TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    आतंकवाद से समझौता? संजय राउत के रुख से शिवसेना (ठाकरे) की साख पर सवाल

    आतंकवाद से समझौता! संजय राउत के रुख से शिवसेना (ठाकरे) की साख पर सवाल

    "TMC में घमासान: महुआ मोइत्रा ने कल्याण बनर्जी को कहा 'सुअर'"

    TMC में घमासान: महुआ मोइत्रा ने कल्याण बनर्जी को कहा ‘सुअर

    बिहार बनाम तमिलनाडु? चिदंबरम के बयान से गरमाई क्षेत्रीय राजनीति

    बिहार बनाम तमिलनाडु? चिदंबरम के बयान से गरमाई क्षेत्रीय राजनीति

    आप सच्चे भारतीय होते तो ऐसा नहीं कहते? चीनी कब्जे के दावे पर सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी लगाई फटकार

    ‘आप सच्चे भारतीय होते तो ऐसा नहीं कहते’: चीनी कब्जे के दावे पर सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी को लगाई फटकार

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    ट्रंप के मृत अर्थव्यवस्था पर मोदी का संदेश: अपने हितों से समझौता नहीं करेगा भारत

    ट्रंप के “मृत अर्थव्यवस्था” पर मोदी का संदेश: अपने हितों से समझौता नहीं करेगा भारत

    'मृत अर्थव्यवस्था' में भारी निवेश! राहुल गांधी की बातों पर खुद ही भारी पड़े आंकड़े

    ‘मृत अर्थव्यवस्था’ में भारी निवेश! राहुल गांधी की बातों पर खुद ही भारी पड़े आंकड़े

    पाकिस्तान जरूरत के 25% ऊर्जा पर चलने वाला ‘भिखारी राष्ट्र’: निशिकांत दुबे

    पाकिस्तान जरूरत के 25% ऊर्जा पर चलने वाला ‘भिखारी राष्ट्र’: निशिकांत दुबे

    सरकार ने किसानों के लिए खोला पिटारा: जानिए मोदी कैबिनेट के ताजा 6 बड़े फैसले

    सरकार ने किसानों के लिए खोला पिटारा: जानिए मोदी कैबिनेट के ताजा 6 बड़े फैसले

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारतीय सेना में हर बटालियन में UAV और ड्रोन सिस्टम शामिल

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारतीय सेना में हर बटालियन में UAV और ड्रोन सिस्टम शामिल

    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    प्रोजेक्ट-18: भारत का ‘सुपर डेस्ट्रॉयर’ जो बदल देगा समुद्री शक्ति संतुलन

    प्रोजेक्ट-18: भारत का ‘सुपर डेस्ट्रॉयर’ जो बदल देगा समुद्री शक्ति संतुलन

    ऑपरेशन अखल जारी- जम्मू-कश्मीर के कुलगाम के घने जंगलों में एनकाउंटर, सुरक्षा बलों की बड़ी कार्रवाई

    ऑपरेशन अखल जारी- जम्मू-कश्मीर के कुलगाम के घने जंगलों में एनकाउंटर, सुरक्षा बलों की बड़ी कार्रवाई

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ट्रंप के मृत अर्थव्यवस्था पर मोदी का संदेश: अपने हितों से समझौता नहीं करेगा भारत

    ट्रंप के “मृत अर्थव्यवस्था” पर मोदी का संदेश: अपने हितों से समझौता नहीं करेगा भारत

    पाकिस्तान जरूरत के 25% ऊर्जा पर चलने वाला ‘भिखारी राष्ट्र’: निशिकांत दुबे

    पाकिस्तान जरूरत के 25% ऊर्जा पर चलने वाला ‘भिखारी राष्ट्र’: निशिकांत दुबे

    "हिंदू अत्याचार के बीच फैसला: बांग्लादेश सुप्रीम कोर्ट ने रजाकार मुबारक हुसैन को किया बरी"

    “हिंदू अत्याचार के बीच फैसला: बांग्लादेश सुप्रीम कोर्ट ने रजाकार मुबारक हुसैन को किया बरी”

    "रूस में भूकंप से दहशत: 30 झटकों के बाद अब सुनामी की आशंका"

    “रूस में भूकंप से दहशत: 30 झटकों के बाद अब सुनामी की आशंका”

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    सतत सक्रिय, ध्येय साधक और प्रेरणा पुंज ‘हमारे चेतराम जी’

    सतत सक्रिय, ध्येय साधक और प्रेरणा पुंज ‘हमारे चेतराम जी’

    दैनिक जीवन में संस्कृत अपनाएं, यही असली भारतीयता: मोहन भागवत

    दैनिक जीवन में संस्कृत अपनाएं, यही असली भारतीयता: मोहन भागवत

    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    The Lifecycle of a Betting Line

    The Lifecycle of a Betting Line

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    आतंकवाद से समझौता? संजय राउत के रुख से शिवसेना (ठाकरे) की साख पर सवाल

    आतंकवाद से समझौता! संजय राउत के रुख से शिवसेना (ठाकरे) की साख पर सवाल

    "TMC में घमासान: महुआ मोइत्रा ने कल्याण बनर्जी को कहा 'सुअर'"

    TMC में घमासान: महुआ मोइत्रा ने कल्याण बनर्जी को कहा ‘सुअर

    बिहार बनाम तमिलनाडु? चिदंबरम के बयान से गरमाई क्षेत्रीय राजनीति

    बिहार बनाम तमिलनाडु? चिदंबरम के बयान से गरमाई क्षेत्रीय राजनीति

    आप सच्चे भारतीय होते तो ऐसा नहीं कहते? चीनी कब्जे के दावे पर सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी लगाई फटकार

    ‘आप सच्चे भारतीय होते तो ऐसा नहीं कहते’: चीनी कब्जे के दावे पर सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी को लगाई फटकार

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    ट्रंप के मृत अर्थव्यवस्था पर मोदी का संदेश: अपने हितों से समझौता नहीं करेगा भारत

    ट्रंप के “मृत अर्थव्यवस्था” पर मोदी का संदेश: अपने हितों से समझौता नहीं करेगा भारत

    'मृत अर्थव्यवस्था' में भारी निवेश! राहुल गांधी की बातों पर खुद ही भारी पड़े आंकड़े

    ‘मृत अर्थव्यवस्था’ में भारी निवेश! राहुल गांधी की बातों पर खुद ही भारी पड़े आंकड़े

    पाकिस्तान जरूरत के 25% ऊर्जा पर चलने वाला ‘भिखारी राष्ट्र’: निशिकांत दुबे

    पाकिस्तान जरूरत के 25% ऊर्जा पर चलने वाला ‘भिखारी राष्ट्र’: निशिकांत दुबे

    सरकार ने किसानों के लिए खोला पिटारा: जानिए मोदी कैबिनेट के ताजा 6 बड़े फैसले

    सरकार ने किसानों के लिए खोला पिटारा: जानिए मोदी कैबिनेट के ताजा 6 बड़े फैसले

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारतीय सेना में हर बटालियन में UAV और ड्रोन सिस्टम शामिल

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारतीय सेना में हर बटालियन में UAV और ड्रोन सिस्टम शामिल

    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    प्रोजेक्ट-18: भारत का ‘सुपर डेस्ट्रॉयर’ जो बदल देगा समुद्री शक्ति संतुलन

    प्रोजेक्ट-18: भारत का ‘सुपर डेस्ट्रॉयर’ जो बदल देगा समुद्री शक्ति संतुलन

    ऑपरेशन अखल जारी- जम्मू-कश्मीर के कुलगाम के घने जंगलों में एनकाउंटर, सुरक्षा बलों की बड़ी कार्रवाई

    ऑपरेशन अखल जारी- जम्मू-कश्मीर के कुलगाम के घने जंगलों में एनकाउंटर, सुरक्षा बलों की बड़ी कार्रवाई

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ट्रंप के मृत अर्थव्यवस्था पर मोदी का संदेश: अपने हितों से समझौता नहीं करेगा भारत

    ट्रंप के “मृत अर्थव्यवस्था” पर मोदी का संदेश: अपने हितों से समझौता नहीं करेगा भारत

    पाकिस्तान जरूरत के 25% ऊर्जा पर चलने वाला ‘भिखारी राष्ट्र’: निशिकांत दुबे

    पाकिस्तान जरूरत के 25% ऊर्जा पर चलने वाला ‘भिखारी राष्ट्र’: निशिकांत दुबे

    "हिंदू अत्याचार के बीच फैसला: बांग्लादेश सुप्रीम कोर्ट ने रजाकार मुबारक हुसैन को किया बरी"

    “हिंदू अत्याचार के बीच फैसला: बांग्लादेश सुप्रीम कोर्ट ने रजाकार मुबारक हुसैन को किया बरी”

    "रूस में भूकंप से दहशत: 30 झटकों के बाद अब सुनामी की आशंका"

    “रूस में भूकंप से दहशत: 30 झटकों के बाद अब सुनामी की आशंका”

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    सतत सक्रिय, ध्येय साधक और प्रेरणा पुंज ‘हमारे चेतराम जी’

    सतत सक्रिय, ध्येय साधक और प्रेरणा पुंज ‘हमारे चेतराम जी’

    दैनिक जीवन में संस्कृत अपनाएं, यही असली भारतीयता: मोहन भागवत

    दैनिक जीवन में संस्कृत अपनाएं, यही असली भारतीयता: मोहन भागवत

    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    अब समय है ‘संस्कार क्रांति’ करने का

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    मेघालय में विवाह से पहले अनिवार्य एचआईवी जांच: क्या कानून वहां सफल होगा जहां संस्कृति असफल रही?

    The Lifecycle of a Betting Line

    The Lifecycle of a Betting Line

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

कैसे मृत्यु के मुख से निकलकर सैम बने “सैम बहादुर”

योद्धा ऐसे ही नहीं बनते....

Animesh Pandey द्वारा Animesh Pandey
4 April 2023
in इतिहास
कैसे मृत्यु के मुख से निकलकर सैम बने “सैम बहादुर”

Source: Google

Share on FacebookShare on X

युद्ध अपने चरमोत्कर्ष पर था। एक सैनिक गंभीर रूप से घायल था, और ऐसा प्रतीत होता था कि उसके प्राण कभी भी निकल सकते हैं। सांस लेना भी एक दुष्कर कार्य हो गया था। अचेत अवस्था में जब सैनिक लेकर आए, तो अन्य सैनिकों का हवाला देते हुए उपस्थित सर्जन ने मना कर दिया। आवेश में आकर उसके मातहतों ने उस सर्जन को इस अफसर का उपचार न करने पर मारने की धमकी दी। थोड़ी देर बाद उस सैनिक के उपचार हेतु डॉक्टर तैयार हुआ, और जैसे ही उसे होश आने लगा, डॉक्टर ने पूछा, “तुम्हारा ये हाल कैसे हुआ?” उस सैनिक ने ऐसी अवस्था में भी कहा, “कुछ नहीं जी, बस एक खच्चर ने लतिया दिया”। ये सैनिक सैम मानेकशॉ थे।

इस लेख में जानिये कथा एक विद्रोही युवक की और कैसे वह भारत के सबसे प्रभावशाली योद्धाओं में से एक, फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ बना।

संबंधितपोस्ट

ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारतीय सेना में हर बटालियन में UAV और ड्रोन सिस्टम शामिल

रॉयटर्स ने फैलाया झूठी खबर: राफेल विमान गिराने का फर्जी दावा, पाकिस्तान के प्रति वफादारी

ट्रंप के “मृत अर्थव्यवस्था” पर मोदी का संदेश: अपने हितों से समझौता नहीं करेगा भारत

और लोड करें

स्वभाव से मुखर और विद्रोही

3 अप्रैल 1914 को सैम मानेकशॉ एक प्रतिष्ठित पारसी परिवार में जन्मे। उनके पूर्वज वलसाड जिले से नाता रखते थे, परंतु उनके पिता, जो पेशे से चिकित्सक थे, पंजाब के तत्कालीन राजधानी लाहौर में बेहतर व्यवसाय एवं आशाओं सहित स्थानांतरित होना चाहते थे। परंतु भाग्य ने इन्हे कुछ दिन के लिए अमृतसर में ही रोक लिया, जहां सैम का जन्म हुआ।

सैम प्रारंभ से ही मुखर स्वभाव के थे, परंतु उतने ही विद्रोही भी थे। उन्होंने इच्छा प्रकट की कि उन्हे चिकित्सक बनना है, जिसके लिए वह इंग्लैंड में पढ़ाई करना चाहते हैं। परंतु उनकी इस इच्छा को ठुकरा दिया गया, क्योंकि उनके पिता हुर्मुसजी मानेकशॉ पहले ही अपने दो पुत्रों को अभियंता बनाने की दिशा में प्रयासरत थे, और वे सैम पर अतिरिक्त धन नहीं व्यय करना चाहते।

और पढ़ें: बेनेगल नरसिंह राऊ: भारतीय संविधान के वास्तविक रचयिता

इसी बीच सैम को अमृतसर के तत्कालीन हिन्दू सभा कॉलेज [अब हिन्दू कॉलेज, अमृतसर] में प्रवेश लिया, जहां इन्होंने विज्ञान संकाय में तृतीय श्रेणी में अपना स्नातक पूर्ण किया। इसी बीच 1931 के आसपास ब्रिटिश प्रशासन ने एक सैन्य अकादेमी खोलने का प्रस्ताव दिया, जिसे तत्कालीन सैन्य अध्यक्ष, Sir Philip Chetwode का पूर्ण समर्थन प्राप्त था। यही अकादेमी बाद में जाकर इंडियन मिलिट्री अकादेमी के रूप में विश्वप्रसिद्ध हुई। जब इसका आवेदन निकला, तो सैम मानेकशॉ ने अपने पिता की मंशाओं के विपरीत इसके लिए आवेदन किया, और वे उन 15 कैडेट्स का भाग बने, जिन्हे प्रत्यक्ष कॉम्पिटिशन के अंतर्गत चयनित किया गया। सैम केवल इंडियन मिलिट्री अकादेमी की प्रथम बैच का भाग नहीं थे, वे उस बैच का भी भाग थे, जिससे एक साथ तीन सैन्य प्रमुख निकले : स्वयं सैम, स्मिथ डुन [जो बर्मा के सेनाध्यक्ष बने], और मुहम्मद मूसा खान [जो 1965 के युद्ध के समय पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष थे]।

वह किस्सा जिसने जीवन बदल दिया

लेकिन वो क्या घटना थी, जिसने सैम को एक विद्रोही युवक से एक कुशल सैन्य प्रशासक में परिवर्तित किया? कहने को ऐसे बहुत केस थे, परंतु सबसे प्रथम अनुभव इसका सैम को द्वितीय विश्व युद्ध में हुआ। उस समय ब्रिटिश इंडियन आर्मी अनेकों मोर्चों पर तैनात थी, और इन्ही में से एक था बर्मा फ्रंट।

और पढ़ें: गांधी इरविन समझौता: जब महात्मा गांधी के एक निर्णय के विरुद्ध पूरा देश हो गया

तब सैम 1942 में 12वीं फ़्रंटियर फोर्स रेजिमेंट का भाग थे, जो पगोड़ा हिल नामक क्षेत्र पर नियंत्रण प्राप्त करना चाहती थी। परंतु उस समय की जापानी सेना ने नाक में दम करके रखा था, और इसी बीच लाइट मशीन गन की एक घातक बौछार सैम मानेकशॉ के पेट पर पड़ी। कैप्टन मानेकशॉ ने ऐसी विकट स्थिति में भी ऐसा मोर्चा संभाला कि सेना ने वो पोजीशन भी संभाल ली, और 30 प्रतिशत हताहतों के बाद भी वो मिशन सफल रहा।

इस मिशन को तत्कालीन आर्मी उच्चाधिकारी, मेजर जनरल डेविड कोवन दूर से देख रहे थे। जब उन्हे सैम छटपटाते हुए मिले, तो उनसे रहा नहीं गया और उन्होंने अपना मिलिट्री क्रॉस सैम को पहना दिया, क्योंकि उनके अनुसार एक “मृत योद्धा” ऐसे सम्मान का अधिकारी नहीं। परंतु उनके मातहत उनकी बहादुरी से इतने अभिभूत हो गए थे कि उन्होंने प्रण लिया कि कुछ भी हो जाए, पर कैप्टन सैम को कुछ नहीं होगा। हुआ भी वही, जैसा कि पूर्व में बताया, काफी विवाद के बाद जब सर्जन ऑपरेशन को तैयार हुआ, तो उसने सैम से उसका हाल पूछा, और उन्होंने बताया कि उन्हे खच्चर से लात पड़ी थी। इस सेंस ऑफ ह्यूमर पर वह ऑस्ट्रेलियाई डॉक्टर भी मुस्काए बिना नहीं रह सके, और उन्होंने ऑपरेशन के लिए स्वीकृति दी।

सैम से सैम बहादुर….

सैम की आँतें, उनका लीवर और फेफड़े काफी बुरी तरह डैमेज हो चुका था।  परंतु मृत्यु के द्वार पर यह व्यक्ति बस खटखटाकर वापस लौट आए। शीघ्र ही इन्हें स्वतंत्र भारत में डायरेक्टरेट जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन्स में कार्य करने का अवसर मिला, जहां इन्होंने जयंतो नाथ चौधुरी के नेतृत्व में इंटेलिजेंस विभाग भी संभाला और हैदराबाद एवं जूनागढ़ जैसे सैन्य ऑपरेशन्स में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

और पढ़ें: हिंदुस्तान रिपब्लिकन असोसिएशन के 100 वर्ष : अदम्य साहस एवं जीवटता का अद्भुत संगम

कई वर्ष बाद जब वे एक उच्चाधिकारी के रूप में वापस आए, तो उन्होंने अपनी पलटन का मुआयना किया। एक नायक से उन्होंने पूछा कि क्या वे अपने सैन्य कमांडर को जानते हैं, तो उसने उत्सुकता से बोला, “जी हाँ”। उन्होंने पूछा, “क्या नाम है उनका?”, जिसपे वह सैनिक उतने ही भोलेपन से बोला, “साब, उनका नाम सैम बहादुर हैं”। स्वयं सैम भी मुस्काए बिना नहीं रह पाए, और यह नाम उनके साथ सदैव के लिए जुड़ गया, जिसकी नींव वर्षों पूर्व पड़ चुकी थी।

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें।

Tags: 12वीं फ़्रंटियर फोर्स रेजिमेंटAwards and HonoursBiographyCommunicationCouragedecision-makingDeterminationHistoryIndian ArmyIndian IndependenceIndo-Pak War of 1965LeadershiplegacyMilitaryMilitary CareerMilitary Reformsmilitary strategyNational HeroNear Death ExperiencePatriotismresilienceSam ManekshawStrategic PlanningTacticstrainingWarफील्ड मार्शल सैम मानेकशॉभारतयोद्धासैम बहादुरसैम मानेकशॉ
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

पाकिस्तान को लगेगा 440 वोल्ट का झटका, आतंकवाद खत्म करने भारत और सऊदी अरब आए साथ

अगली पोस्ट

NCERT removes chapters on Mughal Empire: कैसे छाती पीट पीट के रो रहे हैं लिबरल मुगलों की सफाई पर

संबंधित पोस्ट

सतत सक्रिय, ध्येय साधक और प्रेरणा पुंज ‘हमारे चेतराम जी’
इतिहास

सतत सक्रिय, ध्येय साधक और प्रेरणा पुंज ‘हमारे चेतराम जी’

3 August 2025

आज 3 अगस्त है, इसलिए यह लेख एक ऐसे महान व्यक्तित्व के जन्म दिवस पर लिखा जा रहा हैं, जिनके लिए लोगों द्वारा व्यक्त की...

विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर
इतिहास

विजय दिवस पर घोषणा: दिल्ली में स्कूलों के नाम होंगे अब कारगिल के शहीदों के नाम पर

26 July 2025

देशभक्ति को बढ़ावा देने और स्थानीय नायकों की स्मृति को संजोने के उद्देश्य से दिल्ली सरकार अपने सरकारी स्कूलों का नाम कारगिल युद्ध में शहीद...

अब तक आजाद नहीं हो सकीं आजाद की अस्थ्यिां, पांच दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश
इतिहास

आज तक ‘आज़ाद’ नहीं हो सकीं चंद्रशेखर आजाद की अस्थियां, 5 दशक से लखनऊ में बंद है अस्थि कलश

23 July 2025

एक ऐसे अमर स्वतंत्रता सेनानी, जिन्होंने देश को आजाद करने की कसम तो खाई ही, खुद भी आजाद ही रहे, अंतिम समय तक। लेकिन, यह...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Is Congress Against Migrants? Chidambaram Calls Biharis 'Illegal Voters'

Is Congress Against Migrants? Chidambaram Calls Biharis 'Illegal Voters'

00:07:49

Gandhi Family Losing Grip allies Disown Rahul’s Trump-Style Attack on Indian Economy

00:06:28

Trump's Tariff Prompt India to Exit F-35 Jet Deal?

00:06:28

Sawan’s Fire, Bharat’s Voice: How India Is Leading the Global Narrative Now

00:06:03

When Reuters Insults India, Its Indian Staff Looks the Other way

00:07:38
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited