TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    TFI के यूट्यूब चैनल पर पाकिस्तान में लगा बैन

    TFI पर पाकिस्तान में बैन: मीडिया से नहीं अपने भीतर के दानव से लड़ो आतंकिस्तान

    ऑपरेशन सिंदूर पर ऐक्टरों की खामोशी को लेकर उठे सवाल

    सलमान से शाहरुख तक, ऑपरेशन सिंदूर पर क्यों खामोश रहे ‘रील हीरोज़’?

    पाकिस्तान से खाड़ी देशों पर मंडराता तात्कालिक ख़तरा

    पाकिस्तान से खाड़ी देशों पर मंडराता तात्कालिक ख़तरा

    भारतीय सेना ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है

    ऑपरेशन सिंदूर: झूठे नैरेटिव के शोर में सेना के पराक्रम की गूंज न दबने दें

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    अमेरिका पर भारत लगाएगा रेसिप्रोकाल टैरिफ

    टैरिफ पर भारत का बड़ा एलान, एल्युमिनियम-स्टील इंपोर्ट पर 25% ड्यूटी वसूल रहे US पर लगाई जायेगी रेसिप्रोकाल टैरिफ

    Meta Facebook Double Face

    फेसबुक का दोगला चेहरा! फाइनेंशियल फ्रॉड को बढ़ावा, राष्ट्रवादी विचार पर एक्शन; क्या ये जानबूझकर कर रहा है मेटा?

    GST On UPI Transactions

    क्या सच में 2000 रुपये से ऊपर के UPI ट्रांजेक्शन पर लगेगा GST? जानें सरकार का स्पष्टीकरण

    15 दिन में तीसरी बार डाउन हुआ UPI, लोग बोले- ‘फिर कैश की और बढ़ रहे हैं हम’

    15 दिन में तीसरी बार डाउन हुआ UPI, लोग बोले- ‘फिर कैश की और बढ़ रहे हैं हम’

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    करियप्पा को उनके रिश्तेदार 'चिम्मा' कहकर बुलाते थे

    नेहरू के विरोध के बावजूद भारतीय सेना के पहले हिंदुस्तानी कमांडर-इन-चीफ कैसे बने करियप्पा? अंग्रेज अफसरों को फौज की कमान क्यों सौंपना चाहते थे नेहरू?

    Drone Warfare india pakistan

    प्रथम विश्व युद्ध से भारत-पाक तक: ड्रोन कैसे बदल रहे हैं जंग की दिशा?; जानें इतिहास, टेक्नोलॉजी और उपयोग की पूरी कहानी

    BrahMos

    पाकिस्तान में तबाही मचाने वाली सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ‘BrahMos’ की पूरी कहानी, जानें क्या है अब्दुल कलाम से संबंध?

    China Pakistan Operation Sindoor India

    ऑपरेशन सिंदूर से ड्रैगन की खुली पोल: पाकिस्तान की हार में चीन को क्यों हो रहा है दर्द?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    सिंधु जल संधि पर रोक से पाकिस्तान की खेती तबाह, 40% से ज़्यादा फसलें बर्बाद: एक्सपर्ट

    सिंधु जल संधि पर रोक से पाकिस्तान की खेती तबाह, 40% से ज़्यादा फसलें बर्बाद: एक्सपर्ट

    भारत द्वारा ‘सिंधु जल संधि’ को निलंबित करने के बाद बुरी तरह तिलमिला रहा पाकिस्तान

    प्यास से तड़प उठा पाक: ‘सिंधु जल संधि’ बहाल करने के लिए भारत से कर रहा मिन्नतें; पढ़ें क्या है यह संधि?

    पाकिस्तान से खाड़ी देशों पर मंडराता तात्कालिक ख़तरा

    पाकिस्तान से खाड़ी देशों पर मंडराता तात्कालिक ख़तरा

    जॉन स्पेंसर

    टॉम कूपर के बाद अब अमेरिकी सैन्य विश्लेषक ने भी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को बताया निर्णायक जीत, कहा- केवल विराम नहीं है, यह एक स्पष्ट सैन्य जीत

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    करियप्पा को उनके रिश्तेदार 'चिम्मा' कहकर बुलाते थे

    नेहरू के विरोध के बावजूद भारतीय सेना के पहले हिंदुस्तानी कमांडर-इन-चीफ कैसे बने करियप्पा? अंग्रेज अफसरों को फौज की कमान क्यों सौंपना चाहते थे नेहरू?

    दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया में बुद्ध के जन्म को ‘वेसाक' उत्सव के रूप में मनाते हैं जो 'वैशाख' शब्द का अपभ्रंश है

    भगवान बुद्ध: मानवता के लिए शांति और करुणा का रास्ता

    RSS के द्वितीय सरसंघचालक श्रीगुरुजी

    RSS के द्वितीय सरसंघचालक श्रीगुरुजी का 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान दिया गया संदेश

    28 अगस्त के भारतीय सैनिकों ने रणनीतिक हाजी पीर दर्रे पर कब्जा कर लिया था (सोर्स: www.adityaaryaarchive.com)

    हाजी पीर दर्रा: भूली हुई जीत, जिंदा ज़ख्म — पुरानी भूल सुधारने का यही वक्त है

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    IPL 2025 Suspended

    भारत पाकिस्तान तनाव के बीच IPL-2025 सस्पेंड, बचे हुए थे 16 मैच

    NC Classic Arshad Nadeem Neeraj Chopra

    नीरज चोपड़ा ने पाकिस्तान के अरशद नदीम को NC क्लासिक में खेलने का दिया न्यौता, आलोचना के बाद दी सफाई

    IPL 2025: पहलगाम आंतकी हमले के बाद MI vs SRH मैच में होंगे ये बदलाव; विराट-पांड्या समेत कई क्रिकेटर्स ने जताया शोक

    IPL 2025: पहलगाम आंतकी हमले के बाद MI vs SRH मैच में होंगे ये बदलाव; विराट-पांड्या समेत कई क्रिकेटर्स ने जताया शोक

    Loud Horns Health Minister Nitin Gadkari

    तेज हॉर्न सेहत पर कैसे डालते हैं असर? नितिन गडकरी निकालेंगे समाधान

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    TFI के यूट्यूब चैनल पर पाकिस्तान में लगा बैन

    TFI पर पाकिस्तान में बैन: मीडिया से नहीं अपने भीतर के दानव से लड़ो आतंकिस्तान

    ऑपरेशन सिंदूर पर ऐक्टरों की खामोशी को लेकर उठे सवाल

    सलमान से शाहरुख तक, ऑपरेशन सिंदूर पर क्यों खामोश रहे ‘रील हीरोज़’?

    पाकिस्तान से खाड़ी देशों पर मंडराता तात्कालिक ख़तरा

    पाकिस्तान से खाड़ी देशों पर मंडराता तात्कालिक ख़तरा

    भारतीय सेना ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है

    ऑपरेशन सिंदूर: झूठे नैरेटिव के शोर में सेना के पराक्रम की गूंज न दबने दें

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    अमेरिका पर भारत लगाएगा रेसिप्रोकाल टैरिफ

    टैरिफ पर भारत का बड़ा एलान, एल्युमिनियम-स्टील इंपोर्ट पर 25% ड्यूटी वसूल रहे US पर लगाई जायेगी रेसिप्रोकाल टैरिफ

    Meta Facebook Double Face

    फेसबुक का दोगला चेहरा! फाइनेंशियल फ्रॉड को बढ़ावा, राष्ट्रवादी विचार पर एक्शन; क्या ये जानबूझकर कर रहा है मेटा?

    GST On UPI Transactions

    क्या सच में 2000 रुपये से ऊपर के UPI ट्रांजेक्शन पर लगेगा GST? जानें सरकार का स्पष्टीकरण

    15 दिन में तीसरी बार डाउन हुआ UPI, लोग बोले- ‘फिर कैश की और बढ़ रहे हैं हम’

    15 दिन में तीसरी बार डाउन हुआ UPI, लोग बोले- ‘फिर कैश की और बढ़ रहे हैं हम’

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    करियप्पा को उनके रिश्तेदार 'चिम्मा' कहकर बुलाते थे

    नेहरू के विरोध के बावजूद भारतीय सेना के पहले हिंदुस्तानी कमांडर-इन-चीफ कैसे बने करियप्पा? अंग्रेज अफसरों को फौज की कमान क्यों सौंपना चाहते थे नेहरू?

    Drone Warfare india pakistan

    प्रथम विश्व युद्ध से भारत-पाक तक: ड्रोन कैसे बदल रहे हैं जंग की दिशा?; जानें इतिहास, टेक्नोलॉजी और उपयोग की पूरी कहानी

    BrahMos

    पाकिस्तान में तबाही मचाने वाली सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ‘BrahMos’ की पूरी कहानी, जानें क्या है अब्दुल कलाम से संबंध?

    China Pakistan Operation Sindoor India

    ऑपरेशन सिंदूर से ड्रैगन की खुली पोल: पाकिस्तान की हार में चीन को क्यों हो रहा है दर्द?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    सिंधु जल संधि पर रोक से पाकिस्तान की खेती तबाह, 40% से ज़्यादा फसलें बर्बाद: एक्सपर्ट

    सिंधु जल संधि पर रोक से पाकिस्तान की खेती तबाह, 40% से ज़्यादा फसलें बर्बाद: एक्सपर्ट

    भारत द्वारा ‘सिंधु जल संधि’ को निलंबित करने के बाद बुरी तरह तिलमिला रहा पाकिस्तान

    प्यास से तड़प उठा पाक: ‘सिंधु जल संधि’ बहाल करने के लिए भारत से कर रहा मिन्नतें; पढ़ें क्या है यह संधि?

    पाकिस्तान से खाड़ी देशों पर मंडराता तात्कालिक ख़तरा

    पाकिस्तान से खाड़ी देशों पर मंडराता तात्कालिक ख़तरा

    जॉन स्पेंसर

    टॉम कूपर के बाद अब अमेरिकी सैन्य विश्लेषक ने भी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को बताया निर्णायक जीत, कहा- केवल विराम नहीं है, यह एक स्पष्ट सैन्य जीत

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    करियप्पा को उनके रिश्तेदार 'चिम्मा' कहकर बुलाते थे

    नेहरू के विरोध के बावजूद भारतीय सेना के पहले हिंदुस्तानी कमांडर-इन-चीफ कैसे बने करियप्पा? अंग्रेज अफसरों को फौज की कमान क्यों सौंपना चाहते थे नेहरू?

    दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया में बुद्ध के जन्म को ‘वेसाक' उत्सव के रूप में मनाते हैं जो 'वैशाख' शब्द का अपभ्रंश है

    भगवान बुद्ध: मानवता के लिए शांति और करुणा का रास्ता

    RSS के द्वितीय सरसंघचालक श्रीगुरुजी

    RSS के द्वितीय सरसंघचालक श्रीगुरुजी का 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान दिया गया संदेश

    28 अगस्त के भारतीय सैनिकों ने रणनीतिक हाजी पीर दर्रे पर कब्जा कर लिया था (सोर्स: www.adityaaryaarchive.com)

    हाजी पीर दर्रा: भूली हुई जीत, जिंदा ज़ख्म — पुरानी भूल सुधारने का यही वक्त है

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    IPL 2025 Suspended

    भारत पाकिस्तान तनाव के बीच IPL-2025 सस्पेंड, बचे हुए थे 16 मैच

    NC Classic Arshad Nadeem Neeraj Chopra

    नीरज चोपड़ा ने पाकिस्तान के अरशद नदीम को NC क्लासिक में खेलने का दिया न्यौता, आलोचना के बाद दी सफाई

    IPL 2025: पहलगाम आंतकी हमले के बाद MI vs SRH मैच में होंगे ये बदलाव; विराट-पांड्या समेत कई क्रिकेटर्स ने जताया शोक

    IPL 2025: पहलगाम आंतकी हमले के बाद MI vs SRH मैच में होंगे ये बदलाव; विराट-पांड्या समेत कई क्रिकेटर्स ने जताया शोक

    Loud Horns Health Minister Nitin Gadkari

    तेज हॉर्न सेहत पर कैसे डालते हैं असर? नितिन गडकरी निकालेंगे समाधान

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

एक जंग लगे पुराने चाकू के समान हैं शरद पवार, जिसे ‘महिमामंडित’ करने से बाज नहीं आती मीडिया

'नाम बड़े और दर्शन छोटे' का उदाहरण देखना है तो शरद पवार को देखिए!

Aniket Raj द्वारा Aniket Raj
23 June 2022
in राजनीति, समीक्षा
Sharad Pawar pic

Source- TFI

Share on FacebookShare on X

शरद पवार को राजनीतिक पंडित जितना बड़ा बताते हैं, उतने बड़े वो हैं नहीं. उन्हें चाणक्य की उपाधि दी गई. राजनीतिक रूप से मिस्टर कूल की संज्ञा दी गई और इसके साथ-साथ उन्हें अमित शाह के काट के रूप में भी पेश किया गया, किंतु यह सारी बातें ऊंची दुकान फीके पकवान सम प्रतीत होती हैं. पवार किसी भी मामले में राजनीतिक रूप से एक कुशल और सक्षम राजनेता नहीं हैं. उनकी ऐसी छवि सिर्फ और सिर्फ परिस्थितिजन्य है. जहां तक रही बात मिस्टर कूल राजनेता बनने की तो ऐसा उनके बारंबार मुंह की खाने के कारण हुआ है.

अभी हाल ही में राज्यसभा चुनाव हारने के बाद पवार ने कहा कि उन्हें महाविकास आघाडी की हार और भाजपा की जीत पर कोई आश्चर्य नहीं है, बल्कि वह तो पहले से ही जानते थे कि ऐसा ही होगा. उनका यह बयान सुनते ही कुछ अति उत्साही अल्प राजनीतिक ज्ञाता उन्हें विराट और सक्षम राजनेता के रूप में पेश करने लगे. किंतु, वह भूल गए कि इस प्रकार की भविष्यवाणी एक कुशल राजनेता की पहचान कदापि नहीं हो सकती, बल्कि यह सिर्फ और सिर्फ एक कुशल राजनीतिक पंडित की पहचान है. पवार न तो खुद अपना राजनीतिक लक्ष्य साध पाएं और न ही अपने राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं और भविष्य को सुरक्षित कर पाए. उनके खुद की पार्टी और उनका राजनीतिक रूप से सक्षम परिवार भी निरंतर अंतर्कलह का सामना करता रहा.

संबंधितपोस्ट

‘आपकी गोलियां कम पड़ जाएंगी, हमारे सीने कम नहीं पड़ेंगे’: क्या वक्फ कानून पर मुस्लिमों को भड़़काने की साज़िश रच रहा AIMPLB?

नागपुर हिंसा के पीछे की सोच को समझना होगा

दिशा सालियान केस में फंसे आदित्य ठाकरे-सूरज पंचोली, बोले पिता-गैंगरेप कर बेटी को मार डाला; शिकायत में उद्धव ठाकरे का भी नाम

और लोड करें

3 बार ऑफर मिलने के बाद भी वह भारत के प्रधानमंत्री बनने के स्वर्णिम अवसर से चूक गए. विधानसभा चुनाव में भी वह मात्र 50 से 55 सीटों पर सिमट गए. ऊपर से उनकी भद्द तब पिटी जब मुख्यमंत्री बनने की महत्वाकांक्षा लिए उनके भतीजे अजित पवार ने न सिर्फ उनको धोखे में रखा बल्कि छल करते हुए सरकार बनाने का दावा भी पेश कर दिया. पर फिर भी पता नहीं कैसे राजनीतिक पंडित उन्हें चतुर, चाणक्य और चाचा चौधरी की उपाधि दे देते हैं? इस लेख में हम आपको उन चार पांच कारणों से अवगत कराएंगे जो यह बताता है कि शरद पवार बहुत ही साधारण किस्म के राजनेता हैं और मीडिया उन्हें जबरदस्ती चाणक्य बनाने पर तुली हुई है, जबकि उनको मिलने वाली सारी सफलता अवसरवादिता का प्रत्यक्ष प्रमाण है.

और पढ़ें: ‘शरद पवार के चरणों में हैं उद्धव ठाकरे’, भोजपुरी, हिंदी, मराठी में दहाड़े देवेंद्र फडणवीस

कुशल रणनीति नहीं अवसरवादिता है पवार की पहचान

वर्ष 1978 में इंदिरा गांधी द्वारा कांग्रेस को विभाजित करने के बाद, पवार दूसरे गुट में शामिल हो गए. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में खंडित जनादेश के बाद, कांग्रेस के दोनो गुट जनता पार्टी को सत्ता से वंचित करने के लिए एक साथ आए. पवार वसंतदादा पाटिल सरकार में मंत्री बने. किन्तु, केवल चार महीने बाद पार्टी तोड़ 38 साल की उम्र में जनता पार्टी के समर्थन से राज्य के सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री बनें. वर्ष 1999 में, उन्होंने सोनिया गांधी के खिलाफ उनके विदेशी मूल को लेकर विद्रोह शुरू किया और अपनी पार्टी एनसीपी बनाई. दोनों दलों ने जल्द ही महाराष्ट्र में साझा सरकार स्थापित की और अगले 15 वर्षों तक शासन करते रहें.

तीन मौकों पर- 1991, 1999 और 2019 में, पवार ने प्रधानमंत्री बनने का स्वप्न देखा लेकिन ये स्वप्न स्वप्न ही रह गया. उन्हें हर मोर्चे पर निराशा हाथ लगी थी. प्रधानमंत्री पद के पहले दो अवसर का खंडन कांग्रेस की ओर से आए, जबकि तीसरा भाजपा द्वारा 2019 के आम चुनाव में एक अनुमानित और शानदार जीत दर्ज करने पर ध्वस्त हो गया. इस घटना में भाजपा आवश्यक संख्या में सीटें जीतने में सक्षम नहीं थी, हालांकि प्रधानमंत्री बनने में शरद पवार सबसे आगे थे.

इनसे तो परिवार भी नहीं संभलता

कर्नाटक के गौड़ा की तरह ही महाराष्ट्र का पवार परिवार भी है. वे शिक्षण संस्थानों, ट्रस्टों और चीनी सहकारी समितियों को चलाने में मिलकर काम करते हैं. यह अजित पवार ही थे जिन्होंने चाचा शरद पवार के लिए जगह बनाने हेतु बारामती लोकसभा सीट खाली की थी. 2019 के लोकसभा चुनावों में, शरद ने अपने भतीजे और अजित पवार के बेटे, पार्थ को मावल लोकसभा सीट से मैदान में उतारा और यह कहते हुए दौड़ से बाहर हो गए कि उनके परिवार के दो सदस्य (बेटी सुप्रिया सुले सहित) पहले से ही चुनाव लड़ रहे थे. हालांकि, हम सभी जानते हैं कि यह परिवार में मतभेदों के कारण था. पार्टी में उत्तराधिकार की लड़ाई के बारे में अफवाहों का खंडन करते हुए, पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने अक्सर स्पष्ट रूप से कहा है कि उनके चचेरे भाई अजित पवार महाराष्ट्र में एनसीपी का चेहरा होंगे, जबकि वह दिल्ली में पार्टी का प्रतिनिधित्व करेंगी.

पवार परिवार और करीबी सहयोगियों के खिलाफ केस

यह विडंबना ही है कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), जिसने धन शोधन के मामले में शरद पवार के खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी राजनीतिक जीवन को संजीवनी प्रदान की क्योंकि इन्हीं मामलों के कारण पवार विधानसभा चुनावों के दौरान खुद को पीड़ित के तौर पर पेश कर अपने पक्ष में माहौल बना सकें. पवार के अलावा, उपमुख्यमंत्री अजित पवार, पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल और वरिष्ठ नेता छगन भुजबल सहित राकांपा के कई वरिष्ठ नेता कथित भ्रष्टाचार के मामले में विभिन्न जांच एजेंसियों की जांच के दायरे में हैं. 79 वर्षीय शरद पवार ने अपने खिलाफ ईडी के मामले का इस्तेमाल खुद को एक पीड़ित के रूप में पेश करने के लिए किया था, लेकिन आखिर काठ की हांड़ी कितनी बार चढ़ेगी? वैसे भी अब चुनाव खत्म हो चुके हैं और एनसीपी नेता इन मामलों में कुछ राहत चाहते हैं, वरना पार्टी में फूट पड़ते देर नहीं लगेगी.

और पढ़ें: महाराष्ट्र की ‘ममता बनर्जी’ बनने की राह पर शरद पवार

राकांपा की राजनीतिक महत्वाकांक्षा

अपने अस्तित्व के दो दशकों के बावजूद, राकांपा काफी हद तक पश्चिमी महाराष्ट्र क्षेत्र तक ही सीमित है, जबकि गिरती हुई कांग्रेस पूरे राज्य में अपनी उपस्थिति बनाए रखती हैं. यह देखते हुए कि राकांपा भाजपा और शिवसेना के हिंदुत्व-संचालित वोटबैंक पर आधारित है, अतः राज्य में इसका विस्तार कांग्रेस की कीमत पर होनी चाहिए. यह एनसीपी के राजनीतिक विस्तार को स्वाभाविक रूप से रोकता है. मराठा मानुष की राजनीतिक कमान भी उद्धव और राज ठाकरे के पास है. हिंदुत्व गया भाजपा को. तथाकथित धर्मनिरपेक्षता का ढोंग कांग्रेस के परंपरागत वोट बैक का आधार है. जाति का ध्वज क्षत्रपों ने उठा रखा है तो आखिर पवार के पास बचा क्या? उनके पास कुछ नहीं बचा और न ही पवार कुछ बना पाए. साफ़-साफ़ प्रदर्शित होता है कि वो एक विफल राजनेता हैं जिन्हें अब आराम करना चाहिए.

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें।

Tags: महाराष्ट्रशरद पवार
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

खालिस्तान समर्थक भावनाओं को बढ़ावा देने पर ब्रिटिश चैनल KTV का लाइसेंस रद्द

अगली पोस्ट

इंडियन अमेरिका मुस्लिम काउंसिल द्वारा आयोजित प्रथम ‘हिन्दू विरोधी अवार्ड्स’ अपने उद्देश्य में पूर्णतया सफल हुए

संबंधित पोस्ट

TFI के यूट्यूब चैनल पर पाकिस्तान में लगा बैन
समीक्षा

TFI पर पाकिस्तान में बैन: मीडिया से नहीं अपने भीतर के दानव से लड़ो आतंकिस्तान

14 May 2025

दुनिया भर में हर साल तमाम वैश्विक संस्थाएं विभिन्न प्रकार के इंडेक्स जारी करती हैं, जैसे खुशहाली सूचकांक, मानव विकास सूचकांक, लोकतंत्र सूचकांक और सबसे...

ऑपरेशन सिंदूर पर ऐक्टरों की खामोशी को लेकर उठे सवाल
समीक्षा

सलमान से शाहरुख तक, ऑपरेशन सिंदूर पर क्यों खामोश रहे ‘रील हीरोज़’?

14 May 2025

पाकिस्तान के समर्थन वाले आतंकियों ने बीते 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 26 निर्दोष नागरिकों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इन...

पाकिस्तान से खाड़ी देशों पर मंडराता तात्कालिक ख़तरा
मत

पाकिस्तान से खाड़ी देशों पर मंडराता तात्कालिक ख़तरा

14 May 2025

जैसे-जैसे खाड़ी देश आधुनिक बन रहे हैं और पाकिस्तान को पैसा देना बंद कर रहे हैं, इस्लामाबाद उन्हें “सच्चे इस्लाम” से भटकता हुआ मानता है।...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Pakistan needs money from IMF to feed their people

Pakistan needs money from IMF to feed their people

00:15:20

Vacate PoK and more: Steps Pakistan needs to take to avoid Indian military action

00:06:36

Taking The Wire’s Propaganda Piece on VP to the Cleaners – Feat. Prof. Kapil Kumar

00:09:19

Rahul Gandhi Undermines India’s Electoral Integrity as Trump Applauds It

00:07:09

Why Pakistan army chief reminds two nation theory| what is the plan| Waqf Bill |Asim Munir| Jinnah

00:13:02
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited