TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    INDIA-Pakistan match

    BCCI के लिए संदेश: ‘काली पट्टी’ बांधो या न बांधों- पहलगाम के जख्म ‘हरे’ ही रहेंगे

    ‘वोट चोरी बोलते राहुल, एमएलए चोरी में पकड़े गए!’

    वोट चोरी बोलते राहुल, एमएलए चोरी में पकड़े गए!

    मणिपुर: घाव पर मरहम रखने लौटा भरोसे का कारवां

    मणिपुर: घाव पर मरहम रखने लौटा भरोसे का कारवां

    तख़्तापलट से अंतरिम सत्ता तक: नेपाल में सुशीला कार्की का उदय और भारत की प्रतिक्रिया

    तख़्तापलट से अंतरिम सत्ता तक: नेपाल में सुशीला कार्की का उदय और भारत की प्रतिक्रिया

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    हिमाचल में वेतन कटौती का संकट: सरकार की नीतियां और जनता की तकलीफ़

    हिमाचल में वेतन कटौती का संकट: सरकार की नीतियां और जनता की तकलीफ़

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी: दुनिया का सबसे बेहतरीन लास्ट स्टैंड- जिसमें 22 जवान शहीद हुए थे, लेकिन पहचान सिर्फ 21 सिख जवानों को ही क्यों मिली ?

    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    Operation Polo

    ऑपरेशन पोलो: जब दिल्ली में बम गिराने जा रहा था पाकिस्तान

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    बैटल ऑफ सारागढ़ी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी: दुनिया का सबसे बेहतरीन लास्ट स्टैंड- जिसमें 22 जवान शहीद हुए थे, लेकिन पहचान सिर्फ 21 सिख जवानों को ही क्यों मिली ?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    INDIA-Pakistan match

    BCCI के लिए संदेश: ‘काली पट्टी’ बांधो या न बांधों- पहलगाम के जख्म ‘हरे’ ही रहेंगे

    ‘वोट चोरी बोलते राहुल, एमएलए चोरी में पकड़े गए!’

    वोट चोरी बोलते राहुल, एमएलए चोरी में पकड़े गए!

    मणिपुर: घाव पर मरहम रखने लौटा भरोसे का कारवां

    मणिपुर: घाव पर मरहम रखने लौटा भरोसे का कारवां

    तख़्तापलट से अंतरिम सत्ता तक: नेपाल में सुशीला कार्की का उदय और भारत की प्रतिक्रिया

    तख़्तापलट से अंतरिम सत्ता तक: नेपाल में सुशीला कार्की का उदय और भारत की प्रतिक्रिया

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    हिमाचल में वेतन कटौती का संकट: सरकार की नीतियां और जनता की तकलीफ़

    हिमाचल में वेतन कटौती का संकट: सरकार की नीतियां और जनता की तकलीफ़

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी: दुनिया का सबसे बेहतरीन लास्ट स्टैंड- जिसमें 22 जवान शहीद हुए थे, लेकिन पहचान सिर्फ 21 सिख जवानों को ही क्यों मिली ?

    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    Operation Polo

    ऑपरेशन पोलो: जब दिल्ली में बम गिराने जा रहा था पाकिस्तान

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    बैटल ऑफ सारागढ़ी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी: दुनिया का सबसे बेहतरीन लास्ट स्टैंड- जिसमें 22 जवान शहीद हुए थे, लेकिन पहचान सिर्फ 21 सिख जवानों को ही क्यों मिली ?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

स्मृति ईरानी : अभिनय से राजनीति तक एक अनोखा सफर

बड़े परिवारों का राजनीति से सफाया करने वाली ये हैं एक सशक्त महिला

Utkarsh Upadhyay द्वारा Utkarsh Upadhyay
23 March 2022
in राजनीति
स्मृति ईरानी

स्रोत

Share on FacebookShare on X

भारत में अभिनेता से राजनेता बनने वालों की एक लंबी फ़ेहरिस्त है,  पर राजनीति में एक मुकाम तक पहुँच कर उसे बरकरार रख पाना सबके बस की बात नहीं है । फिर चाहे बात राजेश खन्ना की हो, या सुनील दत्त की या फिर गोविंदा की ये सभी कला के महारथी और सिल्वरस्क्रीन के सुपरस्टार तो बनने में कामयाब हुए पर राजनीति में इनका पदार्पण जितनी जल्दी हुआ उससे जल्दी इनकी राजनीति से विदाई हो गई। ऐसे में एक नाम जो इन सभी अभिनेताओं के बाद फिल्मी दुनिया से राजनीति में  आया फिर दिनों दिन उस चेहरे ने राजनीति में अपार सफलता  हासिल की और कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। यह चेहरा है उस महिला अभिनेत्री का जो मॉडल बन कर टीवी की दुनिया में कदम रखती है और बहु बन देश के सारे घरों में अपनी आदर्श बहु वाली छवि से ख्याति पाती है और बाद में यही अभिनेत्री, नेत्री बन सत्ता के रेड कार्पेट पर चलकर केंद्रीय मंत्री भी बनती है और देश के सबसे बड़े राजनीतिक परिवार के वंशज को कड़ी शिकस्त भी देती है, जी हाँ आप सही सोच रहे है यहाँ हम श्रीमती स्मृति ज़ुबिन ईरानी की बात कर रहे हैं ।

स्मृति ईरानी ने तोड़े कई मिथक  

लंबे समय से यह दावा किया जाता रहा है कि अभिनेता अच्छे राजनेता नहीं हो सकते, क्योंकि अभिनेता काल्पनिक भावनाओं के अनुसरण के लिए जाने जाते हैं। यद्यपि इस सिद्धांत को  स्मृति ईरानी ने धूल चटा दी और इस दावे के उलट उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी छाप बिखरने के साथ ही ये बता दिया कि ध्येय अडिग हो तो कुछ भी किया जा सकता है।  खैर, स्मृति ईरानी राष्ट्रीय स्तर पर राजनीति ऐसा कर रही हैं, जैसे कि उनका राजनीति से कोई पुराना नाता रहा हो। टीवी की ”आदर्श बहू”  से राजनीतिक दिग्गज तक की उनकी यात्रा  काफी उतार-चढ़ाव वाली रही किन्तु उन्होंने हमेशा राजनैतिक परिपक्वता को दर्शाया | स्मृति जुबिन ईरानी का जन्म 23 मार्च 1976 को एक बहु-सांस्कृतिक परिवार में हुआ था। उनका पैतृक पक्ष एक मराठी हिंदू परिवार था, जबकि उनकी मातृ प्रवृत्ति बंगाल से है।

संबंधितपोस्ट

वोट चोरी बोलते राहुल, एमएलए चोरी में पकड़े गए!

मणिपुर: घाव पर मरहम रखने लौटा भरोसे का कारवां

बिहार चुनाव से पहले कांग्रेस का आत्मघाती दांव

और लोड करें

और पढ़ें  राहुल गांधी भारत के “धीमे” वैक्सीनेशन अभियान का मज़ाक बनाने चले थे, स्मृति ईरानी ने धो डाला

बचपन से ही उन्हें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के तत्वावधान में तैयार किया गया है। उनके दादा आरएसएस के स्वयंसेवक थे और उनकी मां जनसंघ की सदस्य थीं। स्मृति बचपन में मेधावी छात्रा थीं। हालांकि, अपने कॉलेज के दिनों में, सिनेमाई उद्योग ने उनका ध्यान आकर्षित किया। जिसके बाद उनका रुझान उसमें बढ़ा लेकिन समय काल परिस्थिति ऐसी कि उस दौरान पढाई के साथ-साथ एक होटल में वो वेट्रेस का काम किया करती थीं। इतने लचर हालातों में उन्होंने संघर्ष से कभी मुंह नहीं फेरा। यह कारण है जो आज स्मृति जुबिन ईरानी, नाम से कोई भी अनभिज्ञ नहीं है।

स्मृति का शूरुवाती जीवन 

स्मृति ने अपने करियर की शुरुआत सौंदर्य प्रतियोगिता मिस इंडिया 1998 में एक प्रतिभागी के रूप में की थी। उसी वर्ष, वह मीका सिंह के साथ “सावन में लग गई आग” एल्बम के एक गीत “बोलियां” में दिखाई दीं। बाद में उन्होंने आतिश, हम हैं कल आज और कल, स्टार प्लस पर क्योंकि सास भी कभी बहू थी, डीडी मेट्रो पर कविता जैसे विभिन्न टीवी धारावाहिकों में अभिनय किया। वह सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के लिए लगातार पांच भारतीय टेलीविजन अकादमी पुरस्कार जीतने का रिकॉर्ड रखती हैं।अपने बढ़ते करियर ग्राफ के बीच स्मृति ने वर्ष 2001 में पारसी बिजनेसमैन जुबिन ईरानी से शादी कर ली थी। इनके 2 बच्चे हैं। 2003 में, वह भाजपा में शामिल हो गईं। एक साल के भीतर ही, पार्टी ने उन पर 2004 के लोकसभा चुनाव में कपिल सिब्बल के विरुद्ध लड़ाने का भरोसा जताया। विभिन्न मुद्दों पर उनके वाक्पटु और आत्मविश्वासी रुख के कारण, उन्हें भाजपा की केंद्रीय समिति के कार्यकारी सदस्य के रूप में नामित किया गया था। ईरानी महिलाओं की सुरक्षा को चुनावी मुद्दा बनाने वाले चंद लोगों में से एक हैं। 2010 में उन्हें भाजपा महिला मोर्चा का  राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। जिसके बाद उनकी राजनीतिक उद्गमता को कोई नहीं रोक पाया।

राजनैतिक जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ 

स्मृति ईरानी हमेशा देश में सम्मान और सम्मान के साथ रहने के महिलाओं के अधिकारों की मुखर समर्थक रही हैं। 2012 के दिल्ली गैंगरेप के मद्देनजर महिलाओं के लिए उनके लगातार समर्थन के कारण , उनकी राजनीतिक यात्रा को  तीव्रता मिली। वह 2014 के चुनावों में भाजपा के प्रमुख  महिला चेहरों में से एक के रूप में उभरीं। हालाँकि, ईरानी ने 2011 से ही राज्यसभा सांसद के रूप में संसद में योगदान देना शुरू कर दिया था | 2014 का आम चुनाव में वह चुनाव हार गयीं | 2014 के चुनावों को वास्तव में उनके राजनीतिक करियर का एक महत्वपूर्ण मोड़ कहा जा सकता है | क्योंकि अमेठी में राहुल गांधी से उनकी कड़ी टक्कर थी और क्योंकि यह सीट गांधी परिवार की परंपरागत सीटों में से एक थी, ऐसे में मुकाबला हार-जीत से बढ़कर हो गया था। हारने के बावजूद स्मृति ईरानी ने अमेठी में  डेरा डाला और अपने अथक प्रयासों से 2019 के  चुनावों में जीत अर्जित की |

और पढ़ें PM के व्यंग्य से बचने के लिए RaGa ने बाद में बोलने का फैसला किया, लेकिन स्मृति ईरानी ने उन्हें धो दिया

हारने के बावजूद भी श्रीमती ईरानी को मोदी सरकार के पहले मंत्रिमंडल में स्थान दिया गया था और पहला ही मंत्रालय उन्हें मानव संसाधन विकास मंत्रालय मिला।  मानव संसाधन विकास मंत्रालय के रूप में अपने दो साल के छोटे कार्यकाल में उन्होंने पूरी राजनीतिक परिपक्वता के साथ रोहित वेमुला की आत्महत्या और जेएनयू देशद्रोह मामले जैसे विभिन्न धारणाओं वाले मुद्दों को बखूबी  संभाला। कपड़ा उद्योग मंत्रालय में स्थानांतरित होने से पूर्व, ईरानी ने छह विश्वविद्यालयों में नए योग विभाग स्थापित करने की घोषणा की थी जोकि बहुत सराहा गया कदम था। जुलाई 2016 में उन्हें मोदी सरकार में कपड़ा मंत्री का दायित्व सौंपा गया था। उन्होंने अपने पद के लिए हितधारकों से सराहना प्राप्त की और 2019 के चुनावों के बाद भी, उन्हें यह पोर्टफोलियो फिर से सौंप दिया गया। उन्होंने 2017-18 के बीच केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री के कार्यभार को बखूबी संभाला था।

जमीनी कार्यकर्ता की छवि 

स्मृति ईरानी को जनता का इतना साथ यूँही नहीं मिला। अमेठी में  चुनाव हारने के बाद भी स्मृति जी वहां जमीनी स्तर पर जुडी रहीं। जब वो दिल्ली में कई मंत्रालय संभाल रही थीं, तब भी वह अमेठी के लोगों की सेवा करना नहीं भूलीं। दरअसल, उन्होंने अमेठी के लोगों की सेवा के लिए बहुआयामी रणनीति शुरू की थी। वह यह सुनिश्चित करने के लिए वहां थीं कि केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का सभी लाभ वास्तविक लाभार्थियों तक पहुंचे।

और पढ़ें सिद्धार्थ और बुल्ली’ जैसे मुद्दे पर बेबाक बोलने वाली स्मृति ईरानी 2014 वाले ‘मूड’ में वापस आ गई हैं

वह हर मोहल्ले में एक जाना-पहचाना चेहरा बन गयीं थी । वास्तव में, वह खुद राहुल गांधी की तुलना में अमेठी के लोगों के लिए अधिक सुलभ हो गयीं  थीं। अपने जमीनी काम से आश्वस्त, स्मृति ने 2019 के आम चुनावों में राहुल को अमेठी से  लिए फिर से चुनौती दी। शायद राहुल ने हार को भांप लिया था और इसीलिए उन्होंने अमेठी के अलावा केरल के वायनाड से भी लोकसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया। और जैसे ही चुनाव परिणाम आए तो स्मृति ईरानी ने गांधी परिवार के वंशज को अमेठी से बाहर निकालने वाली पहली नेता बन चुकी थीं, और फिर उनका उदय होता ही चला गया।

और पढ़ें भारत को रेप कैपिटल बोलना राहुल को पड़ा भारी, स्मृति ईरानी और अन्य महिला सांसदों ने जमकर धोया

Tags: PM मोदीभाजपाराहुल गाँधीस्मृति ईरानी
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

2017 में 15 फीसदी से 2022 तक डेबिट कार्ड बाजार में 60 फीसदी हिस्सेदारी, यह है RuPay के उत्थान की असली कहानी

अगली पोस्ट

इसरो द्वारा विकसित सैटेलाइट चीन और पाक का बनने जा रहा है सबसे बुरा सपना

संबंधित पोस्ट

INDIA-Pakistan match
क्रिकेट

BCCI के लिए संदेश: ‘काली पट्टी’ बांधो या न बांधों- पहलगाम के जख्म ‘हरे’ ही रहेंगे

14 September 2025

अगर पूछा जाए कि भारत का सबसे बड़ा धर्म क्या है? या वो कौन सा धर्म है जहां अलग अलग विचारधाराओं, जातियों, नस्लों और भाषा...

‘वोट चोरी बोलते राहुल, एमएलए चोरी में पकड़े गए!’
चर्चित

वोट चोरी बोलते राहुल, एमएलए चोरी में पकड़े गए!

13 September 2025

तेलंगाना की मुख्य विपक्षी पार्टी भारत राष्ट्र समिति (BRS) ने कांग्रेस पर ‘एमएलए चोरी’ का गंभीर आरोप लगा दिया है। पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष और...

मणिपुर: घाव पर मरहम रखने लौटा भरोसे का कारवां
क्राइम

मणिपुर: घाव पर मरहम रखने लौटा भरोसे का कारवां

13 September 2025

मणिपुर की पहाड़ियों और घाटियों में डेढ़ साल से पसरे तनाव का धुंधलका देश ने न सिर्फ़ महसूस किया था, बल्कि उसकी टीस को अपने...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Why Congress Wants to Erase Chhatrapati Shivaji Maharaj from Public Memory?

Why Congress Wants to Erase Chhatrapati Shivaji Maharaj from Public Memory?

00:06:37

Epic Battle of Saragarhi : A Tale of Unmatched Bravery That Every Indian Should Know

00:07:14

Why PM Modi Is Compared to The Indus Valley Priest King! Amid uncertainty in India’s Neighbourhood!

00:06:42

‘The Bengal Files’ Exposing Bengal’s Darkest Chapter – What Mamata Won’t Show!

00:05:37

Why Periyar Is No Hero: The Anti-Hindu Legacy That Stalin & DMK Ecosystem Want You To Forget

00:06:26
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited