TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    यौन उत्पीड़न

    मोहम्मद फैज ने इलाज के लिए भर्ती 23 वर्षीय युवती का अस्पताल में किया रेप, इलाज के दौरान हुई मौत

    राजनाथ सिंह

    आतंकवाद पर नज़र बचा रहे थे पाक-चीन, SCO के संयुक्त बयान पर राजनाथ सिंह ने साइन से किया इनकार

    डीएमके

    मुरुगन सम्मेलन की सफलता से घबराई DMK!, फिर छेड़ा भाषा विवाद

    शशि थरूर का क्रिप्टिक पोस्ट

    कांग्रेस छोड़ रहे हैं शशि थरूर!: क्रिप्टिक X पोस्ट ने अटकलों को दी हवा

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत

    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत, कैसे घुटनों पर आया बांग्लादेश

    मारन भाइयों की कहानी

    तमिलनाडु की राजनीति और मीडिया के ‘पावर प्लेयर्स’: मारन बंधुओं के संघर्ष और विवाद की पूरी कहानी

    बोईंग शेयर क्रैश

    प्लेन क्रैश के बाद धड़ाम हुए बोइंग के शेयर, प्री-मार्केट में 8% की गिरावट

    GDP

    क्रिसिल का अनुमान: FY26 में फिर घटेंगी ब्याज दरें, भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.5% पर टिकी

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    कॉम्पैक्ट सीक्यूबी कार्बाइन

    सीमित जगहों की जंग में अब बढ़ेगी सेना की मारक क्षमता, जल्द मिलेगी नई CQB कार्बाइन

    1991 में हुआ सैन्य सूचना समझौता

    विश्वास के नाम पर खुली रणनीति: 1991 समझौता बना भारत की सुरक्षा में सेंध

    महिला सशक्तिकरण

    जम्मू में लड़कियों के लिए 15 दिवसीय आत्मरक्षा शिविर, घरेलू सामान से रक्षा की ट्रेनिंग पर ज़ोर

    ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट

    क्यों 4 दिनों से भारत में फंसा है ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    काश पटेल जल्द ही 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में चीनी हस्तक्षेप से जुड़े सबूत देंगे

    अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में चीन ने किया था हस्तक्षेप? US कांग्रेस को सबूत देगी FBI

    चीन ने भारत के खिलाफ चाल चल उसे आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ा दिया है

    फर्टिलाइजर को हथियार बना रहा चीन, खुल रही भारत की आत्मनिर्भरता की राह

    ‘पीएम मोदी का विरोध, हिंदुओं पर निशाना’: कौन हैं न्यूयॉर्क के मेयर बनने जा रहे ज़ोहरान ममदानी?

    ‘पीएम मोदी का विरोध, हिंदुओं पर निशाना’: कौन हैं न्यूयॉर्क के मेयर बनने जा रहे ज़ोहरान ममदानी?

    सैटेलाइट तस्वीरों में हमले से पहले परमाणु साइट्स के पास नज़र आए थे ट्रक (Photo-Medium)

    बेअसर रहा अमेरिकी हमला?: CNN की रिपोर्ट में दावा कहा- ईरान में नहीं नष्ट हुआ ऐनरिच यूरेनियम; ट्रंप ने दी प्रतिक्रिया

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    विदुषी संवाद

    विदुषी संवाद: धार्मिक और दार्शनिक विमर्शों में भागीदारी

    डॉ हिमंत बिश्व शर्मा

    असम में घुसपैठियों के कब्जे से छुड़ाई जा रही सत्र भूमि क्या है?

    25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति

    25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति

    आपातकाल की क्रूरता

    आपातकाल की क्रूरता: कांग्रेस के दमनकारी शासन की पोल खोलेगा इंदिरा गांधी सेंटर

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    K-6 मिसाइल

    हिंद महासागर में भारत का नया ‘Game-Changer’: K-6 मिसाइल

    राजनाथ सिंह

    आतंकवाद पर नज़र बचा रहे थे पाक-चीन, SCO के संयुक्त बयान पर राजनाथ सिंह ने साइन से किया इनकार

    A platform that combines gambling and sports betting for every player

    A platform that combines gambling and sports betting for every player

    दिलजीत दोसांझ

    दिलजीत दोसांझ की फिल्म में पाकिस्तानी अभिनेत्री- मीका और बी प्राक ने उठाए सवाल

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    यौन उत्पीड़न

    मोहम्मद फैज ने इलाज के लिए भर्ती 23 वर्षीय युवती का अस्पताल में किया रेप, इलाज के दौरान हुई मौत

    राजनाथ सिंह

    आतंकवाद पर नज़र बचा रहे थे पाक-चीन, SCO के संयुक्त बयान पर राजनाथ सिंह ने साइन से किया इनकार

    डीएमके

    मुरुगन सम्मेलन की सफलता से घबराई DMK!, फिर छेड़ा भाषा विवाद

    शशि थरूर का क्रिप्टिक पोस्ट

    कांग्रेस छोड़ रहे हैं शशि थरूर!: क्रिप्टिक X पोस्ट ने अटकलों को दी हवा

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत

    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत, कैसे घुटनों पर आया बांग्लादेश

    मारन भाइयों की कहानी

    तमिलनाडु की राजनीति और मीडिया के ‘पावर प्लेयर्स’: मारन बंधुओं के संघर्ष और विवाद की पूरी कहानी

    बोईंग शेयर क्रैश

    प्लेन क्रैश के बाद धड़ाम हुए बोइंग के शेयर, प्री-मार्केट में 8% की गिरावट

    GDP

    क्रिसिल का अनुमान: FY26 में फिर घटेंगी ब्याज दरें, भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.5% पर टिकी

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    कॉम्पैक्ट सीक्यूबी कार्बाइन

    सीमित जगहों की जंग में अब बढ़ेगी सेना की मारक क्षमता, जल्द मिलेगी नई CQB कार्बाइन

    1991 में हुआ सैन्य सूचना समझौता

    विश्वास के नाम पर खुली रणनीति: 1991 समझौता बना भारत की सुरक्षा में सेंध

    महिला सशक्तिकरण

    जम्मू में लड़कियों के लिए 15 दिवसीय आत्मरक्षा शिविर, घरेलू सामान से रक्षा की ट्रेनिंग पर ज़ोर

    ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट

    क्यों 4 दिनों से भारत में फंसा है ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    काश पटेल जल्द ही 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में चीनी हस्तक्षेप से जुड़े सबूत देंगे

    अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में चीन ने किया था हस्तक्षेप? US कांग्रेस को सबूत देगी FBI

    चीन ने भारत के खिलाफ चाल चल उसे आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ा दिया है

    फर्टिलाइजर को हथियार बना रहा चीन, खुल रही भारत की आत्मनिर्भरता की राह

    ‘पीएम मोदी का विरोध, हिंदुओं पर निशाना’: कौन हैं न्यूयॉर्क के मेयर बनने जा रहे ज़ोहरान ममदानी?

    ‘पीएम मोदी का विरोध, हिंदुओं पर निशाना’: कौन हैं न्यूयॉर्क के मेयर बनने जा रहे ज़ोहरान ममदानी?

    सैटेलाइट तस्वीरों में हमले से पहले परमाणु साइट्स के पास नज़र आए थे ट्रक (Photo-Medium)

    बेअसर रहा अमेरिकी हमला?: CNN की रिपोर्ट में दावा कहा- ईरान में नहीं नष्ट हुआ ऐनरिच यूरेनियम; ट्रंप ने दी प्रतिक्रिया

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    विदुषी संवाद

    विदुषी संवाद: धार्मिक और दार्शनिक विमर्शों में भागीदारी

    डॉ हिमंत बिश्व शर्मा

    असम में घुसपैठियों के कब्जे से छुड़ाई जा रही सत्र भूमि क्या है?

    25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति

    25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति

    आपातकाल की क्रूरता

    आपातकाल की क्रूरता: कांग्रेस के दमनकारी शासन की पोल खोलेगा इंदिरा गांधी सेंटर

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    K-6 मिसाइल

    हिंद महासागर में भारत का नया ‘Game-Changer’: K-6 मिसाइल

    राजनाथ सिंह

    आतंकवाद पर नज़र बचा रहे थे पाक-चीन, SCO के संयुक्त बयान पर राजनाथ सिंह ने साइन से किया इनकार

    A platform that combines gambling and sports betting for every player

    A platform that combines gambling and sports betting for every player

    दिलजीत दोसांझ

    दिलजीत दोसांझ की फिल्म में पाकिस्तानी अभिनेत्री- मीका और बी प्राक ने उठाए सवाल

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

विज्ञान के खिलाफ़ वामपंथियों का युद्ध

Vikrant Thardak द्वारा Vikrant Thardak
1 July 2021
in मत
लिबरलों का विज्ञान
Share on FacebookShare on X

वामपंथियों ने युद्ध छेड़ा हुआ है। दक्षिणपंथियों के खिलाफ, राष्ट्रवादियों के खिलाफ, बुद्धिमता के खिलाफ, आर्थिक विकास के खिलाफ और स्वयं के खिलाफ! वे खुद को ही पसंद नहीं कर रहे हैं। एक लिबरल पुरुष इसलिए खुश नहीं है क्योंकि वह पुरुष है, जबकि एक लिबरल महिला हमेशा महिला-विरोध और पितृसत्ता के विरोध में आवाज़ उठाती रहती है। उन्हें शांति पसंद नहीं है, क्योंकि वे ना सिर्फ धर्म के खिलाफ हैं बल्कि उनकी अंतरात्मा भी जीवन का साथ छोड़ चुकी है। हालांकि, लिबरलों का सबसे बड़ा युद्ध अगर किसी के खिलाफ़ है तो वह विज्ञान है! और अगर इस युद्ध से जल्द ही छुटकारा ना पाया गया तो दुनिया में बुद्धिमता खतरे में पड़ जाएगी!

कोरोना को लेकर दुनिया के बुद्धिमान और विज्ञान में विश्वास रखने वाले लोगों ने शुरू ही लिबरलों के चीन-परस्त एजेंडे पर संदेह जताया है। लिबरलों का दावा रहा है कि कोरोना की उत्पत्ति प्राकृतिक रूप से हुई है, और यह वायरस जानवरों से सीधा इन्सानों में फैला। दूसरी ओर दुनिया के आम लोगों का यह शुरू से ही मानना रहा है कि कोरोना प्राकृतिक नहीं बल्कि लैब में बनाया गया हो सकता है और यह चीन के Wuhan Institute of Virology से “लीक” हुआ हो सकता है।

संबंधितपोस्ट

विदुषी संवाद: धार्मिक और दार्शनिक विमर्शों में भागीदारी

हिंद महासागर में भारत का नया ‘Game-Changer’: K-6 मिसाइल

‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर देश के भीतर से वार: नौसेना कर्मी पाकिस्तान की ‘प्रिया’ के प्यार में बना गद्दार!

और लोड करें

हालांकि, जिन्होंने भी चीन के खिलाफ़ जाकर ऐसे दावे किए, उन्हें लिबरलों द्वारा खूब लताड़ा गया। जिन वैज्ञानिकों ने या पत्रकारों ने चीन को एक्स्पोज़ करने वाले लेख लिखे, उन्हें प्रतिबंधित कर दिया गया। उन्हें धमकियाँ दी गईं। उदाहरण के लिए अमेरिका के Centre for Disease Control and Prevention के पूर्व निर्देशक Robert Redfield को ही ले लीजिये।

उन्होंने खुलासा किया था कि जब उन्होंने CNN पर यह दावा किया कि कोविड-19 असल में लैब में बना हो सकता है, उसके बाद से ही उनके साथी वैज्ञानिकों की ओर से उन्हें जान से मारने की धमकियाँ मिलना शुरू हो गयी थी। उनके बयान के मुताबिक “मुझे धमकाया गया क्योंकि मैंने एक दूसरी थ्योरी का समर्थन किया था। मुझे राजनेताओं से ऐसी उम्मीद थी, वैज्ञानिकों से नहीं!”

तथाकथित Scientific Journals, जैसे कि The Lancet, Nature, Science ने भी लैब लीक थ्योरी को “बकवास” सिद्ध करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। हालांकि, अब इन सब journals को मुंह की खानी पड़ी है। सच आखिर सामने आ ही गया! सच और लिबरलों, अथवा विज्ञान और लिबरलों की लड़ाई में जीत बेशक सच और विज्ञान की ही होगी, और हुई भी।

Lancet की वो टास्क फोर्स, जिसका जिम्मा कोरोना की उत्पत्ति का पता लगाना है, उसके अध्यक्ष कुछ समय पहले तक डॉक्टर Peter Daszak थे। Daszak वही व्यक्ति हैं, जिन्हें ओबामा के समय से ही चमगादड़ों पर शोध के लिए वित्तपोषित किया जाता रहा है। वो सारा पैसा गया कहाँ? वहीं गया जहां से कोरोना लीक हुआ? यानि कि Wuhan Institute of Virology में?

कोरोना चीन से फैलाया, और इसे फैलाने में दुनिया के लिबरलों ने अपना पूरा योगदान दिया। भ्रम फैलाने वाले लेखों से लेकर Scientific Journals तक ने कोरोना महामारी को हवा दी, और अपने इसी काले सच को छुपाने के लिए ये सभी चीन परस्त लिबरल अब मुंह छिपाते फिर रहे हैं और सच से दूर भाग रहे हैं।

इसमें Big Pharma की भूमिका को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता। किस प्रकार पिछले वर्ष के दौरान big pharma ने Hydroxychloroquine के खिलाफ़ एजेंडा चलाया, वो सब ने देखा! HCQ एक जेनरिक दवा है, जो कि सस्ती भी है और जो आसानी से उपलब्ध भी हो जाती है। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इसे भरपूर समर्थन दिया। हालांकि, लिबरलों ने HCQ के खिलाफ़ जंग का ऐलान कर दिया। HCQ का सबसे अधिक उत्पादन भारत में होता है और HCQ की वैश्विक स्वीकार्यता बढ़ने से भारत को भी आर्थिक और कूटनीतिक फायदा होता। अमेरिकी big pharma के दिमाग में कुछ और ही चल रहा था। उसने HCQ का विरोध किया। कारण? इसलिए क्योंकि HCQ उनके हिस्से का मुनाफा कमा जाती। लोगों को अगर आसानी से और सस्ता इलाज मिल पाता, तो big pharma को मुनाफा कहाँ से मिलता?

अब भारत में किए गए हालिया शोध से सिद्ध होता है कि ट्रम्प एकदम सही थे। Journal of The Association of Physicians of India (JAPI) ने सिद्ध किया है कि 6 हफ्तों या उससे अधिक समय तक HCQ के इस्तेमाल से करीब 72 फीसदी मरीजों में कोरोना की रोकथाम हेतु सकारात्मक प्रभाव देखने को मिला। HCQ के इतर लिबरलों ने Gilead की Remdesivir को खूब बढ़ावा दिया, जबकि इसका कोरोना के मरीजों पर कोई खास असर देखने को नहीं मिला है।

हालांकि, यह सिर्फ कोरोना ही नहीं है, जिसने लिबरलों की मूर्खता को एक्स्पोज़ किया हो! विज्ञान और biology को लेकर उनके मन में फैली घृणा से भी उनके मानसिक दिवालियेपन का बड़ी आसानी से पता लगाया जा सकता है। लिंग को लेकर लिबरलों ने तरह-तरह की भ्रांतियों को जन्म दिया है। LGBTQIA+ के फोर्मूले को आगे बढ़ाने वाली इस लिबरल गैंग से अगर आप पूछेंगे कि दुनिया में कितने लिंग हैं तो आपको जवाब मिलेगा- “अनगिनत”!

इन लिबरलों ने प्रकृति के खिलाफ़ भी जंग छेड़ी हुई है। प्रकृति ने इन्हें जैसा बनाया है, ये उसमें बदलाव करना चाहते हैं। यहाँ तक कि बच्चों में Hormones को इंजेक्ट कर उनके लिंग को बदलने पर ज़ोर दिया जा रहा है। खुद अमेरिकी राष्ट्रपति 8 साल के बच्चों पर Hormonal injection के इस्तेमाल का समर्थन करते हैं। अगर यह बीमारी अमेरिका में नहीं रोकी गयी तो यह जल्द ही दुनिया के अन्य हिस्सों में फैल सकती है। अमेरिकी सरकार में स्वास्थ्य मंत्री Xavier Becerra और सहायक सचिव Dr Rachel Levine भी बच्चों की “इच्छानुसार” उनका लिंग बदलने के विचार को अपना समर्थन देती हैं। बच्चों में बेशक उनके लिंग के बारे में सही फैसला करने की बुद्धिमता नहीं होती है। 5 से 6 साल के बच्चे आखिर कैसे अपना लिंग बदलने जैसे बड़े-बड़े फैसले ले पाने में सक्षम हैं?

विज्ञान विरोधी लिबरलों के लिए किसी बच्चे की माँ बनना भी अपमानजनक हो गया है। ये लिबरल इस एजेंडे को भी आगे बढ़ाते हैं कि सिर्फ महिलाएं ही menstruate नहीं करती हैं बल्कि पुरुष भी menstruate करते हैं। Transgenders को महिलाओं के खेल में खेलने की अनुमति दी जा रही है, जिसके कारण महिलाओं के लिए एक स्तर की प्रतिस्पर्धा खत्म होती जा रही है। इतना ही नहीं, transgenders को महिलाओं के common areas तक में प्रवेश की अनुमति दी जा रही है जो उनके निजता का भी हनन है।

इसके अलावा लिबरल Climate Activism में भी किसी से पीछे नहीं है। बेशक जलवायु परिवर्तन एक गंभीर समस्या है। हालांकि, इसका अर्थ ये नहीं कि क्लाइमेट को बचाने के लिए मूल विकास का गला घोंट दिया जाये, लोगों को नौकरियों से वंचित रखा जाये और लोगों को गरीबी में सड़ने के लिए छोड़ दिया जाये।

लिबरलों ने इस प्रकार विज्ञान के खिलाफ़ जंग छेड़ दी है। वे विज्ञान का मज़ाक उड़ाते-उड़ाते खुद एक मज़ाक बनकर रह जाते हैं। अब लिबरलों की इस ख़याली दुनिया को अंत करने का समय आ गया है। इनकी बीमारी को जल्द से जल्द ठीक करना होगा अन्यथा यह भी एक विकराल महामारी का रूप धारण कर सकती है।

शेयर3ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

19,041 करोड़ के भारतनेट प्रोजेक्ट से 16 राज्यों के गांवों में पहुंचेगा इंटरनेट

अगली पोस्ट

कम्युनिस्ट केरल ने एक और कंपनी Kitex Group को देवभूमि छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया है

संबंधित पोस्ट

25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति
इतिहास

25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति

25 June 2025

25 जून एक ऐसी तिथि है जिसे देश शायद ही कभी भूल पाये। 25 जून 1975 की मध्य रात्रि इंदिरा गाँधी ने देश को आपातकाल...

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक ‘डॉ हेडगेवार’
भारत

आधुनिक भारत को जोड़ने वाले ‘योग पुरुष’ हैं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक ‘डॉ हेडगेवार’

22 June 2025

इस 21 जून को सम्पूर्ण विश्व ने ‘योग दिवस’ मनाया । योग दिवस ‘वसुंधरा परिवार हमारा’ इस ध्येय वाक्य को चरितार्थ करता है । सरल...

Baba Bageshwar Dham Dhirendra Shastri
मत

धीरेंद्र शास्त्री ने पहनी 65 हजार की जैकेट, हजारों का चश्मा; कहां गई सनातन की त्याग वाली सीख?

18 June 2025

मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को आमतौर पर बाबा बागेश्वर के नाम से जाना जाता है।...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

India's Rise: Defense and Diplomacy in 2047 Vision

India's Rise: Defense and Diplomacy in 2047 Vision

00:22:51

1975 emergency: India's 21 month dictatorship.

00:10:29

poverty crushed! Modi delivers india's biggest upliftment ever.

00:06:19

Right time for release? Sardar ji 3 drops amid tragedy

00:05:33

India' s oil and ethanol market at risk? Rural industries dear US flood

00:04:14
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited