TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    bjp controversies and scandals in Madhya Pradesh

    हाईवे पर धाकड़, मंदिर में गुंडई : बेलगाम मध्य प्रदेश भाजपा नेताओं की फुल टाइम कंट्रोवर्सी

    RSS के मंच पर आएंगे इंदिरा सरकार में मंत्री रहे आदिवासी नेता अरविंद नेताम, क्या हैं मायने?

    RSS के मंच पर आएंगे इंदिरा सरकार में मंत्री रहे आदिवासी नेता अरविंद नेताम, क्या हैं मायने?

    4 जून को हरियाणा पहुंचेंगे राहुल गाँधी

    हरियाणा कांग्रेस की अंदरूनी लड़ाई और नेता प्रतिपक्ष का चयन जैसे मुद्दे सुलझा पाएंगे राहुल गांधी, चंडीगढ़ दौरे के क्या हैं मायने?

    Bajrang Punia

    बजरंग पूनिया ने चुपचाप मांगी माफी, जानिए क्या था मानहानि का मामला?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    6.5% GDP वृद्धि का अनुमान

    वित्त वर्ष 2026 में 6.5% GDP वृद्धि का अनुमान: घरेलू मांग में सुधार भारत की विकास रफ्तार का प्रमुख इंजन बन सकता है – क्रिसिल

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी: सेलेबी के शेयर दो दिन में 20% लुढ़के तो वहीं चीनी डिफेंस मार्केट में हाहाकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    Air Chief Marshal Amarpreet Singh

    एयरचीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह की चिंता जायज, जानिए क्यों समय से पूरे नहीं हो पाते रक्षा प्रोजेक्ट?

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    Brahmos

    ब्रह्मोस को लेकर रूस के राजदूत का बड़ा दावा! भारत के साथ मिलकर बना रहे खतरनाक हथियार

    आधुनिक सैन्य प्रणालियों का निरीक्षण करते हुए सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी

    ऑपरेशन सिंदूर में पहली बार इस्तेमाल होने वाले ‘मेड इन इंडिया’ लूटरिंग म्यूनिशन्स का सेनाध्यक्ष ने किया मुआयना

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    बांग्लादेश की नई करेंसी

    बांग्लादेश में बदले सियासी संकेत – नए नोटों से ‘राष्ट्रपिता’ मुजीब गायब, मंदिरों और सांस्कृतिक प्रतीकों ने ली जगह

    सोलीमन को बोल्डर काउंटी जेल में बंद कर दिया गया है (चित्र: सोशल मीडिया)

    कौन है अमेरिका में इज़रायल विरोधी नारे लगाकर लोगों को आग लगाने वाला मोहम्मद सोलीमन?

    Ukrainian Drones Strike Russia

    क्या है रूस के खिलाफ यूक्रेन का ‘ऑपरेशन स्पाइडर वेब’?

    कैलाशहर एयरपोर्ट

    ‘चिकन नेक’ तक आया ड्रैगन तो भारत ने 3 दशक पुराने ‘हथियार’ को फिर से किया एक्टिव, जिसने कभी PAK के किये थे दो टूकड़े अब चीन को देगा मुंहतोड़ जवाब

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    संघ के दूसरे प्रमुख गोलवालकर और जवाहरलाल नेहरू

    नेहरू की निष्क्रियता से 1947 के बाद भी 14 वर्षों तक गुलाम रहा गोवा, RSS ने आज़ादी में निभाई अहम भूमिका

    1950 में जेल से रिहा किए जाने के बाद सावरकर (चित्र: savarkar.org)

    अंग्रेज़ों की ही नहीं, नेहरू सरकार की कैद में भी महीनों रहे थे सावरकर

    कंबोडिया के बंतेय श्री मंदिर के चौखट पर बैठे जवाहरलाल नेहरू, नवंबर 1954

    ‘महाभारत में बीफ परोसने का उल्लेख’: जानें हिंदुत्व, रामायण, महाभारत और गीता को लेकर क्या थी नेहरू की राय?

    करियप्पा को उनके रिश्तेदार 'चिम्मा' कहकर बुलाते थे

    नेहरू के विरोध के बावजूद भारतीय सेना के पहले हिंदुस्तानी कमांडर-इन-चीफ कैसे बने करियप्पा? अंग्रेज अफसरों को फौज की कमान क्यों सौंपना चाहते थे नेहरू?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    Saudi Arabia AI Clinic

    क्या डॉक्टरों की जगह ले रहा है AI? सऊदी अरब में खुला पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्लीनिक

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    IPL 2025 Suspended

    भारत पाकिस्तान तनाव के बीच IPL-2025 सस्पेंड, बचे हुए थे 16 मैच

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    bjp controversies and scandals in Madhya Pradesh

    हाईवे पर धाकड़, मंदिर में गुंडई : बेलगाम मध्य प्रदेश भाजपा नेताओं की फुल टाइम कंट्रोवर्सी

    RSS के मंच पर आएंगे इंदिरा सरकार में मंत्री रहे आदिवासी नेता अरविंद नेताम, क्या हैं मायने?

    RSS के मंच पर आएंगे इंदिरा सरकार में मंत्री रहे आदिवासी नेता अरविंद नेताम, क्या हैं मायने?

    4 जून को हरियाणा पहुंचेंगे राहुल गाँधी

    हरियाणा कांग्रेस की अंदरूनी लड़ाई और नेता प्रतिपक्ष का चयन जैसे मुद्दे सुलझा पाएंगे राहुल गांधी, चंडीगढ़ दौरे के क्या हैं मायने?

    Bajrang Punia

    बजरंग पूनिया ने चुपचाप मांगी माफी, जानिए क्या था मानहानि का मामला?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    6.5% GDP वृद्धि का अनुमान

    वित्त वर्ष 2026 में 6.5% GDP वृद्धि का अनुमान: घरेलू मांग में सुधार भारत की विकास रफ्तार का प्रमुख इंजन बन सकता है – क्रिसिल

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी: सेलेबी के शेयर दो दिन में 20% लुढ़के तो वहीं चीनी डिफेंस मार्केट में हाहाकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    Air Chief Marshal Amarpreet Singh

    एयरचीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह की चिंता जायज, जानिए क्यों समय से पूरे नहीं हो पाते रक्षा प्रोजेक्ट?

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    Brahmos

    ब्रह्मोस को लेकर रूस के राजदूत का बड़ा दावा! भारत के साथ मिलकर बना रहे खतरनाक हथियार

    आधुनिक सैन्य प्रणालियों का निरीक्षण करते हुए सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी

    ऑपरेशन सिंदूर में पहली बार इस्तेमाल होने वाले ‘मेड इन इंडिया’ लूटरिंग म्यूनिशन्स का सेनाध्यक्ष ने किया मुआयना

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    बांग्लादेश की नई करेंसी

    बांग्लादेश में बदले सियासी संकेत – नए नोटों से ‘राष्ट्रपिता’ मुजीब गायब, मंदिरों और सांस्कृतिक प्रतीकों ने ली जगह

    सोलीमन को बोल्डर काउंटी जेल में बंद कर दिया गया है (चित्र: सोशल मीडिया)

    कौन है अमेरिका में इज़रायल विरोधी नारे लगाकर लोगों को आग लगाने वाला मोहम्मद सोलीमन?

    Ukrainian Drones Strike Russia

    क्या है रूस के खिलाफ यूक्रेन का ‘ऑपरेशन स्पाइडर वेब’?

    कैलाशहर एयरपोर्ट

    ‘चिकन नेक’ तक आया ड्रैगन तो भारत ने 3 दशक पुराने ‘हथियार’ को फिर से किया एक्टिव, जिसने कभी PAK के किये थे दो टूकड़े अब चीन को देगा मुंहतोड़ जवाब

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    संघ के दूसरे प्रमुख गोलवालकर और जवाहरलाल नेहरू

    नेहरू की निष्क्रियता से 1947 के बाद भी 14 वर्षों तक गुलाम रहा गोवा, RSS ने आज़ादी में निभाई अहम भूमिका

    1950 में जेल से रिहा किए जाने के बाद सावरकर (चित्र: savarkar.org)

    अंग्रेज़ों की ही नहीं, नेहरू सरकार की कैद में भी महीनों रहे थे सावरकर

    कंबोडिया के बंतेय श्री मंदिर के चौखट पर बैठे जवाहरलाल नेहरू, नवंबर 1954

    ‘महाभारत में बीफ परोसने का उल्लेख’: जानें हिंदुत्व, रामायण, महाभारत और गीता को लेकर क्या थी नेहरू की राय?

    करियप्पा को उनके रिश्तेदार 'चिम्मा' कहकर बुलाते थे

    नेहरू के विरोध के बावजूद भारतीय सेना के पहले हिंदुस्तानी कमांडर-इन-चीफ कैसे बने करियप्पा? अंग्रेज अफसरों को फौज की कमान क्यों सौंपना चाहते थे नेहरू?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    Saudi Arabia AI Clinic

    क्या डॉक्टरों की जगह ले रहा है AI? सऊदी अरब में खुला पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्लीनिक

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    IPL 2025 Suspended

    भारत पाकिस्तान तनाव के बीच IPL-2025 सस्पेंड, बचे हुए थे 16 मैच

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

महान सम्राट कुमारगुप्त की विरासत शंखलिपि के रुप में आई सामने

Aniket Raj द्वारा Aniket Raj
23 September 2021
in इतिहास
कुमारगुप्त का चित्र
Share on FacebookShare on X

पाश्चात्य, आधुनिकता, आक्रांता, और वामपंथी दुष्चक्र !!! इस दुष्चक्र से सृजित हुई है कई सांस्कृतिक विस्मृति और ऐतिहासिक विकृति। हमारे पूर्वजों के पाठ और उनका गौरवशाली इतिहास सिर्फ पुस्तकों के पृष्ठ परिधि में अंकित है, जबकि इसे चारित्रिक रूप से प्रतिबिंबित और परिलक्षित होना चाहिए था। खैर, हमारे पूर्वजों का इतिहास इतना वृहद और विस्तृत है कि समय स्वयं येन केन प्रकारेण उनका वर्णन करता ही रहता है। सभी प्रकार के ऐतिहासिक झंझावातों और दुष्चक्रों का चक्रव्यूह-भेदन करते हुए अभिमन्यु सम उनकी शूरवीरता आज भी इतिहास की छाती पर अंकित है। इसी क्रम में एक नयी खोज हुई है जिसके बारे में जानना और समझना अति आवश्यक है।

खोज

संबंधितपोस्ट

हाईवे पर धाकड़, मंदिर में गुंडई : बेलगाम मध्य प्रदेश भाजपा नेताओं की फुल टाइम कंट्रोवर्सी

अमेरिकन यूनिवर्सिटी की चौंकाने वाली रिपोर्ट में बड़ा खुलासा- मोटापा धीरे-धीरे आपकी सोचने की शक्ति को कर रहा है खत्म!

RSS के मंच पर आएंगे इंदिरा सरकार में मंत्री रहे आदिवासी नेता अरविंद नेताम, क्या हैं मायने?

और लोड करें

भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) को उत्तर प्रदेश के एटा जिला के बिलसर गांव में 5वीं शताब्दी के गुप्तकालीन प्राचीन मंदिर के अवशेष मिले हैं। बिलसर का यह इलाका 1928 से नियमित रूप से संरक्षित किया गया है। एएसआई मानसून के दौरान अपने संरक्षित स्थलों की सफाई करता है और इसी दौरान गुप्तकालीन मंदिर के अवशेष मिले हैं।

पिछले महीने, वहां सीढ़ी की खुदाई के दौरान शंखलिपि शिलालेख मिले थे, जिसमें “श्री महेंद्रदित्य‘ का नाम अंकित है जो गुप्त वंश के कुमारगुप्त प्रथम की उपाधि थी। शंखलिपि एक प्राचीन लिपी है जिसका उपयोग चौथी से आठवीं शताब्दी के बीच नामों और हस्ताक्षरों के लिए किया जाता था। शंखलिपि शिलालेख सबसे पहले लखीमपुर खीरी में मिले घोड़े की प्रतिकृति पर पाया गया था, जो अब लखनऊ के राज्य संग्रहालय में संग्रहित है।

और पढ़ें: अलीगढ़ का नाम हरिगढ़ होना चाहिए क्योंकि जिसे वे ‘बदलना’ कहते हैं वह वास्तव में ‘पुनर्स्थापना’ है

कौन थे कुमारगुप्त?

कुमारगुप्त प्रथम प्राचीन भारत के गुप्त साम्राज्य के सम्राट थे। वह भारत के स्वर्णकाल में शासन करनेवाले गौरवशाली राजा सम्राट चंद्रगुप्त द्वितीय और रानी ध्रुवदेवी के पुत्र थे। उन्होंने अपनी विरासत वाले क्षेत्र पर नियंत्रण बनाए रखा, जो पश्चिम में गुजरात से पूर्व में बंगाल क्षेत्र तक फैला हुआ था। कुमारगुप्त प्रथम ने 40 वर्षों तक शासन किया।

वृहद शासन

कुमारगुप्त प्रथम को अपने पिता चंद्रगुप्त द्वितीय और दादा समुद्रगुप्त से एक बड़ा साम्राज्य विरासत में मिला। उन्होंने न सिर्फ इस विरासत को बनाए रखा अपितु उत्कृष्टता और उत्कर्ष भी प्रदान किया। उनके शासनकाल के दौरान जारी किए गए शिलालेख मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश में भी मिले है। उनके पुत्र का एक शिलालेख गुजरात से प्राप्त हुआ है। इसके अलावा उनके गरुड़-अंकित सिक्के पश्चिमी भारत में और उनके मोर-अंकित सिक्के गंगा घाटी में मिले हैं। इससे पता चलता है कि कुमारगुप्त उस विशाल क्षेत्र के नियंत्रण, संरक्षण और संवर्धन में सक्षम थे जो उन्हें विरासत में मिला था। एक बड़े साम्राज्य में स्थिरता रखना उनकी मजबूती का प्रत्यक्ष प्रमाण है।

और पढ़ें: मोपला नरसंहार: क्या हुआ जब मालाबार के हिंदू अपनी ज़मीन लेने वापस पहुँचे

कुछ संकेत मिलते हैं कि कुमारगुप्त प्रथम का शासन युद्धों और अशांति से रहित नहीं था। हूण और शकों के निरंतर आक्रमण के सामने वो अभेद्य कवच बनकर खड़े थे। वह युद्ध देवता कार्तिकेय की पूजा करते थे। उनके सोने के सिक्कों से पता चलता है कि उन्होंने अश्वमेध यज्ञ भी किया था। कुमारगुप्त प्रथम ने ना सिर्फ त्रिकुटों को हराया अपितु दशपुरा को जीतकर उन्होंने सम्पूर्ण आर्यभूखंड पर भगवा पताका लहराया। उनकी शासन व्यवस्था तो आश्चर्यचकित करती है।

उन्नत शासन

उनकी शासन संरचना आज के आधुनिक व्यवस्था से भी उन्नत थी। एपिग्राफिक सबूत बताते हैं कि कुमारगुप्त प्रथम ने राज्यपालों (उपरिकस) के माध्यम से अपने साम्राज्य पर शासन किया, जिन्होंने महाराजा की उपाधि धारण कर विभिन्न प्रांतों (भुक्ति) का प्रशासन किया। तब प्रांतों के जिलों का प्रशासन जिला मजिस्ट्रेट (विश्यपति) द्वारा किया जाता था, जिन्हें एक सलाहकार परिषद द्वारा समर्थित किया जाता था। सलाहकार परिषद में नगर अध्यक्ष या महापौर (नागरा-श्रेष्टिन), व्यापार समूह के प्रतिनिधि (सार्थवाह), कारीगर समूह के प्रमुख (प्रथम-कुलिका), लेखकों या शास्त्रियों के समाज के प्रमुख (प्रथम-कायस्थ) शामिल थे। कुमारगुप्त प्रथम ने चीन के शासक Liu Sung के साथ कूटनीतिक संबंध तक स्थापित किया।

कुमारगुप्त प्रथम की धार्मिक व्यवस्था

कुमारगुप्त प्रथम स्वयं वैष्णव संप्रदाय को मानते थे। वे सनातन संस्कृति की सहिष्णुता और सामर्थ्य के प्रत्यक्ष प्रमाण थे। उन्होंने इसे साबित भी किया। एपिग्राफिक साक्ष्य इंगित करते हैं कि कुमारगुप्त प्रथम के शासनकाल के दौरान शैववाद, वैष्णववाद, बौद्ध धर्म और जैन धर्म सहित विभिन्न धर्मों का विकास हुआ। शासन का धर्म और शासक के धर्म में इतना स्पष्ट वर्गीकरण अन्यत्र कहीं भी देखने को नहीं मिलता। आर्थिक विकास और व्यापार चीन के सुदूर क्षेत्रों तक फैला हुआ था। कुमारगुप्त प्रथम के शासनकाल के कम से कम 18 अभिलेख उनके स्वर्णकाल को वर्णित करते हैं। कुमारगुप्त प्रथम की मृत्यु के बाद स्कंदगुप्त 455 ई. में सत्तासीन हुए।

निष्कर्ष

इस नए ऐतिहासिक खोज की ख़बर भावी पीढ़ियों के लिए सीख है। कहा जाता है कि जो अपना इतिहास को भुला देते हैं इतिहास उनके अस्तित्व को भुला देता है। बिना गौरवशाली इतिहास के अस्तित्व निरर्थक है और भविष्य अंधकारमय। इस तमस में तेजस सम जाज्वल्यमान कुमारगुप्त प्रथम भावी पीढ़ियों के लिए आज भी प्रासंगिक और पथ प्रदर्शक हैं। मुग़लों और अंग्रेजों का महिमामंडन आपके अंदर हीनता और कुंठा को भर देगा और यह इस सीमा तक भर देगा कि उसमें घुटकर संस्कृति और राष्ट्र की मृत्यु हो जाएगी। आपकी अज्ञानता और हीनता ही राष्ट्र की वास्तविक पराजय है। लेकिन इस घोर प्रलयंकारी वैचारिक युद्ध में कुमारगुप्त प्रथम की महिमगाथा आपके रुधिर में बह रहे ओजस्वी अंश को उद्वेलित करती है और यह बताती है कि आप कितने महान संस्कृति के संवाहक है। बस, आवश्यकता है तो इन नायकों को अपने स्मृतियों मे स्थान देने की और इतना तो आप कर ही सकते है।

और पढ़ें: जब आरएसएस के स्वयंसेवकों ने स्वर्ण मंदिर को मुस्लिम लीग की भीड़ से बचाया था

शेयर26ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

LIC IPO में चीनी निवेश की हर संभावनाओं को भारत सरकार रोकने जा रही है

अगली पोस्ट

कोवैक्सिन का टीका लगवा कर अमेरिका जाने वाले अकेले भारतीय नहीं रहने चाहिए PM मोदी

संबंधित पोस्ट

संघ के दूसरे प्रमुख गोलवालकर और जवाहरलाल नेहरू
इतिहास

नेहरू की निष्क्रियता से 1947 के बाद भी 14 वर्षों तक गुलाम रहा गोवा, RSS ने आज़ादी में निभाई अहम भूमिका

30 May 2025

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत देश के बड़े नेताओं ने शुक्रवार (30 मई) को गोवा के स्थापना दिवस के मौके पर बधाई दी...

1950 में जेल से रिहा किए जाने के बाद सावरकर (चित्र: savarkar.org)
इतिहास

अंग्रेज़ों की ही नहीं, नेहरू सरकार की कैद में भी महीनों रहे थे सावरकर

28 May 2025

जब विनायक दामोदर सावरकर यानी वीर सावरकर को ब्रिटिश सरकार ने अंडमान की सेलुलर जेल में कैद किया, तब उन्होंने कल्पना भी नहीं की होगी...

कंबोडिया के बंतेय श्री मंदिर के चौखट पर बैठे जवाहरलाल नेहरू, नवंबर 1954
इतिहास

‘महाभारत में बीफ परोसने का उल्लेख’: जानें हिंदुत्व, रामायण, महाभारत और गीता को लेकर क्या थी नेहरू की राय?

27 May 2025

देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की आज (27 मई) 61वीं पुण्यतिथि है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर कांग्रेस और बीजेपी के तमाम बड़े...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Pakistan needs money from IMF to feed their people

Pakistan needs money from IMF to feed their people

00:15:20

Vacate PoK and more: Steps Pakistan needs to take to avoid Indian military action

00:06:36

Taking The Wire’s Propaganda Piece on VP to the Cleaners – Feat. Prof. Kapil Kumar

00:09:19

Rahul Gandhi Undermines India’s Electoral Integrity as Trump Applauds It

00:07:09

Why Pakistan army chief reminds two nation theory| what is the plan| Waqf Bill |Asim Munir| Jinnah

00:13:02
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited