TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं

    कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

    सुप्रीम कोर्ट ने साफ़ किया है कि राष्ट्रपति या गवर्नर को किसी भी तय न्यायिक समयसीमा के भीतर बिलों पर मंजूरी देने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता।

    विधेयकों को मंजूरी देने के लिए समयसीमा से बाध्य नहीं हैं राष्ट्रपति और राज्यपाल , प्रेसिडेंट मुर्मू के सवालों पर सुप्रीम कोर्ट ने क्या जवाब दिया, और ये क्यों महत्वपूर्ण हैं?

    आतंकवाद को भावुकता की आड़ में ढकने की कोशिश

    दिल्ली धमाका: ‘वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ की बर्बरता को कैसे ‘ह्यूमनाइज़’ कर रहे हैं  The Wire जैसे मीडिया संस्थान ?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    बांग्लादेश बन सकता है भारत के लिए नया संकट

    ISI और ARASA बांग्लादेश में कैसे रच रहे हैं क्षेत्रीय सुरक्षा को कमज़ोर करने की साजिश?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    How to Build a Home You Will Love for the Next Ten Years: Timeless Design Principles

    How to Build a Home You Will Love for the Next Ten Years: Timeless Design Principles

    नेहरू 14 दिनों में ही नाभा जेल से निकल आए थेन

    जन्मदिवस विशेष: नाभा जेल में नेहरू की बदबूदार कोठरी और बाहर निकलने के लिए अंग्रेजों को दिया गया ‘वचनपत्र’v

    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं

    कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

    सुप्रीम कोर्ट ने साफ़ किया है कि राष्ट्रपति या गवर्नर को किसी भी तय न्यायिक समयसीमा के भीतर बिलों पर मंजूरी देने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता।

    विधेयकों को मंजूरी देने के लिए समयसीमा से बाध्य नहीं हैं राष्ट्रपति और राज्यपाल , प्रेसिडेंट मुर्मू के सवालों पर सुप्रीम कोर्ट ने क्या जवाब दिया, और ये क्यों महत्वपूर्ण हैं?

    आतंकवाद को भावुकता की आड़ में ढकने की कोशिश

    दिल्ली धमाका: ‘वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ की बर्बरता को कैसे ‘ह्यूमनाइज़’ कर रहे हैं  The Wire जैसे मीडिया संस्थान ?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    बांग्लादेश बन सकता है भारत के लिए नया संकट

    ISI और ARASA बांग्लादेश में कैसे रच रहे हैं क्षेत्रीय सुरक्षा को कमज़ोर करने की साजिश?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    How to Build a Home You Will Love for the Next Ten Years: Timeless Design Principles

    How to Build a Home You Will Love for the Next Ten Years: Timeless Design Principles

    नेहरू 14 दिनों में ही नाभा जेल से निकल आए थेन

    जन्मदिवस विशेष: नाभा जेल में नेहरू की बदबूदार कोठरी और बाहर निकलने के लिए अंग्रेजों को दिया गया ‘वचनपत्र’v

    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

एनपीएस और पीपीएफ में किसे चुने? भविष्य के लिए क्या है बहतर ऑप्शन। 

नेशनल पेंशन सिस्टम एक सरकार द्वारा प्रायोजित और बाजार से जुड़ी पेंशन योजना है। पब्लिक प्रोविडेंट फंड सरकार द्वारा वित्त पोषित योजना है जो चक्रवृद्धि ब्याज के जरिये आपके निवेश पर गारंटीकृत रिटर्न प्रदान करती है।

Akash Gaur द्वारा Akash Gaur
21 March 2024
in अर्थव्यवस्था, चर्चित
पीपीएफ, एनपीएस, एनपीएस बनाम पीपीएफ, सेवानिवृत्ति कोष, व्यक्तिगत वित्त
Share on FacebookShare on X

राष्ट्रीय पेंशन योजना (एनपीएस) और सार्वजनिक भविष्य निधि (पीपीएफ) दोनों सरकार समर्थित सेवानिवृत्ति बचत योजनाएं हैं। ये दोनों आपको सेवानिवृत्ति के बाद के जीवन को सुरक्षित करने के लिए नियमित रूप से धन बचाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। हालांकि, दोनों योजना समान है तो सवाल उठता है कि इनमें से आपको किसे चुनना चाहिए?

यदि आप एनपीएस बनाम पीपीएफ बहस में फंस गए हैं, तो हम मदद कर सकते हैं। इस लेख में, आपको अपने निवेश की बेहतर योजना बनाने में मदद के लिए एनपीएस और पीपीएफ दोनों पर जानकारी मिलेगी।

संबंधितपोस्ट

जिसने सौरव गांगुली की कप्तानी छीनी, आज वो वित्तीय सहायता पर आश्रित है!

Old Pension Scheme को लेकर मचा है बवाल, जानें क्या है पूरा मामला?

और लोड करें

एनपीएस बनाम पीपीएफ?

यह सचमुच एक कठिन प्रश्न है। जब भी हम सेवानिवृत्ति के बाद के फंड के लिए बचत करने के बारे में सोचते हैं, तो सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण बात सार्वजनिक भविष्य निधि (पीपीएफ) का ख्याल आता है। पीपीएफ लंबी अवधि में और सभी उम्र के लिए सुरक्षित रिटर्न प्रदान करता है, यही कारण है कि यह दीर्घकालिक बचत के लिए एक बेहतरीन निवेश अवसर है।

हालाँकि, हाल ही में, राष्ट्रीय पेंशन योजना या एनपीएस भी सेवानिवृत्ति बचत करने के एक उपकरण के रूप में बहुत अधिक ध्यान आकर्षित कर रही है। बजट 2015-16 के बाद एनपीएस का उपयोग बढ़ गया है, जहां सरकार ने एनपीएस निवेश पर 50,000 रुपये की अतिरिक्त कर कटौती का प्रावधान किया है।

और पढ़ें:- चीन की चोरी! ऐसे Google डेटा हो रहा था गायब

एनपीएस को समझ लें

राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली या नेशनल पेंशन सिस्टम  एक सरकार प्रायोजित और बाजार से जुड़ी पेंशन योजना है जो लोगों को सरकार द्वारा रेगुलेटेड सिस्टम के भीतर लंबी अवधि में अपने निवेश से हाई रिटर्न अर्जित करने में सक्षम बनाती है। इस योजना में निवेश करके, कोई व्यक्ति रिटायरमेंट फंड बना सकता है और इनकम टैक्स पर बचत करते हुए रिटायरमेंट के बाद नियमित पेंशन हासिल कर सकता है। 

संगठित हो या असंगठित क्षेत्र, एनपीएस का मकसद न सिर्फ रिटायरमेंट लाइफ में वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना है बल्कि किसी को अपना पैसा बढ़ाने में मदद करना है। कोई व्यक्ति रिटायरमेंट के बाद ही फंड को भुना सकता है, जबकि फंड से जल्दी या आंशिक निकासी की अनुमति केवल विशेष परिस्थिति में 10 साल के बाद दी जाती है।

जब आप एनपीएस में निवेश करते हैं तो टैक्स छूट के लाभ भी मिलते हैं। एनपीएस के लिए भुगतान आपको आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 80सी के तहत 1.5 लाख रुपये तक की टैक्स कटौती का हकदार बनाता है। धारा 80सीसीडी(1बी) के तहत अतिरिक्त 50,000 रुपये की कर छूट भी उपलब्ध है।

एनपीएस में कौन निवेश कर सकता है?

राष्ट्रीय पेंशन योजना भारत के किसी भी नागरिक के लिए उपलब्ध है जो 18-70 वर्ष की आयु वर्ग में आता है। योजना से जुड़कर और इसमें नियमित निवेश करके लाभ उठाया जा सकता है। इस योजना में निवेश के लिए आपकी आयु 18-70 वर्ष के भीतर होनी चाहिए। खाताधारक को अपने ग्राहक को जानें (केवाईसी) जरूरतों के लिए प्रासंगिक दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगे।

पीपीएफ को समझें

पीपीएफ यानी पब्लिक प्रोविडेंट फंड सरकार द्वारा वित्त पोषित योजना है जो चक्रवृद्धि ब्याज के जरिये आपके निवेश पर गारंटीकृत रिटर्न प्रदान करती है। 15 साल की लॉक-इन अवधि के साथ, यह बचत योजना आपको लंबे निवेश क्षितिज पर अपना रिटायरमेंट फंड बनाने में मदद कर सकती है। 

मौजूदा समय में पीपीएफ पर 7.1% ब्याज मिल रहा है। यह सालाना रूप से चक्रवृद्धि होती है और जोखिम-मुक्त निवेश की तलाश करने वालों के लिए एक आदर्श विकल्प मानी जाती है। कोई भी व्यक्ति इस योजना में शामिल हो सकता है और सुरक्षित वित्तीय बैकअप सुनिश्चित करने के साथ-साथ इस प्रक्रिया में टैक्स लाभ का आनंद लेने के लिए पीपीएफ खाते में निवेश कर सकता है। 

पीपीएफ खाते में सालाना 1.50 लाख रुपये तक राशि जमा की जा सरकी है। निवेशक आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 80 सी के तहत टैक्स छूट का फायदा ले सकता है। पीपीएफ अकाउंट में कम से कम 500 रुपये और अधिकतम 1.5 लाख रुपये सालाना डिपोजिट होना चाहिए और सालाना 12 जमा तक की अनुमति है। इस स्कीम से आप बाहर निकल सकते हैं अगर, हाइयर एजुकेशन शुल्क का भुगतान करना हो या मेडिकल इमरजेंसी जैसी स्थिति बनती है।

पीपीएफ में कौन निवेश कर सकता है?

कोई भी व्यक्ति जो भारत का नागरिक है और 18 वर्ष से अधिक उम्र का है, वह पीपीएफ खाता खोलने और उसमें निवेश करने के लिए पात्र है। यह योजना अनिवासी भारतीयों (एनआरआई) या हिंदू अविभाजित परिवारों (एचयूएफ) के लिए उपलब्ध नहीं है।

ध्यान रहे, आपके नाम पर सिर्फ एक पीपीएफ अकाउंट हो सकता है। आप बैंक या पोस्ट ऑफिस में कहीं भी पीपीएफ अकाउंट ओपन कर सकते हैं। हां, इसमें ज्वाइंट अकाउंट की अनुमति नहीं है। हालाँकि, किसी ऐसे व्यक्ति की ओर से अतिरिक्त पीपीएफ खाता खोला जा सकता है जिसका दिमाग ठीक नहीं है या वह नाबालिग है।

एनपीएस और पीपीएफ के बीच मुख्य अंतर

प्रमुख विशेषताऐंपीपीएफएनपीएस
कौन निवेश कर सकता है?कोई भी भारतीय निवासी. कोई व्यक्ति अपने नाबालिग बच्चों के नाम पर भी पीपीएफ खाता खोल सकता है और कर लाभ प्राप्त कर सकता हैएनपीएस खाता 18 वर्ष से अधिक और 60 वर्ष से कम आयु के भारतीय नागरिक खोल सकते हैं
क्या एनआरआई इस योजना के लिए पात्र हैं?नहींहाँ
ब्याज दरलगभग 7-8%लगभग 12-14%
परिपक्वता अवधि क्या है?पीपीएफ खाता 15 साल में परिपक्व होता है। कोई व्यक्ति इस अवधि को 15 साल के बाद पांच साल के ब्लॉक के लिए अतिरिक्त योगदान के साथ या उसके बिना भी बढ़ा सकता हैपरिपक्वता अवधि निश्चित नहीं है. आप एनपीएस खाते में 60 वर्ष की आयु तक योगदान कर सकते हैं, साथ ही निवेश को 70 वर्ष की आयु तक बढ़ाने का विकल्प भी दिया जा सकता है।
निवेश सीमा क्या है?न्यूनतम रु. 500 वार्षिक, अधिकतम राशि रु. 1,50,000 तक सीमित है। प्रति वर्ष अधिकतम 12 योगदान की अनुमति हैआवश्यक न्यूनतम योगदान 6,000 रुपये है। योगदान पर कोई सीमा नहीं है जब तक कि यह आपके वेतन का 10% या यदि आप स्व-रोज़गार हैं तो आपकी सकल कुल आय का 10% से अधिक न हो।
कर लाभ क्या हैं?पीपीएफ में की गई सभी जमा राशि धारा 80सी के तहत कटौती योग्य है। इसके अलावा, निकासी के समय संचित राशि और ब्याज पर भी कर छूट मिलती हैआयकर अधिनियम की धारा 80CCD(1) के तहत केवल 1.5 लाख रुपये पर कर लाभ उपलब्ध है, और धारा 80CCD(2) के तहत अतिरिक्त 50,000 रुपये – कुल 2 लाख रुपये तक।
क्या समयपूर्व निकासी/आंशिक निकासी की अनुमति है?सातवें वर्ष के बाद कुछ सीमाओं के साथ आंशिक निकासी की अनुमति है। खाता खोलने के तीसरे और छठे वित्तीय वर्ष के दौरान ऋण उपलब्ध हैं; लेकिन शर्तों के अधीन10 वर्षों के बाद, खाताधारक विशिष्ट परिस्थितियों में शीघ्र, आंशिक निकासी के लिए पात्र हो जाते हैं। हालाँकि, सेवानिवृत्ति से पहले बाहर निकलने के लिए, किसी को जीवन बीमा वार्षिकी खरीदने के लिए संचित राशि का कम से कम 80% उपयोग करना होगा।
क्या मैं चुन सकता हूँ कि मुझे अपना पैसा कैसे निवेश करना है?नहींहाँ, आप इक्विटी फंड, सरकारी प्रतिभूति कोष और निश्चित आय साधन और अन्य सरकारी प्रतिभूतियों के बीच चयन कर सकते हैं
रिटर्न कैसा है?ब्याज दर सरकार तय करती हैब्याज दर बाज़ार से जुड़ी होती है. इसलिए संभावित रिटर्न अधिक है
क्या मुझे वार्षिकी खरीदनी होगी?नहींपरिपक्वता पर, आपको कम से कम 40% राशि की वार्षिकी खरीदनी होगी, जब तक कि परिपक्वता राशि 2 लाख से कम न हो

 

एनपीएस बनाम पीपीएफ: कौन बहतर?

  1. जोखिम और सुरक्षा: एनपीएस बाजार से जुड़ा हुआ है और थोड़ा जोखिम भरा है, लेकिन इसे पीएफआरडीए द्वारा सख्ती से विनियमित किया जाता है, इसलिए इसमें कदाचार की लगभग कोई संभावना नहीं है। पीपीएफ पूरी तरह से सरकार समर्थित है इसलिए इसमें लगभग जोखिम मुक्त रिटर्न है।
  2. रिटर्न: एनपीएस कुछ मामलों में 10% तक रिटर्न दे सकता है जबकि पीपीएफ 7-8% के आसपास कम लेकिन स्थिर रिटर्न प्रदान करता है।
  3. तरलता: एनपीएस में थोड़ी अधिक तरलता है क्योंकि यह आंशिक निकासी के कई अवसर प्रदान करता है। हालाँकि, पीपीएफ एक निश्चित लॉक-इन अवधि और एक राशि सीमा के बाद आंशिक निकासी की अनुमति देता है।
  4. कराधान: परिपक्वता पर निकाला गया एनपीएस शेष कर मुक्त है जबकि वार्षिकी करों का भुगतान करने के बाद खरीदी जानी है। पीपीएफ ईईई या छूट-छूट-छूट श्रेणी के अंतर्गत है

जैसा कि आप देख सकते हैं, एनपीएस एक बेहतरीन सेवानिवृत्ति बचत योजना है। यदि आपका उद्देश्य बच्चों की शिक्षा, बेटी की शादी आदि जैसे अन्य उद्देश्यों के लिए बचत करना है तो यह निवेश करने के लिए सबसे अच्छी योजना नहीं हो सकती है। इन सभी जरूरतों के लिए, पीपीएफ सबसे अच्छी निवेश योजना के रूप में एनपीएस से बेहतर है।  

और पढ़ें:- CERT-In की चेतावनी: हैकर्स के निशाने पर हैं एपल आईफोन और आईपैड

Tags: npsnps vs ppfpersonal Financeppfretirement fundएनपीएसएनपीएस बनाम पीपीएफपीपीएफव्यक्तिगत वित्तसेवानिवृत्ति कोष
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

पब्लिक WiFi सेफ नहीं, हैक हो सकता है आपका फोन। 

अगली पोस्ट

वैश्विक ‘खुशी सूचकांक’ में युद्धग्रस्त फिलिस्तीन, यूक्रेन भी भारत से आगे

संबंधित पोस्ट

शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं
चर्चित

कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

21 November 2025

कांग्रेस के नेता देश ही नहीं विदेशों में भी जाकर लोकतंत्र बचाने की दुहाई देते रहते हैं। लेकिन जब बारी आंतरिक लोकतंत्र की आती है...

राहुल गांधी के अमेरिका दौरे
चर्चित

राहुल गांधी का ह्यूस्टन इवेंट आयोजित करने वाली संस्था CAIR अमेरिका में आतंकी संगठन घोषित, हिंदू घृणा फैलाने वाली संस्था के अलकायदा, हमास जैसे आतंकी संगठनों से मिले रिश्ते

20 November 2025

राहुल गांधी के विदेशी खासकर अमेरिकी दौरों को लेकर राजनीति होती रही है, लेकिन अब अमेरिका से जो जानकारी सामने आई है, वो राजनीति से...

खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की
अर्थव्यवस्था

खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

19 November 2025

उत्तराखंड ने एक बार फिर खनन क्षेत्र में अपने बेहतरीन काम और लगातार सुधारों की वजह से केंद्र से बड़ी प्रोत्साहन राशि हासिल की है।...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45

Why Rahul Gandhi’s US Outreach Directs to a Web of Shadow Controversial Islamist Networks?

00:08:04

How Javelin Missiles Will Enhance India’s Anti-Tank Dominance?

00:06:47

This is How China Spread Disinformation After Operation Sindoor

00:06:27

How DRDO’s New Laser System Can Destroy Drones at 5 KM Range?

00:04:31
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited