TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    कथित तौर पर यह झड़प 22 जुलाई को राजधानी स्थित कर्नाटक भवन के प्रशासनिक कार्यालय में हुई थी।

    दिल्ली की ज़मीन पर कर्नाटक की लड़ाई: सीएम और डिप्टी सीएम खेमों में आर-पार की जंग

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    आस्था की लूट? तमिलनाडु सरकार ने 1,000 किलो चढ़ावा पिघलाया

    आस्था की लूट? तमिलनाडु सरकार ने 1,000 किलो से चढ़ावे का सोना पिघलाया

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: ‘फ्री ट्रेड’ डील डन, जानिए किन सेक्टरों को होगा सीधा फायदा?

    भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: ‘फ्री ट्रेड’ डील डन, जानिए किन सेक्टरों को होगा सीधा फायदा?

    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    बिजनेस का पलायन: 2011 से अब तक पश्चिम बंगाल छोड़ गईं 6,688 कंपनियां, जानिए क्या है वजह?

    बिजनेस का पलायन: 2011 से अब तक पश्चिम बंगाल छोड़ गईं 6,688 कंपनियां, जानिए क्या है वजह?

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    1999 से ऑपरेशन सिंदूर तक: कारगिल विजय दिवस भारत की शौर्यगाथा का प्रतीक

    1999 से ऑपरेशन सिंदूर तक: कारगिल विजय दिवस भारत की शौर्यगाथा का प्रतीक

    ऑपरेशन सिंदूर अब भी जारी, सेना को रहना चाहिए 24×7 सतर्क: जनरल अनिल चौहान

    ऑपरेशन सिंदूर अब भी जारी, सेना को रहना चाहिए 24×7 सतर्क: जनरल अनिल चौहान

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीएसएफ की ड्रोन निगरानी और युद्ध क्षमताओं को किया जाएगा बेहतर

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीएसएफ की ड्रोन निगरानी और युद्ध क्षमताओं को किया जाएगा बेहतर

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    बांग्लादेश में हिंदुओं के बढ़ते उत्पीड़न के बीच चिन्मय कृष्ण दास को फिर नहीं मिली जमानत

    बांग्लादेश में हिंदुओं के बढ़ते उत्पीड़न के बीच चिन्मय कृष्ण दास को फिर नहीं मिली जमानत

    फिलिस्तीन को मान्यता देगा फ्रांस: जंग के बीच इजरायल को क्यों लगेगा बड़ा डेंट, मैक्रों की मजबूरी जानें

    फिलिस्तीन को मान्यता देगा फ्रांस: जंग के बीच इजरायल को बड़ा झटका, जानें क्या है मैक्रों की मजबूरी

    वैश्विक आतंकवाद का केंद्र पाकिस्तान आंतरिक संघर्षों से भी जूझ रहा है

    पासपोर्ट रैंकिंग में पाकिस्तान फिर फिसड्डी, उत्तर कोरिया और सूडान जैसे देशों से भी नीचे रही रैंकिंग

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    अब तक आजाद नहीं हो सकीं आजाद की अस्थ्यिां, पांच दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    आज तक ‘आज़ाद’ नहीं हो सकीं चंद्रशेखर आजाद की अस्थियां, 5 दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    ड्रूज़ समुदाय (Photo - The National News)

    इस्लाम से निकले ड्रूज़ समुदाय की कहानी जो करता है पुनर्जन्म में विश्वास; इन्हें बचाने के लिए इज़रायल ने किए सीरिया में हमले

    आरएसएस के चतुर्थ सरसंघचालक प्रो. राजेंद्र सिंह उपाख्य रज्जू भैया

    वैज्ञानिक और शिक्षक से सरसंघचालक तक: प्रो. राजेन्द्र सिंह उपाख्य ‘रज्जू भैया’ की प्रेरक जीवनयात्रा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    The Lifecycle of a Betting Line

    The Lifecycle of a Betting Line

    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कौन देगा?”

    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कब मिलेगा?”

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीएसएफ की ड्रोन निगरानी और युद्ध क्षमताओं को किया जाएगा बेहतर

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीएसएफ की ड्रोन निगरानी और युद्ध क्षमताओं को किया जाएगा बेहतर

    USOPC का बड़ा फैसला- ट्रम्प के आदेश के बाद ओलंपिक खेलों में ट्रांसजेंडर एथलीटों की एंट्री पर लगी रोक

    USOPC का बड़ा फैसला- ट्रम्प के आदेश के बाद ओलंपिक खेलों में ट्रांसजेंडर एथलीटों की एंट्री पर लगी रोक

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    कथित तौर पर यह झड़प 22 जुलाई को राजधानी स्थित कर्नाटक भवन के प्रशासनिक कार्यालय में हुई थी।

    दिल्ली की ज़मीन पर कर्नाटक की लड़ाई: सीएम और डिप्टी सीएम खेमों में आर-पार की जंग

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    आस्था की लूट? तमिलनाडु सरकार ने 1,000 किलो चढ़ावा पिघलाया

    आस्था की लूट? तमिलनाडु सरकार ने 1,000 किलो से चढ़ावे का सोना पिघलाया

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: ‘फ्री ट्रेड’ डील डन, जानिए किन सेक्टरों को होगा सीधा फायदा?

    भारत-ब्रिटेन व्यापार समझौता: ‘फ्री ट्रेड’ डील डन, जानिए किन सेक्टरों को होगा सीधा फायदा?

    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते को कैबिनेट की मंजूरी, पीएम की यात्रा के दौरान होगा हस्ताक्षर

    बिजनेस का पलायन: 2011 से अब तक पश्चिम बंगाल छोड़ गईं 6,688 कंपनियां, जानिए क्या है वजह?

    बिजनेस का पलायन: 2011 से अब तक पश्चिम बंगाल छोड़ गईं 6,688 कंपनियां, जानिए क्या है वजह?

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    अमेरिकी सीनेटर ने भारत की अर्थव्यवस्था तबाह करने की दी धमकी, जानें क्या है मामला

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    1999 से ऑपरेशन सिंदूर तक: कारगिल विजय दिवस भारत की शौर्यगाथा का प्रतीक

    1999 से ऑपरेशन सिंदूर तक: कारगिल विजय दिवस भारत की शौर्यगाथा का प्रतीक

    ऑपरेशन सिंदूर अब भी जारी, सेना को रहना चाहिए 24×7 सतर्क: जनरल अनिल चौहान

    ऑपरेशन सिंदूर अब भी जारी, सेना को रहना चाहिए 24×7 सतर्क: जनरल अनिल चौहान

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीएसएफ की ड्रोन निगरानी और युद्ध क्षमताओं को किया जाएगा बेहतर

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीएसएफ की ड्रोन निगरानी और युद्ध क्षमताओं को किया जाएगा बेहतर

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    दुनिया का भरोसा मोदी पर! 75% Approval के साथ बने No.1 Leader

    बांग्लादेश में हिंदुओं के बढ़ते उत्पीड़न के बीच चिन्मय कृष्ण दास को फिर नहीं मिली जमानत

    बांग्लादेश में हिंदुओं के बढ़ते उत्पीड़न के बीच चिन्मय कृष्ण दास को फिर नहीं मिली जमानत

    फिलिस्तीन को मान्यता देगा फ्रांस: जंग के बीच इजरायल को क्यों लगेगा बड़ा डेंट, मैक्रों की मजबूरी जानें

    फिलिस्तीन को मान्यता देगा फ्रांस: जंग के बीच इजरायल को बड़ा झटका, जानें क्या है मैक्रों की मजबूरी

    वैश्विक आतंकवाद का केंद्र पाकिस्तान आंतरिक संघर्षों से भी जूझ रहा है

    पासपोर्ट रैंकिंग में पाकिस्तान फिर फिसड्डी, उत्तर कोरिया और सूडान जैसे देशों से भी नीचे रही रैंकिंग

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    अब तक आजाद नहीं हो सकीं आजाद की अस्थ्यिां, पांच दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    आज तक ‘आज़ाद’ नहीं हो सकीं चंद्रशेखर आजाद की अस्थियां, 5 दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

    ड्रूज़ समुदाय (Photo - The National News)

    इस्लाम से निकले ड्रूज़ समुदाय की कहानी जो करता है पुनर्जन्म में विश्वास; इन्हें बचाने के लिए इज़रायल ने किए सीरिया में हमले

    आरएसएस के चतुर्थ सरसंघचालक प्रो. राजेंद्र सिंह उपाख्य रज्जू भैया

    वैज्ञानिक और शिक्षक से सरसंघचालक तक: प्रो. राजेन्द्र सिंह उपाख्य ‘रज्जू भैया’ की प्रेरक जीवनयात्रा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    The Lifecycle of a Betting Line

    The Lifecycle of a Betting Line

    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कौन देगा?”

    “उदयपुर फाइल्स” को हरी झंडी, कन्हैया लाल के बेटे का सवाल: “मेरे पापा को इंसाफ कब मिलेगा?”

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीएसएफ की ड्रोन निगरानी और युद्ध क्षमताओं को किया जाएगा बेहतर

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद बीएसएफ की ड्रोन निगरानी और युद्ध क्षमताओं को किया जाएगा बेहतर

    USOPC का बड़ा फैसला- ट्रम्प के आदेश के बाद ओलंपिक खेलों में ट्रांसजेंडर एथलीटों की एंट्री पर लगी रोक

    USOPC का बड़ा फैसला- ट्रम्प के आदेश के बाद ओलंपिक खेलों में ट्रांसजेंडर एथलीटों की एंट्री पर लगी रोक

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

जनरल नरवणे के अतिरिक्त तीन और हैं चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के पद के लिए दावेदार

कौन होगा दिवंगत प्रथम सीडीएस बिपिन रावत का उत्तराधिकारी?

Utkarsh Upadhyay द्वारा Utkarsh Upadhyay
29 April 2022
in चर्चित, रक्षा
अगले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ

source TFIPOST

Share on FacebookShare on X

भारत आंतरिक और बाहरी सुरक्षा के लिए बेहद संवेदनशील और सतर्क रहता है। तीन सेनाओं को साझा रूप से संचालित करने के क्रम में भारत में 2019 में चीफ ऑफ डिफेन्स स्टाफ का पद अस्तित्व में आया था। सीडीएस पद के लिए योग्यता को राजनीतिक नेतृत्व प्रदान करने के लिए दो डोमेन में विकल्पों की एक विस्तृत श्रृंखला से चयन करने के लिए आकार दिया गया है- सेवारत और सेवानिवृत्त। दिवंगत प्रथम सीडीएस बिपिन रावत के निधन के पश्चात कई अटकलें लगाई गईं कि ये बनेंगे अगले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ वो बनेंगे अगले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ।

नरवणे के अतिरिक्त तीन और संभावित नाम

अब जनरल नरवणे के अतिरिक्त चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के दायित्व के लिए तीन और संभावित नाम सामने दिखाई देते हैं। पिछले वर्ष दिसंबर माह में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत के हुए निधन ने उनके संभावित उत्तराधिकारी के बारे में अटकलों को तेज कर दिया था। लेकिन चार महीने बाद भी, सरकार द्वारा अभी तक एक नाम की घोषणा नहीं की गई है।

संबंधितपोस्ट

पारंपरिक रक्षा प्रणाली से स्मार्ट युद्ध की ओर बढ़ने का प्रतीक था ऑपरेशन सिंदूर, जानें और क्या बोले सीडीएस अनिल चौहान

साइबर जिहाद, पाक के लिए जासूसी और आतंकियों की मदद; कैसे देश को खोखला कर रहे ‘इस्लामिक कट्टरपंथी’?

भारतीय सेना ने उड़ाई पाकिस्तान की चौकियां, पाक की घुसपैठ की कोशिश नाकाम; पढ़ें LoC पर बीती रात क्या-क्या हुआ?

और लोड करें

बता दें, अप्रैल माह के अंत में सेवानिवृत्त होने वाले थलसेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे को इस पद का प्रमुख दावेदार माना जा रहा है। साउथ ब्लॉक के गलियारों में उनके सीडीएस बनने या न बनने को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं। 2019 में यह व्यापक रूप से उम्मीद की जा रही थी कि जनरल रावत पहले सीडीएस बनेंगे। लेकिन यह घोषणा सेना प्रमुख के रूप में सेवानिवृत्त होने से ठीक एक दिन पहले हुई।

और पढ़ें-  बैरल पर बड़े बिल बोझ नहीं हो सकते, जनरल एमएम नरवणे ने ये स्पष्ट कर दिया है

निश्चित रूप से जनरल बिपिन रावत ने देश के रक्षा बलों के आधुनिकीकरण और उन्हें युद्ध के लिए तैयार रखने में भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। एकीकृत युद्ध समूह, रंगमंच और ग्रे-ज़ोन युद्ध की तैयारी, जनरल रावत सशस्त्र बलों की संरचना और कामकाज में सभी आवश्यक सुधार करने में कामयाब रहे। इसलिए उनके असमय जाने से जो पीछे रिक्तता छूट गई है उसे भरना मुश्किल है। इसलिए, जो कोई भी जनरल रावत की जगह लेगा, उसके पास वास्तव में एक बड़ा भार होगा जिसको कर्तव्यनिष्ठा के साथ निभाना ही पड़ेगा।

जिस व्यक्ति के नाम पर सबसे पहली सहमति बनती दिख रही है वो और कोई नहीं भावी सीडीएस के रूप में एक सेना प्रमुख की नियुक्ति के बारे में देश के रक्षा बलों के बीच व्यापक सहमति है। यह नाम है जनरल एमएम नरवणे जो अन्य सभी सेवारत और सेवानिवृत्त सेवा प्रमुखों से आगे चल रहे हैं जिन्हें अगले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के रूप में नियुक्त किया जा सकता है।

इसके अलावा, उन्हें चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी (अध्यक्ष, सीओएससी) के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था। सरकार द्वारा अगले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की नियुक्ति से पहले यह एक स्टॉप-गैप व्यवस्था थी और यह तीनों सेना प्रमुखों के बीच अपनी वरिष्ठता का संकेत देकर सीडीएस के रूप में जनरल नरवणे की भविष्य की नियुक्ति की ओर एक संकेत प्रतीत होता था।

और पढ़ें- भारत के अगले सैन्य प्रमुख में वो सब है जिससे चीन और पाकिस्तान त्राहिमाम कर उठे

जनरल नरवणे से वरिष्ठ कोई नहीं

सेना के भीतर भी जाहिर तौर पर जनरल नरवणे से वरिष्ठ कोई नहीं है। तत्कालीन सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत का कार्यकाल समाप्त होने के बाद वरिष्ठता के आधार पर उन्हें सेना प्रमुख के रूप में नियुक्त किया गया था। अगर सरकार को वरिष्ठ सैन्य कमांडरों के मौजूदा पूल में से चुनना है, तो जनरल नरवणे सबसे स्वाभाविक पसंद हैं।

जनरल नरवणे के जनरल रावत के स्वाभाविक उत्तराधिकारी होने के सभी संकेतों के बावजूद, कुछ परिस्थितियां ऐसी हैं जो अन्य बदलावों के भी संकेत देती हैं। कथित तौर पर इस बात की अटकलें तेज हो गईं कि उन्हें सीडीएस के पद पर पदोन्नत किया जाएगा या नहीं।

हालांकि, इस बारे में अधिक भौतिक कारण हैं कि हम अगले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के बारे में अनजान क्यों हैं। सीडीएस का चुनाव विशुद्ध रूप से सरकारी विवेक का मामला है। सेना कमांडर के रैंक के समकक्ष कोई भी सैन्य अधिकारी या सशस्त्र बलों के ध्वज अधिकारी सीडीएस के रूप में नियुक्त होने के लिए पात्र हैं। इसके अलावा, एक सीडीएस की नियुक्ति एक सेवा प्रमुख की नियुक्ति से काफी अलग है। सीडीएस एक सैन्य अधिकारी है, लेकिन ये एक नौकरशाह के रूप में भी कार्य करता है और देश के राजनीतिक नेतृत्व के साथ समन्वय के लिए भी जिम्मेदार होता है।

और पढ़ें- CDS Gen बिपिन रावत का बेबाक अंदाज़, कश्मीर, सेना, पत्थरबाज़, चीन-पाकिस्तान सब पर खुलकर रखी राय

इसलिए, जब सीडीएस चुनने की बात आती है तो सरकार उत्तराधिकार की रेखा से बाध्य नहीं होती है और किसी भी योग्य अधिकारी को अगले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के रूप में नियुक्त कर सकती है।

ऐसे में अटकलों में कम से कम दो उम्मीदवार ऐसे हैं जो इस शीर्ष पद के लिए नरवणे के अतिरिक्त दावेदार हो सकते हैं। पूर्व वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर.के.एस. भदौरिया उन उम्मीदवारों में से एक हैं। पूर्व में, जब एकीकृत थिएटर कमांड के निर्माण की बात आई तो सैन्य बलों के तीन अलग-अलग विंगों के बीच मतभेदों को दूर करने में उनका महत्वपूर्ण योगदान था।

इसी तरह पूर्व नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह भी शीर्ष पद के दावेदार हो सकते हैं। पूर्व नौसेना प्रमुख के पक्ष में मई 2019 से नवंबर 2021 तक एक प्रमुख के रूप में उनकी दीर्घकालिक सेवा है। उनका अनुभव शीर्ष स्तर पर काम आ सकता है। इसलिए, अगला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ कौन होगा, यह सवाल बहुत ही अनिर्णीत बना हुआ है। फिर भी, भारतीय सेना प्रमुख के रूप में जनरल नरवणे की सेवानिवृत्ति के करीब आने के साथ ही इस मुद्दे को जल्द ही साफ कर दिया जाना चाहिए। जो कोई भी दूसरे सीडीएस के रूप में पदभार ग्रहण करता है, यह निर्विवाद है कि जनरल रावत के उत्तराधिकारी के पास भरने के लिए एक बड़ा खालीपन होगा।

Tags: इंडियन आर्मीजनरल एमएम नरवणेबिपिन रावतसीडीएस
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

चटगांव पोर्ट का एक्सेस देकर भारत और बांग्लादेश ने किया ‘स्ट्रिंग ऑफ पर्ल्स’ का सर्वनाश

अगली पोस्ट

भारत विरोधी सरकारी बाबुओं के लिए एंटीडोट के समान है मिशन कर्मयोगी

संबंधित पोस्ट

विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर
इतिहास

विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

26 July 2025

देशभक्ति को बढ़ावा देने और स्थानीय नायकों की स्मृति को संजोने के उद्देश्य से दिल्ली सरकार अपने सरकारी स्कूलों का नाम कारगिल युद्ध में शहीद...

1999 से ऑपरेशन सिंदूर तक: कारगिल विजय दिवस भारत की शौर्यगाथा का प्रतीक
भारत

1999 से ऑपरेशन सिंदूर तक: कारगिल विजय दिवस भारत की शौर्यगाथा का प्रतीक

26 July 2025

जब भारत 26वां कारगिल विजय दिवस मना रहा है, तो भारत न केवल अपने अतीत को याद करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि...

ऑपरेशन सिंदूर अब भी जारी, सेना को रहना चाहिए 24×7 सतर्क: जनरल अनिल चौहान
रक्षा

ऑपरेशन सिंदूर अब भी जारी, सेना को रहना चाहिए 24×7 सतर्क: जनरल अनिल चौहान

26 July 2025

मुख्य रक्षा अध्यक्ष (CDS) जनरल अनिल चौहान ने शुक्रवार को कहा कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत द्वारा...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Should the HR&CE Exist? The Controversial Control Over Hindu Temples in Tamil Nadu

Should the HR&CE Exist? The Controversial Control Over Hindu Temples in Tamil Nadu

00:06:31

Will India Buy F-35s from US or Build Su-57s with Russia? IAF’s Big Push Explained

00:08:32

PM Modi’s Blueprint for Tamil Nadu Begins at Rajendra Chola’s Capital Gangaikonda Cholapuram

00:07:57

One Woman. Two Brothers. Jodidaran- A Living Example of Polyandry in Himachal's Hatti Tribe.

00:05:32

Lashkar-e-Taiba on the Run from Muridke: Is Bahawalpur Becoming Pakistan’s New Terror Capital?

00:07:26
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप
MASHABLE IS A GLOBAL, MULTI-PLATFORM MEDIA AND ENTERTAINMENT COMPANY. FOR MORE QUERIES AND NEWS, CONTACT US AT info@mashablepartners.com


©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited