TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    चुनाव आयोग की राहुल गांधी को दो टूक: घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर करें या माफी मांगें

    चुनाव आयोग की राहुल गांधी को दो टूक: घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर करें या माफी मांगें

    राहुल के आरोपों के बीच कीर्ति आज़ाद का कांग्रेस के मतदान चोरी का वीडियो फिर से सुर्खियों में

    राहुल के आरोपों के बीच कीर्ति आज़ाद का कांग्रेस के मतदान चोरी का वीडियो फिर से सुर्खियों में

    भाजपा का राहुल गांधी पर करारा वार, लोकतंत्र के लिए बताया हानिकाक

    भाजपा का राहुल गांधी पर करारा वार, लोकतंत्र के लिए बताया हानिकारक

    भारत में ‘विश्व मूल निवासी दिवस’ का औचित्य…?

    भारत में ‘विश्व मूल निवासी दिवस’ का औचित्य…?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    पीएम मोदी ने रूस के राष्ट्रपति से की बात, द्विपक्षीय सम्मेलन में भारत आने का दिया न्योता

    पीएम मोदी ने रूस के राष्ट्रपति से की बात, द्विपक्षीय सम्मेलन में भारत आने का दिया न्यौता

    रिकॉर्ड 50% टैरिफ के चलते ट्रंप ने भारत के साथ व्यापार वार्ता से किया इनकार

    रिकॉर्ड 50% टैरिफ के चलते ट्रंप ने भारत के साथ व्यापार वार्ता से किया इनकार

    भारत पर 50% अमेरिकी टैरिफ- कपड़ा, आभूषण और मशीनरी निर्यात पर गहरा असर

    भारत पर 50% अमेरिकी टैरिफ- कपड़ा, आभूषण और मशीनरी निर्यात पर गहरा असर

    Amid Trump's tarrif Putin will visit India soon

    अमेरिका का ट्रेड वॉर: संभावनाएं और दुष्परिणाम

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    ऑपरेशन सिंदूर के बाद ब्रह्मोस मिसाइलों की बढ़ती मांग, वायुसेना और नौसेना तैयार बड़े ऑर्डर के लिए

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद ब्रह्मोस मिसाइलों की बढ़ती मांग, वायुसेना और नौसेना तैयार बड़े ऑर्डर के लिए

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारतीय सेना में हर बटालियन में UAV और ड्रोन सिस्टम शामिल

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारतीय सेना में हर बटालियन में UAV और ड्रोन सिस्टम शामिल

    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    प्रोजेक्ट-18: भारत का ‘सुपर डेस्ट्रॉयर’ जो बदल देगा समुद्री शक्ति संतुलन

    प्रोजेक्ट-18: भारत का ‘सुपर डेस्ट्रॉयर’ जो बदल देगा समुद्री शक्ति संतुलन

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    पीएम मोदी ने रूस के राष्ट्रपति से की बात, द्विपक्षीय सम्मेलन में भारत आने का दिया न्योता

    पीएम मोदी ने रूस के राष्ट्रपति से की बात, द्विपक्षीय सम्मेलन में भारत आने का दिया न्यौता

    रिकॉर्ड 50% टैरिफ के चलते ट्रंप ने भारत के साथ व्यापार वार्ता से किया इनकार

    रिकॉर्ड 50% टैरिफ के चलते ट्रंप ने भारत के साथ व्यापार वार्ता से किया इनकार

    Amid Trump's tarrif Putin will visit India soon

    अमेरिका का ट्रेड वॉर: संभावनाएं और दुष्परिणाम

    एससीओ शिखर सम्मेलन: गलवान गतिरोध के बाद पहली बार चीन जाएंगे पीएम मोदी

    एससीओ शिखर सम्मेलन: गलवान गतिरोध के बाद पहली बार चीन जाएंगे पीएम मोदी

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    भारत में ‘विश्व मूल निवासी दिवस’ का औचित्य…?

    भारत में ‘विश्व मूल निवासी दिवस’ का औचित्य…?

    दिल्ली में आरएसएस करेगा लोगों से संवाद, संघ प्रमुख देंगे इन सवालों के जवाब

    दिल्ली में आरएसएस करेगा लोगों से संवाद, संघ प्रमुख देंगे इन सवालों के जवाब

    सतत सक्रिय, ध्येय साधक और प्रेरणा पुंज ‘हमारे चेतराम जी’

    सतत सक्रिय, ध्येय साधक और प्रेरणा पुंज ‘हमारे चेतराम जी’

    दैनिक जीवन में संस्कृत अपनाएं, यही असली भारतीयता: मोहन भागवत

    दैनिक जीवन में संस्कृत अपनाएं, यही असली भारतीयता: मोहन भागवत

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    The Lifecycle of a Betting Line

    The Lifecycle of a Betting Line

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    चुनाव आयोग की राहुल गांधी को दो टूक: घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर करें या माफी मांगें

    चुनाव आयोग की राहुल गांधी को दो टूक: घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर करें या माफी मांगें

    राहुल के आरोपों के बीच कीर्ति आज़ाद का कांग्रेस के मतदान चोरी का वीडियो फिर से सुर्खियों में

    राहुल के आरोपों के बीच कीर्ति आज़ाद का कांग्रेस के मतदान चोरी का वीडियो फिर से सुर्खियों में

    भाजपा का राहुल गांधी पर करारा वार, लोकतंत्र के लिए बताया हानिकाक

    भाजपा का राहुल गांधी पर करारा वार, लोकतंत्र के लिए बताया हानिकारक

    भारत में ‘विश्व मूल निवासी दिवस’ का औचित्य…?

    भारत में ‘विश्व मूल निवासी दिवस’ का औचित्य…?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    पीएम मोदी ने रूस के राष्ट्रपति से की बात, द्विपक्षीय सम्मेलन में भारत आने का दिया न्योता

    पीएम मोदी ने रूस के राष्ट्रपति से की बात, द्विपक्षीय सम्मेलन में भारत आने का दिया न्यौता

    रिकॉर्ड 50% टैरिफ के चलते ट्रंप ने भारत के साथ व्यापार वार्ता से किया इनकार

    रिकॉर्ड 50% टैरिफ के चलते ट्रंप ने भारत के साथ व्यापार वार्ता से किया इनकार

    भारत पर 50% अमेरिकी टैरिफ- कपड़ा, आभूषण और मशीनरी निर्यात पर गहरा असर

    भारत पर 50% अमेरिकी टैरिफ- कपड़ा, आभूषण और मशीनरी निर्यात पर गहरा असर

    Amid Trump's tarrif Putin will visit India soon

    अमेरिका का ट्रेड वॉर: संभावनाएं और दुष्परिणाम

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    ऑपरेशन सिंदूर के बाद ब्रह्मोस मिसाइलों की बढ़ती मांग, वायुसेना और नौसेना तैयार बड़े ऑर्डर के लिए

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद ब्रह्मोस मिसाइलों की बढ़ती मांग, वायुसेना और नौसेना तैयार बड़े ऑर्डर के लिए

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारतीय सेना में हर बटालियन में UAV और ड्रोन सिस्टम शामिल

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारतीय सेना में हर बटालियन में UAV और ड्रोन सिस्टम शामिल

    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    प्रोजेक्ट-18: भारत का ‘सुपर डेस्ट्रॉयर’ जो बदल देगा समुद्री शक्ति संतुलन

    प्रोजेक्ट-18: भारत का ‘सुपर डेस्ट्रॉयर’ जो बदल देगा समुद्री शक्ति संतुलन

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    पीएम मोदी ने रूस के राष्ट्रपति से की बात, द्विपक्षीय सम्मेलन में भारत आने का दिया न्योता

    पीएम मोदी ने रूस के राष्ट्रपति से की बात, द्विपक्षीय सम्मेलन में भारत आने का दिया न्यौता

    रिकॉर्ड 50% टैरिफ के चलते ट्रंप ने भारत के साथ व्यापार वार्ता से किया इनकार

    रिकॉर्ड 50% टैरिफ के चलते ट्रंप ने भारत के साथ व्यापार वार्ता से किया इनकार

    Amid Trump's tarrif Putin will visit India soon

    अमेरिका का ट्रेड वॉर: संभावनाएं और दुष्परिणाम

    एससीओ शिखर सम्मेलन: गलवान गतिरोध के बाद पहली बार चीन जाएंगे पीएम मोदी

    एससीओ शिखर सम्मेलन: गलवान गतिरोध के बाद पहली बार चीन जाएंगे पीएम मोदी

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    भारत में ‘विश्व मूल निवासी दिवस’ का औचित्य…?

    भारत में ‘विश्व मूल निवासी दिवस’ का औचित्य…?

    दिल्ली में आरएसएस करेगा लोगों से संवाद, संघ प्रमुख देंगे इन सवालों के जवाब

    दिल्ली में आरएसएस करेगा लोगों से संवाद, संघ प्रमुख देंगे इन सवालों के जवाब

    सतत सक्रिय, ध्येय साधक और प्रेरणा पुंज ‘हमारे चेतराम जी’

    सतत सक्रिय, ध्येय साधक और प्रेरणा पुंज ‘हमारे चेतराम जी’

    दैनिक जीवन में संस्कृत अपनाएं, यही असली भारतीयता: मोहन भागवत

    दैनिक जीवन में संस्कृत अपनाएं, यही असली भारतीयता: मोहन भागवत

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    The Lifecycle of a Betting Line

    The Lifecycle of a Betting Line

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

विज्ञान के खिलाफ़ वामपंथियों का युद्ध

Vikrant Thardak द्वारा Vikrant Thardak
1 July 2021
in मत
लिबरलों का विज्ञान
Share on FacebookShare on X

वामपंथियों ने युद्ध छेड़ा हुआ है। दक्षिणपंथियों के खिलाफ, राष्ट्रवादियों के खिलाफ, बुद्धिमता के खिलाफ, आर्थिक विकास के खिलाफ और स्वयं के खिलाफ! वे खुद को ही पसंद नहीं कर रहे हैं। एक लिबरल पुरुष इसलिए खुश नहीं है क्योंकि वह पुरुष है, जबकि एक लिबरल महिला हमेशा महिला-विरोध और पितृसत्ता के विरोध में आवाज़ उठाती रहती है। उन्हें शांति पसंद नहीं है, क्योंकि वे ना सिर्फ धर्म के खिलाफ हैं बल्कि उनकी अंतरात्मा भी जीवन का साथ छोड़ चुकी है। हालांकि, लिबरलों का सबसे बड़ा युद्ध अगर किसी के खिलाफ़ है तो वह विज्ञान है! और अगर इस युद्ध से जल्द ही छुटकारा ना पाया गया तो दुनिया में बुद्धिमता खतरे में पड़ जाएगी!

कोरोना को लेकर दुनिया के बुद्धिमान और विज्ञान में विश्वास रखने वाले लोगों ने शुरू ही लिबरलों के चीन-परस्त एजेंडे पर संदेह जताया है। लिबरलों का दावा रहा है कि कोरोना की उत्पत्ति प्राकृतिक रूप से हुई है, और यह वायरस जानवरों से सीधा इन्सानों में फैला। दूसरी ओर दुनिया के आम लोगों का यह शुरू से ही मानना रहा है कि कोरोना प्राकृतिक नहीं बल्कि लैब में बनाया गया हो सकता है और यह चीन के Wuhan Institute of Virology से “लीक” हुआ हो सकता है।

संबंधितपोस्ट

कृष्णजन्माष्टमी क्यों मनाई जाती है? जानिए इस बार का शुभ मुहूर्त

दिल्ली के सरकारी स्कूल के खेल मैदान में बनी अवैध मजार, बच्चों के अधिकारों पर हमला

खतरनाक नस्लों का बढ़ता खतरा: पिटबुल समेत कई कुत्ते बन रहे इंसानों की जान के दुश्मन, अब सरकार को उठाने होंगे सख्त कदम

और लोड करें

हालांकि, जिन्होंने भी चीन के खिलाफ़ जाकर ऐसे दावे किए, उन्हें लिबरलों द्वारा खूब लताड़ा गया। जिन वैज्ञानिकों ने या पत्रकारों ने चीन को एक्स्पोज़ करने वाले लेख लिखे, उन्हें प्रतिबंधित कर दिया गया। उन्हें धमकियाँ दी गईं। उदाहरण के लिए अमेरिका के Centre for Disease Control and Prevention के पूर्व निर्देशक Robert Redfield को ही ले लीजिये।

उन्होंने खुलासा किया था कि जब उन्होंने CNN पर यह दावा किया कि कोविड-19 असल में लैब में बना हो सकता है, उसके बाद से ही उनके साथी वैज्ञानिकों की ओर से उन्हें जान से मारने की धमकियाँ मिलना शुरू हो गयी थी। उनके बयान के मुताबिक “मुझे धमकाया गया क्योंकि मैंने एक दूसरी थ्योरी का समर्थन किया था। मुझे राजनेताओं से ऐसी उम्मीद थी, वैज्ञानिकों से नहीं!”

तथाकथित Scientific Journals, जैसे कि The Lancet, Nature, Science ने भी लैब लीक थ्योरी को “बकवास” सिद्ध करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। हालांकि, अब इन सब journals को मुंह की खानी पड़ी है। सच आखिर सामने आ ही गया! सच और लिबरलों, अथवा विज्ञान और लिबरलों की लड़ाई में जीत बेशक सच और विज्ञान की ही होगी, और हुई भी।

Lancet की वो टास्क फोर्स, जिसका जिम्मा कोरोना की उत्पत्ति का पता लगाना है, उसके अध्यक्ष कुछ समय पहले तक डॉक्टर Peter Daszak थे। Daszak वही व्यक्ति हैं, जिन्हें ओबामा के समय से ही चमगादड़ों पर शोध के लिए वित्तपोषित किया जाता रहा है। वो सारा पैसा गया कहाँ? वहीं गया जहां से कोरोना लीक हुआ? यानि कि Wuhan Institute of Virology में?

कोरोना चीन से फैलाया, और इसे फैलाने में दुनिया के लिबरलों ने अपना पूरा योगदान दिया। भ्रम फैलाने वाले लेखों से लेकर Scientific Journals तक ने कोरोना महामारी को हवा दी, और अपने इसी काले सच को छुपाने के लिए ये सभी चीन परस्त लिबरल अब मुंह छिपाते फिर रहे हैं और सच से दूर भाग रहे हैं।

इसमें Big Pharma की भूमिका को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता। किस प्रकार पिछले वर्ष के दौरान big pharma ने Hydroxychloroquine के खिलाफ़ एजेंडा चलाया, वो सब ने देखा! HCQ एक जेनरिक दवा है, जो कि सस्ती भी है और जो आसानी से उपलब्ध भी हो जाती है। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इसे भरपूर समर्थन दिया। हालांकि, लिबरलों ने HCQ के खिलाफ़ जंग का ऐलान कर दिया। HCQ का सबसे अधिक उत्पादन भारत में होता है और HCQ की वैश्विक स्वीकार्यता बढ़ने से भारत को भी आर्थिक और कूटनीतिक फायदा होता। अमेरिकी big pharma के दिमाग में कुछ और ही चल रहा था। उसने HCQ का विरोध किया। कारण? इसलिए क्योंकि HCQ उनके हिस्से का मुनाफा कमा जाती। लोगों को अगर आसानी से और सस्ता इलाज मिल पाता, तो big pharma को मुनाफा कहाँ से मिलता?

अब भारत में किए गए हालिया शोध से सिद्ध होता है कि ट्रम्प एकदम सही थे। Journal of The Association of Physicians of India (JAPI) ने सिद्ध किया है कि 6 हफ्तों या उससे अधिक समय तक HCQ के इस्तेमाल से करीब 72 फीसदी मरीजों में कोरोना की रोकथाम हेतु सकारात्मक प्रभाव देखने को मिला। HCQ के इतर लिबरलों ने Gilead की Remdesivir को खूब बढ़ावा दिया, जबकि इसका कोरोना के मरीजों पर कोई खास असर देखने को नहीं मिला है।

हालांकि, यह सिर्फ कोरोना ही नहीं है, जिसने लिबरलों की मूर्खता को एक्स्पोज़ किया हो! विज्ञान और biology को लेकर उनके मन में फैली घृणा से भी उनके मानसिक दिवालियेपन का बड़ी आसानी से पता लगाया जा सकता है। लिंग को लेकर लिबरलों ने तरह-तरह की भ्रांतियों को जन्म दिया है। LGBTQIA+ के फोर्मूले को आगे बढ़ाने वाली इस लिबरल गैंग से अगर आप पूछेंगे कि दुनिया में कितने लिंग हैं तो आपको जवाब मिलेगा- “अनगिनत”!

इन लिबरलों ने प्रकृति के खिलाफ़ भी जंग छेड़ी हुई है। प्रकृति ने इन्हें जैसा बनाया है, ये उसमें बदलाव करना चाहते हैं। यहाँ तक कि बच्चों में Hormones को इंजेक्ट कर उनके लिंग को बदलने पर ज़ोर दिया जा रहा है। खुद अमेरिकी राष्ट्रपति 8 साल के बच्चों पर Hormonal injection के इस्तेमाल का समर्थन करते हैं। अगर यह बीमारी अमेरिका में नहीं रोकी गयी तो यह जल्द ही दुनिया के अन्य हिस्सों में फैल सकती है। अमेरिकी सरकार में स्वास्थ्य मंत्री Xavier Becerra और सहायक सचिव Dr Rachel Levine भी बच्चों की “इच्छानुसार” उनका लिंग बदलने के विचार को अपना समर्थन देती हैं। बच्चों में बेशक उनके लिंग के बारे में सही फैसला करने की बुद्धिमता नहीं होती है। 5 से 6 साल के बच्चे आखिर कैसे अपना लिंग बदलने जैसे बड़े-बड़े फैसले ले पाने में सक्षम हैं?

विज्ञान विरोधी लिबरलों के लिए किसी बच्चे की माँ बनना भी अपमानजनक हो गया है। ये लिबरल इस एजेंडे को भी आगे बढ़ाते हैं कि सिर्फ महिलाएं ही menstruate नहीं करती हैं बल्कि पुरुष भी menstruate करते हैं। Transgenders को महिलाओं के खेल में खेलने की अनुमति दी जा रही है, जिसके कारण महिलाओं के लिए एक स्तर की प्रतिस्पर्धा खत्म होती जा रही है। इतना ही नहीं, transgenders को महिलाओं के common areas तक में प्रवेश की अनुमति दी जा रही है जो उनके निजता का भी हनन है।

इसके अलावा लिबरल Climate Activism में भी किसी से पीछे नहीं है। बेशक जलवायु परिवर्तन एक गंभीर समस्या है। हालांकि, इसका अर्थ ये नहीं कि क्लाइमेट को बचाने के लिए मूल विकास का गला घोंट दिया जाये, लोगों को नौकरियों से वंचित रखा जाये और लोगों को गरीबी में सड़ने के लिए छोड़ दिया जाये।

लिबरलों ने इस प्रकार विज्ञान के खिलाफ़ जंग छेड़ दी है। वे विज्ञान का मज़ाक उड़ाते-उड़ाते खुद एक मज़ाक बनकर रह जाते हैं। अब लिबरलों की इस ख़याली दुनिया को अंत करने का समय आ गया है। इनकी बीमारी को जल्द से जल्द ठीक करना होगा अन्यथा यह भी एक विकराल महामारी का रूप धारण कर सकती है।

शेयर3ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

19,041 करोड़ के भारतनेट प्रोजेक्ट से 16 राज्यों के गांवों में पहुंचेगा इंटरनेट

अगली पोस्ट

कम्युनिस्ट केरल ने एक और कंपनी Kitex Group को देवभूमि छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया है

संबंधित पोस्ट

भारत में ‘विश्व मूल निवासी दिवस’ का औचित्य…?
इतिहास

भारत में ‘विश्व मूल निवासी दिवस’ का औचित्य…?

8 August 2025

अगले कल अर्थात शनिवार 9 अगस्त को 'विश्व मूलनिवासी दिवस', विश्व के कुछ हिस्सों मे मनाया जाएगा। वामपंथियों ने, 'फॉल्ट लाईन चौडी करने' की रणनीति...

यात्राएं जो बनीं बदलाव का रास्ता: बीजेपी के उदय और राष्ट्रवाद के जागरण की कहानी
भारत

यात्राएं जो बनीं बदलाव का रास्ता: बीजेपी के उदय और राष्ट्रवाद के पुनर्जागरण की कहानी

5 August 2025

स्वतंत्रता के बाद से देश में कई आंदोलन हुए। इसी कड़ी में तीन ऐसी यात्राएं हैं, जिन्होंने देश की तस्वीर तो बदली ही, ऐसी सरकार...

युवाओं के परिप्रेक्ष्य में ‘अनुच्छेद 370’ का निरस्तीकरण: तर्क, आवश्यकता और इतिहास
चर्चित

युवाओं के परिप्रेक्ष्य में ‘अनुच्छेद 370’ का निरस्तीकरण: तर्क, आवश्यकता और इतिहास

5 August 2025

आज 5 अगस्त है और 5 अगस्त भारत के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखी जाने वाली तिथि है। ऐसा इसलिए क्योंकि 5 अगस्त, 2019...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

From jewellery to petroleum, know all about key exports at risk under Trump's 50% tariffs

From jewellery to petroleum, know all about key exports at risk under Trump's 50% tariffs

00:04:28

himalayan fragility exposed. Dharali: Not Just A Cloudburst?

00:20:21

India’s Project-18 Warship Will Crush China’s Indo-Pacific Dreams

00:05:52

PRALAY MISSILE: Know about India’s 5,000 kg Beast That Can Evade Any Radar

00:05:52

Is Congress Against Migrants? Chidambaram Calls Biharis 'Illegal Voters'

00:07:49
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited