बीते कई सालों से भारत की अर्थव्यवस्था में तेज़ी से सकारात्मक बदलाव देखने को मिल रहे हैं। इसी कारण देश के कई क्षेत्र भी सुर्खियों में आए हैं। उनमें से एक सेमीकंडक्टर उद्योग। दुनियाभर में इसकी जितनी अधिक मांग है उतनी ही इसकी कमी के चलते परेशानियां भी। सेमीकंडक्टर उद्योग भारत की एक ऐसी कड़ी है, जो अपने साथ रोजगार और अर्थव्यवस्था को कई गुना बढ़ाने की ताकत रखता है।
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चार वैश्विक कंपनियों के साथ बातचीत
इसी के चलते अभी हाल ही में आई एक रिपोर्ट के अनुसार, चार वैश्विक सेमीकंडक्टर कंपनियां भारत में फैब स्थापित करने के लिए केंद्र के साथ बातचीत कर रही हैं। केंद्र द्वारा मार्च के मध्य तक 10 अरब डॉलर के प्रोत्साहन पैकेज के तहत इस तरह की सुविधा स्थापित करने के लिए दूसरे दौर के आवेदन आमंत्रित करने की भी संभावना है। अब भारत चार नए फैब प्रोजेक्ट के साथ सेमीकंडक्टर उद्योग को बढ़ावा देने की ओर अग्रसर हो रहा है।
इस मामले में रूचि दिखाने वाले देशों में न्यूयॉर्क स्थित ग्लोबल फाउंड्रीज और एक कोरियाई प्रमुख सेमीकंडक्टरफर्म भी शामिल है। मामले में जानकर एक व्यक्ति ने ईकोनॉमिक्स टाइम्स को बताया, ‘इस समय सरकार के पास जो प्रस्ताव हैं, उनके अलावा चार बड़े अवसर हैं, जो अंतिम चरण में पहुंच चुके। इसलिए जब भी हम दूसरी विंडो खोलेंगे, वे आएंगे।’
केंद्र फैब इकाइयों पर 50 फीसदी सब्सिडी की पेशकश दे रहा है और राज्य 10-25 फीसदी सब्सिडी की पेशकश कर रहा है। रिपोर्ट के अनुसार केंद्र चाहता है कि ताइवान की फॉक्सकॉन भारत में एक विनिर्माण संयंत्र स्थापित करें। इसके अलावा वह चाहता है कि फॉक्सकॉन वेदांता के साथ अपने उद्यम का नेतृत्व करें।
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गुजरात में वेदांता-फॉक्सकॉन सेमीकंडक्टर प्लांट
केंद्र ने पिछले साल भारत में सेमीकंडक्टर सुविधाओं को स्थापित करने के प्रस्ताव आमंत्रित किये थे। दिसंबर 2021 में इसने भारत में चिप्स के निर्माण को प्रोत्साहित करने के लिए $10 बिलियन के पैकेज की घोषणा की थी। इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन (ISM) को कार्यक्रम की नोडल एजेंसी बनाया गया था, जिसके बाद भारत ने सेमीकंडक्टर मैन्यूफैक्चरिंग के क्षेत्र में लंबी छलांग मारी थी। अनिल अग्रवाल के नेतृत्व वाला वेदांता समूह और इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण क्षेत्र की दिग्गज फॉक्सकॉन ने सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले एफएबी मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट लगाने के लिए गुजरात सरकार के साथ दो एमओयू साइन किये थे।
उस दौरान वेदांता के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने अपने ट्विटर अकाउंट से ट्वीट कर उन्होंने लिखा था, ‘ये ऐतिहासिक अवसर है, मुझे यह ऐलान करते हुए बहुत खुशी हो रही है कि गुजरात में नया वेदांता-फॉक्सकॉन सेमीकंडक्टर प्लांट स्थापित किया जाने वाला है। वेदांता ग्रुप का 1.54 लाख करोड़ रुपये का निवेश भारत की आत्मनिर्भर सिलिकॉन वैली को वास्तविकता बनाने में सहायता करेगा। इससे एक बात तो साफ़ हो जाती है कि अभी तक भारत में सेमीकंडक्टर उद्योग की मैन्यूफैक्चरिंग को बढ़ावा मिलता था। वहीं अब सेमीकंडक्टर कंपनियां भारत में फैब स्थापित करने के लिए भी आगे बढ़ रही है।
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