TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    शशि थरूर का क्रिप्टिक पोस्ट

    कांग्रेस छोड़ रहे हैं शशि थरूर!: क्रिप्टिक X पोस्ट ने अटकलों को दी हवा

    25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति

    25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति

    आपातकाल की क्रूरता

    आपातकाल की क्रूरता: कांग्रेस के दमनकारी शासन की पोल खोलेगा इंदिरा गांधी सेंटर

    आपातकाल के 50 साल पूरे

    आपातकाल के 50 साल पूरे, पीएम ने बताया ‘संविधान हत्या दिवस’; बोले- लोकतांत्रिक इतिहास का सबसे काला अध्याय

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत

    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत, कैसे घुटनों पर आया बांग्लादेश

    मारन भाइयों की कहानी

    तमिलनाडु की राजनीति और मीडिया के ‘पावर प्लेयर्स’: मारन बंधुओं के संघर्ष और विवाद की पूरी कहानी

    बोईंग शेयर क्रैश

    प्लेन क्रैश के बाद धड़ाम हुए बोइंग के शेयर, प्री-मार्केट में 8% की गिरावट

    GDP

    क्रिसिल का अनुमान: FY26 में फिर घटेंगी ब्याज दरें, भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.5% पर टिकी

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    कॉम्पैक्ट सीक्यूबी कार्बाइन

    सीमित जगहों की जंग में अब बढ़ेगी सेना की मारक क्षमता, जल्द मिलेगी नई CQB कार्बाइन

    1991 में हुआ सैन्य सूचना समझौता

    विश्वास के नाम पर खुली रणनीति: 1991 समझौता बना भारत की सुरक्षा में सेंध

    महिला सशक्तिकरण

    जम्मू में लड़कियों के लिए 15 दिवसीय आत्मरक्षा शिविर, घरेलू सामान से रक्षा की ट्रेनिंग पर ज़ोर

    ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट

    क्यों 4 दिनों से भारत में फंसा है ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ‘पीएम मोदी का विरोध, हिंदुओं पर निशाना’: कौन हैं न्यूयॉर्क के मेयर बनने जा रहे ज़ोहरान ममदानी?

    ‘पीएम मोदी का विरोध, हिंदुओं पर निशाना’: कौन हैं न्यूयॉर्क के मेयर बनने जा रहे ज़ोहरान ममदानी?

    सैटेलाइट तस्वीरों में हमले से पहले परमाणु साइट्स के पास नज़र आए थे ट्रक (Photo-Medium)

    बेअसर रहा अमेरिकी हमला?: CNN की रिपोर्ट में दावा कहा- ईरान में नहीं नष्ट हुआ ऐनरिच यूरेनियम; ट्रंप ने दी प्रतिक्रिया

    ‘मुस्लिम एकता’ की बात करने वाले पाकिस्तान के रास्ते गिराए गए इस्लामी मुल्क ईरान पर बम!

    ‘मुस्लिम एकता’ की बात करने वाले पाकिस्तान के रास्ते गिराए गए इस्लामी मुल्क ईरान पर बम!

    सोनिया गांधी और इज़रायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू

    ईरान के समर्थन में लिखे गए सोनिया गांधी के लेख पर भड़का इज़रायल

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति

    25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति

    आपातकाल की क्रूरता

    आपातकाल की क्रूरता: कांग्रेस के दमनकारी शासन की पोल खोलेगा इंदिरा गांधी सेंटर

    केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (FILE PHOTO)

    आपातकाल की त्रासदी: राजनाथ सिंह को मां के अंतिम संस्कार में नहीं होने दिया गया था शामिल

    आपातकाल के 50 साल पूरे

    आपातकाल के 50 साल पूरे, पीएम ने बताया ‘संविधान हत्या दिवस’; बोले- लोकतांत्रिक इतिहास का सबसे काला अध्याय

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिलजीत दोसांझ

    दिलजीत दोसांझ की फिल्म में पाकिस्तानी अभिनेत्री- मीका और बी प्राक ने उठाए सवाल

    संत प्रेमानंद जी महाराज

    दुर्घटनाओं की वजह से लोगों की हो रही अकाल मृत्यु से बचने के लिए प्रेमानंद महाराज ने बताए 5 उपाय

    ‘शाकाहार को हिंसक’ बताने वाले IIT बॉम्बे के हिंदू विरोधी प्रोफेसर को कारण बताओ नोटिस

    ‘शाकाहार को हिंसक’ बताने वाले IIT बॉम्बे के हिंदू विरोधी प्रोफेसर को कारण बताओ नोटिस

    'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर बढ़ा विवाद; थरूर बोले-'मतभेद पार्टी के भीतर ही उठाऊंगा'

    थरूर ने कांग्रेस से मतभेदों को स्वीकारा, गांधी परिवार से वैचारिक दूरी के दिए संकेत

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    शशि थरूर का क्रिप्टिक पोस्ट

    कांग्रेस छोड़ रहे हैं शशि थरूर!: क्रिप्टिक X पोस्ट ने अटकलों को दी हवा

    25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति

    25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति

    आपातकाल की क्रूरता

    आपातकाल की क्रूरता: कांग्रेस के दमनकारी शासन की पोल खोलेगा इंदिरा गांधी सेंटर

    आपातकाल के 50 साल पूरे

    आपातकाल के 50 साल पूरे, पीएम ने बताया ‘संविधान हत्या दिवस’; बोले- लोकतांत्रिक इतिहास का सबसे काला अध्याय

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत

    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत, कैसे घुटनों पर आया बांग्लादेश

    मारन भाइयों की कहानी

    तमिलनाडु की राजनीति और मीडिया के ‘पावर प्लेयर्स’: मारन बंधुओं के संघर्ष और विवाद की पूरी कहानी

    बोईंग शेयर क्रैश

    प्लेन क्रैश के बाद धड़ाम हुए बोइंग के शेयर, प्री-मार्केट में 8% की गिरावट

    GDP

    क्रिसिल का अनुमान: FY26 में फिर घटेंगी ब्याज दरें, भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.5% पर टिकी

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    कॉम्पैक्ट सीक्यूबी कार्बाइन

    सीमित जगहों की जंग में अब बढ़ेगी सेना की मारक क्षमता, जल्द मिलेगी नई CQB कार्बाइन

    1991 में हुआ सैन्य सूचना समझौता

    विश्वास के नाम पर खुली रणनीति: 1991 समझौता बना भारत की सुरक्षा में सेंध

    महिला सशक्तिकरण

    जम्मू में लड़कियों के लिए 15 दिवसीय आत्मरक्षा शिविर, घरेलू सामान से रक्षा की ट्रेनिंग पर ज़ोर

    ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट

    क्यों 4 दिनों से भारत में फंसा है ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ‘पीएम मोदी का विरोध, हिंदुओं पर निशाना’: कौन हैं न्यूयॉर्क के मेयर बनने जा रहे ज़ोहरान ममदानी?

    ‘पीएम मोदी का विरोध, हिंदुओं पर निशाना’: कौन हैं न्यूयॉर्क के मेयर बनने जा रहे ज़ोहरान ममदानी?

    सैटेलाइट तस्वीरों में हमले से पहले परमाणु साइट्स के पास नज़र आए थे ट्रक (Photo-Medium)

    बेअसर रहा अमेरिकी हमला?: CNN की रिपोर्ट में दावा कहा- ईरान में नहीं नष्ट हुआ ऐनरिच यूरेनियम; ट्रंप ने दी प्रतिक्रिया

    ‘मुस्लिम एकता’ की बात करने वाले पाकिस्तान के रास्ते गिराए गए इस्लामी मुल्क ईरान पर बम!

    ‘मुस्लिम एकता’ की बात करने वाले पाकिस्तान के रास्ते गिराए गए इस्लामी मुल्क ईरान पर बम!

    सोनिया गांधी और इज़रायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू

    ईरान के समर्थन में लिखे गए सोनिया गांधी के लेख पर भड़का इज़रायल

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति

    25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति

    आपातकाल की क्रूरता

    आपातकाल की क्रूरता: कांग्रेस के दमनकारी शासन की पोल खोलेगा इंदिरा गांधी सेंटर

    केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (FILE PHOTO)

    आपातकाल की त्रासदी: राजनाथ सिंह को मां के अंतिम संस्कार में नहीं होने दिया गया था शामिल

    आपातकाल के 50 साल पूरे

    आपातकाल के 50 साल पूरे, पीएम ने बताया ‘संविधान हत्या दिवस’; बोले- लोकतांत्रिक इतिहास का सबसे काला अध्याय

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिलजीत दोसांझ

    दिलजीत दोसांझ की फिल्म में पाकिस्तानी अभिनेत्री- मीका और बी प्राक ने उठाए सवाल

    संत प्रेमानंद जी महाराज

    दुर्घटनाओं की वजह से लोगों की हो रही अकाल मृत्यु से बचने के लिए प्रेमानंद महाराज ने बताए 5 उपाय

    ‘शाकाहार को हिंसक’ बताने वाले IIT बॉम्बे के हिंदू विरोधी प्रोफेसर को कारण बताओ नोटिस

    ‘शाकाहार को हिंसक’ बताने वाले IIT बॉम्बे के हिंदू विरोधी प्रोफेसर को कारण बताओ नोटिस

    'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर बढ़ा विवाद; थरूर बोले-'मतभेद पार्टी के भीतर ही उठाऊंगा'

    थरूर ने कांग्रेस से मतभेदों को स्वीकारा, गांधी परिवार से वैचारिक दूरी के दिए संकेत

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

शिवसेना के इतिहास में पहली बार एक ‘ठाकरे’ मुख्यमंत्री बनने के लिए चुनावी मैदान में उतरा है

Animesh Pandey द्वारा Animesh Pandey
30 September 2019
in चर्चित, राजनीति
शिवसेना

PC: DT

Share on FacebookShare on X

महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुये शिवसेना ने एक अहम निर्णय लिया है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के सुपुत्र और पार्टी के युवा विभाग यानि ‘युवा सेना’ के अध्यक्ष आदित्य ठाकरे इस बार विधानसभा चुनाव में हिस्सा लेने वाले हैं और वे मुंबई शहर के वर्ली विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे। इसकी पुष्टि करते हुये न्यूज़ एजेंसी ANI ने ट्वीट किया –

Shiv Sena's Aditya Thackeray to contest from Worli Assembly seat in Mumbai. (File pic) #MaharashtraAssemblyPolls https://t.co/gZJXUnmYnT pic.twitter.com/tIhgodOGMj

— ANI (@ANI) September 29, 2019

संबंधितपोस्ट

दिशा सालियान केस में फंसे आदित्य ठाकरे-सूरज पंचोली, बोले पिता-गैंगरेप कर बेटी को मार डाला; शिकायत में उद्धव ठाकरे का भी नाम

देवेंद्र फडणवीस के साथ पटरी पर महाराष्ट्र की राजनीति

समंदर वापस लौट आया: फडणवीस फिर बनेंगे महाराष्ट्र के CM; ऐसा रहा उनका सबसे युवा मेयर से CM तक का सफर

और लोड करें

हालांकि यह कोई त्वरित निर्णय नहीं है। इसका संकेत रविवार को ही मिल गया था। जब मुंबई में पार्टी कार्यकर्ताओं के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने बताया कि उन्होंने बालासाहेब ठाकरे को जुबान दी थी कि एक दिन आएगा जब शिवसेना का मुख्यमंत्री होगा। उद्धव के इस बयान के अगले ही दिन शिवसेना ने उम्मीदवारों की जो सूची जारी की उसमें वर्ली सीट से आदित्य ठाकरे का नाम घोषित कर दिया गया। इससे स्पष्ट होता है कि शिवसेना न सिर्फ भाजपा के साथ गठबंधन में फ्रंट फुट पर खेलना चाहती है, बल्कि वह अपने परिवार के नए चेहरे को आगे रखकर राजनीतिक सफर को आगे बढ़ाना चाहती है।

इस निर्णय से महाराष्ट्र की राजनीति में भी एक अहम परिवर्तन होने वाला है, और वो यह कि कभी राजनीति में प्रतिनिधित्व न करने की ठाकरे परिवार की परंपरा भी इस निर्णय के साथ समाप्त हो जाएगी। ऐसा पहली बार होगा कि जिस पार्टी के संस्थापक ने बिना चुनाव लड़े पूरे महाराष्ट्र पर एकछत्र राज किया, अब उसी का वंशज लोकतान्त्रिक तरीके से अपना कद बढ़ाने के लिए चुनावी दंगल में उतरेगा।

परंतु ठाकरे परिवार ने ऐसा निर्णय क्यों लिया? बाल ठाकरे का तो मानना था कि जनता की सेवा सर्वोपरि है, उसके बाद राजनीति आती है। ऐसे में राजनीति में सक्रिय होने का अर्थ होता बाला साहेब के विचारों को ताक पर रखकर केवल सत्ता के लिए काम करना, जिसे जीते जी उन्होंने कभी नहीं स्वीकार किया। यही बात उनके कई भाषणों में साफ झलकती थी।

1966 में जब विजयदशमी के अवसर पर शिव सेना की आधिकारिक रूप से स्थापना हुई थी, तब एक विशाल रैली में बालासाहेब ने कहा था, “राजनीति मेरे लिए चर्म रोग के समान है और शिवसेना की गतिविधियों में 20 प्रतिशत राजनीति और 80 प्रतिशत समाजसेवा होगी”। इसी कारण बाल ठाकरे और उद्धव ठाकरे ने कभी भी अपने राजनीतिक करियर में कोई चुनाव नहीं लड़ा, और न ही उन्होंने कोई राजनीतिक पद ग्रहण किया। इसीलिए वर्षों से ठाकरे परिवार की छवि समाज में काफी साफ़ रही है और उन्हें जनता का अपार प्रेम भी मिला है। अपने इन्हीं आदर्शों पर चलते हुये बाल ठाकरे ने कई उम्मीदवारों को कई राजनीतिक पदों पर बिठाया, ताकि वे बिना किसी अवरोध के अपने उद्देश्य को पूरा कर सकें।

शीर्ष पद पर कोई भी विराजमान हो, परंतु असली ताकत तो ठाकरे परिवार, विशेषकर बालासाहेब ठाकरे के हाथ में होती थी। बिना एक चुनाव लड़े ठाकरे परिवार ने समूचे महाराष्ट्र में अपना प्रभुत्व स्थापित किया था।

इसका प्रारम्भ हुआ था 1995 में, जब भारी जन समर्थन के साथ शिवसेना और भाजपा की गठबंधन सरकार ने महाराष्ट्र में सरकार बनाई थी। तब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के तौर पर बालासाहेब ठाकरे के विश्वासपात्र और शिवसेना के वरिष्ठ नेता मनोहर गजानन जोशी ने मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी। मनोहर जोशी के चार वर्ष के कार्यकाल से ही साफ पता चलता है कि ठाकरे परिवार का ‘रिमोट कंट्रोल’ किस प्रकार से चलता था।

आउटलुक और द हिन्दू समेत कई मीडिया रिपोर्ट्स ने तो यहां तक खबर छापी थी कि सीएम के पद पर मनोहर जोशी बैठे हैं, और सत्ता को कोई और [ठाकरे परिवार] नियंत्रित करता है। 1999 में द हिन्दू के मैगज़ीन फ्रंटलाइन के अनुसार मनोहर जोशी केवल चेहरा थे, असली सत्ता तो ठाकरे परिवार के हाथ में थी। यही नहीं, ये भी कहा जाता है कि मनोहर जोशी को इसलिए भी हटाया गया था, क्योंकि वे राज ठाकरे और स्मिता ठाकरे के चहेते माने जाने वाले नारायण राणे की राह में रोड़ा प्रतीत हो रहे थे।

इस रिमोट कंट्रोल शासन की स्थिति ऐसी थी कि राज्य में सुशासन के लिए अगर कोई भी कदम उठाया जाता था तो पूरा श्रेय बालासाहेब को जाता था। परंतु यदि राज्य में स्थिति सत्ताधारी पार्टी के खिलाफ होती थी तो उसका दायित्व सत्ता में आसीन शीर्ष नेताओं, मुख्य रूप से मनोहर जोशी को लेना होता था।

इसी कारण राज्य में जहां एक ओर एनडीए सरकार सुशासन के लिए प्रयासरत थी, तो वहीं अस्थिरता और उठापटक में भी कोई कमी नहीं थी, जिसके लिए प्रत्यक्ष रूप से ठाकरे परिवार को दोषी नहीं ठहराया जा सकता था। राज्य में कोई भी उठापटक हो, भ्रष्टाचार हो, इसका दायित्व सीएम की कुर्सी पर बैठे नेता को लेना होता था। इसी कारण 1999 में मनोहर जोशी को सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा और नारायण राणे ने उनकी जगह ली थी।

परंतु वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य में अब इस परंपरा में बदलाव लेना का दायित्व ठाकरे परिवार ने लिया है। अब आदित्य ठाकरे चुनावी मैदान में उतरने के लिए अपनी कमर कस रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने महाराष्ट्र के सीएम की कुर्सी पर बैठने के संकेत भी दे चुके हैं। उन्होने इंडिया टुडे से बातचीत के दौरान इस बात के भी संकेत दिया था कि वे केवल चुनाव जीतने के लिए ही नहीं, बल्कि सत्ता में उच्चतम पद प्राप्त करने के लिए भी इस बार चुनावी मैदान में उतरेंगे। अब आदित्य ठाकरे चुनाव जीतेंगे या नहीं ये तो भविष्य के गर्भ में है, परंतु एक बात तो तय है कि अब से महाराष्ट्र में किसी भी प्रकार की राजनीतिक उठापटक के लिए ठाकरे परिवार की जवाबदेही होगी।

Tags: उद्धव ठाकरेबाल ठाकरेमहाराष्ट्र चुनावशिवसेना
शेयर17ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

बिना एक गोली चलाये कैसे भारत मलेशिया को घुटने टेकने पर विवश कर सकता है

अगली पोस्ट

जनरल रावत का पाकिस्तान को दो टूक संदेश- आवश्यकता पड़ी तो एक बार फिर LOC पार करेंगे

संबंधित पोस्ट

शशि थरूर का क्रिप्टिक पोस्ट
चर्चित

कांग्रेस छोड़ रहे हैं शशि थरूर!: क्रिप्टिक X पोस्ट ने अटकलों को दी हवा

25 June 2025

कांग्रेस नेता शशि थरूर अब पार्टी छोड़ेंगे, तब पार्टी छोड़ेंगे और कब पार्टी छोड़ेंगे ऐसी अटकलें और ऐसे सवाल पिछले कुछ वक्त से हवा में...

25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति
इतिहास

25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति

25 June 2025

25 जून एक ऐसी तिथि है जिसे देश शायद ही कभी भूल पाये। 25 जून 1975 की मध्य रात्रि इंदिरा गाँधी ने देश को आपातकाल...

आपातकाल की क्रूरता
इतिहास

आपातकाल की क्रूरता: कांग्रेस के दमनकारी शासन की पोल खोलेगा इंदिरा गांधी सेंटर

25 June 2025

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (IGNCA), जिसका नाम उस नेता के नाम पर रखा गया है जिन्होंने 1975 में लोकतंत्र को कमजोर किया था, अब...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

1975 emergency: India's 21 month dictatorship.

1975 emergency: India's 21 month dictatorship.

00:10:29

poverty crushed! Modi delivers india's biggest upliftment ever.

00:06:19

Right time for release? Sardar ji 3 drops amid tragedy

00:05:33

India' s oil and ethanol market at risk? Rural industries dear US flood

00:04:14

Amarnath yatra 2025 explained: history, logistics and security

00:06:47
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited