TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    अतुल लिमये संघ के सह सरकार्यवाह हैं

    अरुण कुमार की जगह सह सरकार्यवाह अतुल लिमये संभालेंगे संघ-भाजपा के बीच समन्वय की कमान, संगठन में बदलाव से पहले मिली भाजपा-संघ संबंधों को साधने की बड़ी जिम्मेदारी

    सरदार पटेल: लौहपुरुष जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सबकुछ कुर्बान कर दिया

    सरदार पटेल: लौहपुरुष जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सबकुछ कुर्बान कर दिया

    तेजस्वी का प्रण बनाम एनडीए का संकल्प: बिहार में ‘वोटर मोहिनी’ का खेल और जीत का गणित

    तेजस्वी का प्रण बनाम एनडीए का संकल्प: बिहार में ‘वोटर मोहिनी’ का खेल और जीत का गणित

    बसादगी की सरकार, शीशे के महल में बंद: दिल्ली से चंडीगढ़ तक केजरीवाल की चमचमाती सादगी की कहानी

    सादगी की सरकार, शीशे के महल में बंद: दिल्ली से चंडीगढ़ तक केजरीवाल की चमचमाती सादगी की कहानी

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    The Power of Reading in Building Economic Awareness

    The Power of Reading in Building Economic Awareness

    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशियाकी नई शक्ति-संतुलन रेखा

    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशिया की नई शक्ति-संतुलन रेखा

    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए आखिर क्यों हो रहा ऐसा

    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए क्या होंगे इसके असर

    बिहार में 12 रैलियों से हुंकार भरेंगे पीएम मोदी: राष्ट्रनिर्माण की पुकार बन जाएगा चुनावी अभियान

    आर्थिक शक्ति, राष्ट्रीय अस्मिता और आत्मनिर्भर भारत: पीएम मोदी के भाषण का राष्ट्रवादी अर्थ

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    भारत ने मारा चाबहार-बड़गाम कॉम्बो शॉट! अमेरिका, ईरान, अफगानिस्तान सब साथ, पाकिस्तान की चौधराहट हुई ध्वस्त

    भारत ने मारा चाबहार-बड़गाम कॉम्बो शॉट! अमेरिका, ईरान, अफगानिस्तान सब साथ, पाकिस्तान की चौधराहट हुई ध्वस्त

    श्रीनगर एयरस्ट्रिप की ‘कड़कड़ाती रात’: जब RSS के स्वयंसेवकों ने उठाई बंदूक, बर्फ हटा कर भारतीय सेना को कराया लैंड

    श्रीनगर एयरस्ट्रिप की ‘कड़कड़ाती रात’: जब RSS के स्वयंसेवकों ने उठाई बंदूक, बर्फ हटा कर भारतीय सेना को कराया लैंड

    पीएम मोदी की हत्या की साजिश: ढाका की रहस्यमयी घटनाओं से ASEAN तक फैली साजिश का खुलासा

    पीएम मोदी की हत्या की साजिश: ढाका की रहस्यमयी घटनाओं से ASEAN तक फैली साजिश का खुलासा

    12 दिनों तक सूखती रहेगी मुनीर की हलक: जब पाकिस्तान की सरहदों पर गरजेगा भारत का ‘त्रिशूल’

    12 दिनों तक सूखती रहेगी मुनीर की हलक: जब पाकिस्तान की सरहदों पर गरजेगा भारत का ‘त्रिशूल’

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    क्या नेताजी सचमुच 1945 में मारे गए थे? मुथुरामलिंगा थेवर और गुमनामी बाबा ने खोला रहस्य

    क्या नेताजी का निधन सचमुच 1945 विमान हादसे में हुआ था? मुथुरामलिंगा थेवर और गुमनामी बाबा ने खोला रहस्य

    भारत ने मारा चाबहार-बड़गाम कॉम्बो शॉट! अमेरिका, ईरान, अफगानिस्तान सब साथ, पाकिस्तान की चौधराहट हुई ध्वस्त

    भारत ने मारा चाबहार-बड़गाम कॉम्बो शॉट! अमेरिका, ईरान, अफगानिस्तान सब साथ, पाकिस्तान की चौधराहट हुई ध्वस्त

    हिंदू महिलाओं के खिलाफ जिहाद, मसूद अजहर का नया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और भारत की वैचारिक प्रतिघोषणा

    हिंदू महिलाओं के खिलाफ जिहाद, मसूद अजहर का नया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और भारत की वैचारिक प्रतिघोषणा

    इस्तांबुल में पाकिस्तान की कूटनीतिक हार: जब झूठ, दोहरापन और ‘ब्लेम इंडिया’ की नीति ने उसे दुनिया के सामने नंगा कर दिया

    इस्तांबुल में पाकिस्तान की कूटनीतिक हार: जब झूठ, दोहरापन और ‘ब्लेम इंडिया’ की नीति ने उसे दुनिया के सामने नंगा कर दिया

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    नगीना मस्जिद हमला

    जब सरदार पटेल पर मुस्लिम भीड़ ने किया था जानलेवा हमला:  घटना तो दूर 86 वर्षों तक हमलावरों के नाम भी सामने क्यों नहीं आने दिए गए ?

    सरदार पटेल: लौहपुरुष जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सबकुछ कुर्बान कर दिया

    सरदार पटेल: लौहपुरुष जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सबकुछ कुर्बान कर दिया

    क्या नेताजी सचमुच 1945 में मारे गए थे? मुथुरामलिंगा थेवर और गुमनामी बाबा ने खोला रहस्य

    क्या नेताजी का निधन सचमुच 1945 विमान हादसे में हुआ था? मुथुरामलिंगा थेवर और गुमनामी बाबा ने खोला रहस्य

    हिंदू महिलाओं के खिलाफ जिहाद, मसूद अजहर का नया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और भारत की वैचारिक प्रतिघोषणा

    हिंदू महिलाओं के खिलाफ जिहाद, मसूद अजहर का नया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और भारत की वैचारिक प्रतिघोषणा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    अतुल लिमये संघ के सह सरकार्यवाह हैं

    अरुण कुमार की जगह सह सरकार्यवाह अतुल लिमये संभालेंगे संघ-भाजपा के बीच समन्वय की कमान, संगठन में बदलाव से पहले मिली भाजपा-संघ संबंधों को साधने की बड़ी जिम्मेदारी

    सरदार पटेल: लौहपुरुष जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सबकुछ कुर्बान कर दिया

    सरदार पटेल: लौहपुरुष जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सबकुछ कुर्बान कर दिया

    तेजस्वी का प्रण बनाम एनडीए का संकल्प: बिहार में ‘वोटर मोहिनी’ का खेल और जीत का गणित

    तेजस्वी का प्रण बनाम एनडीए का संकल्प: बिहार में ‘वोटर मोहिनी’ का खेल और जीत का गणित

    बसादगी की सरकार, शीशे के महल में बंद: दिल्ली से चंडीगढ़ तक केजरीवाल की चमचमाती सादगी की कहानी

    सादगी की सरकार, शीशे के महल में बंद: दिल्ली से चंडीगढ़ तक केजरीवाल की चमचमाती सादगी की कहानी

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    The Power of Reading in Building Economic Awareness

    The Power of Reading in Building Economic Awareness

    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशियाकी नई शक्ति-संतुलन रेखा

    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशिया की नई शक्ति-संतुलन रेखा

    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए आखिर क्यों हो रहा ऐसा

    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए क्या होंगे इसके असर

    बिहार में 12 रैलियों से हुंकार भरेंगे पीएम मोदी: राष्ट्रनिर्माण की पुकार बन जाएगा चुनावी अभियान

    आर्थिक शक्ति, राष्ट्रीय अस्मिता और आत्मनिर्भर भारत: पीएम मोदी के भाषण का राष्ट्रवादी अर्थ

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    भारत ने मारा चाबहार-बड़गाम कॉम्बो शॉट! अमेरिका, ईरान, अफगानिस्तान सब साथ, पाकिस्तान की चौधराहट हुई ध्वस्त

    भारत ने मारा चाबहार-बड़गाम कॉम्बो शॉट! अमेरिका, ईरान, अफगानिस्तान सब साथ, पाकिस्तान की चौधराहट हुई ध्वस्त

    श्रीनगर एयरस्ट्रिप की ‘कड़कड़ाती रात’: जब RSS के स्वयंसेवकों ने उठाई बंदूक, बर्फ हटा कर भारतीय सेना को कराया लैंड

    श्रीनगर एयरस्ट्रिप की ‘कड़कड़ाती रात’: जब RSS के स्वयंसेवकों ने उठाई बंदूक, बर्फ हटा कर भारतीय सेना को कराया लैंड

    पीएम मोदी की हत्या की साजिश: ढाका की रहस्यमयी घटनाओं से ASEAN तक फैली साजिश का खुलासा

    पीएम मोदी की हत्या की साजिश: ढाका की रहस्यमयी घटनाओं से ASEAN तक फैली साजिश का खुलासा

    12 दिनों तक सूखती रहेगी मुनीर की हलक: जब पाकिस्तान की सरहदों पर गरजेगा भारत का ‘त्रिशूल’

    12 दिनों तक सूखती रहेगी मुनीर की हलक: जब पाकिस्तान की सरहदों पर गरजेगा भारत का ‘त्रिशूल’

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    क्या नेताजी सचमुच 1945 में मारे गए थे? मुथुरामलिंगा थेवर और गुमनामी बाबा ने खोला रहस्य

    क्या नेताजी का निधन सचमुच 1945 विमान हादसे में हुआ था? मुथुरामलिंगा थेवर और गुमनामी बाबा ने खोला रहस्य

    भारत ने मारा चाबहार-बड़गाम कॉम्बो शॉट! अमेरिका, ईरान, अफगानिस्तान सब साथ, पाकिस्तान की चौधराहट हुई ध्वस्त

    भारत ने मारा चाबहार-बड़गाम कॉम्बो शॉट! अमेरिका, ईरान, अफगानिस्तान सब साथ, पाकिस्तान की चौधराहट हुई ध्वस्त

    हिंदू महिलाओं के खिलाफ जिहाद, मसूद अजहर का नया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और भारत की वैचारिक प्रतिघोषणा

    हिंदू महिलाओं के खिलाफ जिहाद, मसूद अजहर का नया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और भारत की वैचारिक प्रतिघोषणा

    इस्तांबुल में पाकिस्तान की कूटनीतिक हार: जब झूठ, दोहरापन और ‘ब्लेम इंडिया’ की नीति ने उसे दुनिया के सामने नंगा कर दिया

    इस्तांबुल में पाकिस्तान की कूटनीतिक हार: जब झूठ, दोहरापन और ‘ब्लेम इंडिया’ की नीति ने उसे दुनिया के सामने नंगा कर दिया

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    नगीना मस्जिद हमला

    जब सरदार पटेल पर मुस्लिम भीड़ ने किया था जानलेवा हमला:  घटना तो दूर 86 वर्षों तक हमलावरों के नाम भी सामने क्यों नहीं आने दिए गए ?

    सरदार पटेल: लौहपुरुष जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सबकुछ कुर्बान कर दिया

    सरदार पटेल: लौहपुरुष जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सबकुछ कुर्बान कर दिया

    क्या नेताजी सचमुच 1945 में मारे गए थे? मुथुरामलिंगा थेवर और गुमनामी बाबा ने खोला रहस्य

    क्या नेताजी का निधन सचमुच 1945 विमान हादसे में हुआ था? मुथुरामलिंगा थेवर और गुमनामी बाबा ने खोला रहस्य

    हिंदू महिलाओं के खिलाफ जिहाद, मसूद अजहर का नया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और भारत की वैचारिक प्रतिघोषणा

    हिंदू महिलाओं के खिलाफ जिहाद, मसूद अजहर का नया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और भारत की वैचारिक प्रतिघोषणा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

‘जब वी मेट’ से लेकर ‘लव आजकल-2’ तक, जाने कैसे इम्तियाज अली ने खुद से ही खुद की कब्र खोद डाली

“चिट्ठी न कोई सन्देस, जाने वो कौन सा देस, जहां तुम चले गए”

Animesh Pandey द्वारा Animesh Pandey
17 February 2020
in चलचित्र
इम्तियाज अली, लव आजकल 2,
Share on FacebookShare on X

कभी जिस निर्देशक ने अपने अनोखे फिल्म मेकिंग शैली से पूरे देश को अपना दीवाना बना लिया था, कभी जिस व्यक्ति ने बॉलीवुड सिनेमा में उम्मीद की एक लौ जलायी, आज वो उसी दलदल में फंस चुका है, जिससे वो भारतीय सिनेमा, विशेषकर बॉलीवुड को दूर रखना चाहता था। यह कहानी है उसी इम्तियाज़ अली की, जिसने कभी ‘जब वी मेट’ जैसी फिल्में बनाई, और अब ‘लव आज कल 2’ जैसी फिल्मों से अपनी कब्र खुद ही खोद रहे हैं।

16 जून 1971 को पटना में जन्मे इम्तियाज़ अली शुरू से ही काफी प्रतिभावान युवक थे। हिन्दू कॉलेज में ड्रामाटिक्स सोसाइटी शुरू करने वाले इम्तियाज़ अली ने अपने करियर की शुरुआत टीवी सीरियल्स से की, जहां उन्होंने ‘इम्तिहान’, ‘नैना’ और ‘कुरुक्षेत्र’ जैसे सीरियल्स का निर्देशन किया। इसके साथ-साथ उन्होंने ज़ी टीवी पर प्रसारित होने वाले चर्चित anthology शो ‘रिश्ते’ के लिए कुछ पटकथाएं लिखी और निर्देशित भी की।

संबंधितपोस्ट

कोई सामग्री उपलब्ध नहीं है
और लोड करें

टीवी पर सफलता का स्वाद चखने के कुछ वर्षों बाद इम्तियाज़ अली ने फिल्मों की ओर रुख किया। परंतु उनकी पहली फिल्म ‘सोचा न था’ दर्शकों को पसंद नहीं आयी, और 2006 में रिलीज़ हुई यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप सिद्ध हुई। परंतु अगले ही वर्ष इम्तियाज़ अली लेकर आए ‘जब वी मेट’, जिसमें शाहिद कपूर और करीना कपूर खान मुख्य भूमिका में थे। रिलेशनशिप पर इस अनोखे टेक को दर्शकों ने जमकर सराहा और इस फिल्म ने कई पुरस्कार जीते। इतना ही नहीं, इस फिल्म से प्रेरित होकर हॉलीवुड में एक मूवी भी बनी, जिसका नाम था ‘लीप ईयर’।

इसके बाद तो इम्तियाज़ अली ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। एक के बाद एक वे सफल फिल्मों की झड़ी लगाते गए। 2009 में उनकी फिल्म आई लव आज कल, जिसमें प्रेम के बदलते मायनों पर प्रकाश डाला गया था। यह फिल्म युवा वर्ग को बेहद पसंद आई थी, और उससे भी ज़्यादा बढ़िया बात थी दोनों समय का अद्भुत संगम, जो बहुत कम ही हिन्दी फिल्मों ने सिद्ध किया है। जब वी मेट की भांति यह फिल्म भी काफी सफल रही थी, और लीड जोड़ी सैफ अली खान और दीपिका पादुकोण को उनके अभिनय के लिए काफी सराहा गया था।

फिर आया वर्ष 2011, और इम्तियाज़ अली लेकर आए फिल्म ‘रॉकस्टार’। एक संगीतज्ञ के ‘रॉकस्टार’ बनने के सफर, और किस प्रकार से सफलता के साथ उसके व्यक्तित्व में बदलाव आता है, ‘रॉकस्टार’ उसी का सार है। फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर ज़बरदस्त सफलता के साथ-साथ कई पुरस्कार बटोरे, और स्वयं इम्तियाज़ अली को फिल्मफेयर में सर्वश्रेष्ठ कथा और सर्वश्रेष्ठ निर्देशन के लिए नामांकित किया गया। रणबीर कपूर को इसी फिल्म के लिए फिल्मफेयर के सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के पुरस्कार से भी नवाजा गया।

इम्तियाज़ अली अब भारत के उत्कृष्ट फिल्ममेकरों में गिने जाने लगे। उनकी अगली फिल्म ‘हाइवे’ भले ही स्टॉकहोम सिंड्रोम का महिमामंडन करने के लिए विवादों के घेरे में आई, परंतु इसने बाल यौन शोषण जैसे संवेदनशील मुद्दे पर भी थोड़ा प्रकाश डाला था। आलिया भट्ट की एक्टिंग और फिल्म की दमदार कथा के कारण इस फिल्म को भी ‘रॉकस्टार’ जितनी प्रशंसा और सफलता मिली। आलिया भट्ट को इस फिल्म के लिए फिल्मफेयर की सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री [क्रिटिक्स] का पुरस्कार दिया गया था।

परंतु शायद इम्तियाज़ अली इस सफलता को पचा नहीं पाये, और धीरे-धीरे वे गर्त में जाने लगे। इसके लक्षण शायद दर्शकों को ‘तमाशा’ में ही दिख जाने चाहिए थे, जब कुछ जगह पटकथा मार्मिक और कथ्यपरक कम, अधकचरी ज़्यादा लग रही थी। परंतु पूरी फिल्म से एक दमदार संदेश जाने के कारण इन गलतियों पर मानो पर्दा पड़ गया और इम्तियाज़ अली के खाते में एक और सफल फिल्म आई।

अब एक कलाकार के कई पहलू हैं, जिसमें से एक होती है विचारधारा। हमारे देश में कलाकारों की एक निश्चित विचारधारा होती है, जिसमें या तो वे विशुद्ध वामपंथी होते हैं, या फिर विशुद्ध दक्षिणपंथी। परंतु जब आपकी विचारधारा आपके काम पर हावी होने लगे, तो समझ जाइए कि कहीं न कहीं आप में कुछ तो कमी है। दुर्भाग्यवश ये बात इम्तियाज़ अली को बिल्कुल समझ में नहीं आई, और वे उसी राह पर चल पड़े, जिस पर चलकर अनुराग कश्यप और ज़ोया अख्तर जैसे लोग आज कई सिनेमा प्रेमियों के लिए उपहास के पात्र बने हुए हैं।

2017 में इम्तियाज़ अली की फिल्म आई ‘जब हैरी मेट सेजल’। शाहरुख खान और अनुष्का शर्मा अभिनीत यह फिल्म कथित तौर पर ‘जब वी मेट’ और ‘हाइवे’ जैसी फिल्मों के परिपाटी को बढ़ावा देने वाली फिल्म बताई जा रही थी। परंतु फिल्म के रिलीज़ होने पर जनता ने illogical प्लॉट और उससे भी घटिया डाइलॉग देखकर एक सुर में कहा, ‘कुछ भी’।

लेकिन इम्तियाज़ अली ने इस फिल्म की असफलता से कोई सीख नहीं ली, और फिर उन्होंने प्रोड्यूस की ‘लैला मजनू’। इस फिल्म को इम्तियाज़ ने निर्देशित नहीं किया था, परंतु इस फिल्म में इम्तियाज़ अली की छाप साफ झलकती थी। आखिरकार, इस फिल्म की स्क्रिप्ट उन्होंने जो लिखी थी। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर औंधे मुंह गिरी और इसका घरेलू बॉक्स ऑफिस कलेक्शन 3 करोड़ भी नहीं पार कर पाया।

अब लव आज कल 2 ने सिद्ध कर दिया है कि कैसे इम्तियाज़ अली ने अपने हाथों से ही अपने फिल्म करियर की बलि चढ़ा दी है। जिस तरह से ये फिल्म दर्शकों को लुभाने में असफल रही है, उससे सिद्ध हो गया है कि या तो ये अपनी पहचान खो चुके हैं, या फिर ये फ़िल्मकार शुरू से ही औसत दर्जे के थे, बस इनका वास्तविक स्वरूप अभी सामने आया है। ये निस्संदेह काफी दुखदायी है कि एक फ़िल्मकार, जिसे पूरा देश उसकी प्रतिभा के लिए प्रशंसा के पुल बांधते नहीं थकता था, अब बेचारा एक अदद स्क्रिप्ट के लिए मारा मारा फिर रहा है।

आज ‘लव आज कल-2’ के फ्लॉप सिद्ध होने पर अनायास ही मुझे कुछ पंक्तियां याद आई, जो मुझे विश्वास है कि कई युवा प्रशंसकों के मन मस्तिष्क में भी इम्तियाज़ अली की दशा को लेकर गूँजती होगी।

“चिट्ठी न कोई सन्देस,

जाने वो कौन सा देस,

जहां तुम चले गए”।

Tags: इम्तियाज अलीलव आजकल 2
शेयर52ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

अब अगर बात होगी तो सिर्फ POK पर होगी, मध्यस्थता की तो सोचना भी मत, विदेश मंत्रालय का UN प्रमुख को जवाब

अगली पोस्ट

जामिया की Edited Video पर मातम मनाने वालों, नया वीडियो आने पर बोलती क्यों बंद है?

संबंधित पोस्ट

स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार
चलचित्र

स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

9 August 2025

स्मृति ईरानी एक बार फिर छोटे पर्दे पर नजर आ रही हैं, और इस बार चर्चा सिर्फ नॉस्टैल्जिया तक सीमित नहीं है। ‘क्योंकि सास भी...

“उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कौन देगा?”
चलचित्र

“उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कब मिलेगा?”

26 July 2025

सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को फिल्म "उदयपुर फाइल्स: कन्हैया लाल टेलर मर्डर" की रिलीज़ पर लगी रोक को बढ़ाने से इनकार कर दिया। इससे अब...

जमीयत ने अदालत का रुख किया, दिल्ली हाईकोर्ट ने रोक लगाई: क्या 'उदयपुर फाइलें' इतनी वास्तविक हैं कि उन्हें संभालना मुश्किल है?
चलचित्र

‘उदयपुर फाइल्स’ पर रोक को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंचा जमीयत; ‘सिर तन से जुदा’ हो पर खामोश रहे हिंदू?

8 July 2025

राजस्थान के उदयपुर जिले के बहुचर्चित कन्हैयालाल मर्डर केस पर बनी फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ (Udaipur Files) को लेकर शुरू हुआ विवाद अब थमने का नाम...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Will India Finally Know The Truth About Netaji’s Death?

Will India Finally Know The Truth About Netaji’s Death?

00:08:41

When Grief Met Greed: The Shocking Story of a Father & Bengaluru’s Bribe Chain

00:07:45

How ‘Grokipedia’ Seeks to Correct Perceived Ideological Biases in India-Related Wikipedia Articles”

00:08:17

When Animal Activism Crosses the Line: The Dangerous Side of "Pet Lovers

00:07:36

The Night Before Kashmir’s Fate Was Decided — The battle of Kashmir and Role of RSS |

00:07:40
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited