TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    बिहार विधानसभा चुनाव के लिए NDA ने ज़ोरदार तैयारी शुरू कर दी है

    बिहार विधानसभा चुनाव: ‘M’ फैक्टर के जवाब में NDA का ‘MMM’ फैक्टर

    मोदी सरकार के ये मंत्री सोमवार से शनिवार तक सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक भाजपा मुख्यालय में मौजूद रहेंगे

    अब बीजेपी मुख्यालय में भी तैनात होंगे मोदी सरकार के मंत्री, सप्ताह में 6 दिन देंगे हाजिरी

    मोबाइल फोन से वोटिंग

    बिहार बनेगा मोबाइल फोन से वोटिंग की सुविधा देने वाला देश का पहला राज्य

    INDI ब्लॉक के इस दल ने की मुस्लिमों के लिए 10% विधानसभा सीटें आरक्षित करने की मांग

    INDI ब्लॉक के इस दल ने की मुस्लिमों के लिए 10% विधानसभा सीटें आरक्षित करने की मांग

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    हरियाणा में 1.18 लाख कर्मचारियों की सैलरी में 5% की बढ़ोतरी, आदेश जारी

    हरियाणा में 1.18 लाख कर्मचारियों की सैलरी में 5% की बढ़ोतरी, आदेश जारी

    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत

    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत, कैसे घुटनों पर आया बांग्लादेश

    मारन भाइयों की कहानी

    तमिलनाडु की राजनीति और मीडिया के ‘पावर प्लेयर्स’: मारन बंधुओं के संघर्ष और विवाद की पूरी कहानी

    बोईंग शेयर क्रैश

    प्लेन क्रैश के बाद धड़ाम हुए बोइंग के शेयर, प्री-मार्केट में 8% की गिरावट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    अंतरिक्ष रक्षा

    भारत के साथ संघर्ष के दौरान पाकिस्तान को चीनी उपग्रह से मिली खुफिया जानकारी

    रूस और भारत

    विनिर्माण, मुद्रा और नवाचार: आत्मनिर्भर भारत के तीन स्तंभ

    ऑपरेशन सिंदूर

    ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाक पर हमला करने वाली थी नौसेना: रिपोर्ट

    कॉम्पैक्ट सीक्यूबी कार्बाइन

    सीमित जगहों की जंग में अब बढ़ेगी सेना की मारक क्षमता, जल्द मिलेगी नई CQB कार्बाइन

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    काश पटेल जल्द ही 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में चीनी हस्तक्षेप से जुड़े सबूत देंगे

    अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में चीन ने किया था हस्तक्षेप? US कांग्रेस को सबूत देगी FBI

    चीन ने भारत के खिलाफ चाल चल उसे आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ा दिया है

    फर्टिलाइजर को हथियार बना रहा चीन, खुल रही भारत की आत्मनिर्भरता की राह

    ‘पीएम मोदी का विरोध, हिंदुओं पर निशाना’: कौन हैं न्यूयॉर्क के मेयर बनने जा रहे ज़ोहरान ममदानी?

    ‘पीएम मोदी का विरोध, हिंदुओं पर निशाना’: कौन हैं न्यूयॉर्क के मेयर बनने जा रहे ज़ोहरान ममदानी?

    सैटेलाइट तस्वीरों में हमले से पहले परमाणु साइट्स के पास नज़र आए थे ट्रक (Photo-Medium)

    बेअसर रहा अमेरिकी हमला?: CNN की रिपोर्ट में दावा कहा- ईरान में नहीं नष्ट हुआ ऐनरिच यूरेनियम; ट्रंप ने दी प्रतिक्रिया

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    संविधान की प्रस्तावना में कैसे आए ‘समाजवादी’ और ‘पंथनिरपेक्ष’ शब्द?

    संविधान की प्रस्तावना में कैसे आए ‘समाजवादी’ और ‘पंथनिरपेक्ष’ शब्द?

    इस साल अमेरिका में 7,500 नए करोड़पति आएंगे (Photo- Canva)

    इस साल बड़ी संख्या में पलायन करेंगे करोड़पति, जानें कहां बना रहे हैं ठिकाना

    विदुषी संवाद

    विदुषी संवाद: धार्मिक और दार्शनिक विमर्शों में महिलाओं की भागीदारी

    डॉ हिमंत बिश्व शर्मा

    असम में घुसपैठियों के कब्जे से छुड़ाई जा रही सत्र भूमि क्या है?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शेफाली ज़रीवाला

    शेफाली ज़रीवाला का अचानक निधन: ग्लैमर की दुनिया में शोक की लहर

    मलयालम फिल्म उद्योग

    मलयालम फिल्म उद्योग में यौन उत्पीड़न के सभी 35 मामले समाप्त

    K-6 मिसाइल

    हिंद महासागर में भारत का नया ‘Game-Changer’: K-6 मिसाइल

    राजनाथ सिंह

    आतंकवाद पर नज़र बचा रहे थे पाक-चीन, SCO के संयुक्त बयान पर राजनाथ सिंह ने साइन से किया इनकार

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    बिहार विधानसभा चुनाव के लिए NDA ने ज़ोरदार तैयारी शुरू कर दी है

    बिहार विधानसभा चुनाव: ‘M’ फैक्टर के जवाब में NDA का ‘MMM’ फैक्टर

    मोदी सरकार के ये मंत्री सोमवार से शनिवार तक सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक भाजपा मुख्यालय में मौजूद रहेंगे

    अब बीजेपी मुख्यालय में भी तैनात होंगे मोदी सरकार के मंत्री, सप्ताह में 6 दिन देंगे हाजिरी

    मोबाइल फोन से वोटिंग

    बिहार बनेगा मोबाइल फोन से वोटिंग की सुविधा देने वाला देश का पहला राज्य

    INDI ब्लॉक के इस दल ने की मुस्लिमों के लिए 10% विधानसभा सीटें आरक्षित करने की मांग

    INDI ब्लॉक के इस दल ने की मुस्लिमों के लिए 10% विधानसभा सीटें आरक्षित करने की मांग

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    हरियाणा में 1.18 लाख कर्मचारियों की सैलरी में 5% की बढ़ोतरी, आदेश जारी

    हरियाणा में 1.18 लाख कर्मचारियों की सैलरी में 5% की बढ़ोतरी, आदेश जारी

    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत

    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत, कैसे घुटनों पर आया बांग्लादेश

    मारन भाइयों की कहानी

    तमिलनाडु की राजनीति और मीडिया के ‘पावर प्लेयर्स’: मारन बंधुओं के संघर्ष और विवाद की पूरी कहानी

    बोईंग शेयर क्रैश

    प्लेन क्रैश के बाद धड़ाम हुए बोइंग के शेयर, प्री-मार्केट में 8% की गिरावट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    अंतरिक्ष रक्षा

    भारत के साथ संघर्ष के दौरान पाकिस्तान को चीनी उपग्रह से मिली खुफिया जानकारी

    रूस और भारत

    विनिर्माण, मुद्रा और नवाचार: आत्मनिर्भर भारत के तीन स्तंभ

    ऑपरेशन सिंदूर

    ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाक पर हमला करने वाली थी नौसेना: रिपोर्ट

    कॉम्पैक्ट सीक्यूबी कार्बाइन

    सीमित जगहों की जंग में अब बढ़ेगी सेना की मारक क्षमता, जल्द मिलेगी नई CQB कार्बाइन

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    काश पटेल जल्द ही 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में चीनी हस्तक्षेप से जुड़े सबूत देंगे

    अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में चीन ने किया था हस्तक्षेप? US कांग्रेस को सबूत देगी FBI

    चीन ने भारत के खिलाफ चाल चल उसे आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ा दिया है

    फर्टिलाइजर को हथियार बना रहा चीन, खुल रही भारत की आत्मनिर्भरता की राह

    ‘पीएम मोदी का विरोध, हिंदुओं पर निशाना’: कौन हैं न्यूयॉर्क के मेयर बनने जा रहे ज़ोहरान ममदानी?

    ‘पीएम मोदी का विरोध, हिंदुओं पर निशाना’: कौन हैं न्यूयॉर्क के मेयर बनने जा रहे ज़ोहरान ममदानी?

    सैटेलाइट तस्वीरों में हमले से पहले परमाणु साइट्स के पास नज़र आए थे ट्रक (Photo-Medium)

    बेअसर रहा अमेरिकी हमला?: CNN की रिपोर्ट में दावा कहा- ईरान में नहीं नष्ट हुआ ऐनरिच यूरेनियम; ट्रंप ने दी प्रतिक्रिया

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    संविधान की प्रस्तावना में कैसे आए ‘समाजवादी’ और ‘पंथनिरपेक्ष’ शब्द?

    संविधान की प्रस्तावना में कैसे आए ‘समाजवादी’ और ‘पंथनिरपेक्ष’ शब्द?

    इस साल अमेरिका में 7,500 नए करोड़पति आएंगे (Photo- Canva)

    इस साल बड़ी संख्या में पलायन करेंगे करोड़पति, जानें कहां बना रहे हैं ठिकाना

    विदुषी संवाद

    विदुषी संवाद: धार्मिक और दार्शनिक विमर्शों में महिलाओं की भागीदारी

    डॉ हिमंत बिश्व शर्मा

    असम में घुसपैठियों के कब्जे से छुड़ाई जा रही सत्र भूमि क्या है?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शेफाली ज़रीवाला

    शेफाली ज़रीवाला का अचानक निधन: ग्लैमर की दुनिया में शोक की लहर

    मलयालम फिल्म उद्योग

    मलयालम फिल्म उद्योग में यौन उत्पीड़न के सभी 35 मामले समाप्त

    K-6 मिसाइल

    हिंद महासागर में भारत का नया ‘Game-Changer’: K-6 मिसाइल

    राजनाथ सिंह

    आतंकवाद पर नज़र बचा रहे थे पाक-चीन, SCO के संयुक्त बयान पर राजनाथ सिंह ने साइन से किया इनकार

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

देश को पहली महिला CJI तभी मिलेगी जब हम कॉलेजियम सिस्टम को जड़ से खत्म कर देंगे

कॉलेजियम सिस्टम, इसमें बदलाव की नहीं, इसे हटाने की जरूरत है

Abhinav Kumar द्वारा Abhinav Kumar
21 April 2021
in मत
विरोध करने का अधिकार
Share on FacebookShare on X

अपने अस्तित्व के 70 साल बाद भी भारत के शीर्ष अदालत सुप्रीम कोर्ट में आज तक किसी एक महिला की नियुक्ति भारत के मुख्य न्यायाधीश पद पर नहीं हुई। अक्सर महिला अधिकारों की रक्षा पर विशेष टिप्पणी करने वाले सुप्रीम कोर्ट में मुख्य न्यायधीश तो दूर न्यायधीश के पद पर भी केवल आठ महिलाओं की ही नियुक्ति की गयी है।

आखिर क्या कारण है कि अन्य क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी पर जोर देने वाला सुप्रीम कोर्ट की अपनी जजों की मंडली में महिलाओं की ही भागीदारी कम है? क्या सुप्रीम कोर्ट की कोलेजियम व्यवस्था महिलाओं को न्यायिक क्षेत्र में पुरुषों के मुकाबले कमजोर समझती है जिसके कारण उनकी नियुक्ति नहीं होती? अगर नहीं तो क्या ऐसे में कोलेजियम व्यवस्था की प्रासंगिकता होनी चाहिए जो आधी आबादी को ही इस तरह से अंडरएस्टीमेट करता है? या फिर भाई भतीजावाद से लिपटे न्यायिक तंत्र के कारण उन्हें उनका हक नहीं मिलता?

संबंधितपोस्ट

बिहार विधानसभा चुनाव: ‘M’ फैक्टर के जवाब में NDA का ‘MMM’ फैक्टर

केरल हाईकोर्ट के जस्टिस ने मांगा सोशल मीडिया पर नियंत्रण कानून

अब बीजेपी मुख्यालय में भी तैनात होंगे मोदी सरकार के मंत्री, सप्ताह में 6 दिन देंगे हाजिरी

और लोड करें

आईए देखते हैं:

सुप्रीम कोर्ट की स्थापना के 40 वर्ष तक तो किसी महिला को सुप्रीम कोर्ट की न्यायधीश के लिए योग्य ही नहीं समझा गया। जस्टिस फातिमा बीवी पहली महिला SC जज थीं और उन्हें 1989 में नियुक्त किया गया था। उसके बाद भी आज तक केवल सात महिला न्यायाधीशों को सुप्रीम कोर्ट में नियुक्त किया गया है।

वहीँ सुप्रीम कोर्ट की कोलेजियम व्यवस्था में केवल दो महिला न्यायाधीशों – न्यायमर्ति रूमा पाल और न्यायमूर्ति आर बनुमथी – को ही स्थान मिला जो उच्च न्यायालयों में न्यायाधीशों की नियुक्ति के लिए जिम्मेदार निकाय है। आंकड़ों के हिसाब से उच्च न्यायालयों में भी महिला प्रतिनिधित्व न्यूनतम है।

भारत के 26 उच्च न्यायालयों में कुल 1,079 न्यायाधीशों में से केवल 82 महिला न्यायाधीश हैं। लॉ स्कूल में नामांकित महिलाओं की संख्या पुरुषों के बराबर है, लेकिन महिला वकीलों को ‘वरिष्ठ अधिवक्ता’ के रूप में नामित करने में भी आनाकानी की जाती है। शीर्ष अदालत में एक तरफ 403 पुरुष वरिष्ठ अधिवक्ता हैं तो वहीँ मात्र केवल 17 महिला ‘वरिष्ठ अधिवक्ता’ हैं।

भारत को आज तक एक महिला मुख्या न्यायधीश का न मिल पाने के पीछे निचली अदालतों में जजों की नियुक्ति और उसमे कोलेजियम व्यवस्था की भागीदारी समझनी होगी।

केवल शीर्ष तीन एससी न्यायाधीश शीर्ष अदालत के कॉलेजियम का हिस्सा होते हैं, जबकि उच्च न्यायालय में शीर्ष तीन वहाँ कॉलेजियम बनाते हैं। नियुक्ति की यह प्रणाली 1993 में लागू हुई। मौजूदा प्रथा के तहत, सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की नियुक्ति भारत के राष्ट्रपति द्वारा सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिश पर की जाती है, जिसकी अध्यक्षता भारत के मुख्य न्यायाधीश करते हैं और इसमें चार सबसे सीनियर जज शामिल होते हैं।

और पढ़ें- महाराष्ट्र, दिल्ली और UP- सब जगह ऑक्सीज़न की कमी थी, उद्धव-केजरीवाल रोने लगे, योगी सिस्टम ठीक करने कूद पड़े

देश में उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों और वकीलों की कोई कमी नहीं है। कई शानदार महिला वकील और न्यायाधीश हैं, जिन्हें अगर जल्द शीर्ष अदालत में नियुक्त किया जाता है, तो वे वरिष्ठता नियम के अनुसार कुछ वर्षों के बाद भारत के मुख्य न्यायाधीश बन सकती हैं। परन्तु यही कोलेजियम व्यवस्था अपना काम कर देती है और या तो महिला जजों को अन्य हाई कोर्ट में ट्रान्सफर कर उन्हें उन्हें seniority circle  से दूर कर दिया जाता है। अगर किसी महिला जज की नियुक्ति सुप्रीम कोर्ट में हो भी जाती है तो वे वरिष्ठता नियम में पीछे रह जाती हैं और टॉप 4 न्यायधीशों में शामिल होने से पहले ही रिटायर हो जाती हैं।

और पढ़ें- महाराष्ट्र, दिल्ली और UP- सब जगह ऑक्सीज़न की कमी थी, उद्धव-केजरीवाल रोने लगे, योगी सिस्टम ठीक करने कूद पड़े

उदहारण के लिए सितंबर 2019 में, मद्रास उच्च न्यायालय की मुख्य न्यायाधीश विजया कमलेश ताहिलरमानी ने इसी तरह के मामले के कारण इस्तीफा दे दिया था। कोलेजियम ने उन्हें देश के सबसे वरिष्ठ उच्च न्यायालय के न्यायाधीश होने के बावजूद मेघालय जो कि देश के सबसे छोटे उच्च न्यायालयों में से एक है, वहां स्थानांतरित कर दिया था। तमिलनाडु भर के बार संघों के सदस्यों ने इस कदम के खिलाफ विरोध किया और “एक दिन के अदालती बहिष्कार” भी देखने को मिला था।

यह आगे भी देखा जा सकता है। आने वाले कुछ वर्षों में बंबई उच्च न्यायालय से कई नियुक्तियां सुप्रीम कोर्ट में होंगी। उनमें से न्यायमूर्ति बी वी नागरथना भी शामिल में। वह न्यायाधीशों की अखिल भारतीय वरिष्ठता सूची में 46 वें स्थान पर हैं और बंबई उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश दीपांकर दत्ता से वरिष्ठ हैं, जो शीर्ष अदालत में जाने के बाद 2030 में सेवानिवृत्त होंगे। अब यह देखना है कि बी वी नागरथना की नियुक्ति होती है या नहीं और अगर होती है तो कब।

यानी देखा जाये तो जब तक कोलेजियम रहेगा तब तक तो किसी महिला का मुख्य न्यायधीश पद पर जाना नामुमकिन ही लग रहा है। इसलिए अगर भारत में मुख्य न्यायधीश के पद पर किसी महिला हो देखना है तो इस कोलेजियम व्यवस्था से छुटकारा पाना होगा। यह न्यायपालिका में महिला सशक्तिकरण के कारण की ओर एक बहुत ही आवश्यक कदम साबित होगा।

ध्यान देने वाली बात यह है यदि वरिष्ठ महिला न्यायाधीश उपलब्ध नहीं हैं, तो उच्च न्यायालय के न्यायाधीश या सर्वोच्च न्यायालय के एक अधिवक्ता को भी सुप्रीम कोर्ट में जज के रूप नियुक्त किया जा सकता है। ऐसा कोई लिखित नियम नहीं हैं जो कॉलेजियम को यह करने से रोकते हैं। अंततः न्यायाधीशों का चुनाव कॉलेजियम के भीतर आम सहमति पर निर्भर करती है। यदि सभी कोलेजियम सदस्य यह निर्णय लेते हैं कि सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के लिए एक महिला न्यायाधीश के नाम की सिफारिश करने का समय है, तो वे ऐसा कर सकते हैं। जस्टिस इंदु मल्होत्रा बार से सीधे तौर पर elevate होने वाली पहली महिला हैं। परन्तु उनकी नियुक्ति भी काफी देर से हुई जिससे वह टॉप 4 में नहीं पहुँच पाई।

बता दें कि 2016 से पहले कोलेजियम में होने वाले विचार-विमर्श को कभी रिकॉर्ड नहीं किया जाता था। न्यायमूर्ति चेलमेश्वर ने कॉलेजियम के कुछ न्यायाधीशों के बीच trade-offs का भी आरोप लगाया, जो अपने किसी व्यक्ति को elevate करने लिए करते थे ।

NJAC पर अपने स्पष्ट असंतोषजनक फैसले में, न्यायमूर्ति चेलमेश्वर ने कोलेजियम व्यवस्था को उसके पिछले 26 वर्षों के आधार पर उसे “लोगों और इतिहास दोनों के लिए पूरी तरह से अपारदर्शी” बताया था। उनका कहना था कि कॉलेजियम सिस्टम में बिल्कुल जवाबदेही नहीं थी।”

फरवरी 2020 में, सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश और 2018-2019 के कॉलेजियम के सदस्य, अर्जन कुमार सीकरी ने कहा है कि उम्मीदवारों के बारे में “वैज्ञानिक अध्ययन” से अधिक बार, हम [कॉलेजियम] न्यायाधीशों को [उच्च न्यायालयों और उच्चतम न्यायालय में] नियुक्त करने में “अपनी धारणा” से फैसला लेते हैं।“

इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि आज न्यायिक प्रक्रिया में महिलाओं की भागीदारी कम क्यों है और आज तक देश को एक महिला मुख्यन्यायधीश क्यों नहीं मिली। अगर वास्तव में महिलाओं की भागीदारी बढ़ानी है तो सबसे पहले कोलेजियम सिस्टम के स्थान पर एक पारदर्शी सिस्टम की आवश्यकता है जो जजों में उम्मीदवारों के प्रति की धारणा पर नहीं बल्कि उनके टैलेंट के अनुसार प्रोमोशन दे।

इसका संविधान में वर्णन नहीं किया गया है। इस व्यवस्था में अस्पष्टता, पारदर्शिता की कमी के साथ ही भाई-भतीजावाद की संभावना भी व्यक्त की जाती रही है। इस सिस्टम के बदलने से न सिर्फ पारदर्शिता आएगी बल्कि एक महिला का CJI पद पर पहुंचना आसान हो जायेगा।

शेयर46ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

क्या कारण है कि जापान के उग्र स्वभाव के बावजूद चीन उसके खिलाफ कोई कदम उठाने की हिम्मत नहीं करता?

अगली पोस्ट

अगर भारतवासियों को Normalcy लानी है तो अगले 2 महीनों तक बेहद सावधानी बरतनी होगी

संबंधित पोस्ट

25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति
इतिहास

25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति

25 June 2025

25 जून एक ऐसी तिथि है जिसे देश शायद ही कभी भूल पाये। 25 जून 1975 की मध्य रात्रि इंदिरा गाँधी ने देश को आपातकाल...

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक ‘डॉ हेडगेवार’
भारत

आधुनिक भारत को जोड़ने वाले ‘योग पुरुष’ हैं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक ‘डॉ हेडगेवार’

22 June 2025

इस 21 जून को सम्पूर्ण विश्व ने ‘योग दिवस’ मनाया । योग दिवस ‘वसुंधरा परिवार हमारा’ इस ध्येय वाक्य को चरितार्थ करता है । सरल...

Baba Bageshwar Dham Dhirendra Shastri
मत

धीरेंद्र शास्त्री ने पहनी 65 हजार की जैकेट, हजारों का चश्मा; कहां गई सनातन की त्याग वाली सीख?

18 June 2025

मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को आमतौर पर बाबा बागेश्वर के नाम से जाना जाता है।...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

the ganga treaty is about to expire. What happens next?

the ganga treaty is about to expire. What happens next?

00:06:54

India's Rise: Defense and Diplomacy in 2047 Vision

00:22:51

1975 emergency: India's 21 month dictatorship.

00:10:29

poverty crushed! Modi delivers india's biggest upliftment ever.

00:06:19

Right time for release? Sardar ji 3 drops amid tragedy

00:05:33
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited