TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    मेरा भी आरएसएस से संबंध है, जानें गृह मंत्री अमित शाह में क्यों कही यह बात

    मेरा भी आरएसएस से संबंध है, जानें गृह मंत्री अमित शाह में क्यों कही यह बात

    जोधपुर में आरएसएस की बड़ी बैठक, बीजेपी के लिए क्यों मानी जा रही है खास

    जोधपुर में आरएसएस की बड़ी बैठक, बीजेपी के लिए क्यों मानी जा रही है खास

    अवैध बांग्लादेशी मुद्दे पर पद्मश्री सैयदा हमीद की टिप्पणी ने छेड़ा नया विवाद

    अवैध बांग्लादेशी मुद्दे पर पद्मश्री सैयदा हमीद की टिप्पणी ने छेड़ा नया विवाद

    किसी नेता को जेल से सरकार चलाने का हक नहीं, 130वें संशोधन पर बोले अमित शाह

    किसी नेता को जेल से सरकार चलाने का हक नहीं, 130वें संशोधन पर बोले अमित शाह

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    पाकिस्तान की मनमानी पर भारत का जवाब, 24 सितंबर तक विमानों की उड़ान पर रोक

    पाकिस्तान की मनमानी पर भारत का जवाब, 24 सितंबर तक विमानों की उड़ान पर रोक

    जयशंकर का दो टूक: अमेरिका से रिश्ते अहम, पर कुछ शर्तों पर झुकना मुमकिन नहीं

    जयशंकर का दो टूक: अमेरिका से रिश्ते अहम, पर कुछ शर्तों पर झुकना मुमकिन नहीं

    "घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू"

    घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू

    अमेरिका = पाकिस्तान, आम आदमी की त्रासदी

    अमेरिका = पाकिस्तान, आम आदमी की त्रासदी

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    पाकिस्तान की मनमानी पर भारत का जवाब, 24 सितंबर तक विमानों की उड़ान पर रोक

    पाकिस्तान की मनमानी पर भारत का जवाब, 24 सितंबर तक विमानों की उड़ान पर रोक

    "घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू"

    घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू

    अब देश में ही बनेगा पांचवी पीढ़ी का फाइटर जेट और उसका इंजन, पीएम मोदी ने की थी घोषणा

    रक्षा आत्मनिर्भरता की उड़ान: स्वदेशी इंजन के साथ तैयार होगा भारत का 5th Gen Fighter

    शिक्षक समेत दो सरकारी कर्मचारी निकले लश्कर-ए-तैयबा के मददगार, एलजी मनोज सिन्हा ने किया बर्खास्त

    शिक्षक समेत दो सरकारी कर्मचारी निकले लश्कर-ए-तैयबा के मददगार, एलजी मनोज सिन्हा ने किया बर्खास्त

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    जबरन धर्मांतरण की फैक्ट्री: जानें पाकिस्तान में हिंदू और ईसाई लड़कियों की दर्दनाक सच्चाई

    जबरन धर्मांतरण की फैक्ट्री: जानें पाकिस्तान में हिंदू और ईसाई लड़कियों की दर्दनाक सच्चाई

    गगनयान की उड़ान की तैयारी: इसरो का पहला एकीकृत एयर ड्रॉप टेस्ट सफल

    गगनयान की उड़ान की तैयारी: इसरो का पहला इंटीग्रेटेड एयर ड्रॉप टेस्ट सफल

    फ्लोरिडा हादसा: हरजिंदर सिंह की डंकी रूट एंट्री और खालिस्तान कार्ड का खुलासा

    फ्लोरिडा हादसा: हरजिंदर सिंह की डंकी रूट एंट्री और खालिस्तान कार्ड का खुलासा

    भारत का अगला लक्ष्य स्पेस स्टेशन, पीएम मोदी ने किया अंतरिक्ष यात्री पूल का ऐलान

    भारत का अगला लक्ष्य स्पेस स्टेशन, पीएम मोदी ने किया अंतरिक्ष यात्री पूल का ऐलान

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    गांधी के परपोते का पलटवार: RSS कभी दोषी नहीं था, जैसे आज चुनाव आयोग नहीं है

    गांधी के परपोते का पलटवार: RSS कभी दोषी नहीं था, जैसे आज चुनाव आयोग नहीं है

    "ट्रक भर दस्तावेज़ या ठोस जवाब? सिंधु जल संधि पर नेहरू के बयान से उठी बहस"

    ट्रक भर दस्तावेज़ या ठोस जवाब? सिंधु जल संधि पर नेहरू के बयान से उठी थी यह बहस

    देवनागरी के नवदेवता बिनेश्वर ब्रह्म

    देवनागरी के नवदेवता बिनेश्वर ब्रह्म

    3,000 साल पुराने भजन से हुआ भारत और भूमध्य सागर के संगीत संबंधों का खुलासा

    3,000 साल पुराने भजन से हुआ भारत और भूमध्य सागर के संगीत संबंधों का खुलासा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    40 मंजिला इमारत जितना ऊंचा! इसरो बना रहा है 92 मीटर का ‘सूर्य’ रॉकेट

    40 मंजिला इमारत जितना ऊंचा! इसरो बना रहा है 92 मीटर का ‘सूर्य’ रॉकेट

    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    मेरा भी आरएसएस से संबंध है, जानें गृह मंत्री अमित शाह में क्यों कही यह बात

    मेरा भी आरएसएस से संबंध है, जानें गृह मंत्री अमित शाह में क्यों कही यह बात

    जोधपुर में आरएसएस की बड़ी बैठक, बीजेपी के लिए क्यों मानी जा रही है खास

    जोधपुर में आरएसएस की बड़ी बैठक, बीजेपी के लिए क्यों मानी जा रही है खास

    अवैध बांग्लादेशी मुद्दे पर पद्मश्री सैयदा हमीद की टिप्पणी ने छेड़ा नया विवाद

    अवैध बांग्लादेशी मुद्दे पर पद्मश्री सैयदा हमीद की टिप्पणी ने छेड़ा नया विवाद

    किसी नेता को जेल से सरकार चलाने का हक नहीं, 130वें संशोधन पर बोले अमित शाह

    किसी नेता को जेल से सरकार चलाने का हक नहीं, 130वें संशोधन पर बोले अमित शाह

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    पाकिस्तान की मनमानी पर भारत का जवाब, 24 सितंबर तक विमानों की उड़ान पर रोक

    पाकिस्तान की मनमानी पर भारत का जवाब, 24 सितंबर तक विमानों की उड़ान पर रोक

    जयशंकर का दो टूक: अमेरिका से रिश्ते अहम, पर कुछ शर्तों पर झुकना मुमकिन नहीं

    जयशंकर का दो टूक: अमेरिका से रिश्ते अहम, पर कुछ शर्तों पर झुकना मुमकिन नहीं

    "घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू"

    घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू

    अमेरिका = पाकिस्तान, आम आदमी की त्रासदी

    अमेरिका = पाकिस्तान, आम आदमी की त्रासदी

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    पाकिस्तान की मनमानी पर भारत का जवाब, 24 सितंबर तक विमानों की उड़ान पर रोक

    पाकिस्तान की मनमानी पर भारत का जवाब, 24 सितंबर तक विमानों की उड़ान पर रोक

    "घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू"

    घुसपैठ रोकने के लिए बड़ा कदम: बॉर्डर पर अब नाइट कर्फ्यू

    अब देश में ही बनेगा पांचवी पीढ़ी का फाइटर जेट और उसका इंजन, पीएम मोदी ने की थी घोषणा

    रक्षा आत्मनिर्भरता की उड़ान: स्वदेशी इंजन के साथ तैयार होगा भारत का 5th Gen Fighter

    शिक्षक समेत दो सरकारी कर्मचारी निकले लश्कर-ए-तैयबा के मददगार, एलजी मनोज सिन्हा ने किया बर्खास्त

    शिक्षक समेत दो सरकारी कर्मचारी निकले लश्कर-ए-तैयबा के मददगार, एलजी मनोज सिन्हा ने किया बर्खास्त

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    जबरन धर्मांतरण की फैक्ट्री: जानें पाकिस्तान में हिंदू और ईसाई लड़कियों की दर्दनाक सच्चाई

    जबरन धर्मांतरण की फैक्ट्री: जानें पाकिस्तान में हिंदू और ईसाई लड़कियों की दर्दनाक सच्चाई

    गगनयान की उड़ान की तैयारी: इसरो का पहला एकीकृत एयर ड्रॉप टेस्ट सफल

    गगनयान की उड़ान की तैयारी: इसरो का पहला इंटीग्रेटेड एयर ड्रॉप टेस्ट सफल

    फ्लोरिडा हादसा: हरजिंदर सिंह की डंकी रूट एंट्री और खालिस्तान कार्ड का खुलासा

    फ्लोरिडा हादसा: हरजिंदर सिंह की डंकी रूट एंट्री और खालिस्तान कार्ड का खुलासा

    भारत का अगला लक्ष्य स्पेस स्टेशन, पीएम मोदी ने किया अंतरिक्ष यात्री पूल का ऐलान

    भारत का अगला लक्ष्य स्पेस स्टेशन, पीएम मोदी ने किया अंतरिक्ष यात्री पूल का ऐलान

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    गांधी के परपोते का पलटवार: RSS कभी दोषी नहीं था, जैसे आज चुनाव आयोग नहीं है

    गांधी के परपोते का पलटवार: RSS कभी दोषी नहीं था, जैसे आज चुनाव आयोग नहीं है

    "ट्रक भर दस्तावेज़ या ठोस जवाब? सिंधु जल संधि पर नेहरू के बयान से उठी बहस"

    ट्रक भर दस्तावेज़ या ठोस जवाब? सिंधु जल संधि पर नेहरू के बयान से उठी थी यह बहस

    देवनागरी के नवदेवता बिनेश्वर ब्रह्म

    देवनागरी के नवदेवता बिनेश्वर ब्रह्म

    3,000 साल पुराने भजन से हुआ भारत और भूमध्य सागर के संगीत संबंधों का खुलासा

    3,000 साल पुराने भजन से हुआ भारत और भूमध्य सागर के संगीत संबंधों का खुलासा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    40 मंजिला इमारत जितना ऊंचा! इसरो बना रहा है 92 मीटर का ‘सूर्य’ रॉकेट

    40 मंजिला इमारत जितना ऊंचा! इसरो बना रहा है 92 मीटर का ‘सूर्य’ रॉकेट

    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

जम्मू-कश्मीर में इस्लामिक बैंकिंग? विचार ही बेकार है और ऐसी मांग रद्द की जानी चाहिए

क्या अब शरीयत के अनुसार चलेंगे बैंक?

Abhinav Kumar द्वारा Abhinav Kumar
11 November 2021
in वाणिज्य
इस्लामिक बैंकिंग
Share on FacebookShare on X

जम्मू-कश्मीर में एक गैर-सरकारी संगठन, उच्च न्यायालय में मामला दर्ज कर देश में इस्लामिक बैंकिंग संस्थानों की मांग कर रहा है। जी हां, इस्लामिक बैंकिंग। मुसलमानों का एक वर्ग चाहता है कि शरीयत के आधार पर देश और उसके बैंकिंग क्षेत्र को चलाया जाए।

बुधवार को जम्मू-कश्मीर में इस्लामिक बैंकिंग की शुरुआत की मांग करने वाली एक जनहित याचिका दायर की गई। इस याचिका पर सुनवाई करते हुए जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के उच्च न्यायालय ने जम्मू-कश्मीर प्रशासन से जवाब मांगा और इस जवाब को दाखिल करने के लिए चार सप्ताह का समय दिया।

संबंधितपोस्ट

3 जुलाई से शुरू होगी अमरनाथ यात्रा, सुरक्षा की व्यापक तैयारियां

‘ऑपरेशन शील्ड’: पाकिस्तान की सीमा से सटे कई राज्यों में आज होगी मॉक ड्रिल

पहलगाम का बदला ‘Operation Sindoor’: भारत ने किन 9 ठिकानों पर की एयर स्ट्राइक?

और लोड करें

वर्ष 2018 में दायर इस जनहित याचिका में केंद्रीय वित्त मंत्रालय को Sharia compliant windows अर्थात् इस्लामिक बैंकिंग की शुरुआत के लिए आवश्यक अधिसूचना जारी करने के निर्देश देने की मांग की गई थी। तब से इस पर सुनवाई हो रही है। हाईकोर्ट के एक बार फिर से जम्मू कश्मीर प्रशासन को समय दिए जाने के बाद पुनः इस मुद्दे पर चर्चा आरंभ हो चुकी है कि भारत में इस्लामिक बैंकिंग अखिर क्यों? हालांकि, इस्लामिक बैंकिंग का आइडिया न सिर्फ भारत के बैंकिंग सैक्टर के लिए घातक होगा; बल्कि सामाजिक सद्भावना और अखंडता के लिए भी घातक साबित होगा। इस पर विस्तार से चर्चा करेंगे, पर उससे पहले यह समझते हैं कि इस्लामिक बैंकिंग है क्या?

क्या है इस्लामिक बैंकिंग?

इस्लामिक बैंकिंग शरीयत की एक बैंकिंग प्रणाली है। इस्लाम में, पैसे का कोई आंतरिक मूल्य नहीं है – इसलिए, पैसे को लाभ पर नहीं बेचा जा सकता है और इसे केवल शरीयत के अनुसार इस्तेमाल करने की अनुमति है। इस्लामी कानून या शरीयत विशिष्ट अवधि के लिए पैसे (रीबा कहा जाता है) किराए पर लेने के लिए किसी भी शुल्क का भुगतान करने पर रोक लगाता है। यह उन व्यवसायों में किसी भी प्रकार के निवेश को भी प्रतिबंधित करता है जिन्हें हराम माना जाता है या इस्लाम के सिद्धांतों के खिलाफ है। माना जाता है कि ये सिद्धांत कुरान से प्राप्त हुए हैं, और तब से चले आ रहे हैं। इस्लामिक बैंकिंग का उद्देश्य पारंपरिक बैंकिंग के समान ही है, सिवाय इसके कि यह शरीयत के नियमों के अनुसार संचालित होता है, जिसे फ़िक़ह अल-मुमालत (लेन-देन पर इस्लामी नियम) के रूप में जाना जाता है।

और पढ़े: वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन से लेकर वर्ल्ड हलाल ऑर्गनाइजेशन तक: WHO का इस्लामीकरण हो गया है

इस्लामिक बैंकिंग में शरिया-अनुपालन (इस्लामी आर्थिक मानदंडों का सख्त पालन), वित्तीय सेवाओं जैसे इस्लामिक बॉन्ड (सुकुक), इस्लामिक बीमा (टकाफुल), इस्लामिक म्यूचुअल फंड, इस्लामिक क्रेडिट कार्ड और वित्तीय सेवाओं सभी कुछ शरीयत के अनुसार होगा। सुनने में यह आकर्षक पैकेज लगता है लेकिन देखा जाए, तो जिस तरह से हलाल वस्तुओं के इस्तेमाल से आप एक विशेष पंथ को न जानते हुए भी अपनाने लगते हैं यह ठी वैसी ही स्थिति है। इसे लागू करने का स्पष्ट अर्थ है कि सरकार शरीयत कानून के आगे झुक गयी है!

देखा जाए तो आज की बैंकिंग प्रणाली में चेक और बैलेंस है और अगर इस्लामिक बैंक बांड, टी-बिल और वाणिज्यिक पत्र में निवेश नहीं कर सकते हैं, या ब्याज के लिए इन्वेंट्री या परियोजनाओं केलिए उधार नहीं दे सकते हैं। यह बैंकिंग के उद्देश्य को समाप्त कर देता है।

और पढ़े: झटका मीट की बढ़ी मांग, फलते-फूलते हलाल व्यवसाय की सच्चाई आखिर समझ आने लगी है

सामान्य तौर पर, इस्लामिक बैंकिंग संस्थान के निवेश जोखिम से भरे होते हैं। बैंकों को एक सुरक्षित स्थान माना जाता है, जहां सबसे गरीब तबके भी जा सकते हैं और ऋण प्राप्त कर सकते हैं।

भारत में कब आरंभ हुई चर्चा

रघुराम राजन ने वर्ष 2008 में वित्तीय क्षेत्र पर अपनी रिपोर्ट में इस्लामिक बैंकिंग पर चर्चा की शुरुआत की थी, जहां उन्होंने सिफारिश की थी कि ब्याज मुक्त बैंकिंग तकनीकों को बड़े पैमाने पर संचालित किया जाना चाहिए, ताकि उन लोगों तक पहुंच प्रदान की जा सके जो बैंकिंग सेवाओं तक पहुंचने में असमर्थ हैं।

इसके बाद रघुराम राजन के RBI गवर्नर रहते हुए ही इससे पहले भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने वर्ष 2014 में शरिया म्यूचुअल फंड का शुभारंभ किया था जिसे शरिया (इस्लामी कानून) का अनुपालन करने वाली कंपनियों में निवेश करने के लिए डिज़ाइन किया गया था। अर्थात् डॉ रघुराम राजन खुले तौर पर शरीयत के अनुरूप वित्तीय संस्थानों के गठन को प्रोत्साहित कर रहे थे। इस मुद्दे पर बवाल बढ़ता देख मोदी सरकार ने इसे दिसंबर 2014 में स्थगित कर दिया।

उस दौरान सुब्रमणयम स्वामी ने द संडे गार्डियन को बताया था कि उन्होंने दिसंबर में प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखा था जिसमें बताया कि इस्लामी बैंकिंग शुरू करना “हमारे देश के लिए राजनीतिक और आर्थिक रूप से विनाशकारी” होगा। स्वामी ने अपने पत्र में केरल सरकार द्वारा शरिया अनुपालन बैंक शुरू करने के फैसले के बारे में भी बताया, जिसे उन्होंने अदालत में चुनौती दी थी।

और पढ़े: हलाल एक फूड चॉइस नहीं है,यह साजिश है मीट से जुड़ी अर्थव्यवस्था पर एकाधिकार की

तब भी तत्कालीन गवर्नर डॉ वाई वी रेड्डी के तहत रिजर्व बैंक ने एक हलफनामा दायर किया था जिसमें कहा गया था कि भारतीय धर्मनिरपेक्ष कानूनों और रिजर्व बैंक अधिनियम के तहत शरिया अनुपालन की अनुमति नहीं है। यही नहीं आरबीआई गवर्नर डी सुब्बाराव ने केरल में कहा था कि मौजूदा बैंकिंग रेगुलेशन एक्ट के प्रावधानों के तहत इस्लामिक बैंकिंग संभव नहीं है।

इसके बाद वर्ष 2017 में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने भारत में इस्लामिक बैंकिंग की शुरुआत के प्रस्ताव को आगे नहीं बढ़ाने का फैसला किया था।

तुर्की – एक ऐसा देश जिसे उसकी इस्लामिक मान्यताओं ने ही बर्बाद कर दिया। हालांकि विश्व के कई ऐसे देश है जहां पर यह बैंकिग प्रणाली अपनाई जाती है। सऊदी अरब, तुर्की कुछ ऐसे ही देश हैं। हालांकि सऊदी के पास तेल है, तो वहीं तुर्की के पास कुछ भी नहीं। नतीजा यह हुआ है कि तुर्की की अर्थव्यवस्था डांवाडोल है।

2020 के अंत में तुर्की इस्लामिक बैंकों की बाजार हिस्सेदारी कुल बैंकिंग क्षेत्र की संपत्ति का 7.2 प्रतिशत हो गई थी।  हालाँकि, तब से, इस मुस्लिम देश की अर्थव्यवस्था नीचे की ओर जा रही है। इसके लिए कहीं-न-कहीं तो इस्लामिक बैंकिंग जिम्मेदार है।

राष्ट्रपति एर्दोगन की राजकोषीय नीतियां तुर्की को बर्बाद कर रहीं हैं। एर्दोगन ने ब्याज दरों में वृद्धि होने नहीं दी, जिससे तुर्की में मुद्रास्फीति दरें बढ़ती गईं और लगातार वहां की मुद्रा लीरा का मूल्य घटता चला गया।

अर्थशास्त्रियों के अनुसार मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए ब्याज दरों को बढ़ाया जाना चाहिए, लेकिन एर्दोगन का मानना ​​​​है कि उच्च ब्याज दरें मुद्रास्फीति को और आगे बढ़ाती हैं।  हालांकि, इस मामले से जुड़े सूत्रों का मानना ​​है कि एर्दोगन शरीयत की मान्यताओं से बंधे हैं, जहां ब्याज दरों में वृद्धि को मनाही है। वैश्विक निवेशक पहले से ही तुर्की से दूरी बनाए हुए हैं। ऐसे में इस देश की अर्थव्यवस्था का गर्त में जाना तय है।

संक्षेप में कहें तो इस्लामिक बैंकिंग एक बुरा विचार है जो कि भारतीय बैंकिंग प्रणाली की धर्मनिरपेक्ष प्रकृति को अस्थिर कर देगी। एक विशेष धर्म के अनुरूप बैंकिंग और कराधान कानूनों में संशोधन करना हमारे देश के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने के खिलाफ है। यही नहीं, इस्लामिक बैंकिंग आतंकी समूहों के लिए भारत में पैसा भेजने के लिए चैनल भी खोल सकती है। यह मुसलमानों को बेवकूफ बनाने का एक साधन है। केवल एक सांप्रदायिक वोट को लुभाने की कोशिश करने वाली सरकार ही ऐसा कानून बनाने के बारे में सोच सकती है, खासकर भारत जैसे देश में जहां संविधान हमें एक धर्मनिरपेक्ष देश बनाता है।

Tags: इस्लामिक बैंकजम्मू और कश्मीर
शेयर94ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

दिल्ली के Civil Defence Volunteer जनता के सेवक कम AAP के गुंडे ज्यादा प्रतीत होते हैं

अगली पोस्ट

क्रिश्चियन मिशनरी गर्ल्स हॉस्टल में चल रहा था धर्मांतरण रैकेट, NCPCR ने किया खुलासा

संबंधित पोस्ट

जयशंकर का दो टूक: अमेरिका से रिश्ते अहम, पर कुछ शर्तों पर झुकना मुमकिन नहीं
अर्थव्यवस्था

जयशंकर का दो टूक: अमेरिका से रिश्ते अहम, पर कुछ शर्तों पर झुकना मुमकिन नहीं

23 August 2025

भारत और अमेरिका के बीच पिछले कुछ दिनों से ट्रेड डील और टैरिफ वार को लेकर तनाव है। इसके बाद भी भारत रूस से लगातार...

ट्रंप के टैरिफ वार पर आरबीआई की पैनी नजर, जानें क्या होंगे इसके प्रभाव
अर्थव्यवस्था

ट्रंप के टैरिफ वार पर आरबीआई की पैनी नजर, जानें क्या होंगे इसके प्रभाव

6 August 2025

भारतीय रिजर्व बैंक ने बुधवार को देश की मौद्रिक नीतियों को लेकर कई बड़े ऐलान किये। मौद्रिक नीति समिति (MPC) की तीन दिनों की बैठक...

ट्रंप के टैरिफ ऐलान पर भारत का पलटवार, राष्ट्रीय हित सर्वोपरित: पीयूष गोयल
अर्थव्यवस्था

ट्रंप के टैरिफ ऐलान पर भारत का पलटवार, राष्ट्रीय हित सर्वोपरि: पीयूष गोयल

31 July 2025

केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने गुरुवार को लोकसभा को संबोधित करते हुए ज़ोर देकर कहा कि भारत सरकार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारतीय...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

IADWS The Modern ‘Sudarshan Chakra’, Redefining the Laws of Future Aerial Warfare

IADWS The Modern ‘Sudarshan Chakra’, Redefining the Laws of Future Aerial Warfare

00:06:12

Is Rampur Nadrabag Mosque The Dark Web of Trafficking, Illegal Arms, Drugs & Conversion Mafia?

00:05:52

ISRO’s ₹8,240 Cr Project ‘Soorya' : India’s Ticket to Space Station & Moon Missions

00:06:37

Why Silencing History ? The Hypocrisy of Stopping Bengal Files | Kolkata | Mamata | Vivek Agnihotri

00:04:54

Reason Behind Congress and Sanjay Kumar Silently Deleting Their Fake Voter Data Tweets

00:05:56
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited