TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    ahmedabad plane crash

    अहमदाबाद प्लेन क्रैश में अबतक 133 लोगों की मौत, बचाव और राहत कार्य जारी; बढ़ सकता है आंकड़ा

    plane crash list

    अहमदाबाद एअर इंडिया प्लेन क्रैश से पहले 50 साल में कितने बड़े विमान हादसे हुए हैं?

    Dr Bobby Mukkamala

    अमेरिका में पहली बार भारतीय मूल का डॉक्टर बना AMA अध्यक्ष, कौन हैं डॉ बॉबी मुक्कमाला?

    Axiom-4

    बार-बार क्यों टल रहा है शुभाशुं शुक्ला का अंतरिक्ष मिशन Axiom-4?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    बोईंग शेयर क्रैश

    प्लेन क्रैश के बाद धड़ाम हुए बोइंग के शेयर, प्री-मार्केट में 8% की गिरावट

    GDP

    क्रिसिल का अनुमान: FY26 में फिर घटेंगी ब्याज दरें, भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.5% पर टिकी

    इस साल फरवरी से अब तक रेपो रेट में लगातार 100 आधार अंकों की कटौती की गई है

    RBI Repo Rate Cut: 50 बेसिस पॉइंट घटाया गया रेपो रेट, EMI में आएगा ये बदलाव

    6.5% GDP वृद्धि का अनुमान

    वित्त वर्ष 2026 में 6.5% GDP वृद्धि का अनुमान: घरेलू मांग में सुधार भारत की विकास रफ्तार का प्रमुख इंजन बन सकता है – क्रिसिल

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    Pakistan India Defence Budget

    पाकिस्तान ने 20% बढ़ाया रक्षा बजट लेकिन भारत की तुलना में कितना है?

    DGMO Lieutenant General Rajiv Ghai Promoted

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई का प्रमोशन, अब संभालेंगे सेना की रणनीतिक कमान

    चीन कर रहा Bio War की तैयारी!, कितना तैयार है भारत?

    चीन कर रहा Bio War की तैयारी!, कितना तैयार है भारत?

    Air Chief Marshal Amarpreet Singh

    एयरचीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह की चिंता जायज, जानिए क्यों समय से पूरे नहीं हो पाते रक्षा प्रोजेक्ट?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    वैश्विक नेताओं ने जताया दुख (Image Source: IANS)

    अहमदाबाद प्लेन क्रैश पर विश्वभर से शोक: रूस से ब्रिटेन तक नेताओं ने जताई संवेदना, जानिए किसने क्या कहा

    Rabindranath Tagore

    यूनुस राज में जिहादिस्तान बना बांग्लादेश: बंगबंधु से लेकर रवींद्रनाथ टैगोर की विरासत पर हमला, जिम्मेदार कौन?

    France Viral video

    फ्रांस में दिख रहा नया ट्रेंड: मुस्लिम युवकों की छेड़छाड़ से बचने के लिए महिलाएं पाल रहीं सूअर! क्या है वायरल वीडियो की सच्चाई

    अमेरिका का एहतियाती कदम या युद्ध की आहट? मध्य पूर्व से व्हाइट हाउस के कर्मियों की वापसी शुरू

    अमेरिका का एहतियाती कदम या युद्ध की आहट? मध्य पूर्व से व्हाइट हाउस के कर्मियों की वापसी शुरू

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    बिरसा मुंडा

    ‘मैं देह नहीं…जंगल का पुश्तैनी दावेदार हूँ’: जानिए कैसे पादरी के बेटे ने हिला दी थी ब्रिटिश हुकूमत की नींव – बिरसा मुंडा पुण्यतिथि पर विशेष

    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    संघ के दूसरे प्रमुख गोलवालकर और जवाहरलाल नेहरू

    नेहरू की निष्क्रियता से 1947 के बाद भी 14 वर्षों तक गुलाम रहा गोवा, RSS ने आज़ादी में निभाई अहम भूमिका

    1950 में जेल से रिहा किए जाने के बाद सावरकर (चित्र: savarkar.org)

    अंग्रेज़ों की ही नहीं, नेहरू सरकार की कैद में भी महीनों रहे थे सावरकर

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    घड़े का पानी गले से लेकर आंतों के लिए अच्छा होता है: एक्सपर्ट

    गर्मियों में ‘अमृत’ के समान है घड़े का पानी; मिलते हैं ये फायदे

    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    Saudi Arabia AI Clinic

    क्या डॉक्टरों की जगह ले रहा है AI? सऊदी अरब में खुला पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्लीनिक

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    ahmedabad plane crash

    अहमदाबाद प्लेन क्रैश में अबतक 133 लोगों की मौत, बचाव और राहत कार्य जारी; बढ़ सकता है आंकड़ा

    plane crash list

    अहमदाबाद एअर इंडिया प्लेन क्रैश से पहले 50 साल में कितने बड़े विमान हादसे हुए हैं?

    Dr Bobby Mukkamala

    अमेरिका में पहली बार भारतीय मूल का डॉक्टर बना AMA अध्यक्ष, कौन हैं डॉ बॉबी मुक्कमाला?

    Axiom-4

    बार-बार क्यों टल रहा है शुभाशुं शुक्ला का अंतरिक्ष मिशन Axiom-4?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    बोईंग शेयर क्रैश

    प्लेन क्रैश के बाद धड़ाम हुए बोइंग के शेयर, प्री-मार्केट में 8% की गिरावट

    GDP

    क्रिसिल का अनुमान: FY26 में फिर घटेंगी ब्याज दरें, भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.5% पर टिकी

    इस साल फरवरी से अब तक रेपो रेट में लगातार 100 आधार अंकों की कटौती की गई है

    RBI Repo Rate Cut: 50 बेसिस पॉइंट घटाया गया रेपो रेट, EMI में आएगा ये बदलाव

    6.5% GDP वृद्धि का अनुमान

    वित्त वर्ष 2026 में 6.5% GDP वृद्धि का अनुमान: घरेलू मांग में सुधार भारत की विकास रफ्तार का प्रमुख इंजन बन सकता है – क्रिसिल

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    Pakistan India Defence Budget

    पाकिस्तान ने 20% बढ़ाया रक्षा बजट लेकिन भारत की तुलना में कितना है?

    DGMO Lieutenant General Rajiv Ghai Promoted

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई का प्रमोशन, अब संभालेंगे सेना की रणनीतिक कमान

    चीन कर रहा Bio War की तैयारी!, कितना तैयार है भारत?

    चीन कर रहा Bio War की तैयारी!, कितना तैयार है भारत?

    Air Chief Marshal Amarpreet Singh

    एयरचीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह की चिंता जायज, जानिए क्यों समय से पूरे नहीं हो पाते रक्षा प्रोजेक्ट?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    वैश्विक नेताओं ने जताया दुख (Image Source: IANS)

    अहमदाबाद प्लेन क्रैश पर विश्वभर से शोक: रूस से ब्रिटेन तक नेताओं ने जताई संवेदना, जानिए किसने क्या कहा

    Rabindranath Tagore

    यूनुस राज में जिहादिस्तान बना बांग्लादेश: बंगबंधु से लेकर रवींद्रनाथ टैगोर की विरासत पर हमला, जिम्मेदार कौन?

    France Viral video

    फ्रांस में दिख रहा नया ट्रेंड: मुस्लिम युवकों की छेड़छाड़ से बचने के लिए महिलाएं पाल रहीं सूअर! क्या है वायरल वीडियो की सच्चाई

    अमेरिका का एहतियाती कदम या युद्ध की आहट? मध्य पूर्व से व्हाइट हाउस के कर्मियों की वापसी शुरू

    अमेरिका का एहतियाती कदम या युद्ध की आहट? मध्य पूर्व से व्हाइट हाउस के कर्मियों की वापसी शुरू

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    बिरसा मुंडा

    ‘मैं देह नहीं…जंगल का पुश्तैनी दावेदार हूँ’: जानिए कैसे पादरी के बेटे ने हिला दी थी ब्रिटिश हुकूमत की नींव – बिरसा मुंडा पुण्यतिथि पर विशेष

    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    संघ के दूसरे प्रमुख गोलवालकर और जवाहरलाल नेहरू

    नेहरू की निष्क्रियता से 1947 के बाद भी 14 वर्षों तक गुलाम रहा गोवा, RSS ने आज़ादी में निभाई अहम भूमिका

    1950 में जेल से रिहा किए जाने के बाद सावरकर (चित्र: savarkar.org)

    अंग्रेज़ों की ही नहीं, नेहरू सरकार की कैद में भी महीनों रहे थे सावरकर

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    घड़े का पानी गले से लेकर आंतों के लिए अच्छा होता है: एक्सपर्ट

    गर्मियों में ‘अमृत’ के समान है घड़े का पानी; मिलते हैं ये फायदे

    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    Saudi Arabia AI Clinic

    क्या डॉक्टरों की जगह ले रहा है AI? सऊदी अरब में खुला पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्लीनिक

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

भारतीय सिनेमा में संभावित संघर्ष: दो संस्कृतियों में भिड़ंत

परिणाम जो भी हो, वामपंथी कलाकारों का पतन निश्चित!

Animesh Pandey द्वारा Animesh Pandey
13 March 2023
in चलचित्र
भारतीय सिनेमा में संभावित संघर्ष: दो संस्कृतियों में भिड़ंत

Source: womensrepublic.net

Share on FacebookShare on X

परिवर्तन ही संसार का शाश्वत सत्य है। यही बात सिनेमा पर भी लागू होती है। जिस प्रकार से हमें फिल्मांकन में बदलाव देखने को मिल रहा है, शीघ्र ही वो समय भी आएगा जब भारतीय सिनेमा के क्षेत्र में युद्ध होगा। परंतु ये युद्ध वैचारिक होगा, और सामाजिक रूप से महत्वपूर्ण भी होगा।

इस लेख में पढ़िए उन तथ्यों से, जिनके आधार पर ये स्पष्ट होता है कि शीघ्र ही भारतीय सिनेमा वैचारिक युद्ध का साक्षी होगा, वो भी परिवार तोड़ने वालों और परिवार जोड़ने वालों के बीच।

फिल्मों के नाम पर एंजेडा नही चलेगा

2022 में एक बात तो स्पष्ट हो गई : भारतीय सिनेमा के नाम पर आप जो भी परोसो, परंतु जनता पर आप अपने विचार नही थोप सकते हो. उद्योग कोई भी हो, यदि आप मनोरंजन के नाम पर एजेंडा, विशेषकर वामपंथ ठूँसना चाहोगे, तो आप मुंह की ही  खाओगे।

संबंधितपोस्ट

‘कोशीश’ से लेकर ‘आंख मिचोली’ तक-भारतीय सिनेमा का पतन दुखद है

रणदीप हुड्डा का विवाह: कुछ सीखो बॉलीवुड वालो

The Ganpath Case: बॉलीवुड संकट में है!

और लोड करें

अब आप कहोगे कि ये कैसे हो सकता है? ज़्यादा समय भी बस दो फिल्मों पर प्रकाश दालने कि जरूरत है। एक है लव रंजन की हाल ही में प्रदर्शित “तू झूठी मैं मक्कार”, तो दूसरी है “भीड़”, जो शीघ्र ही सिनेमाघरों में प्रदर्शित होगी । दोनों ही आधुनिक समय के गतिविधियों को लेकर बनी है, और दोनों ही बड़े बैनर के अंतर्गत आई हैं। परंतु एक ने लगभग अंत तक अपने संदेश को जगज़ाहिर नहीं होने दिया, और एक तो ट्रेलर की झलकी से चीख चीखकर बता रहा है कि इनका एजेंडा क्या है?

इसका तात्पर्य? तात्पर्य यह कि फिल्म के नाम पर जो एजेंडावाद परोसा जाता था, उसका समय अब समाप्त हो रहे हैं।

हो सकता है आपको “पठान” के कथित सफलता देखकर ये मज़ाक लगे, परंतु बिना आग के धुआँ नहीं निकलता।

और बेहतर समझने के लिये पिछले वर्ष के दो फिल्म इस बात को और अच्छे से स्पष्ट कर सकते हैं। एक तरफ थी आनंद एल राय की “रक्षा बंधन”, जो कहने को तो एक ‘मर्मस्पर्शी कथा’ थी, परंतु उसमें भी कई बार कथा से ध्यान भटकाकर उपदेश देने पर फ़िल्मकारों ने ध्यान दिया।

और पढ़ें: गुरु दत्त के कारण ही जॉनी वॉकर कॉमेडियन बन पाए अन्यथा वो बर्दाश्त के बाहर थे

भारतीय संस्कृति का मूल हो फिल्मों में

दूसरी तरफ उसी से एक सप्ताह पूर्व आई थी “सीता रामम”। कहने को ये एक प्रेम कथा थी, परंतु इसमें संस्कृति को तोड़ने और उसपर प्रश्न उठाने पे नहीं, अपितु अपनी संस्कृति के गुण दिखाने पर ध्यान अधिक केंद्रित था। रामायण के कुछ तत्व भी इस फिल्म में उपस्थित थे, और वर्षों बाद किसी प्रेम कथा को देखकर आप कह सकते थे, “ये तो सपरिवार देखने योग्य है”।

परंतु ये गुण केवल किसी एक उद्योग तक सीमित नहीं। OTT पर ही देख लें, तो “कौन प्रवीण तांबे” जैसे फिल्मों ने ये संदेश दिया कि हर उद्देश्य की पूर्ति में आवश्यक नहीं कि परिवार बाधक हो। भले ही “जर्सी” का हिन्दी संस्करण मूल फिल्म की भांति बॉक्स ऑफिस पर सफल नहीं हुआ, परंतु उसने भी ये बताया कि परिवार का महत्व क्या होता है जीवन में। यहाँ तक कि “विक्रम” जैसी एक्शन पैक्ड फिल्म में भी परिवार के महत्व को दर्शाया गया।

यहाँ तो चाहे नायक विक्रम हो या खलनायक संधानम, दोनों का मूल उद्देश्य एक ही था : परिवार पर आंच नहीं आनी चाहिए। “कैथी” से पूर्व विगत कुछ वर्षों में कितनी तमिल फिल्मों में ये बात दोहराई गई है?

वहीं, जिनका उद्देश्य परिवार तोड़ना है, उनकी विचारधारा से प्रेरित फिल्मों के क्या हाल हैं? कुछ नहीं, बस बॉलीवुड के पिछले वर्ष के रिपोर्ट कार्ड पर दृष्टि डाल लीजिए। जितनी भी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर औसत से ऊपर प्रदर्शन की हैं, उनमें से एक भी ऐसी फिल्म नहीं, जिसमें वामपंथी विचारधारा को बढ़ावा दिया गया हो, या फिर परिवार के मूल सिद्धांतों पर कटाक्ष किया गया हो।

और पढ़ें: महेंद्र कपूर शानदार गीतकार जिन्हें ‘महाभारत’ ने उनका वास्तविक सम्मान दिलवाया

यहाँ तक कि “गंगूबाई काठियावाड़ी”, “जुग जुग जीयों” जैसी एजेंडावादी सौ सौ करोड़ कमाकर भी मुंह की खाई है, और अभी तो हमने “ब्रह्मास्त्र” के वर्ल्ड रिकॉर्ड प्रदर्शन पर प्रकाश भी नहीं डाला है।

व्यक्तिवाद बनाम परिवारवाद की इस भिड़ंत में किस प्रकार से हमारी भारतीय संस्कृति को पुनः बढ़ावा दिया जा रहा है, इसका सबसे बड़ा साक्षी तो पिछले वर्ष प्रदर्शित दो फिल्में रही है, एस एस राजामौली द्वारा निर्देशित “RRR” एवं अभिषेक पाठक द्वारा निर्देशित “दृश्यम 2” ।

दोनों के कलेक्शन में बहुत अंतर था, परंतु दोनों में एक बात समान थी : परिवार या संस्कृति के लिए अपना सर्वस्व लुटाने से नहीं चूकना है। अब तो स्थिति यह है कि RRR ने कई मानक और अपेक्षाओं को धता बताते हुए देश विदेश में अपनी धाक जमाई है, और यदि सब कुछ ठीक रहा, तो शायद सर्वश्रेष्ठ मौलिक गीत का प्रथम ‘स्वदेशी ऑस्कर  भी भारत आ सकता

ऐसे में इतना तो स्पष्ट है कि यदि स्थिति यथावत रही, तो जल्द ही भारतीय सिनेमा एक भीषण युद्ध का साक्षी होगा : जिसमें एक तरफ होंगे समाज एवं भारतीय संस्कृति को तोड़ने वाले वामपंथी, और दूसरी तरफ होंगे समाज और संस्कृति जोड़ने वाले सांस्कृतिक राष्ट्रवादी। इस युद्ध में कौन विजयी होगा, ये समय के गर्भ में है, परंतु एक बात तो स्पष्ट है : हमारी संस्कृति झुकने वाली नहीं।

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें।

Tags: ‘मर्मस्पर्शी कथाFamily FilmsIndian CinemaIndian Film worldIndian FilmsOTTदो संस्कृतियोंबॉक्स ऑफिभारतीय सिनेमारक्षा बंधनसंघर्षसीता रामम
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

हरीश साल्वे ने हिंडनबर्ग के एजेंडे को रखा सामने

अगली पोस्ट

स्वाति मालिवाल की निकृष्टता पर बँटा सोशल मीडिया

संबंधित पोस्ट

शारदा सिन्हा, लोकगायिका
चलचित्र

दुखवा मिटाईं छठी मईया… बिहार के प्रवासियों को संस्कृति से जोड़ती रही शारदा सिन्हा की आवाज़

5 November 2024

भारतीय फिल्मों में संगीत के फिर से प्रधान होने के 1990 वाले दौर में एक फिल्म आई - “मैंने प्यार किया”। आजकल खासे विवादों में...

‘नेपोटिज्म ने किया कबाड़ा’: लगातार फ्लॉप से बर्बाद हुए करण जौहर, धर्मा प्रोडक्शन का आधा हिस्सा बेचने को हुए मजबूर
चलचित्र

‘नेपोटिज्म ने किया कबाड़ा’: लगातार फ्लॉप से बर्बाद हुए करण जौहर, धर्मा प्रोडक्शन का आधा हिस्सा बेचने को हुए मजबूर

26 October 2024

खुद को बॉलीवुड की लॉबी के बादशाह समझने वाले करण जौहर का कथित जलवा ढलान की ओर बढ़ चला है। बॉलीवुड के निर्माता और निर्देशक...

कल्कि 2898 ई., भारतीय फिल्म उद्योग, फिल्म समीक्षा, समीक्षा, महाभारत, अमिताभ बच्चन, प्रभास, कल्कि अवतार
चलचित्र

फिल्म समीक्षा: ‘Kalki 2898 AD’ की विशेषताएं और कमजोरियां।

2 July 2024

‘Kalki 2898 AD’ भारतीय फिल्म उद्योग में एक क्रांति की तरह मानी जा रही है। यह फिल्म भविष्य की तानाशाही पर आधारित है, जहां विद्रोही...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

From parliament to primetime: smriti irani is Tulsi again!

From parliament to primetime: smriti irani is Tulsi again!

00:03:24

Islam is on the track to become the fastest growing religion in the world.

00:09:34

BJP, bakrid and the cow. CM Manik Saha in eye of the storm.

00:03:56

Pakistan needs money from IMF to feed their people

00:15:20

Vacate PoK and more: Steps Pakistan needs to take to avoid Indian military action

00:06:36
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited