानें इतिहास, टेक्नोलॉजी और उपयोग की पूरी कहानी

    BrahMos

    पाकिस्तान में तबाही मचाने वाली सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ‘BrahMos’ की पूरी कहानी, जानें क्या है अब्दुल कलाम से संबंध?

    China Pakistan Operation Sindoor India

    ऑपरेशन सिंदूर से ड्रैगन की खुली पोल: पाकिस्तान की हार में चीन को क्यों हो रहा है दर्द?

    India Pakistan Ceasefire

    परमाणु विहीन हो जाता पाकिस्तान! आखिर कैसे भारत ने घुटनों पर लाया?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    पाकिस्तान से खाड़ी देशों पर मंडराता तात्कालिक ख़तरा

    पाकिस्तान से खाड़ी देशों पर मंडराता तात्कालिक ख़तरा

    जॉन स्पेंसर

    टॉम कूपर के बाद अब अमेरिकी सैन्य विश्लेषक ने भी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को बताया निर्णायक जीत, कहा- केवल विराम नहीं है, यह एक स्पष्ट सैन्य जीत

    अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल

    विदेश मंत्रालय ने नकारा डोनाल्ड ट्रंप का दावा, कहा- कश्मीर मामले में किसी की मध्यस्थता स्वीकार नहीं करेंगे

    Taliban Ban Chess In Afghanistan

    ‘शरिया के खिलाफ है शतरंज’, तालिबान के निशाने पर राजा, वजीर और प्यादे; अफगानिस्तान में लगा बैन

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया में बुद्ध के जन्म को ‘वेसाक' उत्सव के रूप में मनाते हैं जो 'वैशाख' शब्द का अपभ्रंश है

    भगवान बुद्ध: मानवता के लिए शांति और करुणा का रास्ता

    RSS के द्वितीय सरसंघचालक श्रीगुरुजी

    RSS के द्वितीय सरसंघचालक श्रीगुरुजी का 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान दिया गया संदेश

    28 अगस्त के भारतीय सैनिकों ने रणनीतिक हाजी पीर दर्रे पर कब्जा कर लिया था (सोर्स: www.adityaaryaarchive.com)

    हाजी पीर दर्रा: भूली हुई जीत, जिंदा ज़ख्म — पुरानी भूल सुधारने का यही वक्त है

    उरुकागिना सुधार से वैदिक साहित्य तक, प्राचीन सभ्यताओं में छिपी हैं मानवाधिकार की जड़ें

    उरुकागिना सुधार से वैदिक साहित्य तक, प्राचीन सभ्यताओं में छिपी हैं मानवाधिकार की जड़ें

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    IPL 2025 Suspended

    भारत पाकिस्तान तनाव के बीच IPL-2025 सस्पेंड, बचे हुए थे 16 मैच

    NC Classic Arshad Nadeem Neeraj Chopra

    नीरज चोपड़ा ने पाकिस्तान के अरशद नदीम को NC क्लासिक में खेलने का दिया न्यौता, आलोचना के बाद दी सफाई

    IPL 2025: पहलगाम आंतकी हमले के बाद MI vs SRH मैच में होंगे ये बदलाव; विराट-पांड्या समेत कई क्रिकेटर्स ने जताया शोक

    IPL 2025: पहलगाम आंतकी हमले के बाद MI vs SRH मैच में होंगे ये बदलाव; विराट-पांड्या समेत कई क्रिकेटर्स ने जताया शोक

    Loud Horns Health Minister Nitin Gadkari

    तेज हॉर्न सेहत पर कैसे डालते हैं असर? नितिन गडकरी निकालेंगे समाधान

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

आज से ठीक एक सौ साठ साल पहले, हमारे देश ने ना बोलना सीखा था

Animesh Pandey द्वारा Animesh Pandey
29 March 2017
in इतिहास
मंगल पाण्डेय
Share on FacebookShare on X

संबंधितपोस्ट

कोई सामग्री उपलब्ध नहीं है
और लोड करें

मंगल पाण्डेय एक महान देशभक्त की कहानी

हम कब आज़ाद हुये?
15 अगस्त 1947
हमारी आज़ादी कि जंग कब शुरू हुयी?
थोड़ा सोचते हुये, हम्म…..1857
ये जंग किसने शुरू की?

शायद इसका कोई ठोस और त्वरित उत्तर न मिले, क्योंकि कारण भी बहुत थे, और आज़ादी के जंग कि नींव डालने वाले सिपाही भी। पर जिस आदमी ने 1857 के तेजस्वी क्रांति की चिंगारी को दियासलाई लगाने का कार्य किया, 160 वर्ष बाद भी आज उनका महत्व वही है, जो उस समय के क्रांतिकारियों के मन में इस ओजस्वी मनुष्य के प्रति होता था। किसे पता था कि बलिया जिले के नागवा गाँव का एक छोटा सा सिपाही क्रांति कि वो अलख जगाएगा, जो कभी न अस्त होने वाले ब्रिटिश साम्राज्य के सूर्य का सूर्यास्त सिद्ध करने में कारगर होगा। किसे पता था कि भारत की आज़ादी कि जोत जलाने वालों में सबसे पहले बंगाल नेटिव इंफेंटरी के सिपाही, मंगल पाण्डेय का नाम लिया जाएगा?

मंगल पाण्डेय की हमारे इतिहास में क्या अहमियत है?

बृहस्पतिवार, 19 जुलाई 1827, को उत्तर प्रदेश [तब अवध] राज्य के बलिया जिले के नागवा गाँव में मंगल पाण्डेय का जन्म हुआ। इनके बचपन के बारे में ज़्यादा सूचना उपलब्ध नहीं है, पर इतना ज़रूर पता है की 1849 में, महज 22 साल की उम्र में इनकी भर्ती तत्कालीन ईस्ट इंडिया कंपनी में बंगाल नेटिव इंफेंटरी में बतौर सिपाही हुयी थी। तब आधे से ज़्यादा भारत ईस्ट इंडिया कंपनी के दबदबे में जकड़ा जा चुका था, और धीरे धीरे ही सही, पर गोरों के खिलाफ बगावत की हवा बहने लगी थी।

हालांकि तब तक ईस्ट इंडिया कंपनी के छल और प्रपंच का कोई ठोस जवाब नहीं था भारतीय राजाओं और उनके प्रजाओं के पास। गोरों से लड़ने के कारण तो बहुत थे, पर उन्हे एकत्रित कर एक ठोस आधार देने वाला कोई नायक नहीं था। अंग्रेजों के पाप का घड़ा भर ज़रूर रहा था, पर उसे तोड़ने लायक कोई घटना उत्पन्न नहीं हो रही थी, की अचानक 1857 का साल वो दियासलाई ले आया, जिसने 1857 के क्रांति की चिंगारी को आग में परिवर्तित कर दिया, और जिसमें मंगल पाण्डेय की मुख्य भूमिका भी रही थी।

दरअसल वो दियासलाई कुछ और नहीं, एक ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा उतारा गया नया शस्त्र, एनफ़ील्ड मैचलॉक मस्केट राइफल थी। इसे 1856 के मध्य में कंपनी की फौज में परिचित कराया गया। इस शस्त्र में कागज़ युक्त कारतूस लगता था, जिसे दाँत से काटकर बंदूक की गोली और उसका बारूद मस्केट में डालना होता था। उसे फिर सरिया से अंदर ठूंस कर, निशाना साध कर गोली चलनी पड़ती थी। जिस कागज़ के टुकड़े को दाँत से काट कर फेंकना होता था, ताकि कारतूस की गोली और बारूद राइफल में जा सके, उसे  अफवाहों के अनुसार गाय और सूअर की चर्बी का लेप लगाया जाता था।

अब गाय हिन्दू सैनिकों और अन्य हिन्दू संप्रदाय के लिए माता समान थी, जब की सूअर को खाना तो छोड़िए, छूना तक मुसलमानों के लिए हराम था। ऐसे में गोरे अफसरों का इनकी आस्था के साथ किया गया खिलवाड़ वो कैसे बर्दाश्त करते? कई जगह इसका पुरजोर विरोध हुआ, पर या तो महज़ दिलासा देकर, या फिर दंडात्मक कारवाई कर के इस विरोध को दबा दिया गया। पर एक दिन सब्र का ये अथाह बांध आखिरकार टूट पड़ा।

वो दिन था रविवार, 29 मार्च 1857,आज से ठीक एक सौ साठ साल पहले, जब हमारे देश ने ना बोलना सीखा था। कलकत्ता शहर के बैरकपुर जिले में 34वें बंगाल नेटिव इंफेंटरी के मुख्य कार्यालय के आस पास सरगर्मी बढ्ने लगी। तत्कालीन सार्जेंट मेजर हेव्सोन [भारत में पूर्व उपाधि कंपनी हवलदार मेजर के समान ब्रिटिश उपाधि सेना के लिए] को कुछ चाटुकारों ने आगाह किया की मंगल पाण्डेय कई अन्य साथियों को गार्ड रूम के समक्ष परेड ग्राउंड में संबोधित कर रहा है। घटनास्थल पर पहुँचने पर हेव्सोन का सामना हुआ मंगल पाण्डेय से, जिसने एनफ़ील्ड राइफल में प्रयुक्त कारतूस का इस्तेमाल करने का पुरजोर विरोध किया। हालांकि जब सार्जेंट मेजर हेव्सोन ने उसकी बात अनसुनी कर उसकी वर्दी और हथियार छीनने को आगे बढ़ा, तो मंगल पाण्डेय ने बगावत का ऐलान करते हुये उनपर कातिलाना हमला कर दिया।

हालांकि सार्जेंट मेजर हेव्सोन मरे नहीं, पर गंभीर रूप से घायल ज़रूर हुये। अपने एड्जुटंट, लेफ्टिनेंट बौ को आगाह करते हुये हेव्सोन किसी तरह बच निकालने में कामयाब हुये। लेकिन लेफ्टिनेंट बौ ने बजाए समझदारी से काम लेने के अकड़ दिखनी ज़्यादा उचित समझी। पलटन के जमादार [आज के संदर्भ में नाइब सूबेदार] ईश्वरी प्रसाद को मंगल पाण्डेय को रोकने का हुक्म दिया, जिसे ईश्वरी ने सिरे से ठुकरा कर अपनी देशभक्ति का अटूट उदाहरण दिया। वे चाहते तो मंगल पाण्डेय और उनके बागी साथियों को रोक सकते थे, पर उन्होने अपने अंतरात्मा की आवाज़ सुनी, और गुलामी के इस कलंक को अपने स्तर पे मिटाने की कोशिश की।

और पढ़े : देशभक्त बटुकेश्वर दत्त: शहीद भगत सिंह के साथ आज़ादी की लड़ाई लड़ी, फिर भी इन्हें भुला दिया गया

भीषण युद्ध के बाद लेफ्टिनेंट बौ को तलवार की धार से मंगल पाण्डेय ने मार गिराया। एक चाटुकार सिपाही, शेख पालतू ने मंगल को रोकने की काफी कोशिश की, परंतु मंगल के साथियों का जोशीला व्यवहार शेख पालतू के ऊपर भारी पड़ गया। इतने में जनरल हेयरसे सहित बाकी की रेजीमेन्ट भी घटनास्थल पे पहुँच चुकी थी। हालांकि मंगल पाण्डेय ने तब भी एक और ब्रिटिश अफसर को मार गिराया, पर अकेला चना कब तक भाड़ फोड़ता? अपने आप को घिरता देख कर मंगल पाण्डेय ने अपनी राइफल से अपने छाती पर गोली चला कर वीरगति को प्राप्त करने की कोशिश की, पर गोली उन्हे मार नहीं पायी।

उपचार के बाद मंगल पांडे पर कंपनी ने कोर्ट मार्शल किया, जिसके तहत वो दोषी पाये गए, और उन्हे और जमादार ईश्वरी प्रसाद को फांसी पर चढ़ाने का फैसला सुना दिया गया। साथ ही साथ पूरी 34वीं बंगाल नेटिव इंफेंटरी भी निरस्त कर दी गयी।

मंगल पांडे को बैरकपुर में ही बुधवार, 8 अप्रैल 1857 को फांसी पर लटका दिया गया, और ईश्वरी प्रसाद को 21 अप्रैल को भी इसी प्रकार वीरगति प्राप्त हुयी। लेकिन जिस आंदोलन की आग को ईस्ट इंडिया कंपनी बुझाना चाहती थी, उसे मंगल पांडे की वीरगति ने और बढ़ा दिया, और जिसका परिणाम 10 मई 1857 को, जैसे महान क्रांतिकारी और राष्ट्रवादी श्री विनायक दामोदर सावरकर ने उचित रूप से कहा था, स्वतन्त्रता के प्रथम संग्राम की शुरुआत हो चुकी थी, जिसका गवाह मेरठ की सुदूर भूमि है।

और पढ़े : क्रांति की अपनी एक अलग परिभाषा थी भगत सिंह की

आज, 160 वर्ष बाद, मंगल पाण्डेय की हमारे इतिहास में क्या अहमियत है? यूं तो भारत को आज़ाद कराने में कई योद्धाओं और वीरांगनाओं ने कुर्बानियाँ दी है, पर अगर किसी ने उन्हे प्रेरित किया, अगर किसी ने सबसे पहले भारत के स्वतन्त्रता के संग्राम का बिगुल फूंका, तो वो सिर्फ एक मनुष्य है, और वो है, मंगल पाण्डेय। अगर इनहोने अपने जान की बाज़ी लगा कर, स्वतन्त्रता की अलख न जगाई होती, तो पता नहीं क्या होता।

 

Tags: 1857क्रांतिमंगल पाण्डेय
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

क्या आपने कभी सार्वजनिक पार्कों में होने वाली अश्लीलता नहीं देखी है?

अगली पोस्ट

ऑस्ट्रेलिया के दिग्गजों, ज्ञान देना अच्छी बात है पर शुरुआत अपने घर से करें

संबंधित पोस्ट

RSS के द्वितीय सरसंघचालक श्रीगुरुजी
इतिहास

RSS के द्वितीय सरसंघचालक श्रीगुरुजी का 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान दिया गया संदेश

10 May 2025

पहलगाम में स्थानीय रेडिकल इस्लामिक आतंकियों की मदद से पाकिस्तानी आतंकियों द्वारा पहचान पूछकर हिन्दू पर्यटकों की हत्या के बाद भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ लॉन्च...

28 अगस्त के भारतीय सैनिकों ने रणनीतिक हाजी पीर दर्रे पर कब्जा कर लिया था (सोर्स: www.adityaaryaarchive.com)
इतिहास

हाजी पीर दर्रा: भूली हुई जीत, जिंदा ज़ख्म — पुरानी भूल सुधारने का यही वक्त है

9 May 2025

मुज़फ़्फ़र रज़्मी का एक शेर है- ये जब्र भी देखा है तारीख़ की नज़रों ने लम्हों ने ख़ता की थी सदियों ने सज़ा पाई आज...

जयंती विशेष: सेवा के सूरज थे विष्णु कुमार, काम ऐसा किया जो आज धाम बन गया
इतिहास

जयंती विशेष: सेवा के सूरज थे विष्णु कुमार, काम ऐसा किया जो आज धाम बन गया

5 May 2025

Vishnu Kumar Ji Birth Anniversary Special: कुछ लोग इतिहास लिखते हैं और कुछ केवल इतिहास बनते हैं। वहीं कुछ ऐसे होते हैं जो खामोशी से...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Pakistan needs money from IMF to feed their people

Pakistan needs money from IMF to feed their people

00:15:20

Vacate PoK and more: Steps Pakistan needs to take to avoid Indian military action

00:06:36

Taking The Wire’s Propaganda Piece on VP to the Cleaners – Feat. Prof. Kapil Kumar

00:09:19

Rahul Gandhi Undermines India’s Electoral Integrity as Trump Applauds It

00:07:09

Why Pakistan army chief reminds two nation theory| what is the plan| Waqf Bill |Asim Munir| Jinnah

00:13:02
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited