TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    डूबो डूबो के मारेंगे: राज ठाकरे ने भाजपा सांसद निशिकांत दुबे को डुबोने की धमकी दी

    निशिकांत के ‘पटक के मारेंगे’ पर राज ठाकरे ने कहा- ‘समंदर में डुबो के मारेंगे’; जानें सांसद की प्रतिक्रिया?

    आखिर ईडी ने भूपेश बघेल के बेटे को क्यों गिरफ्तार किया? छत्तीसगढ़ शराब घोटाले पर एक नज़र

    आखिर ईडी ने भूपेश बघेल के बेटे को क्यों गिरफ्तार किया? छत्तीसगढ़ शराब घोटाले पर एक नज़र

    राहुल गांधी ने असम में फिर से हिंसा भड़काई, सीएम सरमा ने कहा: पुलिस भड़काऊ भाषणों की समीक्षा करेगी

    ‘राहुल गांधी ने असम में फिर से हिंसा भड़काई’, जानें, सीएम सरमा ने क्या दिया आदेश

    पूर्व CM भूपेश बघेल का बेटा चैतन्य गिरफ्तार, शराब घोटाले में ED का एक्शन

    छत्तीसगढ़ के पूर्व CM भूपेश बघेल का बेटा चैतन्य गिरफ्तार, शराब घोटाले में ED का एक्शन

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    हरित ऊर्जा में भारत की बड़ी छलांग: कुल उत्पादन क्षमता का 50% अब जीवाश्म-रहित स्रोतों से।

    हरित ऊर्जा में भारत की बड़ी छलांग: कुल उत्पादन क्षमता का 50% अब जीवाश्म-रहित स्रोतों से।

    विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ

    बदलते भारत में युवाओं के लिए क्या हैं मौके? जानें विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ की राय

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    ‘रामा’ कवच वाला दुनिया का पहला ड्यूल स्टील्थ ड्रोन बना रहा भारत, जानें क्या होंगी विशेषताएं?

    ‘रामा’ कवच वाला दुनिया का पहला ड्यूल स्टील्थ ड्रोन बना रहा भारत, जानें क्या होंगी विशेषताएं?

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद, लश्कर-ए-तैयबा का मुख्यालय मुरीदके से बहावलपुर स्थानांतरित होने की संभावना

    ऑपरेशन सिंदूर से डरे पाकिस्तानी आतंकी बनाएंगे नया पनाहगाह, जानें कहां होगा नया ठिकाना

    24 घंटे, 3 मिसाइल परीक्षण और निशाने पर पाकिस्तान-चीन: क्या है रक्षा क्षेत्र में भारत की बढ़ती रफ्तार के मायने?

    24 घंटे, 3 मिसाइल परीक्षण और निशाने पर पाकिस्तान-चीन: क्या है रक्षा क्षेत्र में भारत की बढ़ती रफ्तार के मायने?

    लद्दाख में 15,000 फीट पर ‘आकाश प्राइम एयर डिफेंस सिस्टम’ का सफल परीक्षण: हवाई हमलों को मिलेगा जवाब

    लद्दाख में 15,000 फीट पर ‘आकाश प्राइम एयर डिफेंस सिस्टम’ का सफल परीक्षण: हवाई हमलों को मिलेगा जवाब

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    अज़रबैजान में नया कानून: अब रिश्तेदारों के बीच शादी पर होगी जेल

    अज़रबैजान में नया कानून: अब रिश्तेदारों के बीच शादी पर होगी जेल

    ट्रंप ने मीडिया हाउस पर ठोका ₹86,000 करोड़  का मानहानी का केस, जानें क्या है ‘न्यूड तस्वीर’ का मामला?

    ट्रंप ने मीडिया हाउस पर ठोका ₹86,000 करोड़ का मानहानी का केस, जानें क्या है ‘न्यूड तस्वीर’ का मामला?

    जयशंकर-जिनपिंग की दोस्ती से टेंशन में आया अमेरिका

    जयशंकर-जिनपिंग के डिप्लोमेटिक गेम में अमेरिका को मिली पटखनी!

    आतंकवादियों से भी बदतर सलूक: इमरान खान ने सेना प्रमुख असीम मुनीर पर लगाए जेल में यातना देने के आरोप

    क्या जेल में इमरान खान की हत्या की योजना बना रहे हैं असीम मुनीर?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    ड्रूज़ समुदाय (Photo - The National News)

    इस्लाम से निकले ड्रूज़ समुदाय की कहानी जो करता है पुनर्जन्म में विश्वास; इन्हें बचाने के लिए इज़रायल ने किए सीरिया में हमले

    आरएसएस के चतुर्थ सरसंघचालक प्रो. राजेंद्र सिंह उपाख्य रज्जू भैया

    वैज्ञानिक और शिक्षक से सरसंघचालक तक: प्रो. राजेन्द्र सिंह उपाख्य ‘रज्जू भैया’ की प्रेरक जीवनयात्रा

    हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौसेना, नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में हमारा आधिपत्य

    नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में भारत का आधिपत्य, हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौ सेना

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    ‘कोहली का वीडियो…RCB की ज़िद’: बेंगलुरु भगदड़ मामले में कर्नाटक सरकार ने टीम को ठहराया ज़िम्मेदार

    ‘कोहली का वीडियो…RCB की ज़िद’: बेंगलुरु भगदड़ मामले में कर्नाटक सरकार ने टीम को ठहराया ज़िम्मेदार

    संसद का मॉनसून सत्र 2025: 21 जुलाई से शुरू, ये 8 अहम बिल होंगे पेश

    संसद का मॉनसून सत्र 2025: 21 जुलाई से शुरू, ये 8 अहम बिल होंगे पेश

    केरल में फिर लौटा निपाह का खौफ: दूसरी मौत के बाद छह जिलों में हाई अलर्ट

    केरल में फिर लौटा निपाह का खौफ: दूसरी मौत के बाद छह जिलों में हाई अलर्ट

    'स्ट्रैटस' कोविड-19 वैरिएंट: XFG स्ट्रेन के ये हैं अनोखे लक्षण और संकेत

    ‘स्ट्रैटस’ कोविड-19 का वैरिएंट: XFG स्ट्रेन के ये हैं अनोखे लक्षण और संकेत

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    डूबो डूबो के मारेंगे: राज ठाकरे ने भाजपा सांसद निशिकांत दुबे को डुबोने की धमकी दी

    निशिकांत के ‘पटक के मारेंगे’ पर राज ठाकरे ने कहा- ‘समंदर में डुबो के मारेंगे’; जानें सांसद की प्रतिक्रिया?

    आखिर ईडी ने भूपेश बघेल के बेटे को क्यों गिरफ्तार किया? छत्तीसगढ़ शराब घोटाले पर एक नज़र

    आखिर ईडी ने भूपेश बघेल के बेटे को क्यों गिरफ्तार किया? छत्तीसगढ़ शराब घोटाले पर एक नज़र

    राहुल गांधी ने असम में फिर से हिंसा भड़काई, सीएम सरमा ने कहा: पुलिस भड़काऊ भाषणों की समीक्षा करेगी

    ‘राहुल गांधी ने असम में फिर से हिंसा भड़काई’, जानें, सीएम सरमा ने क्या दिया आदेश

    पूर्व CM भूपेश बघेल का बेटा चैतन्य गिरफ्तार, शराब घोटाले में ED का एक्शन

    छत्तीसगढ़ के पूर्व CM भूपेश बघेल का बेटा चैतन्य गिरफ्तार, शराब घोटाले में ED का एक्शन

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    हरित ऊर्जा में भारत की बड़ी छलांग: कुल उत्पादन क्षमता का 50% अब जीवाश्म-रहित स्रोतों से।

    हरित ऊर्जा में भारत की बड़ी छलांग: कुल उत्पादन क्षमता का 50% अब जीवाश्म-रहित स्रोतों से।

    विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ

    बदलते भारत में युवाओं के लिए क्या हैं मौके? जानें विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ की राय

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    ‘रामा’ कवच वाला दुनिया का पहला ड्यूल स्टील्थ ड्रोन बना रहा भारत, जानें क्या होंगी विशेषताएं?

    ‘रामा’ कवच वाला दुनिया का पहला ड्यूल स्टील्थ ड्रोन बना रहा भारत, जानें क्या होंगी विशेषताएं?

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद, लश्कर-ए-तैयबा का मुख्यालय मुरीदके से बहावलपुर स्थानांतरित होने की संभावना

    ऑपरेशन सिंदूर से डरे पाकिस्तानी आतंकी बनाएंगे नया पनाहगाह, जानें कहां होगा नया ठिकाना

    24 घंटे, 3 मिसाइल परीक्षण और निशाने पर पाकिस्तान-चीन: क्या है रक्षा क्षेत्र में भारत की बढ़ती रफ्तार के मायने?

    24 घंटे, 3 मिसाइल परीक्षण और निशाने पर पाकिस्तान-चीन: क्या है रक्षा क्षेत्र में भारत की बढ़ती रफ्तार के मायने?

    लद्दाख में 15,000 फीट पर ‘आकाश प्राइम एयर डिफेंस सिस्टम’ का सफल परीक्षण: हवाई हमलों को मिलेगा जवाब

    लद्दाख में 15,000 फीट पर ‘आकाश प्राइम एयर डिफेंस सिस्टम’ का सफल परीक्षण: हवाई हमलों को मिलेगा जवाब

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    अज़रबैजान में नया कानून: अब रिश्तेदारों के बीच शादी पर होगी जेल

    अज़रबैजान में नया कानून: अब रिश्तेदारों के बीच शादी पर होगी जेल

    ट्रंप ने मीडिया हाउस पर ठोका ₹86,000 करोड़  का मानहानी का केस, जानें क्या है ‘न्यूड तस्वीर’ का मामला?

    ट्रंप ने मीडिया हाउस पर ठोका ₹86,000 करोड़ का मानहानी का केस, जानें क्या है ‘न्यूड तस्वीर’ का मामला?

    जयशंकर-जिनपिंग की दोस्ती से टेंशन में आया अमेरिका

    जयशंकर-जिनपिंग के डिप्लोमेटिक गेम में अमेरिका को मिली पटखनी!

    आतंकवादियों से भी बदतर सलूक: इमरान खान ने सेना प्रमुख असीम मुनीर पर लगाए जेल में यातना देने के आरोप

    क्या जेल में इमरान खान की हत्या की योजना बना रहे हैं असीम मुनीर?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    ड्रूज़ समुदाय (Photo - The National News)

    इस्लाम से निकले ड्रूज़ समुदाय की कहानी जो करता है पुनर्जन्म में विश्वास; इन्हें बचाने के लिए इज़रायल ने किए सीरिया में हमले

    आरएसएस के चतुर्थ सरसंघचालक प्रो. राजेंद्र सिंह उपाख्य रज्जू भैया

    वैज्ञानिक और शिक्षक से सरसंघचालक तक: प्रो. राजेन्द्र सिंह उपाख्य ‘रज्जू भैया’ की प्रेरक जीवनयात्रा

    हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौसेना, नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में हमारा आधिपत्य

    नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में भारत का आधिपत्य, हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौ सेना

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    ‘कोहली का वीडियो…RCB की ज़िद’: बेंगलुरु भगदड़ मामले में कर्नाटक सरकार ने टीम को ठहराया ज़िम्मेदार

    ‘कोहली का वीडियो…RCB की ज़िद’: बेंगलुरु भगदड़ मामले में कर्नाटक सरकार ने टीम को ठहराया ज़िम्मेदार

    संसद का मॉनसून सत्र 2025: 21 जुलाई से शुरू, ये 8 अहम बिल होंगे पेश

    संसद का मॉनसून सत्र 2025: 21 जुलाई से शुरू, ये 8 अहम बिल होंगे पेश

    केरल में फिर लौटा निपाह का खौफ: दूसरी मौत के बाद छह जिलों में हाई अलर्ट

    केरल में फिर लौटा निपाह का खौफ: दूसरी मौत के बाद छह जिलों में हाई अलर्ट

    'स्ट्रैटस' कोविड-19 वैरिएंट: XFG स्ट्रेन के ये हैं अनोखे लक्षण और संकेत

    ‘स्ट्रैटस’ कोविड-19 का वैरिएंट: XFG स्ट्रेन के ये हैं अनोखे लक्षण और संकेत

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

सुब्रमनियन स्वामी ने की जेएनयू की जबरदस्त खिंचाई

Apurv Agrawal द्वारा Apurv Agrawal
11 December 2017
in मत
जेएनयू सुब्रमनियन स्वामी
Share on FacebookShare on X

जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय के एक छात्रसंघ विवेकानंद विचार मंच द्वारा सुब्रमनियन स्वामी को बाबरी मस्जिद विध्वंस की २५वीं सालगिरह के अवसर पर ‘व्हाई राम मंदिर इन अयोध्या?’(अयोध्या में राम मंदिर क्यों?) नामक विषय पर भाषण देने के लिए बुलाया गया था। ये कार्यक्रम ६ दिसम्बर, शाम ९ बजकर ३० मिनट पर कोयना मेस में शुरू होना था।

 

संबंधितपोस्ट

बंगाल का JNU कहे जाने वाले जादवपुर यूनिवर्सिटी में की गई आजाद कश्मीर और फ्री फिलिस्तीन की पेंटिंग; वामपंथी छात्र संगठन PDSF के खिलाफ दर्ज हुई FIR

JNU में हिन्दू, बौद्ध और जैन धर्म के अध्ययन के लिए केंद्रों की होगी स्थापना।

जेएनयू कैसे बन गया वामपंथियों का अड्डा?

और लोड करें

jnu subramanian swamy जेएनयू सुब्रमनियन स्वामी

आयोजकों को इस कार्यक्रम की अनुमति कई दिनों पहले २७ नवम्बर को ही दी जा चुकी थी। हालाँकि जेएनयू प्रशासन ने आयोजकों को कुछ भी कहने सुनने का समय न देते हुए ६ दिसम्बर, शाम ४ बजे कार्यक्रम को एकाएक निरस्त कर दिया।

प्रशासन ने एक सूचना देते हुए कहा कि “प्राशासन ने ये निर्णय लिया है कि ६/१२/२०१७ को जेएनयू के कोयना छात्रावास में कोई भी चर्चा नहीं होगी। इस वज़ह से “अयोध्या में राम मंदिर क्यों” विषय पर कोयना हॉस्टल में होने जा रही चर्चा का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है।”

jnu subramanian swamy जेएनयू सुब्रमनियन स्वामी

राष्ट्रवाद विरोधी और अलगाववाद-समर्थकों के साथ जेएनयू का प्रेम

जेएनयू ने उदारवादी रवैया अपनाते हुए अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर परिसर के अन्दर राष्ट्र विरोधी नारेबाजी होने दी और ९ फरवरी २०१६ को आतंकवादी अफज़ल गुरु की फांसी और ब्राह्मणों के खिलाफ एक कार्यक्रम आयोजित होने दिया जहाँ राष्ट्र विरोधियों के एक झुण्ड ने चीख चीख कर देश विरोधी नारे लगाये।

 

jnu subramanian swamy जेएनयू सुब्रमनियन स्वामी

 

भारत के पुरातत्व सर्वेक्षण के पूर्व क्षेत्रीय निदेशक डॉ. के.के. मुहम्मद ने ये दावा किया था कि जेएनयू से सम्बंधित इतिहासकारों ने राम जन्मभूमि मुद्दे का शांतिपूर्ण समाधान नहीं निकलने दिया।

जेएनयू से सम्बद्ध तीन प्रोफेसर रोमिला थापर, बिपिन चंद्रा और एस. गोपाल ने तर्क दिया कि १९वीं शताब्दी के पहले मंदिर को ढहाने का कहीं कोई उल्लेख नहीं था। श्री राम जन्मभूमि के पक्ष में अगणित ऐतिहासिक और पुरातात्विक साक्ष्यों के बावजूद भी ये तर्क-दोष उत्पन्न किया गया।

कुछ इतिहासकार जो बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी में शामिल थे, जैसे इरफ़ान हबीब, आर.एस. शर्मा, अथर अली, डी.एन. झा और सूरज भान इत्यादि लोग भी जेएनयू ब्रिगेड के झूठे दावों के साथ हो लिए।

जेएनयू की प्रसिद्द असहिष्णुता और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और राम मंदिर पर एक साधारण कार्यक्रम से इतना डर?

डॉ. स्वामी ने कल एक साक्षात्कार में बताया कि जेएनयू ने वामपंथी विचारधारा का अपनी ही परिभाषा निकाली है, और उन्होंने पूछा कि क्यों जेएनयू एक साधारण सा भाषण बर्दाश्त नही कर सकता जबकि ये संस्थान अभिव्यक्ति की आज़ादी का बहुत बड़ा समर्थक रहा है।

डॉ. सुब्रमनियन स्वामी, जिन्होंने हार्वर्ड विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में पीएचडी की उपाधि प्राप्त कर रखी है, हार्वर्ड में सह-प्राध्यापक के रूप में कार्य किया है, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली में २२ वर्षों तक गणितीय अर्थशास्त्र के प्रोफेसर रहे हैं, विश्व के किसी भी विश्वविद्यालय के लिए उनके जैसे प्रवक्ता की मेजबानी करना ख़ुशी की बात होगी।

सुब्रमनियन स्वामी ने अयोध्या में श्री राम मंदिर के निर्माण को लेकर अपनी पुस्तक ‘रिबिल्डिंग राम मंदिर इन अयोध्या’ में बड़े पैमाने पर अपने विचार व्यक्त किए हैं जिसमें उन्होंने भारतीय संविधान, कानून, पुरातात्विक सर्वेक्षणों और इतिहास से तथ्यों का हवाला दिया है इसके उलट वामपंथियों ने अपनी मलिन विचारधारा जनित भावनाओं के अनुरुप बहस करना जारी रखा है।

जेएनयू ने प्रकाश करात के कार्यक्रम को भी रद्द करके अच्छी चाल चली

उसी दिन सीपीआई (एम) नेता, प्रकाश करात को जेएनयू के छात्र संघ द्वारा आयोजित कर्यक्रम ‘रिक्लेमिंग द रिपब्लिक’ पर एक भाषण देना था। इस कार्यक्रम के लिए लगाये गये पोस्टरों में “डिमांड फॉर जस्टिस अगेंस्ट बाबरी मस्जिद डेमोलिशन”(बाबरी मस्जिद विध्वंस के खिलाफ न्याय की मांग) साफ़ साफ़ लिखा हुआ था।

jnu subramanian swamy जेएनयू सुब्रमनियन स्वामी

जेएनयू छात्र संघ की सदस्य सिमोन जोया खान ने सीएनएन-न्यूज़ 18 को बताया कि उनके पास करात का भाषण करवाने के लिए उचित अनुमति थी। डॉ. स्वामी के कार्यक्रम के आयोजकों ने प्रशासन से मिलने का प्रयास किया, इसी बीच मीडिया और सोशल मीडिया दोनों ही डॉ. स्वामी के भाषण के रद्द होने की वज़ह से भड़क गये।

‘रिक्लेमिंग द रिपब्लिक’ के प्रवक्ताओं का विवरण :

प्रकाश करात: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी), जेएनयू के पूर्व छात्र

कविता कृष्णन: अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला संघ (एआईपीडब्ल्यूए) की सचिव, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) (माकपा-एमएल) के मासिक प्रकाशन ‘लिबरेशन’ की संपादक, जेएनयू की भूतपूर्व छात्रा

प्रोफेसर जयती घोष: जेएनयू के स्कूल ऑफ़ सोशल साइंसेज़ में ‘इकोनॉमिक्स एट द सेंटर फॉर इकनोमिक स्टडीज़ एंड प्लानिंग’ की प्रोफेसर

अल्बीना शकील: भूतपूर्व जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष

बाद में प्रशासन ने ‘सांप्रदायिक सद्भावना और शांति’ का हवाला देते हुए परिसर में दोनों ही कार्यक्रमों को निरस्त कर दिया।

करात द्वारा सहानुभूति प्राप्त करने के लिए उठाया गया कदम

जेएनयू के द्वारा इस कार्यक्रम को निरस्त कर दिए जाने के कारण करात की आखिरी साँसे गिनती राजनीति को एक झटका लगा और उनके कभी कभार ही लोक प्रसिद्धि में आने का अवसर भी नष्ट हो गया।

करात ने कहा कि विश्वविद्यालय ने १६वीं शताब्दी की मस्जिद के विध्वंस की बरसी के मौके पर भाषण की अनुमति न देकर एक बहुत ही अलोकतांत्रिक कदम उठाया है।

करात ने कहा कि “चर्चाओं की अनुमति न देना जेएनयू की परम्पराओं के बिलकुल खिलाफ है।”

सुब्रमनियन स्वामी जेएनयू प्रशासन की चुटकी ली और दावा किया कि उन्होंने जेएनयू प्रशासन को अपने तथ्यों से चुप करा दिया है

डॉ. स्वामी एक दिन पहले ही राम मंदिर मामले में पेश हुए थे और कपिल सिब्बल के सुन्नी वक्फ बोर्ड के वकील न होने के दावे को उधेड़ के रख दिया था। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश की एक प्रतिलिपि को प्रस्तुत किया जिसमें सिब्बल के वक्फ बोर्ड का वकील होने का स्पष्ट उल्लेख था। वे कार्यक्रम के रद्द होने पर हँसे और एक टीवी पर साक्षात्कार में कहा कि उनके पास करने के लिए बहुत सारे बेहतर काम हैं।

क्या जेएनयू सुब्रमनियन स्वामी से डर गया था?

सुब्रमनियन स्वामी की 2G, नेशनल हेराल्ड और जयललिता जैसे राजनेताओं के भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार लड़ाई जेएनयू के वामपंथियों को भीतर तक डरा देने के लिए पर्याप्त थी। स्वामी उस मतवाले सांड की तरह हैं जो अपने रास्ते में आने वाली हर चीज को ध्वस्त कर देते हैं। जेएनयू को डर था कि वे परिसर के अन्दर बैठे गुप्त रामभक्तों को उत्साहित भी कर सकते थे।

सुब्रमनियन स्वामी कोई भाषण दिए बिना भी एक विजेता की तरह उभर कर सामने आये जबकि करात परास्त होकर बाहर आये

यदि ये कार्यक्रम हुआ होता तो मीडिया और सोशल मीडिया दोनों में इसे खूब जगह मिलती लेकिन इस पर जेएनयू के विरोध ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के इनके खुद के ही समर्थन को ध्वस्त कर दिया और ‘राम मंदिर निर्माण’ को इस कार्यक्रम से भी ज्यादा लोकप्रियता दिलवाई।

सुब्रमनियन स्वामी, ने बड़े मखौल भरे अंदाज़ में एक गाने का यूट्यूब लिंक ट्वीट करके जेएनयू प्रशासन को अपने निशाने पर लिया। उस गाने के बोल थे ‘मस्जिद कहीं और बनाओ ये राम लला का डेरा है’ और विश्वविद्यालय को ये सुझाव भी दिया की इस गाने को रोज़ परिसर में बजाया करें।jnu subramanian swamy जेएनयू सुब्रमनियन स्वामी

Tags: जेएनयूसुब्रमनियन स्वामी
शेयर554ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

शबाना आज़मी के प्रपंच को ध्वस्त करने के लिए कंगना राणावत को बधाई देनी चाहिए

अगली पोस्ट

श्रीनगर में लाल चौक पर शिवसेना ने सफलतापूर्वक फहराया तिरंगा

संबंधित पोस्ट

आरएसएस के चतुर्थ सरसंघचालक प्रो. राजेंद्र सिंह उपाख्य रज्जू भैया
इतिहास

वैज्ञानिक और शिक्षक से सरसंघचालक तक: प्रो. राजेन्द्र सिंह उपाख्य ‘रज्जू भैया’ की प्रेरक जीवनयात्रा

14 July 2025

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों के लिए ‘14 जुलाई’ का दिन विशेष स्मृति दिवस होता है, क्योंकि 14 जुलाई 2003 को संघ चतुर्थ सरसंघचालक प्रो....

मनुस्मृति पर पुनर्विचार: क्यों भारत के युवाओं को इस प्राचीन ग्रंथ का अध्ययन करना चाहिए?
मत

मनुस्मृति पर पुनर्विचार: क्यों भारत के युवाओं को इस प्राचीन ग्रंथ का अध्ययन करना चाहिए?

14 July 2025

भारत की सभ्यतागत या सांस्कृतिक विरासत के विशाल सागर में कुछ ग्रंथ ही ऐसे हैं जो ‘मनुस्मृति’ जितना उत्साह, विवाद और भ्रम उत्पन्न करते हैं।...

बॉलीवुड द्वारा ‘नारी चित्रण’ सामाजिक पतन का कारण बन रहा है
मत

बॉलीवुड द्वारा ‘नारी चित्रण’ सामाजिक पतन का कारण बन रहा है

12 July 2025

हिंदी फिल्म उद्योग, जिसे आमतौर पर बॉलीवुड कहा जाता है, भारत में हर वर्ग के व्यक्ति को प्रभावित करता है। यह न केवल मनोरंजन का...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

India’s ULRA Bomber: 12,000-km Beast That Can Strike Anywhere Without Refueling

India’s ULRA Bomber: 12,000-km Beast That Can Strike Anywhere Without Refueling

00:07:39

The Shocking Truth About Mass Conversions in Tamil Nadu

00:07:26

The Butcher of Pahalgam: Sulaiman — Trained by ISI, Pakistan’s Commando-Turned-Terrorist

00:04:13

Congress’s Rohith Vemula Bill: Caste Polarization Masquerading as Reform

00:07:33

Bhima Koregaon Won’t Be Repeated; Maharashtra’s Special Act to Wipe Out Urban Naxals.

00:06:06
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप
MASHABLE IS A GLOBAL, MULTI-PLATFORM MEDIA AND ENTERTAINMENT COMPANY. FOR MORE QUERIES AND NEWS, CONTACT US AT info@mashablepartners.com


©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited