आम आदमी पार्टी, वह पार्टी है जिसका उदय महात्मा गाँधी का नाम जपते हुए हुआ, इन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ अपना व्यापक अभियान चलाया, दिल्ली वालों को हसीन सपने दिखाए, जमकर फ्री-फ्री का राग अलापा और यह पार्टी भले ही दो राज्यों में अपनी सरकार चला रही है लेकिन अब ऐसा प्रतीत होने लगा है कि केजरीवाल की आप अपने मूल से ही भटक गई है। पंजाब में आम आदमी पार्टी ने हाल ही में सरकार बनाया और भगवंत मान राज्य के सीएम बने। लेकिन अभी सरकार बनाए 2 महीने ही पूरे हुए कि उनके मंत्रिमंडल के 3 मंत्री अलग-अलग मामले में कानून की गिरफ्त में पहुंच गए। उनके 1 मंत्री पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा और उसके बाद उस मंत्री को पद से बर्खास्त कर दिया गया। जी हां, हम बात कर रहे हैं पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री के रूप में काम करने वाले विजय सिंगला की।
दरअसल, पंजाब का स्वास्थ्य मंत्री रहते हुए विजय सिंगला ने 28 मार्च को कहा था कि वे भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने करप्शन पर जीरो टॉलरेंस का दावा भी किया था। उस बयान के ठीक 57 दिन बाद यानी 24 मई को CM भगवंत मान ने करप्शन के मामले में ही उन्हें पद से हटा दिया। खबरों की मानें तो आम आदमी पार्टी के यह नेता हर एक टेंडर की खरीद पर 1% कमीशन की मांग कर रहे थे। फिलहाल सिंगला 27 मई तक पुलिस हिरासत में भेज दिए गए है। भगवंत मान ने स्वंय ट्विटर पर इसका ऐलान किया, जिसके बाद से मान की जमकर वाहवाही हो रही है और केजरीवाल की आंखों से ‘खुशी’ के आंसू निकल रहे हैं।
लेकिन यह तो सिर्फ एक मामला है केजरीवाल जी, ऐसे तमाम नेता आपकी पार्टी में बैठे हुए हैं, जिन्हें आपने भले ही गद्दी से उतार कर लोगों का ध्यान भटका दिया और लोग भूल गए, लेकिन अभी भी वह आम आदमी पार्टी में बने हुए हैं। आइए हम आपको ऐसे नेताओं की एक सूची बताते हैं, जो भ्रष्टाचार में संलिप्त हैं और अभी भी आपकी पार्टी में बने हुए हैं। ऐसे में अगर आपमें थोड़ी भी नैतिकता बची हो तो इन्हें भी वैसे ही पार्टी से निकाल फेंकिए, जैसा आपने सिंगला के साथ किया है।
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पंजाब में तो अभी से ही दिखने लगा है रंग
चलिए पहले पंजाब में आम आदमी पार्टी की स्थिति और उसके दागी नेताओं के बारे में विस्तार से जानते हैं और तब सुई दिल्ली की ओर घुमेगी। दरअसल, पंजाब में आम आदमी पार्टी ने हाल ही में सरकार बनाई है। आप के सत्ता में आने का मूल उद्देश्य ही था कि वे स्वराज लाएंगे। स्वराज का तो पता नहीं पर ईमानदारी और स्वच्छ छवि के उम्मीदवार लाने का दावा करने वाली आम आदमी पार्टी के पंजाब में जीते आधे से अधिक अर्थात् 92 विधायकों में से कुल 52 विधायकों पर आपराधिक मामले चल रहे हैं और अब पिछले 2 महीने में 3 विधायकों पर गाज गिर चुकी है। सिंगला पर दिखाने भर का एक्शन तो हो गया लेकिन जसवंत सिंह और बलवीर सिंह अभी भी पार्टी में बने हुए हैं।
जसवंत सिंह गज्जन माजरा: अमरगढ़ से चुनाव जीते जसवंत सिंह गज्जनमाजरा पर CBI की रेड हुई है। उन पर 40 करोड़ के बैंक लोन फ्रॉड का केस है। बैंक ने इसकी शिकायत की। लोन किसी दूसरे मकसद से लिया और उसका इस्तेमाल कहीं और किया गया। CBI ने उनके ठिकानों से ब्लैंक चेक, आधार कार्ड, फॉरेन करंसी, 16 लाख कैश समेत बैंक अकाउंट के दस्तावेज बरामद किए।
डॉ. बलबीर सिंह: पटियाला देहाती से चुनाव जीते डॉ. बलबीर सिंह को रोपड़ कोर्ट ने 3 साल कैद की सजा सुनाई। उन पर साली ने ही मारपीट का केस किया था। उनकी पत्नी और बेटे को भी कैद हुई है। उन पर झगड़े का केस 2011 का है। इसके बावजूद आप ने उन्हें टिकट दिया और वो अभी भी पार्टी में बने हुए हैं। इसके अलावा जैसा हमने ऊपर ही बताया कि पंजाब में आप के 52 विधायकों पर आपराधिक मामले चल रहे हैं, ऐसे में अगला नंबर किसका हो सकता है इस पर सभी की नजरें टिकी हुई है।
दिल्ली में तो भ्रष्ट नेताओं की भरमार है
अगर हम दिल्ली में आम आदमी पार्टी के दागी और भ्रष्ट नेताओं की बात करें तो उम्मीद है कि आप दिल्ली दंगा तो भूले नहीं होंगे और उससे AAP पार्षद ताहिर हुसैन का कनेक्शन तो आपको अच्छे से याद होगा, जिसे हाल ही में कोर्ट ने भी दोषी करार दिया है। वहीं, अमानतुल्लाह खान जैसे सरीखे दंगाई अभी भी पार्टी में बने हुए हैं, जिनपर काफी पहले से ही कई तरह के आरोप लगते आए हैं!
सत्येंद्र जैन: दिल्ली के मौजूदा स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन काफी पहले से ही केजरीवाल कैबिनेट में बने हुए हैं। वर्ष 2017 में सीबीआई ने धनशोधन मामले को लेकर सत्येंद्र जैन से करीब आठ घंटे तक पूछताछ की थी। उन पर आरोप लगा था कि अपने पद का दुरुपयोग करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने चार कंपनियों के माध्यम से करोड़ों रुपये का धनशोधन किया। इसके अलावा आयकर विभाग की तरफ से सीबीआई को भेजी गई जांच रिपोर्ट में कहा गया कि वर्ष 2015-16 में स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने अपने पद का दुरुपयोग किया। वह चार करोड़ 63 लाख रुपये के धनशोधन में शामिल रहे हैं। ये महाशय मौजूदा समय में भी दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री हैं और अभी भी आये दिन उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहते हैं।
कैलाश गहलोत: यह महाशय मौजूदा समय में दिल्ली के परिवहन मंत्री हैं। पिछले वर्ष ही भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने 5000 करोड़ रुपये के डी.टी.सी. बस घोटाले की भ्रष्टाचार विरोधी विभाग से जांच कराने की मांग करते हुए कहा पूर्व परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत से इस्तीफा देने की मांग की थी। साथ ही उन्होंने गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार अधिकारियों को भी हटाने की मांग की थी। इसके अलावा मार्शल भर्ती घोटाले में भी कैलाश गहलोत का नाम सामने आ चुका है। राज्य की विपक्षी पार्टियों की ओर से ऐसे कई आरोप लगाए गए हैं।
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संदीप कुमार: केजरीवाल की महत्वाकांक्षी घर-घर राशन योजना को लेकर काफी बवाल मचा था। वर्ष 2016 में आम आदमी पार्टी के तत्कालीन मंत्री संदीप कुमार की एक सेक्स वीडियो वायरल हुई थी, जिसपर काफी सवाल उठे थे। केजरीवाल के मंत्री संदीप कुमार पर यह आरोप लगा था कि वह राशन कार्ड बनवाने के बदले महिलाओं को अपने साथ शारीरिक संबंध बनाने के लिए मजबूर करते थे। गौर करने वाली बात है कि वर्ष 2016 में सीडी वायरल होने के बाद भी वह 2019 तक पार्टी में बने रहें और अगस्त 2019 में उन्हें दल बदल कानून के तहत आम आदमी पार्टी ने अयोग्य घोषित किया था। इसके अलावा दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाती मालिवाल के पति नवीन जयहिंद पर भी भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। हाल ही में स्वाती मालिवाल और नवीन जयहिंद ने तलाक भी ले लिया।
ये तो केजरीवाल के कुछ ही भ्रष्ट नेताओं की सूची थी, ऐसे तमाम नाम अभी भी हैं जो जनता की नजरों से ओझल हैं और देर-सबेर ये भी रडार पर आएंगे ही। लेकिन जिस तरह लोगों को भ्रष्टाचार से निजात दिलाने का वादा कर आम आदमी पार्टी सत्ता में आई थी, वो वादा अब कहां विलुप्त हो गया है खुद केजरीवाल भी यह नहीं जानते हैं। अब आम आदमी पार्टी का मतलब ही हो गया है ‘भ्रष्ट पार्टी!’ हाल ही मे हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी इस पर चुटकी लेते हुए कहा था कि आम आदमी पार्टी के बारे में क्या ही कहा जा सकता है? उनके ज्यादातर नेता या तो जेल काट रहे हैं या फिर भ्रष्टाचार फैलाते हुए पकडे जा रहे हैं।