TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    goa mukti diwas

    गोवा मुक्ति दिवस: राष्ट्रीय सम्मान और संकल्प का प्रतीक

    KARNATAKA HATE SPEECH CRIME

    हेट स्पीच पर कर्नाटक सरकार का नया बिल, राहत के साथ चिंता भी

    पाकिस्तान की चाल: हादी शूटिंग की आड़ में पुरानी फॉल्ट लाइन्स को फिर से भड़काने की कोशिश

    पाकिस्तान की चाल: हादी शूटिंग की आड़ में पुरानी फॉल्ट लाइन्स को फिर से भड़काने की कोशिश

    जॉर्डन के बाद इथियोपिया में भी दिखी ‘कार डिप्लोमेसी’, पीएम मोदी को खुद ड्राइव कर ले  गए इथियोपियन पीेएम अबी अहमद

    जॉर्डन के बाद इथियोपिया में भी दिखी ‘कार डिप्लोमेसी’, पीएम मोदी को खुद ड्राइव कर ले गए इथियोपियन पीेएम अबी अहमद

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    16 दिसंबर को पाकिस्तान के पूर्वी मोर्चे के कमांडर जनरल ए के नियाजी ने 93,000 सैनिकों के साथ सरेंडर किया था

    ढाका सरेंडर: जब पाकिस्तान ने अपने लोगों की अनदेखी की और अपने देश का आधा हिस्सा गंवा दिया

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    donald trump

    ट्रम्प ने मारिजुआना को शेड्यूल-I से हटाने पर विचार का संकेत दिया, सिर्फ़ मेडिकल इस्तेमाल पर ज़ोर

    nick fluentes

    कौन हैं निक फ्यूएंटेस और क्यों अमेरिका के लिए ख़तरा है उनका यहूदी-विरोध

    sajid akram

    सिडनी हमलावर साजिद अकरम का इंडिया लिंक, तेलंगाना पुलिस ने किया खुलासा

    17 दिसंबर राइट ब्रदर्स दिवस: मानव उड़ान की ऐतिहासिक शुरुआत और विज्ञान की जीत

    17 दिसंबर राइट ब्रदर्स दिवस: मानव उड़ान की ऐतिहासिक शुरुआत और विज्ञान की जीत

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    goa mukti diwas

    गोवा मुक्ति दिवस: राष्ट्रीय सम्मान और संकल्प का प्रतीक

    kakori hatyakand

    क्रान्ति की मशाल : काकोरी कांड के अमर नायक पंडित रामप्रसाद ‘बिस्मिल’

    kakori hatya kand

    बलिदान दिवस : देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहूति देने वाले अमर

    राष्ट्रीय अपमान का बदला: सांडर्स वध से गूंजा भारत का क्रांतिकारी प्रतिशोध

    राष्ट्रीय अपमान का बदला: सांडर्स वध से गूंजा भारत का क्रांतिकारी प्रतिशोध

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    goa mukti diwas

    गोवा मुक्ति दिवस: राष्ट्रीय सम्मान और संकल्प का प्रतीक

    KARNATAKA HATE SPEECH CRIME

    हेट स्पीच पर कर्नाटक सरकार का नया बिल, राहत के साथ चिंता भी

    पाकिस्तान की चाल: हादी शूटिंग की आड़ में पुरानी फॉल्ट लाइन्स को फिर से भड़काने की कोशिश

    पाकिस्तान की चाल: हादी शूटिंग की आड़ में पुरानी फॉल्ट लाइन्स को फिर से भड़काने की कोशिश

    जॉर्डन के बाद इथियोपिया में भी दिखी ‘कार डिप्लोमेसी’, पीएम मोदी को खुद ड्राइव कर ले  गए इथियोपियन पीेएम अबी अहमद

    जॉर्डन के बाद इथियोपिया में भी दिखी ‘कार डिप्लोमेसी’, पीएम मोदी को खुद ड्राइव कर ले गए इथियोपियन पीेएम अबी अहमद

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    16 दिसंबर को पाकिस्तान के पूर्वी मोर्चे के कमांडर जनरल ए के नियाजी ने 93,000 सैनिकों के साथ सरेंडर किया था

    ढाका सरेंडर: जब पाकिस्तान ने अपने लोगों की अनदेखी की और अपने देश का आधा हिस्सा गंवा दिया

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    donald trump

    ट्रम्प ने मारिजुआना को शेड्यूल-I से हटाने पर विचार का संकेत दिया, सिर्फ़ मेडिकल इस्तेमाल पर ज़ोर

    nick fluentes

    कौन हैं निक फ्यूएंटेस और क्यों अमेरिका के लिए ख़तरा है उनका यहूदी-विरोध

    sajid akram

    सिडनी हमलावर साजिद अकरम का इंडिया लिंक, तेलंगाना पुलिस ने किया खुलासा

    17 दिसंबर राइट ब्रदर्स दिवस: मानव उड़ान की ऐतिहासिक शुरुआत और विज्ञान की जीत

    17 दिसंबर राइट ब्रदर्स दिवस: मानव उड़ान की ऐतिहासिक शुरुआत और विज्ञान की जीत

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    goa mukti diwas

    गोवा मुक्ति दिवस: राष्ट्रीय सम्मान और संकल्प का प्रतीक

    kakori hatyakand

    क्रान्ति की मशाल : काकोरी कांड के अमर नायक पंडित रामप्रसाद ‘बिस्मिल’

    kakori hatya kand

    बलिदान दिवस : देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहूति देने वाले अमर

    राष्ट्रीय अपमान का बदला: सांडर्स वध से गूंजा भारत का क्रांतिकारी प्रतिशोध

    राष्ट्रीय अपमान का बदला: सांडर्स वध से गूंजा भारत का क्रांतिकारी प्रतिशोध

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

अशोक कोई ‘महान’ नहीं बल्कि विशाल मौर्य वंश का बेड़ा गर्क करने वाले शासक थे

अशोक अपने पिता बिंदुसार और दादा चंद्रगुप्त मौर्य से विरासत में मिले साम्राज्य को संभालने में पूरी तरह से विफल रहे थे। इस लेख में समझिए कैसे उन्होंने मौर्य वंश को गर्त में पहुंचाया।

Devesh Sharma द्वारा Devesh Sharma
16 November 2022
in इतिहास
सम्राट अशोक, मौर्य वंश

Source- TFI

Share on FacebookShare on X

भारतीय इतिहास में चंद्रगुप्त मौर्य को तो सभी लोग जानते ही हैं कि उन्होंने किस प्रकार नंद वंश के घमंडी शासक घनानंद का अंत कर 322 ईसा पूर्व में मौर्य वंश की स्थापना की और मौर्य वंश को आगे बढ़ाया। चंद्रगुप्त मौर्य के बाद उनके बेटे बिंदुसार का आगमन होता है और बिंदुसार, मौर्य वंश के साम्राज्य को अपने पिता से भी अधिक ऊंचाईयों पर लेकर जाते हैं। परन्तु इतिहास में इन दोनों शासकों के बाद मौर्य वंश की गद्दी को संभालने वाले अशोक को ही हमेशा ‘महान’ क्यों बताया जाता है? ये सोचा है कभी आपने कि मौर्य वंश की स्थापना तो चंद्रगुप्त मौर्य ने की थी और बिंदुसार ने उसे आगे बढ़ाया फिर ‘अशोका द ग्रेट’ क्यों? चंद्रगुप्त या बिंदुसार ग्रेट क्यों नहीं? अशोक ने मौर्य साम्राज्य के विस्तार से लिए लगभग कुछ नहीं किया, उल्टे बने बनाए मौर्य साम्राज्य को भी संभाल नहीं सके और इसके बावजूद उन्हें ‘महान’ क्यों बताया जाता है, चलिए समझते हैं।

और पढ़ें: भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए पीएम मोदी कर रहे हैं आचार्य चाणक्य का अनुसरण

संबंधितपोस्ट

सम्राट बिंदुसार की वो कहानी जो आपको कभी बताई नहीं गई

और लोड करें

मौर्य साम्राज्य को संभाल नहीं सके अशोक

दरअसल, 345-322 ईसा पूर्व के बीच मगध में नंदवंश के राजा घनानंद का शासन हुआ करता था। घनानंद एक घमंडी और क्रूर शासक था। जनता उसके राज्य में अनावश्यक लगाए गए टैक्स से बुरी तरह परेशान हो चुकी थी। इसी बीच धीरे-धीरे योजना बद्ध तरीके से आचार्य चाणक्य की सहायता द्वारा चंद्रगुप्त मौर्य ने घनानंद के शासन को समाप्त कर 322 ईसा पूर्व में मौर्य वंश की स्थापना की और उसका विस्तार करते रहे। उस समय मौर्यवंश की राजधानी पाटलिपुत्र हुआ करती थी, जिसे आज के समय में पटना के नाम से जाना जाता है। चंद्रगुप्त मौर्य के बाद बिंदुसार ने शासन किया और क्या खूब शासन किया कि उत्तर भारत से लेकर दक्षिण भारत तक उन्होंने अपनी सीमाओं का विस्तार कर मौर्य साम्राज्य के ध्वज को फहराया।

इसके बाद कहानी में कुछ ऐसा होता है कि बिंदुसार के शासन के दौरान तक्षशिला में कुछ लोगों ने विद्रोह कर दिया, वहां ग्रीक और यूनानियों की संख्या अधिक थी और बिंदुसार के बड़े बेटे सुसीम के अकुशल प्रशासन के कारण वहां विद्रोह पनप उठा। जिसे दबाने के लिए बिंदुसार ने अशोक को वहां पर भेजा और अशोक ने अपने सूझबूझ और वीरता से विद्रोह को दबा दिया। उसके बाद उन्हें वहां का वायसराय भी बना दिया गया। इसके अलावा अवंति समेत कई जगहों से सम्राट बनने से पूर्व अशोक की वीरता के किस्से जुड़े हैं। बिंदुसार की मृत्यु के बाद अशोक की वीरता के कारण ही उन्हें राजगद्दी सौंपी गई थी और लोगों को यह उम्मीद थी कि वो मौर्य वंश का विस्तार करेंगे। लेकिन लोगों को यह बिल्कुल भी उम्मीद नहीं थी कि सम्राट बनने के बाद अशोक ही मौर्य वंश के लिए काल बन जाएंगे।

ज्ञात हो कि बिंदुसार के बाद अशोक को शासक के रूप में एक बहुत बड़ा और समृद्ध साम्राज्य मिलता है, जिसे चंद्रगुप्त मौर्य और बिंदुसार ने अपनी ताकत के बलबूते पर खड़ा किया था। हालांकि, अशोक ने भी मौर्य साम्राज्य की सीमाओं का विस्तार कर अपने कर्तव्य का निर्वहन किया था परन्तु यह विस्तार काफी कम था। जहां एक ओर बिंदुसार ने हिंदूकुश पर्वत से लेकर दक्षिण के उत्तरी तमिलनाडु तक युद्ध लड़ा और अपनी सीमाओं का विस्तार किया वहीं, अशोक ने 260-61 ईसा पूर्व में सिर्फ कलिंग पर ही विजय प्राप्त की थी। कलिंग युद्ध की बात की जाए तो इसमें लगभग 1 लाख लोगों की मृत्यु हुई थी, 1.5 लाख लोगों को विस्थापन का सामना करना पड़ा था और लगभग 3.5 लाख से ज्यादा लोग घायल हुए थे।

पहले से ही बौद्ध धर्म के करीब थे

ऐसा कहा जाता है कि कलिंग की घटना के बाद ही बौद्ध धर्म की ओर अशोक का रूझान बढ़ा था, जबकि ऐसा था नहीं। मेगस्थनीज की इंडिका बताती है सम्राट बनने से पूर्व ही वो बौद्ध धर्म के करीब थे लेकिन कलिंग युद्ध ने उन्हें कारण दे दिया। अशोक का शासनकाल 269 ईसा पूर्व से 232 ईसा पूर्व तक रहा और अपने शासन के शुरुआती दौर में ही उन्होंने कलिंग पर विजय प्राप्त की थी और कलिंग युद्ध के तुरंत बाद हिंदू धर्म को त्यागकर बौद्ध धर्म अपना लिया था। हालांकि, अशोक ने बौद्ध धर्म कब और किसकी सलाह पर अपनाया इसके बारें में अधिक जानकारी नहीं मिलती परन्तु श्रीलंका की एक किताब दीपाम्सा में यह कहा गया है कि अशोक कलिंग युद्ध से पहले ही बुद्ध धर्म के बारे में जानते थे। कलिंग युद्ध के बाद निगरोधा ने उन्हें बौद्ध धर्म अपनाने के लिए प्रेरित किया था और अंत में बौद्ध भिक्षु मोगलीपुत्ता ने उन्हें बौद्ध धर्म की दीक्षा दी थी।

बौद्ध धर्म अपनाने के बाद अशोक सम्राट बने रहे लेकिन मौर्यवंश का जो स्वर्णकाल था, वह अशोक के बौद्ध बनते ही खत्म होने की ओर अग्रसर हो चुका था। मौर्य वंश की सेना काफी विशाल थी, अशोक के बौद्ध बनने के बाद भी सेना रही लेकिन उनसे कोई काम नहीं लिया जाता था और हर महीने उनका वेतन भी दिया जाता था। राजकोष पर इसका बोझ लगातार बढ़ता जा रहा था। इसके अलावा बौद्ध धर्म अपनाने के बाद अशोक का ध्यान राज्य के विस्तार से हटकर बौद्ध धर्म के प्रचार में लग गया था। उन्होंने अपने शासन को सुदृढ़ करने की बजाय बौद्ध धर्म के विस्तार पर ज्यादा ध्यान दिया और इसी का परिणाम रहा कि अशोक के बाद मौर्य वंश को एक भी बेहतर उत्तराधिकारी नहीं मिल पाया। अशोक ने इसके लिए कोई बड़ा कदम भी नहीं उठाया।

और पढ़ें: सम्राट बिंदुसार की वो कहानी जो आपको कभी बताई नहीं गई

अशोक और मौर्य वंश

कहा जाता है कि अशोक का बेटा कुणाल जांबाज था लेकिन उसकी सौतेली मां ने उसे अंधा कर दिया था, इसलिए वो राजा नहीं बन सका। इसके अलावा उनके बड़े बेटे ने बौद्ध धर्म अपना लिया था, जिन्हें हम महेंद्र के नाम से जानते हैं। मंझले बेटे तिवारा की मौत अशोक के सामने हो गई थी और उनका सबसे छोटा बेटा तालुका किसी अनचाही वजह से राजा नहीं बन सका। अशोक के बाद लगभग आधी सदी तक (242 ईसा पूर्व से 185 ईसा पूर्व) मौर्य वंश का शासन रहा और इस दौरान मौर्य वंश के कुल 6 शासक हुए। अब आप समझ सकते कि जिस वंश के शुरूआती 3 राजाओं ने लगभग 90 वर्षों तक शासन किया, अशोक के बाद मात्र 50 वर्षों में 6 राजा हो गए। इनमें से कोई भी राजा ऐसा नहीं हुआ, जो मौर्य वंश को फिर से उसकी ऊंचाईयों पर ले जा सके।

यानी कि वो अशोक ही थे, जो मौर्य वंश के पतन का कारण बने। अगर अपने पिता या दादा की तरह उन्होंने भी साम्राज्य पर ध्यान दिया होता, तो मौर्य वंश का सूरज इतनी जल्दी अस्त नहीं होता लेकिन उन्होंने अपने साम्राज्य पर ध्यान देने से इतर वो सबकुछ किया, जिससे मौर्य वंश की जड़ें कमजोर हुई। हालांकि, बौद्ध ग्रंथों में अशोक को काफी महान बताया गया है, उनका जमकर गुणगान किया गया है। जबकि सच्चाई आपके सामने है। ऐसे में अशोक को महान क्यों बताया जाता है यह बड़ा सवाल है। निष्कर्ष के रूप में हम यहां पर यही कहना चाहेंगे कि पूरे मौर्य साम्राज्य के शासकों में ग्रेट अगर कोई था तो वो बिंदुसार थे जिन्होंने अपने पिता चंद्रगुप्त मौर्य के बाद राज्य का विस्तार किया और कई कीर्तिमान स्थापित किए थे। लेकिन ‘हिंदू’ होने के कारण इतिहास में उन्हें सीमित कर दिया गया।

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें.

Tags: अशोकबिंदुसारमौर्य वंशमौर्य साम्राज्य
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

Initial meaning in hindi : vilom paryayvachi and examples –

अगली पोस्ट

देवी-देवताओं, स्वतंत्रता सेनानियों से लेकर बॉलीवुड तक, आज के समय में पूरी तरह से बदल चुकी है हीरो की परिभाषा

संबंधित पोस्ट

goa mukti diwas
इतिहास

गोवा मुक्ति दिवस: राष्ट्रीय सम्मान और संकल्प का प्रतीक

19 December 2025

19 दिसंबर केवल गोवा का ऐतिहासिक दिवस नहीं है, बल्कि यह भारत की उस दृढ़ इच्छाशक्ति का प्रतीक है, जिसने औपनिवेशिक शासन के अंतिम अवशेष...

kakori hatyakand
इतिहास

क्रान्ति की मशाल : काकोरी कांड के अमर नायक पंडित रामप्रसाद ‘बिस्मिल’

19 December 2025

पंडित रामप्रसाद बिस्मिल भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के उन तेजस्वी क्रान्तिकारियों में थे, जिन्होंने विचार, लेखनी और बलिदान—तीनों से राष्ट्र को दिशा दी। जीवन और संस्कार...

kakori hatya kand
इतिहास

बलिदान दिवस : देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहूति देने वाले अमर

19 December 2025

पंडित रामप्रसाद बिस्मिल का जन्म 11 जून 1897 को उत्तर प्रदेश के शाहजहाँपुर में हुआ। उनके पिता श्री मुरलीधर शाहजहाँपुर नगरपालिका में कर्मचारी थे, जिन्होंने...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Captured Turkish YIHA drone Showed by the Indian Army |Defence News| Operation Sindoor

Captured Turkish YIHA drone Showed by the Indian Army |Defence News| Operation Sindoor

00:00:58

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

00:07:37

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

00:06:59

Dhurandar: When a Film’s Reality Shakes the Left’s Comfortable Myths

00:06:56

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited