TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    लक्ष्मणपुर बाथे: एक रात, जब 58 ज़िंदगियां बुझा दी गईं, भारत के दलितों का शोकगीत

    लक्ष्मणपुर बाथे: एक रात, जब 58 ज़िंदगियां बुझा दी गईं, भारत के दलितों का शोकगीत

    “सैलून का मायाजाल” हिमाचल के लिए खतरे की घंटी

    “सैलून का मायाजाल” हिमाचल के लिए खतरे की घंटी

    कम्युनिस्टों का रामभजन से डर: जन्माष्टमी यात्रा पर हमला और केरल की बदलती तस्वीर मासूमियत पर बरसा लाल आतंक

    कम्युनिस्टों का रामभजन से डर: जन्माष्टमी यात्रा पर हमला और केरल की बदलती तस्वीर

    लक्ष्मणपुर बाथे: एक रात, जब 58 ज़िंदगियां बुझा दी गईं, भारत के दलितों का शोकगीत

    जंगलराज की जड़ें: बिहार का अंधकारमय अध्याय और राजनीति की निर्णायक विरासत

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य

    “डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य”

    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी: दुनिया का सबसे बेहतरीन लास्ट स्टैंड- जिसमें 22 जवान शहीद हुए थे, लेकिन पहचान सिर्फ 21 सिख जवानों को ही क्यों मिली ?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    ऑपरेशन पोलो के बाद सरदार पटेल का झुक कर अभिवादन करते हैदराबाद के निजाम

    हैदराबाद का भारत में पूर्ण विलय: जब पटेल ने कहा- नेहरू अपने आप को समझते क्या हैं? आज़ादी की लड़ाई दूसरे लोगों ने भी लड़ी है

    लक्ष्मणपुर बाथे: एक रात, जब 58 ज़िंदगियां बुझा दी गईं, भारत के दलितों का शोकगीत

    जंगलराज की जड़ें: बिहार का अंधकारमय अध्याय और राजनीति की निर्णायक विरासत

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    लक्ष्मणपुर बाथे: एक रात, जब 58 ज़िंदगियां बुझा दी गईं, भारत के दलितों का शोकगीत

    लक्ष्मणपुर बाथे: एक रात, जब 58 ज़िंदगियां बुझा दी गईं, भारत के दलितों का शोकगीत

    “सैलून का मायाजाल” हिमाचल के लिए खतरे की घंटी

    “सैलून का मायाजाल” हिमाचल के लिए खतरे की घंटी

    कम्युनिस्टों का रामभजन से डर: जन्माष्टमी यात्रा पर हमला और केरल की बदलती तस्वीर मासूमियत पर बरसा लाल आतंक

    कम्युनिस्टों का रामभजन से डर: जन्माष्टमी यात्रा पर हमला और केरल की बदलती तस्वीर

    लक्ष्मणपुर बाथे: एक रात, जब 58 ज़िंदगियां बुझा दी गईं, भारत के दलितों का शोकगीत

    जंगलराज की जड़ें: बिहार का अंधकारमय अध्याय और राजनीति की निर्णायक विरासत

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य

    “डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य”

    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी: दुनिया का सबसे बेहतरीन लास्ट स्टैंड- जिसमें 22 जवान शहीद हुए थे, लेकिन पहचान सिर्फ 21 सिख जवानों को ही क्यों मिली ?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    ऑपरेशन पोलो के बाद सरदार पटेल का झुक कर अभिवादन करते हैदराबाद के निजाम

    हैदराबाद का भारत में पूर्ण विलय: जब पटेल ने कहा- नेहरू अपने आप को समझते क्या हैं? आज़ादी की लड़ाई दूसरे लोगों ने भी लड़ी है

    लक्ष्मणपुर बाथे: एक रात, जब 58 ज़िंदगियां बुझा दी गईं, भारत के दलितों का शोकगीत

    जंगलराज की जड़ें: बिहार का अंधकारमय अध्याय और राजनीति की निर्णायक विरासत

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

सुनो सुब्रमण्यम स्वामी, मनोवैज्ञानिक परामर्श लेने का समय आ गया है

प्रधानमंत्री को हिजड़ा बोलकर अपनी मानसिक कुंठा को दिखा रहे हैं स्वामी

Utkarsh Upadhyay द्वारा Utkarsh Upadhyay
3 March 2022
in राजनीति
सुनो सुब्रमण्यम स्वामी, मनोवैज्ञानिक परामर्श लेने का समय आ गया है

source- google

Share on FacebookShare on X

बढ़ती उम्र के साथ, आदमी सठिया जाता है। अब सुब्रमण्यम स्वामी को ही देख लीजिए, सत्ता की आपक इतनी है कि किसी को भी कुछ भी बोलने से पहले वह एक बार भी नहीं सोचते हैं।  सामान्य जीवन की ही बात कर लें, तो व्यक्ति जिस भी संगठन- संस्था से जुड़ाव रखता है उसकी जवाबदेही और प्रतिबद्धता उतनी ही होती है जितनी वो उस संस्था से अपने प्रति अपेक्षित करता है। इस क्रम में भाजपा नेता और राज्यसभा सांसद बहुत ही पिछड़े खिलाडी रहे हैं। अब हाल तो यह है कि उनपर न तो पार्टी विश्वास करती है और न ही कोई राजनीतिक पंडित। इन सभी के अपने-अपने तथ्य और आधार हैं परंतु सबसे सामान्य कारण उनके दो मुंहे और अड़ियल व्यवहार को बताया जाता है।

Now that it is clear that what Russia has done in Ukraine violates BRICS Resolution in Delhi Declaration of last year. Will Modi have the guts to tell Putin to back off?

— Subramanian Swamy (@Swamy39) March 1, 2022

संबंधितपोस्ट

जंगलराज की जड़ें: बिहार का अंधकारमय अध्याय और राजनीति की निर्णायक विरासत

अदालत का बड़ा फैसला: वक्फ़ अधिनियम पर बरकरार रहा अस्तित्व, लेकिन कई धाराओं पर लगी रोक

वोट चोरी बोलते राहुल, एमएलए चोरी में पकड़े गए!

और लोड करें

रूस-यूक्रेन विवाद में भारत के पक्ष का तटस्थ होने पर सुब्रमण्यम स्वामी अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ही निशाने पर ले रहे हैं। निशाने पर लेने तक तो ठीक था, पर निकृष्टता की सारी हदें पार करते हुए सुब्रमण्यम स्वामी ने पीएम मोदी को ही सार्वजनिक प्लेटफॉर्म पर गरियाना शुरू कर दिया है।

ऐसे में वो भाजपा के नेता हों न हों, भाजपा के किसी भी समूह से जुड़े हो न हों, परंतु अपने देश के प्रधानमंत्री के प्रति ऐसी घटिया शब्दावली का प्रयोग करना उनकी संकीर्ण मानसिकता को दर्शाता है। रूस-यूक्रेन विवाद पर ज्ञान बिखेरने की चेष्टा करने वाले स्वामी ने मंगलवार (1 मार्च) को एक ट्वीट में दावा किया, “अब जब यह स्पष्ट हो गया है कि रूस ने यूक्रेन में जो किया है वह पिछले साल के दिल्ली घोषणापत्र में ब्रिक्स प्रस्ताव का उल्लंघन करता है। क्या प्रधानमंत्री के अंदर हिम्मत है कि वह अब भी रूस के साथ रहेंगे?” उन्होंने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से रूस को अपने सैन्य आक्रमण को रोकने के लिए निर्देश देने के लिए कहा।

और पढ़ें- राज्य सभा सदस्यता समाप्त होते देख, सुब्रमण्यम स्वामी ने चूमा TMC का हाथ

No, he's caught between a rock & a hard place, the best is to play neutral which he is doing

— #HINDU sandy kapur (@AndyKapur1) March 1, 2022

इसी पर एक ट्विटर यूजर (@AndyKapur1)  ने जोर देकर कहा, “नहीं, वह (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी) एक चट्टान और एक कठिन जगह के बीच फंस गए है, सबसे अच्छा है कि वह तटस्थ होकर खेले, जो वह कर रहेहैं। ” प्रतिक्रिया से नाराज स्वामी ने “भारत सरकार’ को ‘अक्षम’ करार देने के साथ साथ स्वामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘राजनीतिक हिजड़ा’ करार दिया। स्वामी ने दावा किया, “1.4 अरब सुसंस्कृत लोगों का प्रधानमंत्री राजनीतिक हिजड़ा नहीं हो सकता।”

A Prime Minister of 1.4 billion cultured people cannot be a political hijda

— Subramanian Swamy (@Swamy39) March 1, 2022

महत्वाकांक्षी स्वामी अब झल्ला गये हैं-

यह उस व्यक्ति के शब्द हैं जिसको अब तक भाजपा और संघ के बीच की एक बड़ी धुरी बताया जाता था। अपने हिंदुत्ववादी बयानों से सदैव ख्याति प्राप्त करने के बाद स्वामी को जो सम्मान, कद-पद और प्रतिष्ठा मिली वास्तव में अब वो उसकी जड़ें खोद चुके हैं। यह उनकी अकर्मण्यता और दूषित मानसिकता को परिभाषित कर चुका है।

यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि यह पहली बार नहीं है जब स्वामी ने देश के संबंध में अपने फैसलों और मुद्दों पर पीएम मोदी को घेरने का काम किया है। नवंबर 2021 में, स्वामी ने अरुणाचल प्रदेश में भारतीय क्षेत्र पर चीन के कब्जे पर पीएम से सवाल करते हुए ट्वीट किया था। “क्या मोदी अब यह भी स्वीकार करेंगे कि चीन ने हमारे क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है और मोदी और उनकी सरकार, चीन के कब्जे में एक-एक इंच वापस पाने का प्रयास करेंगे?” उसने सवाल करते हुए स्वामी ने कहा था।

और पढ़ें- सुब्रमण्यम स्वामी का यह बौद्धिक पतन बेहद दुखदायी है

दिसंबर 2021 में स्वामी ने ट्वीट किया था, उन्होंने पीएम और वित्त मंत्री की आलोचना करते हुए आरोप लगाया था कि वे अर्थशास्त्र के बारे में बहुत कम जानती हैं, “सरकार न तो अर्थशास्त्र समझती है, न ही पीएम जानते है और न ही वित्त मंत्री।”

भाजपा भी इनसे किनारा करना शुरू कर चुकी है-

यह सब सुब्रमण्यम स्वामी यूँही नहीं कर रहे, उनको नाकारा साबित कर चुकी भाजपा उन्हें दिन-प्रतिदिन साइडलाइन कर रही थी। इसी मध्य उन्हें भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति में “विशेष आमंत्रित सदस्य” की सूची से वंचित कर दिया था। अब जिसका संगठन से ही नौ दो ग्यारह करने का काम हो गया, ऐसे में उसके मंत्री बनने के स्वप्नों की पूर्ति कैसे ही होती। यह स्वामी के अब तक के कर्मकांडों का ही नतीजा है जो उन्हें राज्यसभा के अतिरिक्त और कोई भी जिमेदारी नहीं दी गई। यह उनके पुराने AIADMK के साथ मिल वाजपेयी सरकार को गिराने में षड्यंत्रकारी संलिप्तता को करारा तमाचा है जो उनकी पार्टी विरोधी गतिविधियों का सबसे पुराना नमूना था।

स्वामी की आरज़ू इतनी बढ़ गई थी कि अरुण जेटली, सुषमा स्वराज और अन्य सभी को प्रमोशन मिलने के साथ ही उन्हें मंत्री न बनाया जाना उनके EGO का समूल नाश कर रहा था। अबतक मुंह ताक रहे सुब्रमण्यम स्वामी इसी आस में अपनी सियासी बिसात बिछा रहे थे कि एक न एक दिन उन्हें विदेश या वित्त या कोई भी एक बड़ा मंत्रालय मिलेगा, पर जैसी करनी वैसी भरनी के सिद्धांत पर भाजपा ने स्वामी को “बेटा, तुमसे न हो पाएगा..!!” कहकर उन्हें दुलत्ती मार दी। इसी से खिसियाए स्वामी के सबर का बांध टूट गया और बड़बोलेपन में उन्होंने पीएम मोदी को “राजनीतिक हिजड़ा” कह दिया।

और पढ़ें- कभी BJP, कभी तृणमूल- सुब्रमण्यम स्वामी का घटिया अवसरवाद!  

सौ बात की एक बात यह है कि कितनी भी मत-भिन्नता क्यों न हो जाए, एक राजनीतिक शिष्टाचार और सूचिता की डोर नहीं टूटनी चाहिए। सुब्रमण्यम स्वामी ने इस बार अपने राजनीतिक ताबूत में अंतिम कील पीएम मोदी के प्रति अभद्र टिप्पणी के साथ ठोक दी है। अब उनके राजनीतिक भविष्य की मंगलकामना वो स्वयं ही करेंगे, और सब तो उन्हें धुत्कारते ही नज़र आएँगे क्योंकि एक नेता को तब ही इज़्ज़त मिलती है जब वो स्थिरता और सौम्यता का परिचय दे और स्वामी इन सभी में दोयम दर्ज़े पर खड़े नज़र आ रहे हैं।

Tags: नरेंद्र मोदीभाजपासुब्रमण्यम स्वामी
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

पाकिस्तान को सब देशों ने मिलकर चोक कर दिया है!

अगली पोस्ट

मास्टरकार्ड ने रूस में कर दिया खेला अब पीएम मोदी को देना चाहिए RuPay कार्ड को बढ़ावा

संबंधित पोस्ट

लक्ष्मणपुर बाथे: एक रात, जब 58 ज़िंदगियां बुझा दी गईं, भारत के दलितों का शोकगीत
क्राइम

लक्ष्मणपुर बाथे: एक रात, जब 58 ज़िंदगियां बुझा दी गईं, भारत के दलितों का शोकगीत

17 September 2025

बिहार के औरंगाबाद ज़िले की सोनई नदी के किनारे बसा एक छोटा सा गांव—लक्ष्मणपुर बाथे। आज यह नाम भारतीय राजनीति और न्याय व्यवस्था की उस...

“सैलून का मायाजाल” हिमाचल के लिए खतरे की घंटी
मत

“सैलून का मायाजाल” हिमाचल के लिए खतरे की घंटी

16 September 2025

भारत में आदिकाल से ही नारी को शक्ति या नारायणी कहा गया है। आने वाले नवरात्रि पर्व में नौ दिनों तक शक्ति की उपासना की...

कम्युनिस्टों का रामभजन से डर: जन्माष्टमी यात्रा पर हमला और केरल की बदलती तस्वीर मासूमियत पर बरसा लाल आतंक
क्राइम

कम्युनिस्टों का रामभजन से डर: जन्माष्टमी यात्रा पर हमला और केरल की बदलती तस्वीर

16 September 2025

केरल में जन्माष्टमी कोई साधारण पर्व नहीं है। बालगोपाल और बालगोपालिनी के वेश में हजारों बच्चे हर साल शोभा यात्राओं में भाग लेते हैं। 14...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Where Is Kerala Heading? | The Shocking Truth of CPM’s Hate Towards Hindus

Where Is Kerala Heading? | The Shocking Truth of CPM’s Hate Towards Hindus

00:05:16

How China’s Military Reach Rises on the Backs of Its Silenced Citizens?

00:08:27

Why Congress Wants to Erase Chhatrapati Shivaji Maharaj from Public Memory?

00:06:37

Epic Battle of Saragarhi : A Tale of Unmatched Bravery That Every Indian Should Know

00:07:14

Why PM Modi Is Compared to The Indus Valley Priest King! Amid uncertainty in India’s Neighbourhood!

00:06:42
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited