TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    अंडमान में एक मंच पर होंगे अमित शाह और मोहन भागवत; वीर सावरकर के कार्यक्रम में संघ-भाजपा के मजबूत तालमेल का संदेश

    अंडमान में एक मंच पर होंगे अमित शाह और मोहन भागवत; वीर सावरकर के कार्यक्रम में संघ-भाजपा के मजबूत तालमेल का संदेश

    उत्तर प्रदेश भाजपा में संगठन बदलाव की तैयारी शुरू-  14 दिसंबर को होगा नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान

    उत्तर प्रदेश भाजपा में संगठन बदलाव की तैयारी शुरू- 14 दिसंबर को होगा नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान

    नायब सैनी ने लापरवाही के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है

    हरियाणा में खेल विभाग के सचिव-निदेशक का तबादला: लापरवाही को लेकर नायब सरकार का बड़ा एक्शन

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    हिंदी में पढ़ें वीर सावरकर की कविता ‘सागर प्राण तलमाला’

    हिंदी में पढ़ें वीर सावरकर की कविता ‘सागर प्राण तलमाला’

    भारतीय दर्शन और संविधान

    भारतीय चिंतन दृष्टि से संविधान: ज्ञान परंपरा में नागरिकता का इतिहास

    तालोम रुकबो

    अरुणाचल प्रदेश के वनवासियों को धर्मांतरण से बचाने वाले तालोम रुकबो: एक भूले-बिसरे नायक की कहानी

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह: आजादी की लड़ाई का योद्धा, जिसने काबुल में बनाई थी स्वतंत्र भारत की पहली निर्वासित सरकार

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    अंडमान में एक मंच पर होंगे अमित शाह और मोहन भागवत; वीर सावरकर के कार्यक्रम में संघ-भाजपा के मजबूत तालमेल का संदेश

    अंडमान में एक मंच पर होंगे अमित शाह और मोहन भागवत; वीर सावरकर के कार्यक्रम में संघ-भाजपा के मजबूत तालमेल का संदेश

    उत्तर प्रदेश भाजपा में संगठन बदलाव की तैयारी शुरू-  14 दिसंबर को होगा नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान

    उत्तर प्रदेश भाजपा में संगठन बदलाव की तैयारी शुरू- 14 दिसंबर को होगा नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान

    नायब सैनी ने लापरवाही के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है

    हरियाणा में खेल विभाग के सचिव-निदेशक का तबादला: लापरवाही को लेकर नायब सरकार का बड़ा एक्शन

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    हिंदी में पढ़ें वीर सावरकर की कविता ‘सागर प्राण तलमाला’

    हिंदी में पढ़ें वीर सावरकर की कविता ‘सागर प्राण तलमाला’

    भारतीय दर्शन और संविधान

    भारतीय चिंतन दृष्टि से संविधान: ज्ञान परंपरा में नागरिकता का इतिहास

    तालोम रुकबो

    अरुणाचल प्रदेश के वनवासियों को धर्मांतरण से बचाने वाले तालोम रुकबो: एक भूले-बिसरे नायक की कहानी

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह: आजादी की लड़ाई का योद्धा, जिसने काबुल में बनाई थी स्वतंत्र भारत की पहली निर्वासित सरकार

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

‘हम महमूद गजनवी की नस्ल’, पटेल बोले- पेट में अल्सर, निजाम के रजाकारों को भारतीय सेना ने यूं किया ढेर

पांच दिनों की सैन्य कार्रवाई में 1373 रजाकार मारे गए थे और उनका सरगना कासिम रजवी पकड़ा गया था।

Sudhakar Singh द्वारा Sudhakar Singh
13 November 2024
in इतिहास, चर्चित
‘हम महमूद गजनवी की नस्ल’, पटेल बोले- पेट में अल्सर, निजाम के रजाकारों को भारतीय सेना ने यूं किया ढेर

5 दिन की सैन्य कार्रवाई में के बाद हैदराबाद का भारत में विलय हुुआ

Share on FacebookShare on X

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाराष्ट्र की एक जनसभा में रजाकारों का जिक्र किया। हैदराबाद के निजाम के वही रजाकार, जिनकी खूनी दास्तां इतिहास के पन्नों में दर्ज है। योगी ने खरगे को याद दिलाया कि रजाकारों ने उनकी मां, बहन, चाची और परिवार को जला दिया था। ये वही खूंखार रजाकार थे, जिनके निशाने पर बहुसंख्यक हिंदू समाज रहता था। रजाकारों का नापाक मकसद हैदराबाद को पाकिस्तान की तरह इस्लामिक राज्य बनाना था। लेकिन पांच दिनों के अंदर भारत की जांबाज सेना ने रजाकारों को उनके जुल्मो-सितम का सबक सिखा दिया। आजाद भारत के इतिहास में इसे ऑपरेशन पोलो के नाम से जाना जाता है। आइए जानते हैं कि क्या था ऑपरेशन पोलो और कौन थे रजाकार?

निजाम ने भारत में विलय का प्रस्ताव ठुकराया

संबंधितपोस्ट

जिलाध्यक्षों की नियुक्ति के बाद यूपी भाजपा को जल्द मिल सकता है नया प्रदेश अध्यक्ष, धर्मपाल सिंह और दिनेश शर्मा के नाम की चर्चा

जब सरदार पटेल पर मुस्लिम भीड़ ने किया था जानलेवा हमला:  घटना तो दूर 86 वर्षों तक हमलावरों के नाम भी सामने क्यों नहीं आने दिए गए ?

राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

और लोड करें

रजाकारों का इतिहास उस दौर से जुड़ा है, जब अंग्रेज भारत से अपना बोरिया-बिस्तर समेट रहे थे। दक्कन का बड़ा शहर हैदराबाद उस समय प्रिंसली स्टेट यानी एक रियासत था। 550 में से ज्यादातर रियासतों का भारत या पाकिस्तान में विलय हो चुका था।  सिर्फ हैदराबाद के निजाम और जूनागढ़ के नवाब का मामला सुलझ नहीं पाया था। हैदराबाद के निजाम मीर उस्मान अली खान के सामने भारत के साथ विलय का प्रस्ताव रखा गया। लेकिन हैदराबाद के निजाम ने इसे ठुकराकर हैदराबाद को स्वतंत्र देश घोषित कर दिया। निजाम की इस जिद के पीछे रजाकारों के मुखिया कासिम रिजवी का वह मदोन्माद था, जिसमें उसने भारतीय सेना से मुकाबला करने में सक्षम होने का भरोसा दिया था।

1944 में रजाकारों की सेना कासिम के हाथ आई  

दरअसल ब्रिटिश राज में नवाब महमूद नवाज खान ने 1927 में मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एमआईएम) बनाई। 1938 में नवाब बहादुर यार जंग को एमआईएम का अध्यक्ष बनाया गया। बहादुर यार जंग ने रजाकारों की एक सेना बनाई। यह एक निजी मिलिशिया थी। रजाकार का अर्थ होता है इस्लाम के लिए खड़ा रहने वाला मुजाहिद। 1944 में बहादुर यार जंग की अचानक मौत के बाद सैयद कासिम रजवी को एमआईएम का नेता चुना गया। रजाकारों की फौज भी कासिम रजवी के हाथ में आ गई।  उसका मकसद रजाकारों की मिलिशिया के जरिए धर्म परिवर्तन कराना था। मूल रूप से रजाकार अरबी या पठान थे, जो स्थानीय लोगों से घुले-मिले थे।

रजाकारों की बर्बरता, मारकाट और धर्मांतरण

कासिम रजवी ने निजाम की करीबी हासिल कर ली और देखते ही देखते रजाकारों का आतंक और कट्टरता बढ़ती चली गई। कासिम रजवी के नेतृत्व संभालने के बाद रजाकार मारकाट और धर्म परिवर्तन पर आमादा हो गए। गांव के गांव पर हमला होता, उन्हें जला दिया जाता और लोगों को जबरन इस्लाम अपनाने को कहा जाता। मना करने पर पुरुषों की गोली मारकर हत्या कर दी जाती थी या आग में झोंक दिया जाता था। महिलाओं से रेप या उठाकर शादी कर ली जाती थी। केएम मुंशी अपनी किताब द एंड ऑफ एन इरा में लिखते हैं, ‘कासिम रजवी कहता था कि हम महमूद गजनवी की नस्ल के हैं। अगर हमने तय कर लिया तो हम दिल्ली के लाल किले पर आसफजाही (निजाम का) झंडा फहरा देंगे।‘

हैदराबाद को मुस्लिम राज्य बनाना चाहता था कासिम

हैदराबाद रियासत उस समय देश के कई राज्यों से बड़ी थी। हैदराबाद में दो सदियों से आसफजाही वंश का शासन था। इस रियासत में तीन भाषाई इलाके थे। तेलंगाना के आठ तेलुगु भाषी जिले, महाराष्ट्र के पांच मराठी भाषी जिले और कर्नाटक के तीन कन्नड़ बोलने वाले जिले। रियासत पर राज तो मुस्लिम का था लेकिन यहां की 84 फीसद आबादी हिंदुओं की थी। कासिम रजवी हैदराबाद को हिंदू बहुल से मुस्लिम बहुल बनाने के ख्वाब देख रहा था। 2 सितंबर 1947 को भी वारंगल के एक गांव में रजाकारों ने 22 लोगों पर गोलियां बरसाकर मार डाला था।

कासिम की गीदड़भभकी- तो हिंदुओं की राख-हड्डी मिलेगी

रजाकारों की बर्बरता के किस्सों में 1948 के भैरनपल्ली नरसंहार का भी जिक्र होता है। इस गांव में रजाकार घुस नहीं पा रहे थे। वजह थी गांव वालों का संगठित विरोध। अगस्त 1948 में रजाकारों ने हैदराबाद पुलिस के साथ मिलकर भैरनपल्ली गांव पर हमला कर दिया। गांव के पुरुषों को जिंदा जला दिया गया और महिलाओं से बलात्कार की घटनाएं हुईं। भैरनपल्ली नरसंहार ने भारतीय सेना के ऑपरेशन पोलो का आधार तय कर दिया था। वीपी मेनन की किताब द इंटीग्रेशन ऑफ स्टेट्स में कासिम रजवी के एक भाषण का जिक्र है। इसमें वह कहता है, ‘भारत ने अगर हैदराबाद में घुसपैठ की कोशिश की, तो डेढ़ करोड़ हिंदुओं की राख और हड्डियों के अलावा कुछ नहीं मिलेगा।‘

निजाम को लगता था हैदराबाद पाक का हिस्सा हो सकता है

भारत के साथ स्टैंडस्टिल समझौते के बावजूद हैदराबाद का निजाम रजाकारों को ताकतवर बना रहा था। बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक निजाम ने 1948 में एक ऑस्ट्रेलियाई पायलट को ग्रेनेड, मशीनगन, विमानभेदी तोप और गोला-बारूद की सप्लाई का काम दिया। उधर देश के तत्कालीन गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल के पास हैदराबाद के नापाक मंसूबों की रिपोर्ट पहुंच रही थी। बीबीसी से एक बातचीत में हैदराबाद के सेंट एनीज कॉलेज की इतिहास विभाग की अध्यक्ष डॉ. उमा जोजेफ ने कहा, ‘निजाम को लग रहा था कि हैदराबाद पाकिस्तान का हिस्सा हो सकता है। अगर हैदराबाद पाकिस्तान में शामिल होता तो भारत के लिए सदैव परेशानी बनी रहती। सरदार पटेल हैदराबाद को भारत के पेट में अल्सर कहते थे।‘

जिन्ना ने निजाम का प्रस्ताव किया खारिज

के एम मुंशी ने किताब ‘द एंड ऑफ एन इरा’ में लिखते हैं, ‘निजाम ने मोहम्मद अली जिन्ना से संपर्क कर यह जानने की कोशिश की थी क्या वह भारत के खिलाफ उनके राज्य का समर्थन करेंगे?’ दिवंगत पत्रकार कुलदीप नैयर ने अपनी आत्मकथा ‘बियॉन्ड द लाइंस’ में जिन्ना को निजाम के प्रस्ताव के आगे की कहानी लिखी है। नैयर लिखते हैं, ‘जिन्ना ने निजाम के इस प्रस्ताव को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि वह मुट्ठीभर एलीट लोगों के लिए पाकिस्तान के अस्तित्व को खतरे में नहीं डालना चाहेंगे।‘ उधर रजाकारों के आतंक का अंत करीब था। आखिरकार पटेल ने हैदराबाद निजाम के मंसूबों को पस्त करने के लिए सैन्य कार्रवाई का फैसला लिया।

ऑपरेशन पोलो इसलिए पड़ा नाम, 1373 रजाकार ढेर

13 सितंबर 1948 को भारतीय सेना ने हैदराबाद पर हमला कर दिया। इस सैन्य ऑपरेशन को नाम दिया गया- ऑपरेशन पोलो। इस नाम के पीछे भी दिलचस्प कहानी है। दरअसल उस समय हैदराबाद में विश्व में सबसे ज्यादा 17 पोलो के मैदान थे। इसी वजह से सेना की कार्रवाई का नाम ऑपरेशन पोलो पड़ा। भारतीय सेना का नेतृत्व मेजर जनरल जेएन चौधरी कर रहे थे। भारतीय सेना को ऑपरेशन के दौरान पहले और दूसरे दिन थोड़ा प्रतिरोध का सामना करना पड़ा। आखिरकार रजाकारों की आतंकी मिलिशिया ने घुटने टेक दिए। 17 सितंबर 1948 की शाम को हैदराबाद निजाम की सेना ने हथियार डाल दिए। निजाम के अरब कमांडर अल इदरूस ने जनरल चौधरी के सामने सरेंडर कर दिया। पांच दिनों तक चली कार्रवाई में 1373 रजाकारों को ढेर कर दिया गया। हैदराबाद के निजाम की सेना के 807 जवान भी इस ऑपरेशन में मारे गए। भारतीय सेना के 66 जवान इस अभियान में शहीद हुए। इसके साथ ही हैदराबाद का भारत में विलय हो गया।

रजाकारों के सरगना कासिम रजवी का क्या हुआ?

रजाकारों के सरगना कासिम रजवी को गिरफ्तार करने के बाद जेल में कैद कर दिया गया। हैदराबाद के भारत में विलय के बाद एमआईएम पर बैन लग गया। बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक कासिम रजवी को राजद्रोह और सांप्रदायिक हिंसा भड़काने के मामले में करीब दस साल तक जेल में रखा गया। उसे इस शर्त पर जेल से रिहाई मिली कि छूटने के 48 घंटों के अंदर ही वह पाकिस्तान चला जाएगा। कासिम रजवी को भारत सरकार की शर्त के मुताबिक हिंदुस्तान छोड़कर पाकिस्तान में बसना था। पाकिस्तान जाने से पहले कासिम ने असदुद्दीन ओवैसी के दादा अब्दुल वाहिद ओवैसी को 1958 में एमआईएम पार्टी सौंपी थी। 15 जनवरी 1970 को कासिम की पाकिस्तान के कराची में मौत हो गई। ओवैसी के दादा महाराष्ट्र के लातूर से आए थे। उस वक्त लातूर निजाम के ही अधिकार क्षेत्र में था। उस दौर में कासिम रजवी की वजह से एमआईएम इतनी कुख्यात हो गई थी कि ओवैसी के दादा ने उसके नाम में ऑल इंडिया जोड़ा। पार्टी का नया नाम अब एआईएमआईएम (ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन) हो गया था।

Tags: AIMIMHyderabad Merger HistoryHyderabad NizamKasim Razvioperation poloRazakar HistoryRazakar The Silent Genocide of HyderabadWho was Kasim Razviऑपरेशन पोलोकासिम रजवीमल्लिकार्जुन खरगेमीर उस्मान अली खानयोगी आदित्यनाथरजाकारसरदार पटेलहैदराबाद का विलय
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

त्रिपुण्ड-जनेऊ सब गायब, महेन्द्रगिरी के तपस्वी को बॉलीवुड ने बना दिया डकैत: भगवान परशुराम तो नहीं लग रहे विक्की कौशल

अगली पोस्ट

‘महाराष्ट्र के मुखिया’: विलासराव देशमुख का सरपंच से मुख्यमंत्री पद का सफर, कांग्रेस से किए गए थे निलंबित

संबंधित पोस्ट

हिंदी में पढ़ें वीर सावरकर की कविता ‘सागर प्राण तलमाला’
इतिहास

हिंदी में पढ़ें वीर सावरकर की कविता ‘सागर प्राण तलमाला’

12 December 2025

संघ प्रमुख मोहन भागवत और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अंडमान निकोबार में वीर सावरकर की प्रतिमा का अनावरण किया। ये कार्यक्रम वीर सावरकर...

अंडमान में एक मंच पर होंगे अमित शाह और मोहन भागवत; वीर सावरकर के कार्यक्रम में संघ-भाजपा के मजबूत तालमेल का संदेश
चर्चित

अंडमान में एक मंच पर होंगे अमित शाह और मोहन भागवत; वीर सावरकर के कार्यक्रम में संघ-भाजपा के मजबूत तालमेल का संदेश

12 December 2025

अंडमान-निकोबार में शुक्रवार का दिन ऐतिहासिक ही नहीं, राजनीतिक रूप से भी बेहद अहम रहने वाला है। क्योंकि आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और...

उत्तर प्रदेश भाजपा में संगठन बदलाव की तैयारी शुरू-  14 दिसंबर को होगा नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान
चर्चित

उत्तर प्रदेश भाजपा में संगठन बदलाव की तैयारी शुरू- 14 दिसंबर को होगा नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान

11 December 2025

लंबे वक्त से अटके भाजपा संगठन बदलाव को आख़िरकार हरी झंडी मिल गई है। पार्टी के संगठन चुनाव अधिकारी डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने अध्यक्ष...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

00:07:37

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

00:06:59

Dhurandar: When a Film’s Reality Shakes the Left’s Comfortable Myths

00:06:56

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45

Why Rahul Gandhi’s US Outreach Directs to a Web of Shadow Controversial Islamist Networks?

00:08:04
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited