दिल्ली पहुँचकर आडवाणी ने केंद्र सरकार को उन्हें गिरफ्तार कर लेने की चुनौती दी। इस समय तक आडवाणी की रथ यात्रा श्री राम रथ यात्रा बन चुकी थी और 23 अक्टूबर को तब के प्रधानमंत्री VP सिंह ने आडवाणी की गिरफ़्तारी के आदेश लालू यादव को दिए।
TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    रविवार शाम को होनी है बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक

    कल तय होगा बीजेपी का उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार, किसके नाम पर लगेगी मुहर?


    1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान

    1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान

    1984 दंगा आरोपी टाइटलर संग राहुल गांधी ने फहराया तिरंगा, BJP बोली–गांधी परिवार को नहीं कोई खेद

    1984 दंगा आरोपी टाइटलर संग राहुल गांधी ने फहराया तिरंगा, भाजपा बोली–गांधी परिवार को नहीं कोई खेद

    “जो पाया उसमें खो न जाएँ, जो खोया उसका ध्यान करें”- स्वाधीनता दिवस और अखंड भारत का लक्ष्य:

    “जो पाया उसमें खो न जाएँ, जो खोया उसका ध्यान करें”- स्वाधीनता दिवस और अखंड भारत का लक्ष्य:

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत किसानों के हितों से नहीं करेगा कोई समझौता।

    किसानों के लिए दीवार की तरह खड़े हैं मोदी, पीएम ने ट्रंप को दिया भारत का कड़ा संदेश

    गलवान से लेकर व्यापार की मेज़ तक: 5 साल बाद भारत-चीन की सीधी बातचीत

    गलवान से लेकर व्यापार की मेज़ तक: 5 साल बाद भारत-चीन की सीधी बातचीत

    ट्रंप का पाकिस्तान तेल सौदा और बलूच विद्रोहियों पर अमेरिकी आतंकवाद का ठप्पा

    ट्रंप की पाकिस्तान से तेल डील और बलूच विद्रोही ‘आतंकी’, क्या संसाधन युद्ध की है तैयारी?

    बचत खाते के लिए 50 हज़ार रुपये का मिनिमम बैलेंस- क्या ICICI चाहता है सिर्फ अमीर ही खाता खुलवाएं ?

    बचत खाते के लिए 50 हज़ार रुपये का मिनिमम बैलेंस- क्या ICICI चाहता है सिर्फ अमीर ही खाता खुलवाएं ?

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान

    1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान

    114 राफेल जेट के लिए भारत-फ्रांस में सीधे सौदे की तैयारी, ग्लोबल टेंडर को किया दरकिनार

    114 राफेल जेट के लिए भारत-फ्रांस में सीधे सौदे की तैयारी: रिपोर्ट

    भारत की मिसाइल ताकत का प्रदर्शन, 4,795 किमी नो-फ्लाई ज़ोन के साथ बड़ा परीक्षण जल्द

    भारत की मिसाइल ताकत का प्रदर्शन, 4,795 किमी नो-फ्लाई ज़ोन के साथ बड़ा परीक्षण जल्द

    बांग्लादेशी घुसपैठ है देश की बड़ी समस्या।

    कोई अपना देश दूसरों के हवाले नहीं कर सकता, जानें पीएम मोदी ने क्यों कही ये बात

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    स्वतंत्रता दिवस पर अंटार्कटिका में भारतीय व्यक्ति ने तिरंगा फहराया

    गर्व: स्वतंत्रता दिवस पर अंटार्कटिका में भारतीय व्यक्ति ने तिरंगा फहराया

    सौदा होने तक कोई समझौता नहीं: अलास्का में बेनतीजा रही ट्रंप-पुतिन वार्ता

    सौदा होने तक कोई समझौता नहीं: अलास्का में बेनतीजा रही ट्रंप-पुतिन वार्ता

    भारत की मिसाइल ताकत का प्रदर्शन, 4,795 किमी नो-फ्लाई ज़ोन के साथ बड़ा परीक्षण जल्द

    भारत की मिसाइल ताकत का प्रदर्शन, 4,795 किमी नो-फ्लाई ज़ोन के साथ बड़ा परीक्षण जल्द

    भारत किसानों के हितों से नहीं करेगा कोई समझौता।

    किसानों के लिए दीवार की तरह खड़े हैं मोदी, पीएम ने ट्रंप को दिया भारत का कड़ा संदेश

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    NCERT के नए मॉड्यूल ‘विभाजन के दोषी’ में मोहम्मद अली जिन्ना, लॉर्ड माउंटबेटन और कांग्रेस को बताया देश के विभाजन का जिम्मेदार

    NCERT के नए मॉड्यूल ‘विभाजन के दोषी’ में मोहम्मद अली जिन्ना, लॉर्ड माउंटबेटन और कांग्रेस को बताया देश के विभाजन का जिम्मेदार

    1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान

    1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान

    मौलाना हसरत मोहानी: पाकिस्तान के लिए लड़ाई लड़ी, मुस्लिम लीग से चुनाव भी लड़े, लेकिन विभाजन हुआ तो अपने ख्वाबों के देश न जाकर भारत में ही रह गए

    मौलाना हसरत मोहानी: पाकिस्तान के लिए लड़ाई लड़ी, मुस्लिम लीग से चुनाव भी लड़े, लेकिन विभाजन हुआ तो अपने ख्वाबों के देश न जाकर भारत में ही रह गए

    “जो पाया उसमें खो न जाएँ, जो खोया उसका ध्यान करें”- स्वाधीनता दिवस और अखंड भारत का लक्ष्य:

    “जो पाया उसमें खो न जाएँ, जो खोया उसका ध्यान करें”- स्वाधीनता दिवस और अखंड भारत का लक्ष्य:

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    रविवार शाम को होनी है बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक

    कल तय होगा बीजेपी का उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार, किसके नाम पर लगेगी मुहर?


    1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान

    1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान

    1984 दंगा आरोपी टाइटलर संग राहुल गांधी ने फहराया तिरंगा, BJP बोली–गांधी परिवार को नहीं कोई खेद

    1984 दंगा आरोपी टाइटलर संग राहुल गांधी ने फहराया तिरंगा, भाजपा बोली–गांधी परिवार को नहीं कोई खेद

    “जो पाया उसमें खो न जाएँ, जो खोया उसका ध्यान करें”- स्वाधीनता दिवस और अखंड भारत का लक्ष्य:

    “जो पाया उसमें खो न जाएँ, जो खोया उसका ध्यान करें”- स्वाधीनता दिवस और अखंड भारत का लक्ष्य:

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत किसानों के हितों से नहीं करेगा कोई समझौता।

    किसानों के लिए दीवार की तरह खड़े हैं मोदी, पीएम ने ट्रंप को दिया भारत का कड़ा संदेश

    गलवान से लेकर व्यापार की मेज़ तक: 5 साल बाद भारत-चीन की सीधी बातचीत

    गलवान से लेकर व्यापार की मेज़ तक: 5 साल बाद भारत-चीन की सीधी बातचीत

    ट्रंप का पाकिस्तान तेल सौदा और बलूच विद्रोहियों पर अमेरिकी आतंकवाद का ठप्पा

    ट्रंप की पाकिस्तान से तेल डील और बलूच विद्रोही ‘आतंकी’, क्या संसाधन युद्ध की है तैयारी?

    बचत खाते के लिए 50 हज़ार रुपये का मिनिमम बैलेंस- क्या ICICI चाहता है सिर्फ अमीर ही खाता खुलवाएं ?

    बचत खाते के लिए 50 हज़ार रुपये का मिनिमम बैलेंस- क्या ICICI चाहता है सिर्फ अमीर ही खाता खुलवाएं ?

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान

    1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान

    114 राफेल जेट के लिए भारत-फ्रांस में सीधे सौदे की तैयारी, ग्लोबल टेंडर को किया दरकिनार

    114 राफेल जेट के लिए भारत-फ्रांस में सीधे सौदे की तैयारी: रिपोर्ट

    भारत की मिसाइल ताकत का प्रदर्शन, 4,795 किमी नो-फ्लाई ज़ोन के साथ बड़ा परीक्षण जल्द

    भारत की मिसाइल ताकत का प्रदर्शन, 4,795 किमी नो-फ्लाई ज़ोन के साथ बड़ा परीक्षण जल्द

    बांग्लादेशी घुसपैठ है देश की बड़ी समस्या।

    कोई अपना देश दूसरों के हवाले नहीं कर सकता, जानें पीएम मोदी ने क्यों कही ये बात

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    स्वतंत्रता दिवस पर अंटार्कटिका में भारतीय व्यक्ति ने तिरंगा फहराया

    गर्व: स्वतंत्रता दिवस पर अंटार्कटिका में भारतीय व्यक्ति ने तिरंगा फहराया

    सौदा होने तक कोई समझौता नहीं: अलास्का में बेनतीजा रही ट्रंप-पुतिन वार्ता

    सौदा होने तक कोई समझौता नहीं: अलास्का में बेनतीजा रही ट्रंप-पुतिन वार्ता

    भारत की मिसाइल ताकत का प्रदर्शन, 4,795 किमी नो-फ्लाई ज़ोन के साथ बड़ा परीक्षण जल्द

    भारत की मिसाइल ताकत का प्रदर्शन, 4,795 किमी नो-फ्लाई ज़ोन के साथ बड़ा परीक्षण जल्द

    भारत किसानों के हितों से नहीं करेगा कोई समझौता।

    किसानों के लिए दीवार की तरह खड़े हैं मोदी, पीएम ने ट्रंप को दिया भारत का कड़ा संदेश

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    NCERT के नए मॉड्यूल ‘विभाजन के दोषी’ में मोहम्मद अली जिन्ना, लॉर्ड माउंटबेटन और कांग्रेस को बताया देश के विभाजन का जिम्मेदार

    NCERT के नए मॉड्यूल ‘विभाजन के दोषी’ में मोहम्मद अली जिन्ना, लॉर्ड माउंटबेटन और कांग्रेस को बताया देश के विभाजन का जिम्मेदार

    1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान

    1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान

    मौलाना हसरत मोहानी: पाकिस्तान के लिए लड़ाई लड़ी, मुस्लिम लीग से चुनाव भी लड़े, लेकिन विभाजन हुआ तो अपने ख्वाबों के देश न जाकर भारत में ही रह गए

    मौलाना हसरत मोहानी: पाकिस्तान के लिए लड़ाई लड़ी, मुस्लिम लीग से चुनाव भी लड़े, लेकिन विभाजन हुआ तो अपने ख्वाबों के देश न जाकर भारत में ही रह गए

    “जो पाया उसमें खो न जाएँ, जो खोया उसका ध्यान करें”- स्वाधीनता दिवस और अखंड भारत का लक्ष्य:

    “जो पाया उसमें खो न जाएँ, जो खोया उसका ध्यान करें”- स्वाधीनता दिवस और अखंड भारत का लक्ष्य:

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    ₹18,541 करोड़ का बंपर पैकेज: 4 सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट, लखनऊ मेट्रो विस्तार को हरी झंडी

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    स्मृति ईरानी की टीवी पर शानदार वापसी, रुपाली गांगुली और हिना खान को पछाड़ बनीं हाईएस्ट पेड टीवी स्टार

    लद्दाख में ISRO का Mini Mars मिशन: होप सिमुलेशन से अंतरिक्ष की अगली छलांग

    क्या है भारत का मिशन HOPE और लद्दाख में क्यों जुटे हैं ISRO के वैज्ञानिक ?

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    19 वर्षीय दिव्या देशमुख ने रचा इतिहास, बनीं FIDE वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली भारतीय महिला

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

गर्व से कहो हम हिन्दू हैं… सनातन के पुनर्जागरण के रथी लालकृष्ण आडवाणी, जब गाँव-गाँव में जुटती भीड़ ने हिला दिया था दिल्ली दरबार

दिल्ली पहुँचकर आडवाणी ने केंद्र सरकार को उन्हें गिरफ्तार कर लेने की चुनौती दी। इस समय तक आडवाणी की रथ यात्रा श्री राम रथ यात्रा बन चुकी थी।

Anand Kumar द्वारा Anand Kumar
8 November 2024
in चर्चित, राजनीति
लालकृष्ण आडवाणी, रथयात्रा

लालकृष्ण आडवाणी को गिरफ्तार करने के लिए लालू यादव को VP सिंह ने कहा था

Share on FacebookShare on X

‘यात्रा’ का शाब्दिक अर्थ एक स्थान से दूसरे स्थल तक जाना भर होता तो पर्यटन के पर्यायवाची में ये प्रयुक्त होता, लेकिन यात्रा में पर्यटन वाली सुविधाएँ नहीं होतीं। इसके अलावा यात्रा के उपरांत यात्री बदल जायेगा, ऐसा भी समझा जाता है। यात्रा पर जो निकला था, उसके ज्ञान और अनुभव का स्तर वापस आने वाले से अलग होता है। इसीलिए, यात्रा व्यक्ति को बदल देती है। ये बदलाव रथ यात्रा से भी आया था। तब 1990 का दौर था और साधु-संतों के सम्प्रदायों और अखाड़ों ने राम मंदिर के निर्माण के लिए जोर-शोर से अपने प्रयास जारी रखे थे।

भारत की तब की राजनैतिक व्यवस्था धर्मनिरपेक्षता के रोग से ग्रस्त थी और संविधान में मौजूद पंथ-निरपेक्षता को किसी और ही अर्थ में भारत पर थोपने को उत्सुक थी। जाहिर है, ऐसी स्थिति में राम जन्मभूमि मंदिर के आन्दोलन के लिए राजनैतिक नेतृत्व मौजूद नहीं था।

संबंधितपोस्ट

यात्राएं जो बनीं बदलाव का रास्ता: बीजेपी के उदय और राष्ट्रवाद के पुनर्जागरण की कहानी

हमले के दिन संसद में क्या-क्या हुआ?; कैसे रोका गया था लोकतंत्र की आत्मा पर सबसे बड़ा हमला?

संसद हमले की अनसुनी कहानियां; किसने दिल्ली पुलिस को पहले ही दे दी थी इस हमले की जानकारी?

और लोड करें

तब दिल्ली में 800 वर्षों बाद बना था कोई मंदिर

ये वो खाली जगह थी जिसे भरने के लिए लाल कृष्ण आडवाणी सामने आये। VHP और ‘बजरंग दल’ जैसे संगठनों के पास उस समय तक अशोक सिंघल जैसा नाम तो था लेकिन वो धार्मिक-सांस्कृतिक कार्यकर्ता के तौर पर जाने जाते थे, उनकी राजनैतिक समझ या स्वीकार्यता दोनों ही बहुत सीमित क्षेत्रों में थी। ये वो दौर था जब भाजपा की तरफ से तत्कालीन भाजपा प्रमुख LK आडवाणी सामने आये। यात्रा की घोषणा भाजपा की ओर से 12 सितम्बर, 1990 को हुई। ये यात्रा 25 सितम्बर को शुरू होने वाली थी। ये यात्रा गुजरात के सोमनाथ से शुरू हुई जिसका अपना इतिहास है।

अनेकों बार विदेशी हमलावरों ने इस मंदिर को नष्ट किया था और स्वतंत्र भारत का ये पहला मंदिर था जिसे भारत के हिन्दुओं ने पुनः बनाकर खड़ा कर दिया था। उस समय भी तथाकथित सेक्युलरिज्म के कारण नेहरु इस मंदिर के पुनः बनने के विरोध में थे। हिन्दुओं ने वर्षों से अपने मंदिरों का जीर्णोद्धार नहीं देखा था। स्वयं दिल्ली में 800 वर्षों बाद कोई नया मंदिर (बिड़ला मंदिर) बन पाया था। ऐसे में सोमनाथ हिन्दुओं को वो उत्साह देता था जो कहता था कि हाँ, पुनः राम जन्मभूमि मंदिर बन भी सकता है।

ये वो यात्रा थी जिसका नेतृत्व टोयोटा गाड़ी से बनाये एक रथ पर सवार आडवाणी कर रहे थे। यात्रा गुजरात से शुरू होते हुए महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश और बिहार से होते हुए उत्तर प्रदेश पहुंचनी थी जहाँ अयोध्या में इसका समापन होना था। भारत के इतिहास को ये यात्रा बदलने वाली थी। शुरुआती दौर में इस यात्रा में आडवाणी दिन में करीब 300 किलोमीटर की यात्रा कर रहे थे और प्रतिदिन वो छह रैलियों को संबोधित कर रहे थे। गुजरात के 600 गांवों से गुजरती हुई इस यात्रा में 50 रैलियां हो चुकी थी। यहाँ से निकलते ही यात्रा महाराष्ट्र पहुंची जहाँ पहले से ही शिवसेना और बाल ठाकरे का ऐसे आन्दोलन को समर्थन हासिल था।

जनसमर्थन, मीडिया में कवरेज, आडवाणी की गिरफ़्तारी

वहाँ से आगे यात्रा तब के आंध्र प्रदेश (अब तेलंगाना) पहुंची और फिर मध्य प्रदेश। इस दौर तक केंद्र की VP सिंह सरकार जो उस दौर में पचास साल पुराने आंकड़ों पर आधारित मंडल कमीशन की रिपोर्ट पर अलग ही राजनीति कर रही थी, उसने इस यात्रा पर ध्यान नहीं दिया था। मध्य प्रदेश पहुँचने तक यात्रा को अखबारों-समाचारों में जितनी जगह मिलने लगी थी, उसने केंद्र सरकार को भी चौंका दिया। ये वो समय था जब हिन्दुओं को स्वामी विवेकानंद का “गर्व से कहो हम हिन्दू हैं” पुनः स्मरण हो गया था।

गाँव-गाँव में जमा होती हजारों की भीड़ ने दिल्ली दरबार को हिला दिया था। चश्मा लगाने वाले एक साधारण से व्यक्ति को देखने उमड़ती भीड़ जिस यात्रा में जुड़ रही थी उसमें और भी एक विशेष बात थी। राजनैतिक नेतृत्व में आम तौर पर महिलाओं की भागीदारी ना के बराबर होती है, लेकिन इस यात्रा ने साध्वी ऋतंभरा और उमा भारती का चेहरा जनता के सामने लाना शुरू कर दिया था। पीछे महाराष्ट्र से बाल ठाकरे हरा रंग साफ करने का आह्वान कर रहे थे तो आगे जनता ने “तेल लगाकर डाबर का, नाम मिटा दो बाबर का” जैसे विचित्र नारे गढ़ने शुरू कर दिए थे।

दिल्ली पहुँचकर आडवाणी ने केंद्र सरकार को उन्हें गिरफ्तार कर लेने की चुनौती दी। इस समय तक आडवाणी की रथ यात्रा श्री राम रथ यात्रा बन चुकी थी और 23 अक्टूबर को तब के प्रधानमंत्री VP सिंह ने आडवाणी की गिरफ़्तारी के आदेश लालू यादव को दिए। बाद में चारा घोटाले से जुड़े मामले में अपराधकर्मी, भ्रष्टाचारी नेता लालू को जेल हुई और फ़िलहाल वो स्वास्थ्य कारणों से जमानत पर छूटे हुए हैं। इस दौर के बाद VP सिंह राजनीति में अप्रासंगिक हो गए।

आडवाणी को कैद करके एक गेस्ट हाउस में रखा गया लेकिन जनता पर इसका उल्टा ही प्रभाव पड़ा। लाखों की संख्या में श्रद्धालु अयोध्या की ओर बढ़ने लगे। क्रिस्टोफर जेफ्फरलोट के मुताबिक, चालीस हजार से अधिक लोग अयोध्या पहुँच गए। करीब डेढ़ लाख लोगों को इस आन्दोलन के लिए मुलायम सिंह की सरकार ने जेलों में फिंकवा दिया। सिंघल और दूसरे नेताओं की भी गिरफ़्तारी हुई थी लेकिन भीड़ अयोध्या की तरफ बढ़ती रही। निहत्थे कार-सेवकों पर मुलायम की सशस्त्र पुलिस ने पहले आंसू गैस और फिर गोलियां चालाई।

रामभक्तों पर मुलायम सरकार ने चलवाई गोलियां

इस गोलीकांड और हिन्दुओं के नरसंहार के लिए माना जाता है कि मुलायम की पुलिस ने सैकड़ों शवों को ट्रकों में भरकर नदी में बहा दिया था। वर्षों बाद तक इन मामलों की जांच चलती रही। इस आन्दोलन का परिणाम ये हुआ था कि केंद्र की सरकार से भाजपा ने समर्थन वापस ले लिया। अगले लोकसभा चुनावों (1991 में) भाजपा को अपने पिछले मत प्रतिशत से करीब-करीब दोगुने मत मिले। कांग्रेस के बाद वो दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी।

भारत की स्वतंत्रता से पहले, आज के पाकिस्तान वाले हिस्से में जन्मे लाल कृष्ण आडवाणी ने भारत में चुनावों की और भाजपा के भविष्य की दिशा निश्चित कर दी थी। साहित्य से लेकर सिनेमा तक में रुचि रखने वाले आडवाणी के लिए “टेल ऑफ टू सिटीज” और “द थ्री म्स्केटियर्स” प्रिय पुस्तकें होती थीं। शुक्रवार (8 नवम्बर, 2024) लाल कृष्ण आडवाणी 97 वर्ष के हो गए हैं। भारत को बदलने वाले राजनीतिज्ञों की जब बात चलेगी, तो लम्बे समय तक उनका नाम भी लिया जाता रहेगा।

स्रोत: Lal Krishna Advani, लालकृष्ण आडवाणी, Ram Mandir Rath Yatra, राम मंदिर रथ यात्रा
Tags: Lal Krishna AdvaniRam Mandir Rath Yatraराम मंदिर रथ यात्रालालकृष्ण आडवाणी
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

बिना व्रत रखे अर्घ्य देने पहुंची दिल्ली CM आतिशी? सिंदूर भी रहा गायब: लोग बोले – ये छठ का अपमान, महापर्व पर ड्रामा

अगली पोस्ट

‘2029 में भी नरेंद्र मोदी ही PM का चेहरा’: BJP ने डोनाल्ड ट्रम्प के बहाने साफ़ कर दिया भविष्य,समझिए एज फैक्टर का गणित

संबंधित पोस्ट

रविवार शाम को होनी है बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक
चर्चित

कल तय होगा बीजेपी का उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार, किसके नाम पर लगेगी मुहर?


16 August 2025

भारतीय जनता पार्टी  ने रविवार शाम (17 अगस्त 2025) को संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई है। भाजपा ने ये बैठक आगामी उपराष्ट्रपति चुनाव के मद्देनजर...

1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान
इतिहास

1962 में नेहरू की गलतियों की कीमत भारत को चुकानी पड़ी, मोदी के ऑपरेशन सिंदूर ने बहाल किया राष्ट्रीय सम्मान

16 August 2025

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को अपने स्वतंत्रता दिवस के संबोधन में, ऑपरेशन सिंदूर को गर्व के साथ भारत की आत्मनिर्भर सैन्य शक्ति और दुश्मनों...

1984 दंगा आरोपी टाइटलर संग राहुल गांधी ने फहराया तिरंगा, BJP बोली–गांधी परिवार को नहीं कोई खेद
चर्चित

1984 दंगा आरोपी टाइटलर संग राहुल गांधी ने फहराया तिरंगा, भाजपा बोली–गांधी परिवार को नहीं कोई खेद

16 August 2025

स्वतंत्रता दिवस पर उस समय एक बड़ा राजनीतिक बवाल मच गया, जब वरिष्ठ कांग्रेस नेता और 1984 के सिख विरोधी दंगों के आरोपी जगदीश टाइटलर...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Hidden Heroes of India’s Freedom: How Temples Silently Fought for Independence

Hidden Heroes of India’s Freedom: How Temples Silently Fought for Independence

00:06:30

Why do Journalists like Ravish kumar Keep Speaking Pakistan’s Script all the time | Op Sindoor

00:05:55

why are Punjabi pop icons yo yo honey Singh, karan aujla abusing indian culture?

00:04:17

'We’ll Start from the East’: Asim Munir’s Threat – Who’s Arming Pakistan?

00:06:14

The Secret Power of India’s Unseen Army

00:07:17
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited