TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक ‘डॉ हेडगेवार’

    आधुनिक भारत को जोड़ने वाले ‘योग पुरुष’ हैं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक ‘डॉ हेडगेवार’

    केरल में स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल होगा ‘राज्यपाल के अधिकारों’ का चैप्टर, जानें क्या है मामला?

    केरल में स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल होगा ‘राज्यपाल के अधिकारों’ का चैप्टर, जानें क्या है मामला?

    सीएम हिमंत का आरोप

    हिंदू नामों से कांग्रेस के लिए किया जा रहा है ‘ऑनलाइन जिहाद’! असम के CM हिमंता बिस्वा सरमा ने समझाया पूरा खेल

    1991 में हुआ सैन्य सूचना समझौता

    विश्वास के नाम पर खुली रणनीति: 1991 समझौता बना भारत की सुरक्षा में सेंध

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    मारन भाइयों की कहानी

    तमिलनाडु की राजनीति और मीडिया के ‘पावर प्लेयर्स’: मारन बंधुओं के संघर्ष और विवाद की पूरी कहानी

    बोईंग शेयर क्रैश

    प्लेन क्रैश के बाद धड़ाम हुए बोइंग के शेयर, प्री-मार्केट में 8% की गिरावट

    GDP

    क्रिसिल का अनुमान: FY26 में फिर घटेंगी ब्याज दरें, भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.5% पर टिकी

    इस साल फरवरी से अब तक रेपो रेट में लगातार 100 आधार अंकों की कटौती की गई है

    RBI Repo Rate Cut: 50 बेसिस पॉइंट घटाया गया रेपो रेट, EMI में आएगा ये बदलाव

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    1991 में हुआ सैन्य सूचना समझौता

    विश्वास के नाम पर खुली रणनीति: 1991 समझौता बना भारत की सुरक्षा में सेंध

    महिला सशक्तिकरण

    जम्मू में लड़कियों के लिए 15 दिवसीय आत्मरक्षा शिविर, घरेलू सामान से रक्षा की ट्रेनिंग पर ज़ोर

    ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट

    क्यों 4 दिनों से भारत में फंसा है ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट?

    Falcon 2000 जेट (Photo- Blade.com)

    भारत में पहली बार बनेंगे Falcon 2000 जेट: रिलायंस और Dassault की ऐतिहासिक साझेदारी

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    खामेनेई और डोनाल्ड ट्रंप

    ईरान पर अमेरिका का हमला: क्या ‘स्ट्रेट ऑफ हॉर्मुज़’ को बंद कर बदला लेंगे खामेनेई?

    अमेरिका के हमलों को जहां नेतन्याहू ने ऐतिहासिक बताया है तो वहीं ईरान ने इनकी निंदा की है

    ईरान में न्यूक्लियर साइट्स पर US की स्ट्राइक: जानें कहां व कैसे हुए ये हमले और ट्रंप, नेतन्याहू व ईरान ने क्या कहा?

    2025 के इंडो-पाक युद्ध

    भारत-पाकिस्तान संघर्ष ने अमेरिका की छवि को किया धूमिल

    पिज़्ज़ा = युद्ध?

    युद्ध और पिज़्ज़ा: क्या पेंटागन की भूख भविष्य के टकरावों की भविष्यवाणी करती है?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    पुरी की रथ यात्रा ना केवल एक धार्मिक उत्सव है बल्कि यह एक सांस्कृतिक यात्रा भी है

    हाथी रूप में दर्शन, मौसी के घर विश्राम और रसगुल्ला से मनुहार: पढ़ें पुरी रथ यात्रा की अनकही कहानियां

    हर एक ग्रह को 3 नक्षत्र का स्वामी माना गया है

    केवल ग्रह ही नहीं नक्षत्र भी बनते हैं कर्म, स्वभाव और भाग्य के कारक

    कैसे अग्नि उपासक ईरान बना इस्लामी गणराज्य?: जानें फारस की ऐतिहासिक यात्रा

    कैसे अग्नि उपासक ईरान बना इस्लामी गणराज्य?: जानें फारस की ऐतिहासिक यात्रा

    राकेश शुक्ला की पुस्तक ‘तानसेन का ताना-बाना’

    संगीत सम्राट तानसेन के जीवन के अज्ञात पहलुओं को जानने का खजाना है राकेश शुक्ला की पुस्तक ‘तानसेन का ताना-बाना’

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    ‘शाकाहार को हिंसक’ बताने वाले IIT बॉम्बे के हिंदू विरोधी प्रोफेसर को कारण बताओ नोटिस

    ‘शाकाहार को हिंसक’ बताने वाले IIT बॉम्बे के हिंदू विरोधी प्रोफेसर को कारण बताओ नोटिस

    'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर बढ़ा विवाद; थरूर बोले-'मतभेद पार्टी के भीतर ही उठाऊंगा'

    थरूर ने कांग्रेस से मतभेदों को स्वीकारा, गांधी परिवार से वैचारिक दूरी के दिए संकेत

    घड़े का पानी गले से लेकर आंतों के लिए अच्छा होता है: एक्सपर्ट

    गर्मियों में ‘अमृत’ के समान है घड़े का पानी; मिलते हैं ये फायदे

    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक ‘डॉ हेडगेवार’

    आधुनिक भारत को जोड़ने वाले ‘योग पुरुष’ हैं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक ‘डॉ हेडगेवार’

    केरल में स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल होगा ‘राज्यपाल के अधिकारों’ का चैप्टर, जानें क्या है मामला?

    केरल में स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल होगा ‘राज्यपाल के अधिकारों’ का चैप्टर, जानें क्या है मामला?

    सीएम हिमंत का आरोप

    हिंदू नामों से कांग्रेस के लिए किया जा रहा है ‘ऑनलाइन जिहाद’! असम के CM हिमंता बिस्वा सरमा ने समझाया पूरा खेल

    1991 में हुआ सैन्य सूचना समझौता

    विश्वास के नाम पर खुली रणनीति: 1991 समझौता बना भारत की सुरक्षा में सेंध

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    मारन भाइयों की कहानी

    तमिलनाडु की राजनीति और मीडिया के ‘पावर प्लेयर्स’: मारन बंधुओं के संघर्ष और विवाद की पूरी कहानी

    बोईंग शेयर क्रैश

    प्लेन क्रैश के बाद धड़ाम हुए बोइंग के शेयर, प्री-मार्केट में 8% की गिरावट

    GDP

    क्रिसिल का अनुमान: FY26 में फिर घटेंगी ब्याज दरें, भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.5% पर टिकी

    इस साल फरवरी से अब तक रेपो रेट में लगातार 100 आधार अंकों की कटौती की गई है

    RBI Repo Rate Cut: 50 बेसिस पॉइंट घटाया गया रेपो रेट, EMI में आएगा ये बदलाव

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    1991 में हुआ सैन्य सूचना समझौता

    विश्वास के नाम पर खुली रणनीति: 1991 समझौता बना भारत की सुरक्षा में सेंध

    महिला सशक्तिकरण

    जम्मू में लड़कियों के लिए 15 दिवसीय आत्मरक्षा शिविर, घरेलू सामान से रक्षा की ट्रेनिंग पर ज़ोर

    ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट

    क्यों 4 दिनों से भारत में फंसा है ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट?

    Falcon 2000 जेट (Photo- Blade.com)

    भारत में पहली बार बनेंगे Falcon 2000 जेट: रिलायंस और Dassault की ऐतिहासिक साझेदारी

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    खामेनेई और डोनाल्ड ट्रंप

    ईरान पर अमेरिका का हमला: क्या ‘स्ट्रेट ऑफ हॉर्मुज़’ को बंद कर बदला लेंगे खामेनेई?

    अमेरिका के हमलों को जहां नेतन्याहू ने ऐतिहासिक बताया है तो वहीं ईरान ने इनकी निंदा की है

    ईरान में न्यूक्लियर साइट्स पर US की स्ट्राइक: जानें कहां व कैसे हुए ये हमले और ट्रंप, नेतन्याहू व ईरान ने क्या कहा?

    2025 के इंडो-पाक युद्ध

    भारत-पाकिस्तान संघर्ष ने अमेरिका की छवि को किया धूमिल

    पिज़्ज़ा = युद्ध?

    युद्ध और पिज़्ज़ा: क्या पेंटागन की भूख भविष्य के टकरावों की भविष्यवाणी करती है?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    पुरी की रथ यात्रा ना केवल एक धार्मिक उत्सव है बल्कि यह एक सांस्कृतिक यात्रा भी है

    हाथी रूप में दर्शन, मौसी के घर विश्राम और रसगुल्ला से मनुहार: पढ़ें पुरी रथ यात्रा की अनकही कहानियां

    हर एक ग्रह को 3 नक्षत्र का स्वामी माना गया है

    केवल ग्रह ही नहीं नक्षत्र भी बनते हैं कर्म, स्वभाव और भाग्य के कारक

    कैसे अग्नि उपासक ईरान बना इस्लामी गणराज्य?: जानें फारस की ऐतिहासिक यात्रा

    कैसे अग्नि उपासक ईरान बना इस्लामी गणराज्य?: जानें फारस की ऐतिहासिक यात्रा

    राकेश शुक्ला की पुस्तक ‘तानसेन का ताना-बाना’

    संगीत सम्राट तानसेन के जीवन के अज्ञात पहलुओं को जानने का खजाना है राकेश शुक्ला की पुस्तक ‘तानसेन का ताना-बाना’

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    ‘शाकाहार को हिंसक’ बताने वाले IIT बॉम्बे के हिंदू विरोधी प्रोफेसर को कारण बताओ नोटिस

    ‘शाकाहार को हिंसक’ बताने वाले IIT बॉम्बे के हिंदू विरोधी प्रोफेसर को कारण बताओ नोटिस

    'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर बढ़ा विवाद; थरूर बोले-'मतभेद पार्टी के भीतर ही उठाऊंगा'

    थरूर ने कांग्रेस से मतभेदों को स्वीकारा, गांधी परिवार से वैचारिक दूरी के दिए संकेत

    घड़े का पानी गले से लेकर आंतों के लिए अच्छा होता है: एक्सपर्ट

    गर्मियों में ‘अमृत’ के समान है घड़े का पानी; मिलते हैं ये फायदे

    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

ULFA पहली बार असम में गणतंत्र दिवस समारोह के दिन कोई खतरा पैदा नहीं करेगा

हिमंता बिस्वा सरमा की कार्रवाई का दिख रहा असर!

Yashwant Singh द्वारा Yashwant Singh
23 January 2022
in राजनीति
Himanta

Source- TFIPOST

Share on FacebookShare on X

गोस्वामी तुलसीदास की ‘रामचरितमानस’ में एक बात तो बहुत ही उचित लिखी गई है, ‘भय बिनु होइ न प्रीति’। मौजूदा समय में यह पंक्तियां असम के लिए बिल्कुल सटीक बैठती है। इस गणतंत्र दिवस पर पहली बार असम स्वतंत्र रूप से गणतंत्र दिवस मनाने जा रहा है। दशकों से पूर्वोत्तर भारत में, विशेष रूप से असम में गणतंत्र दिवस घर पर बैठकर मनाया जाता था, क्योंकि लोग अपने घरों से बाहर कदम रखने से डरते थे। बाहर निकलने पर उनकी जान को खतरा होता था, लेकिन जब से भाजपा सत्ता में आई है, उसने असम में समीकरण बदल दिए हैं। भाजपा ने उल्फा जैसे संगठनों पर ध्यान देना शुरू कर दिया है और उनपर लगाम लगाना आरंभ कर दिया हैं।

हिमंता ने ट्वीट कर कही ये बात

दरअसल, यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम उर्फ ULFA इंडिपेंडेंट ने गणतंत्र दिवस 2022 पर बंद नहीं बुलाने का फैसला किया है। संगठन ने 26 जनवरी को कोई सशस्त्र विरोध प्रदर्शन नहीं करने का भी फैसला किया है। यह खबर तब सामने आ रही है, जब असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने संगठन के सभी गुटों से बंद बुलाने की घोषणा नहीं करने और कोई बहिष्कार का आह्वान नहीं करने की अपील की थी। रविवार को ट्वीट करते हुए असम के मुख्यमंत्री ने इसकी जानकारी दी और संगठन से भारत सरकार के साथ सार्थक चर्चा के लिए आगे आने का अनुरोध भी किया है।

संबंधितपोस्ट

‘गौरव गोगोई की पत्नी को पाकिस्तानी NGO दे रहा सैलरी’: सीएम हिमंता ने कांग्रेस MP से पूछे 3 सवाल, कहा- 10 सितंबर को दूंगा सबूत

‘पाकिस्तान के दलालों को छोड़ूँगा नहीं…’: पहलगाम हमले के बाद Pak प्रेम दिखाने पर गिरफ्तार हुआ विधायक, CM हिमंता ने दी कड़ी चेतावनी

‘पाकिस्तानी प्रोपेगेंडा के लिए कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने BSF के खिलाफ लिखे लेख!’; हिमंता के आरोपों में कितना दम?

और लोड करें

हिमंता बिस्वा सरमा ने ट्वीट किया, “मैं उल्फा के गणतंत्र दिवस के दौरान बंद का आह्वान नहीं करने और किसी भी प्रतिरोध से दूर रहने के फैसले का स्वागत करता हूं। मैं इस अवसर पर एक बार फिर श्री परेश बरुआ से भारत सरकार के साथ सार्थक चर्चा के लिए आगे आने की अपील करता हूं।”

I welcome ULFA's decision not to call a bandh and desist from any resistance during Republic Day. I take this opportunity to once again appeal to Shri Paresh Baruah to come forward for a meaningful discussion with Govt of India

— Himanta Biswa Sarma (Modi Ka Parivar) (@himantabiswa) January 23, 2022

इससे पहले पिछले वर्ष उल्फा-I ने 15 अगस्त को भी भारत बंद नहीं बुलाया था। आपको बताते चलें कि संगठन ने 15 मई, 2021 से युद्धविराम की घोषणा की है, जिसे नियमित अंतराल पर नवीनीकृत किया जा रहा है। दिलचस्प बात यह है कि भारतीय अधिकारियों ने भी उल्फा-I के खिलाफ पिछले कुछ समय से कोई भी कार्रवाई नहीं की है।

यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम या उल्फा-इंडिपेंडेंट (ULFA-I) ने घोषणा की है कि संगठन गणतंत्र दिवस 2022 पर कोई भी बंदी या बहिष्कार नहीं बुलाएगा। इतना ही नहीं, संगठन ने यह भी कहा है कि वे 26 जनवरी को सशस्त्र विरोध प्रदर्शन में शामिल भी नहीं होंगे। ULFA-I के कमांडर-इन-चीफ परेश बरुआ द्वारा एक विज्ञप्ति के माध्यम से इसकी जानकारी दी गई है। बरुआ ने कहा कि राज्य में मौजूदा कोविड महामारी परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है।

और पढ़ें: PM मोदी के ‘डिजिटल इंडिया मिशन’ ने बढ़ाया एक और कदम सफलता की ओर

कोविड तो सिर्फ बहाना है!

कोविड को सिर्फ एक बहाना है, क्योंकि अगर ऐसा होता तो 2021 के गणतंत्र दिवस पर भी कोरोना था, लेकिन बंद नहीं बुलाया गया था। यह तो बर्बादी से बचने का तरीका है। असम सरकार इस समय पूरे फॉर्म में उल्फा उग्रवादियों से निपट रही है, ऐसे में सरकार से पंगा लेना किसी शेर के मुंह में हाथ डालने के समान है।

ध्यान देने वाली बात है कि 1979 में एक संप्रभु असम बनाने के उद्देश्य से गठित, यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असोम (उल्फा) असम में सबसे बड़ा उग्रवादी संगठन है, जो कि सशस्त्र संघर्ष के साथ अपने स्वदेशी लोगों के लिए एक स्वतंत्र राज्य स्थापित करने की मांग कर रहा है। तब से यह संगठन अपने आतंक, अपहरण और हत्या के दम पर लोगों के बीच में डर फैला रहा है।

कांग्रेस शासन के दौरान राज्य में राज्य में अराजकता फैलाने वाले उल्फा के दिन तब लद गए, जब हिमंता बिस्वा सरमा सत्ता में आये। असम के मुख्यमंत्री के रूप में अपनी पहली मीडिया ब्रीफिंग में, हिमंता बिस्वा सरमा ने विद्रोही समूह यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (ULFA) के स्वयंभू “कमांडर-इन-चीफ” परेश बरुआ से शांति के लिए आगे आने के लिए अपील की। कई दशकों से असम ULFA के आतंक से आतंकित रहा था, पर उस समय लगा कि मुख्यमंत्री हिमंता के पास उनके लिए विशेष प्लान है। सरमा ने कहा, “उल्फा के साथ बातचीत Two way Street है। परेश बरुआ को आगे आना होगा। इसी तरह भी हमें उनके पास जाना होगा। यदि दोनों पक्षों में इच्छाशक्ति है तो बातचीत मुश्किल नहीं होगी।“

सरकार के रवैये से डरा है उल्फा

सरकार और इस संगठन के बीच बातचीत को लेकर पहले तो आनाकानी हुई। उल्फा अपने शर्तो से हटकर बातचीत को तैयार नहीं था। अब आप यह सोच रहे होंगे कि कैसी शर्त? तो आपको बताते चलें कि वर्ष 2003 में, उल्फा ने भारत सरकार के साथ बातचीत और बातचीत के लिए तीन शर्तें रखी थी। उस समय की भाजपा सरकार ने इन शर्तों को तुरन्त खारिज कर दिया था। शर्तें यह  थी कि-

  • वार्ता किसी तीसरे देश में होनी चाहिए।
  • वार्ता संयुक्त राष्ट्र की निगरानी में होनी चाहिए।
  • वार्ता के एजेंडे में असम की आजादी शामिल होनी चाहिए।

जब अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने इन शर्तों को रदद् कर दिया और इस संगठन पर कार्रवाई की तैयारी में थी, तब वर्ष 2004 में, उल्फा ने पहली दो शर्तें हटा दी और सरकार से बात करने की पेशकश की। भारत सरकार स्वतंत्रता के मुद्दे पर बातचीत के लिए तैयार नहीं थी। मौजूदा समय में भी वहीं प्लान चल रहा है। दोनों पक्षों की ओर से लगातार बातचीत की अपील की जा रही है। हिमंता बिस्वा सरमा भी कई बार इस बात को दोहरा चुके हैं।

जब बातचीत में देरी हुई तो हाल ही में उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा, “अपराधी यदि भागने की कोशिश करता है, तो उसे पकड़ने के लिए एनकाउंटर किया जाए। यदि क्रिमिनल पुलिस के हथियारों तक को छीनता है, तो उसका एनकाउंटर करना सही पैटर्न माना जाएगा।” 

सरकार के ऐसे रवैये से उल्फा भी डरा है। बता दें कि वर्ष 2009 और 2018 के बीच, ULFA के पूरे नेतृत्व को पकड़ लिया गया या सरकार के सामने आत्मसमर्पण करा दिया गया, ULFA बटालियनों को भंग कर दिया गया। आज केवल एक बटालियन सक्रिय है, जिसको 27वीं बटालियन या फिर कपिली गुट कहा जाता है। वर्तमान में, परेश बरुआ के अलावा उल्फा के पास कोई कमांडर नहीं है।

हिमंता के खौफ का दिख रहा असर

ध्यान देने वाली बात है, जब उल्फा को यह समझ आया कि सरकार उनपर ध्यान ही नहीं दे रही है, तो उनके पास दो ही रास्ता बचा या तो वे पूरी ताकत से विरोध करो (जो की हो नहीं सकता है), या फिर चुपचाप सरेंडर करें। ये कदम काम तो इतना आया कि उल्फा-आई के पूर्व नेता अनूप चेतिया ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जनवरी 2020 से भारत सरकार उल्फा के साथ चर्चा में नहीं बैठी है। इसके अलावा, चेतिया ने इस घटना को शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण घटना करार दिया। नॉर्थ ईस्ट इंडिजिनस पीपुल्स फोरम द्वारा आयोजित एक प्रेस मीट में, पूर्व उल्फा आतंकवादी ने कहा, “यह शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारत सरकार आगे चर्चा करने के लिए उल्फा-आई के साथ नहीं बैठी।”

बताते चलें कि भाजपा शासन में फर्क नही पड़ता कि कौन है और क्या कर रहा है, अगर किसी ने अराजकता फैलाने की कोशिश की या देश की संप्रभुता के लिए खतरा बना, फिर कार्रवाई तो होनी ही है। वर्ष 2020 में भी असम में गणतंत्र दिवस के दिन उल्फा के बहिष्कार और दो कम तीव्रता के विस्फोटों के बावजूद राज्य गणतंत्र दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया था, इस साल भी सब बेहतर तरीके से ही होगा, क्योंकि उल्फा पर लगाम लगना शुरु हो गया है। ध्यान देने वाली बात है कि यह सब कोरोना नहीं, हिमंता बिस्वा शर्मा के खौफ से हो रहा है।

और पढ़ें: हिंदुत्व के गौरव थे बाला साहेब ठाकरे, लेकिन उद्धव ने उनकी विरासत का ‘कांग्रेसीकरण’ कर दिया!

Tags: असम सरकारउल्फाहिमंता बिस्वा सरमा
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

हवा के 28 पर्यायवाची शब्द | Hawa Ke Paryayvachi Shabd

अगली पोस्ट

1946 की क्रांति को चित्रित कर भारत देगा आजादी के असली नायकों को न्याय

संबंधित पोस्ट

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक ‘डॉ हेडगेवार’
भारत

आधुनिक भारत को जोड़ने वाले ‘योग पुरुष’ हैं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक ‘डॉ हेडगेवार’

22 June 2025

इस 21 जून को सम्पूर्ण विश्व ने ‘योग दिवस’ मनाया । योग दिवस ‘वसुंधरा परिवार हमारा’ इस ध्येय वाक्य को चरितार्थ करता है । सरल...

केरल में स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल होगा ‘राज्यपाल के अधिकारों’ का चैप्टर, जानें क्या है मामला?
चर्चित

केरल में स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल होगा ‘राज्यपाल के अधिकारों’ का चैप्टर, जानें क्या है मामला?

21 June 2025

केरल में हाल ही में CPI(M)-नेतृत्व वाली सरकार द्वारा स्कूलों के पाठ्यक्रम में राज्यपाल के अधिकारों को शामिल करने का जो निर्णय लिया गया है,...

सीएम हिमंत का आरोप
चर्चित

हिंदू नामों से कांग्रेस के लिए किया जा रहा है ‘ऑनलाइन जिहाद’! असम के CM हिमंता बिस्वा सरमा ने समझाया पूरा खेल

21 June 2025

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने राज्य की कांग्रेस पार्टी पर एक बेहद गंभीर आरोप लगाते हुए राजनीतिक माहौल को और अधिक गर्म कर...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

when the God leaves the temple to be with his devotees.

when the God leaves the temple to be with his devotees.

00:05:31

R.P. Singh Exposes AAP: Following Indira's Model of Separatist Appeasement?

00:11:04

kamakhya Devi and the Power of Menstruation: Ambubachi Mela Explained.

00:04:47

From love to murder- how five plots took down raja raghuvanshi

00:04:38

Marriage gone murderous: expert explains the gruesome murder case.

00:13:01
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited