TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    Congress All Party Delegation

    देशहित से आगे तुष्टिकरण! ऑल-पार्टी डेलिगेशन के लिए कांग्रेस के दिए नामों पर क्यों हुआ विवाद?

    कांग्रेस सांसद शशि थरूर

    ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर बना ऑल पार्टी डेलिगेशन: कांग्रेस क्यों कर रही है शशि थरूर के नाम का विरोध?

    Omar Abdullah and Mehbooba Mufti

    सिंधु जल समझौता: बाप-दादा तक क्यों पहुंची उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती की जुबानी जंग?

    मोदी का मास्टर स्ट्रोक: विपक्ष-सरकार हुए एकजुट, दुनिया को देंगे सशक्त भारत का संदेश

    मोदी का मास्टर स्ट्रोक: विपक्ष-सरकार हुए एकजुट, दुनिया को देंगे सशक्त भारत का संदेश

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी: सेलेबी के शेयर दो दिन में 20% लुढ़के तो वहीं चीनी डिफेंस मार्केट में हाहाकार

    अमेरिका पर भारत लगाएगा रेसिप्रोकाल टैरिफ

    टैरिफ पर भारत का बड़ा एलान, एल्युमिनियम-स्टील इंपोर्ट पर 25% ड्यूटी वसूल रहे US पर लगाई जायेगी रेसिप्रोकाल टैरिफ

    Meta Facebook Double Face

    फेसबुक का दोगला चेहरा! फाइनेंशियल फ्रॉड को बढ़ावा, राष्ट्रवादी विचार पर एक्शन; क्या ये जानबूझकर कर रहा है मेटा?

    GST On UPI Transactions

    क्या सच में 2000 रुपये से ऊपर के UPI ट्रांजेक्शन पर लगेगा GST? जानें सरकार का स्पष्टीकरण

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    PMO PM Modi Indian Jet Engine Program

    PMO को अपने हाथों क्यों लेनी चाहिए जेट इंजन प्रोग्राम की कमान?

    Defence Budget

    ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद अब सेना को मिलेगा 50,000 करोड़ का हाइपरसोनिक बूस्ट, आधुनिक तकनीक और हथियारों पर भारत का फोकस

    करियप्पा को उनके रिश्तेदार 'चिम्मा' कहकर बुलाते थे

    नेहरू के विरोध के बावजूद भारतीय सेना के पहले हिंदुस्तानी कमांडर-इन-चीफ कैसे बने करियप्पा? अंग्रेज अफसरों को फौज की कमान क्यों सौंपना चाहते थे नेहरू?

    Drone Warfare india pakistan

    प्रथम विश्व युद्ध से भारत-पाक तक: ड्रोन कैसे बदल रहे हैं जंग की दिशा?; जानें इतिहास, टेक्नोलॉजी और उपयोग की पूरी कहानी

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    पाकिस्तान के पीएम शहबाज़ ने कबूला ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का सच, कहा- ‘रात 2:30 बजे मुनीर का फोन आया…’

    पाकिस्तान के पीएम शहबाज़ ने कबूला ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का सच, कहा- ‘रात 2:30 बजे मुनीर का फोन आया…’

    आमिर खान मुत्ताकी (बाएं) और एस. जयशंकर (दाएं)

    विदेश मंत्री एस जयशंकर की तालिबान से सीधी बातचीत के क्या हैं मायने?

    पाकिस्तान की पैरवी कर रही पश्चिमी मीडिया की खुल गईं आंखें, अब भारत नजर आने लगा संघर्ष का विजेता

    पाकिस्तान की पैरवी कर रही पश्चिमी मीडिया की खुल गईं आंखें, अब भारत नजर आने लगा संघर्ष का विजेता

    सिंधु जल संधि पर रोक से पाकिस्तान की खेती तबाह, 40% से ज़्यादा फसलें बर्बाद: एक्सपर्ट

    सिंधु जल संधि पर रोक से पाकिस्तान की खेती तबाह, 40% से ज़्यादा फसलें बर्बाद: एक्सपर्ट

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    करियप्पा को उनके रिश्तेदार 'चिम्मा' कहकर बुलाते थे

    नेहरू के विरोध के बावजूद भारतीय सेना के पहले हिंदुस्तानी कमांडर-इन-चीफ कैसे बने करियप्पा? अंग्रेज अफसरों को फौज की कमान क्यों सौंपना चाहते थे नेहरू?

    दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया में बुद्ध के जन्म को ‘वेसाक' उत्सव के रूप में मनाते हैं जो 'वैशाख' शब्द का अपभ्रंश है

    भगवान बुद्ध: मानवता के लिए शांति और करुणा का रास्ता

    RSS के द्वितीय सरसंघचालक श्रीगुरुजी

    RSS के द्वितीय सरसंघचालक श्रीगुरुजी का 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान दिया गया संदेश

    28 अगस्त के भारतीय सैनिकों ने रणनीतिक हाजी पीर दर्रे पर कब्जा कर लिया था (सोर्स: www.adityaaryaarchive.com)

    हाजी पीर दर्रा: भूली हुई जीत, जिंदा ज़ख्म — पुरानी भूल सुधारने का यही वक्त है

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    IPL 2025 Suspended

    भारत पाकिस्तान तनाव के बीच IPL-2025 सस्पेंड, बचे हुए थे 16 मैच

    NC Classic Arshad Nadeem Neeraj Chopra

    नीरज चोपड़ा ने पाकिस्तान के अरशद नदीम को NC क्लासिक में खेलने का दिया न्यौता, आलोचना के बाद दी सफाई

    IPL 2025: पहलगाम आंतकी हमले के बाद MI vs SRH मैच में होंगे ये बदलाव; विराट-पांड्या समेत कई क्रिकेटर्स ने जताया शोक

    IPL 2025: पहलगाम आंतकी हमले के बाद MI vs SRH मैच में होंगे ये बदलाव; विराट-पांड्या समेत कई क्रिकेटर्स ने जताया शोक

    Loud Horns Health Minister Nitin Gadkari

    तेज हॉर्न सेहत पर कैसे डालते हैं असर? नितिन गडकरी निकालेंगे समाधान

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    Congress All Party Delegation

    देशहित से आगे तुष्टिकरण! ऑल-पार्टी डेलिगेशन के लिए कांग्रेस के दिए नामों पर क्यों हुआ विवाद?

    कांग्रेस सांसद शशि थरूर

    ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर बना ऑल पार्टी डेलिगेशन: कांग्रेस क्यों कर रही है शशि थरूर के नाम का विरोध?

    Omar Abdullah and Mehbooba Mufti

    सिंधु जल समझौता: बाप-दादा तक क्यों पहुंची उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती की जुबानी जंग?

    मोदी का मास्टर स्ट्रोक: विपक्ष-सरकार हुए एकजुट, दुनिया को देंगे सशक्त भारत का संदेश

    मोदी का मास्टर स्ट्रोक: विपक्ष-सरकार हुए एकजुट, दुनिया को देंगे सशक्त भारत का संदेश

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी: सेलेबी के शेयर दो दिन में 20% लुढ़के तो वहीं चीनी डिफेंस मार्केट में हाहाकार

    अमेरिका पर भारत लगाएगा रेसिप्रोकाल टैरिफ

    टैरिफ पर भारत का बड़ा एलान, एल्युमिनियम-स्टील इंपोर्ट पर 25% ड्यूटी वसूल रहे US पर लगाई जायेगी रेसिप्रोकाल टैरिफ

    Meta Facebook Double Face

    फेसबुक का दोगला चेहरा! फाइनेंशियल फ्रॉड को बढ़ावा, राष्ट्रवादी विचार पर एक्शन; क्या ये जानबूझकर कर रहा है मेटा?

    GST On UPI Transactions

    क्या सच में 2000 रुपये से ऊपर के UPI ट्रांजेक्शन पर लगेगा GST? जानें सरकार का स्पष्टीकरण

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    PMO PM Modi Indian Jet Engine Program

    PMO को अपने हाथों क्यों लेनी चाहिए जेट इंजन प्रोग्राम की कमान?

    Defence Budget

    ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद अब सेना को मिलेगा 50,000 करोड़ का हाइपरसोनिक बूस्ट, आधुनिक तकनीक और हथियारों पर भारत का फोकस

    करियप्पा को उनके रिश्तेदार 'चिम्मा' कहकर बुलाते थे

    नेहरू के विरोध के बावजूद भारतीय सेना के पहले हिंदुस्तानी कमांडर-इन-चीफ कैसे बने करियप्पा? अंग्रेज अफसरों को फौज की कमान क्यों सौंपना चाहते थे नेहरू?

    Drone Warfare india pakistan

    प्रथम विश्व युद्ध से भारत-पाक तक: ड्रोन कैसे बदल रहे हैं जंग की दिशा?; जानें इतिहास, टेक्नोलॉजी और उपयोग की पूरी कहानी

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    पाकिस्तान के पीएम शहबाज़ ने कबूला ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का सच, कहा- ‘रात 2:30 बजे मुनीर का फोन आया…’

    पाकिस्तान के पीएम शहबाज़ ने कबूला ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का सच, कहा- ‘रात 2:30 बजे मुनीर का फोन आया…’

    आमिर खान मुत्ताकी (बाएं) और एस. जयशंकर (दाएं)

    विदेश मंत्री एस जयशंकर की तालिबान से सीधी बातचीत के क्या हैं मायने?

    पाकिस्तान की पैरवी कर रही पश्चिमी मीडिया की खुल गईं आंखें, अब भारत नजर आने लगा संघर्ष का विजेता

    पाकिस्तान की पैरवी कर रही पश्चिमी मीडिया की खुल गईं आंखें, अब भारत नजर आने लगा संघर्ष का विजेता

    सिंधु जल संधि पर रोक से पाकिस्तान की खेती तबाह, 40% से ज़्यादा फसलें बर्बाद: एक्सपर्ट

    सिंधु जल संधि पर रोक से पाकिस्तान की खेती तबाह, 40% से ज़्यादा फसलें बर्बाद: एक्सपर्ट

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    करियप्पा को उनके रिश्तेदार 'चिम्मा' कहकर बुलाते थे

    नेहरू के विरोध के बावजूद भारतीय सेना के पहले हिंदुस्तानी कमांडर-इन-चीफ कैसे बने करियप्पा? अंग्रेज अफसरों को फौज की कमान क्यों सौंपना चाहते थे नेहरू?

    दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया में बुद्ध के जन्म को ‘वेसाक' उत्सव के रूप में मनाते हैं जो 'वैशाख' शब्द का अपभ्रंश है

    भगवान बुद्ध: मानवता के लिए शांति और करुणा का रास्ता

    RSS के द्वितीय सरसंघचालक श्रीगुरुजी

    RSS के द्वितीय सरसंघचालक श्रीगुरुजी का 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान दिया गया संदेश

    28 अगस्त के भारतीय सैनिकों ने रणनीतिक हाजी पीर दर्रे पर कब्जा कर लिया था (सोर्स: www.adityaaryaarchive.com)

    हाजी पीर दर्रा: भूली हुई जीत, जिंदा ज़ख्म — पुरानी भूल सुधारने का यही वक्त है

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    IPL 2025 Suspended

    भारत पाकिस्तान तनाव के बीच IPL-2025 सस्पेंड, बचे हुए थे 16 मैच

    NC Classic Arshad Nadeem Neeraj Chopra

    नीरज चोपड़ा ने पाकिस्तान के अरशद नदीम को NC क्लासिक में खेलने का दिया न्यौता, आलोचना के बाद दी सफाई

    IPL 2025: पहलगाम आंतकी हमले के बाद MI vs SRH मैच में होंगे ये बदलाव; विराट-पांड्या समेत कई क्रिकेटर्स ने जताया शोक

    IPL 2025: पहलगाम आंतकी हमले के बाद MI vs SRH मैच में होंगे ये बदलाव; विराट-पांड्या समेत कई क्रिकेटर्स ने जताया शोक

    Loud Horns Health Minister Nitin Gadkari

    तेज हॉर्न सेहत पर कैसे डालते हैं असर? नितिन गडकरी निकालेंगे समाधान

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

बिहार में जहरीली शराब पीने से 50 लोगों की मौत, नीतीश कुमार इन सवालों के जवाब दीजिए

बिहार के छपरा में जहरीली शराब पीने से 50 लोगों की मौत हो गई हैं। एक ओर जहां कई घर उजड़ गए, तो वहीं नीतीश कुमार घटनो को गंभीरता से लेने की जगह उटपटांग बयानबाजी करते और अपने किए का दोष दूसरों पर मढ़ने का प्रयास कर रहे हैं।​

Vaishali Shukla द्वारा Vaishali Shukla
16 December 2022
in मत, राजनीति
बिहार जहरीली शराब

Source- TFI

Share on FacebookShare on X

आपके हिसाब से किसी भी योग्य व्यक्ति को अपनी योग्यता सिद्ध करने में कितना समय लगता है 1 साल, 2 साल अरे चलो मान लेते हैं 5 साल। लेकिन अगर 17 सालों तक कोई व्यक्ति अपनी योग्यता को सिद्ध करने में असफल हो जाए तो इसका सीधा अर्थ यही होता है कि वो व्यक्ति योग्य है ही नहीं। बीते 17 सालों से बिहार की कमान नीतीश कुमार के हाथों में हैं लेकिन राज्य की स्थिति में नाम मात्र भी सुधार नहीं कर पाये हैं। ऊपर से उनकी केवल बोलने वाली शराब बंदी की नीति ने लोगों को परेशान करके रख दिया है, वो अलग।

और पढ़ें: अरे हां! क्यों नहीं, नीतीश जी की वजह से ही तो ईशान किशन दोहरा शतक बना पाए

संबंधितपोस्ट

BJP नेता ने की नीतीश कुमार को उप प्रधानमंत्री बनाने की मांग, JDU की प्रतिक्रिया आई सामने

TDP और JDU के इन सुझावों ने बदल दी वक्फ संशोधन बिल की सूरत

‘हमसे गलती हुई कि हम…’: अमित शाह के सामने बोले नीतीश कुमार-‘अटल जी ने बनाया था CM’

और लोड करें

शराब फिर बनी काल

एक बार फिर से नीतीश कुमार की नाकामियों का पर्दाफाश हुआ है। शराबबंदी होने के बाद की यही शराब बिहार के लोगों के लिए काल बन बैठी है। अभी हाल ही में बिहार के सारण जिले में जहरीली शराब से कई लोगों की मौत हो चुकी हैं। जहरीली शराब पीने की वजह से अब तक 50 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। एक ओर जहां कई लोगों के घर उजड़ गए। वहीं नीतीश कुमार घटना को गंभीरता से लेना कोई कार्रवाई करना तो दूर की बात रही उल्टा वो उटपटांग बयानबाजी करते, अपने किए का दोष दूसरों पर मढ़ने के प्रयास करते नजर आ रहे हैं। क्या यही एक मुख्यमंत्री का काम होता है? यही कारण है कि विपक्ष के साथ-साथ सहयोगी दल तक नीतीश कुमार पर सवाल उठा रहे हैं और राष्ट्रीय जनता दल के विधायक और पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह ने इन मौतों को “सत्ता संरक्षित नरसंहार” तक करार दिया है।

नीतीश का शर्मनाक बयान

छपरा में जहरीली शराब से मौत के मामले में जहां जनता नीतीश कुमार के किसी कड़े कदम का इंतज़ार कर रही है तो वहीं वो अपने बेबुनियादी बयानो में ही उलझे हुए हैं। छपरा शराब कांड पर गैर-जिम्मेदाराना और बेशर्मी भरा बयान देते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कहना है कि शराब बुरी चीज है। बिहार की महिलाओं के कहने पर ही शराब को बंद किया गया था। राज्य में शराबबंदी पूरी तरह से सफल हुई है। शराब पीना बुरा है. जो पियेगा वो मरेगा। जहरीली शराब से शुरू से ही लोग मरते हैं, इससे अन्य राज्यों में भी लोग मरते हैं। इतना ही नहीं उन्होंने ये भी कहा है कि लोगों को सचेत रहना चाहिए क्योंकि जब शराबबंदी है तो खराब शराब मिलेगी ही। इस पर पूरी तरह से एक्शन लिया जाएगा। एक्शन? लगता है नितीश फिर से एक्शन के नाम लोगों से केवल झूठे बातें करेंगे।

और पढ़ें: भारतीय राजनीति के मुहम्मद बिन तुगलक हैं नीतीश कुमार, जानिए कैसे?

नीतीश कुमार को जब लगा कि उनके इस बयान से कुछ नहीं हो रहा है तो उन्होंने अपनी नाकामियों का ठीकरा भाजपा पर फोड़ने का सोचा। विधानसभा में जहरीला शराब के चलते जब विपक्ष उनपर चढ़ गयी,  तब नीतीश कुमार का कहना था कि भाजपा के लोग ही शराब बिकवा रहे हैं। सब भाजपा के लोग ही करवा रहे हैं। वाह ये तो वहीं बात हो गयी न कि कि उल्टा चोर कोतवाल को डांटे।

ये कोई पहला मामला नहीं है जब बिहार में शराब से इतने लोगों की मौत हुई हो। अभी कुछ महीनों पहले ही नालंदा जिले के सोहसराय में जहरीली शराब पीने की वजह से 11 लोगों की मौत का मामला सामने आया था। वहीं उसके पहले गोपालगंज जिले में भी जहरीली शराब पीने से 40 लोगों की मृत्यु हुई थीं। ऐसे मामले बिहार से हर थोड़े महीने में सामने आते ही रहते हैं, जब बड़ी संख्या में लोग शराब के कारण जान गंवाते हैं। इन सबके बावजूद नीतीश इससे कोई सबक तो लेते नहीं।

और पढ़ें: नीतीश का पूर्ण बहिष्कार और स्वयं का सीएम, शाह ने तय कर दी बिहार में भाजपा की दिशा!

छह साल से शराबबंदी की नौटंकी

देखा जाये तो नीतीश कुमार के शराबबंदी करने के पीछे जनता का कोई भला तो था नहीं। वो तो बस अपना उल्लू सीधा करने में लगे थे। उनके लिए तो शराबबंदी वोट बटोरने का एक जरिया थीं। क्योंकि ये बात तो सभी को पता है कि अधिकतर शराब की लत उन लोगों को होती है जो थोड़े निचले स्तर में अपना जीवन यापन कर रहे होते हैं। इनमें से कई लोग शराब पीकर घर की महिलायों पर भी अत्याचार भी करते हैं। ऐसे में बस नीतीश कुमार ने यही पर अपनी चाल खेली और शराबबंदी करके महिलायों की सहानुभूति के साथ-साथ उनके वोट भी अपनी ओर कर लिए।

साल 2016 में नीतीश कुमार ने बिहार में शराबबंदी लागू की थी, जिसमें वो पूरी तरह से असफल हुए थे। बिहार में शराब बंद तो नहीं हुई वहीं यहां माफियाओं का राज आ गया। क्योंकि नीतीश कुमार की एक खासियत है कि वो किसी भी नियम को लागू करने के बाद जमीनी स्तर पर इसका प्रभाव पड़ रहा है, यह देखना शायद भूल जाते हैं। ऐसा नहीं कि उनको वो नियम याद नहीं आता है। बस कभी-कभी उनको नियम याद आने में 6 से 7 सालों का समय लग जाता है। हाल ही में शराब बंदी को लेकर छह सालों बाद उनकी नींद खुली थी और उन्होंने इसे लेकर फिर से एक बड़ा नियम लागू करने का निर्णय लिया था।

दरअसल, कुछ समय पहले ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने ऐलान में कहा था कि जो कोई भी शराब का धंधा छोड़ देगा, उसे बिहार सरकार एक लाख रुपये की जीविकापार्जन के लिए देगी। लेकिन इससे भी शराब बंदी पर क्या असर पड़ा है ये तो आपको छपरा में होने वाली मौते से समझ आ ही गया होगा। इससे देखकर ये कहना बिलकुल भी गलत नहीं होगा कि इन सभी लोगों के मौत के जिम्मेदार और कोई नहीं बल्कि बिहार की सरकार ही है, जो शराबबंदी को राज्य में सही तरीके से लागू नहीं कर पाई।

और पढ़ें: गोलियों की बरसात, बेखौफ अपराधी, सरेआम मर्डर- बिहार की कानून व्यवस्था का सबसे गंदा चेहरा

देखा जाये तो छह वर्षों से बिहार में केवल शराबबंदी की नौटंकी ही चल रही है। बिहार में आसानी से शराब बनती, मिलती, बिकती है और इसके बाद लाशें बिछ जाती है। इतना सब होने के बाद भी राज्य के मुखिया नीतीश जब उनकी शराबबंदी पर सवाल उठते हैं, तो वो गुस्से से लाल हो जाते हैं और सारा दोष कभी शराब पीने वालों पर तो कभी उस पार्टी पर डालने लगते हैं, जो सत्ता में है ही नहीं और स्वयं अपनी जिम्मेदारियों से पीछे हट जाते हैं। ऐसे में सवाल यही उठते हैं कि छह साल हो चुके हैं बिहार में शराबबंदी लागू हुए, आखिर कब यहां शराब की वजह से मौत का सिलसिला रूकेगा? आखिर कब नीतीश कुमार इन घटनाओं को गंभीरता से लेकर बढ़ा कदम उठाएंगें या फिर वो यूं ही हाथ पर हाथ धरे बैठकर केवल तमाशा ही देखते रहेंगे?

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें। 

Tags: Chapra hooch tragedyछपरा जहरीली शराब कांडनीतीश कुमारबिहार में जहरीली शराब से मौतें
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

Kalpana Chawla in Hindi : Education and Career

अगली पोस्ट

सार्वजनिक रेटिंग ने खोल दी BYJUs की पोल

संबंधित पोस्ट

Congress All Party Delegation
राजनीति

देशहित से आगे तुष्टिकरण! ऑल-पार्टी डेलिगेशन के लिए कांग्रेस के दिए नामों पर क्यों हुआ विवाद?

17 May 2025

'ऑपरेशन सिंदूर' में भारतीय सेनाओं के पराक्रम और पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद की कलई खोलने के लिए भारत दुनिया भर में अपने सांसदों, नेताओं और...

कांग्रेस सांसद शशि थरूर
राजनीति

‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर बना ऑल पार्टी डेलिगेशन: कांग्रेस क्यों कर रही है शशि थरूर के नाम का विरोध?

17 May 2025

केंद्र सरकार ने 'ऑपरेशन सिंदूर' और सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ भारत की स्थिति को स्पष्ट करने के लिए सर्वदलीय सांसदों के 7 प्रतिनिधिमंडल बनाए...

Omar Abdullah and Mehbooba Mufti
चर्चित

सिंधु जल समझौता: बाप-दादा तक क्यों पहुंची उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती की जुबानी जंग?

17 May 2025

जम्मू-कश्मीर की सियासी सरजमीं एक बार फिर शब्दों की जंग का अखाड़ा बन गई है। इसके बाद घाटी की सियासत में फिर तल्खियां उभर आई...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Pakistan needs money from IMF to feed their people

Pakistan needs money from IMF to feed their people

00:15:20

Vacate PoK and more: Steps Pakistan needs to take to avoid Indian military action

00:06:36

Taking The Wire’s Propaganda Piece on VP to the Cleaners – Feat. Prof. Kapil Kumar

00:09:19

Rahul Gandhi Undermines India’s Electoral Integrity as Trump Applauds It

00:07:09

Why Pakistan army chief reminds two nation theory| what is the plan| Waqf Bill |Asim Munir| Jinnah

00:13:02
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited