TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    महाकाल के गायक को ‘लेफ्ट’ बनाने की कोशिश! हिमंत सरमा बोले—ज़ुबिन की आत्मा के साथ विश्वासघात

    महाकाल के गायक को ‘लेफ्ट’ बनाने की कोशिश! हिमंत सरमा बोले-ज़ुबिन की आत्मा के साथ विश्वासघात

    मां काली का अपमान और ममता का मौन: बंगाल में तुष्टीकरण राज की भयावह सच्चाई

    मां काली का अपमान और ममता का मौन: बंगाल में तुष्टीकरण राज की भयावह सच्चाई

    ‘जंगलराज नहीं चाहिए’: बिहार की जीविका दीदियों ने किया साफ, नीतीश पर भरोसा, तेजस्वी के वादे पर नहीं यकीन

    ‘जंगलराज नहीं चाहिए’: बिहार की जीविका दीदियों ने किया साफ, नीतीश पर भरोसा, तेजस्वी के वादे पर नहीं यकीन

    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशियाकी नई शक्ति-संतुलन रेखा

    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशिया की नई शक्ति-संतुलन रेखा

    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए आखिर क्यों हो रहा ऐसा

    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए क्या होंगे इसके असर

    बिहार में 12 रैलियों से हुंकार भरेंगे पीएम मोदी: राष्ट्रनिर्माण की पुकार बन जाएगा चुनावी अभियान

    आर्थिक शक्ति, राष्ट्रीय अस्मिता और आत्मनिर्भर भारत: पीएम मोदी के भाषण का राष्ट्रवादी अर्थ

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    ‘अग्नि से सजे हथियार’: 4.25 लाख स्वदेशी CQB कार्बाइनों से सजी भारतीय सेना बनेगी आतंकियों के लिए काल

    ‘अग्नि से सजे हथियार’: 4.25 लाख स्वदेशी CQB कार्बाइन से सजी भारतीय सेना बनेगी आतंकियों के लिए काल

    अग्निवीर योजना में बड़े बदलाव की तैयारी : ‘अस्थायी’ से ‘स्थायी’ की ओर भारत की नई सैन्य सोच

    अग्निवीर योजना में बड़े बदलाव की तैयारी : ‘अस्थायी’ से ‘स्थायी’ की ओर भारत की नई सैन्य सोच

    सीमा के पार उबलता बारूद: पाकिस्तान की बिखरती रणनीति और भारत की निर्णायक शांति, जानें क्या कर सकता है आतंकिस्तान

    सीमा के पार उबलता बारूद: पाकिस्तान की बिखरती रणनीति और भारत की निर्णायक शांति, जानें क्या कर सकता है आतंकिस्तान

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    अब क्या करेगा पाकिस्तान, भारत की तरह अब अफगानिस्तान भी रोकने जा रहा है पानी, तालिबान का कुनार बांध, चीन की दिलचस्पी और जल-राजनीति के नए दक्षिण एशियाई समीकरण

    अब क्या करेगा पाकिस्तान, भारत की तरह अब अफगानिस्तान भी रोकने जा रहा है पानी, तालिबान का कुनार बांध, चीन की दिलचस्पी और जल-राजनीति के नए दक्षिण एशियाई समीकरण

    ‘अग्नि से सजे हथियार’: 4.25 लाख स्वदेशी CQB कार्बाइनों से सजी भारतीय सेना बनेगी आतंकियों के लिए काल

    ‘अग्नि से सजे हथियार’: 4.25 लाख स्वदेशी CQB कार्बाइन से सजी भारतीय सेना बनेगी आतंकियों के लिए काल

    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशियाकी नई शक्ति-संतुलन रेखा

    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशिया की नई शक्ति-संतुलन रेखा

    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए आखिर क्यों हो रहा ऐसा

    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए क्या होंगे इसके असर

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    पाकिस्तान को डंसेगा उसका अपना ही पाल हुआ सांप, जानें आखिर क्यों नहीं टिक पाएगा पाकिस्तान-अफगानिस्तान की शांति समझौता

    पाकिस्तान को डंसेगा उसका अपना ही पाल हुआ सांप, जानें आखिर क्यों नहीं टिक पाएगा पाकिस्तान-अफगानिस्तान की शांति समझौता

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    महाकाल के गायक को ‘लेफ्ट’ बनाने की कोशिश! हिमंत सरमा बोले—ज़ुबिन की आत्मा के साथ विश्वासघात

    महाकाल के गायक को ‘लेफ्ट’ बनाने की कोशिश! हिमंत सरमा बोले-ज़ुबिन की आत्मा के साथ विश्वासघात

    मां काली का अपमान और ममता का मौन: बंगाल में तुष्टीकरण राज की भयावह सच्चाई

    मां काली का अपमान और ममता का मौन: बंगाल में तुष्टीकरण राज की भयावह सच्चाई

    ‘जंगलराज नहीं चाहिए’: बिहार की जीविका दीदियों ने किया साफ, नीतीश पर भरोसा, तेजस्वी के वादे पर नहीं यकीन

    ‘जंगलराज नहीं चाहिए’: बिहार की जीविका दीदियों ने किया साफ, नीतीश पर भरोसा, तेजस्वी के वादे पर नहीं यकीन

    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशियाकी नई शक्ति-संतुलन रेखा

    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशिया की नई शक्ति-संतुलन रेखा

    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए आखिर क्यों हो रहा ऐसा

    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए क्या होंगे इसके असर

    बिहार में 12 रैलियों से हुंकार भरेंगे पीएम मोदी: राष्ट्रनिर्माण की पुकार बन जाएगा चुनावी अभियान

    आर्थिक शक्ति, राष्ट्रीय अस्मिता और आत्मनिर्भर भारत: पीएम मोदी के भाषण का राष्ट्रवादी अर्थ

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    ‘अग्नि से सजे हथियार’: 4.25 लाख स्वदेशी CQB कार्बाइनों से सजी भारतीय सेना बनेगी आतंकियों के लिए काल

    ‘अग्नि से सजे हथियार’: 4.25 लाख स्वदेशी CQB कार्बाइन से सजी भारतीय सेना बनेगी आतंकियों के लिए काल

    अग्निवीर योजना में बड़े बदलाव की तैयारी : ‘अस्थायी’ से ‘स्थायी’ की ओर भारत की नई सैन्य सोच

    अग्निवीर योजना में बड़े बदलाव की तैयारी : ‘अस्थायी’ से ‘स्थायी’ की ओर भारत की नई सैन्य सोच

    सीमा के पार उबलता बारूद: पाकिस्तान की बिखरती रणनीति और भारत की निर्णायक शांति, जानें क्या कर सकता है आतंकिस्तान

    सीमा के पार उबलता बारूद: पाकिस्तान की बिखरती रणनीति और भारत की निर्णायक शांति, जानें क्या कर सकता है आतंकिस्तान

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    अब क्या करेगा पाकिस्तान, भारत की तरह अब अफगानिस्तान भी रोकने जा रहा है पानी, तालिबान का कुनार बांध, चीन की दिलचस्पी और जल-राजनीति के नए दक्षिण एशियाई समीकरण

    अब क्या करेगा पाकिस्तान, भारत की तरह अब अफगानिस्तान भी रोकने जा रहा है पानी, तालिबान का कुनार बांध, चीन की दिलचस्पी और जल-राजनीति के नए दक्षिण एशियाई समीकरण

    ‘अग्नि से सजे हथियार’: 4.25 लाख स्वदेशी CQB कार्बाइनों से सजी भारतीय सेना बनेगी आतंकियों के लिए काल

    ‘अग्नि से सजे हथियार’: 4.25 लाख स्वदेशी CQB कार्बाइन से सजी भारतीय सेना बनेगी आतंकियों के लिए काल

    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशियाकी नई शक्ति-संतुलन रेखा

    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशिया की नई शक्ति-संतुलन रेखा

    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए आखिर क्यों हो रहा ऐसा

    भारत-अमेरिका व्यापार समझौता जल्द: 15 से 16 फीसदी तक हो सकती है टैरिफ, जानिए क्या होंगे इसके असर

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

    पाकिस्तान को डंसेगा उसका अपना ही पाल हुआ सांप, जानें आखिर क्यों नहीं टिक पाएगा पाकिस्तान-अफगानिस्तान की शांति समझौता

    पाकिस्तान को डंसेगा उसका अपना ही पाल हुआ सांप, जानें आखिर क्यों नहीं टिक पाएगा पाकिस्तान-अफगानिस्तान की शांति समझौता

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

‘हम महमूद गजनवी की नस्ल’, पटेल बोले- पेट में अल्सर, निजाम के रजाकारों को भारतीय सेना ने यूं किया ढेर

पांच दिनों की सैन्य कार्रवाई में 1373 रजाकार मारे गए थे और उनका सरगना कासिम रजवी पकड़ा गया था।

Sudhakar Singh द्वारा Sudhakar Singh
13 November 2024
in इतिहास, चर्चित
‘हम महमूद गजनवी की नस्ल’, पटेल बोले- पेट में अल्सर, निजाम के रजाकारों को भारतीय सेना ने यूं किया ढेर

5 दिन की सैन्य कार्रवाई में के बाद हैदराबाद का भारत में विलय हुुआ

Share on FacebookShare on X

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाराष्ट्र की एक जनसभा में रजाकारों का जिक्र किया। हैदराबाद के निजाम के वही रजाकार, जिनकी खूनी दास्तां इतिहास के पन्नों में दर्ज है। योगी ने खरगे को याद दिलाया कि रजाकारों ने उनकी मां, बहन, चाची और परिवार को जला दिया था। ये वही खूंखार रजाकार थे, जिनके निशाने पर बहुसंख्यक हिंदू समाज रहता था। रजाकारों का नापाक मकसद हैदराबाद को पाकिस्तान की तरह इस्लामिक राज्य बनाना था। लेकिन पांच दिनों के अंदर भारत की जांबाज सेना ने रजाकारों को उनके जुल्मो-सितम का सबक सिखा दिया। आजाद भारत के इतिहास में इसे ऑपरेशन पोलो के नाम से जाना जाता है। आइए जानते हैं कि क्या था ऑपरेशन पोलो और कौन थे रजाकार?

निजाम ने भारत में विलय का प्रस्ताव ठुकराया

संबंधितपोस्ट

राजनीतिक इस्लाम बनाम सनातन चेतना: योगी आदित्यनाथ का वैचारिक शंखनाद और संघ का शताब्दी संकल्प

बिहार चुनाव में BJP के स्टार प्रचारक तय —मैदान में उतरेगी मनोज तिवारी, पवन सिंह और निरहुआ की भोजपुरी तिकड़ी, लेकिन मुख्यमंत्री नायब सैनी, भजन लाल शर्मा और पुष्कर सिंह धामी को क्यों नहीं मिली जगह?

85 साल बाद कांग्रेस को क्यों आई बिहार की याद? बीजेपी ने लगाए ये आरोप

और लोड करें

रजाकारों का इतिहास उस दौर से जुड़ा है, जब अंग्रेज भारत से अपना बोरिया-बिस्तर समेट रहे थे। दक्कन का बड़ा शहर हैदराबाद उस समय प्रिंसली स्टेट यानी एक रियासत था। 550 में से ज्यादातर रियासतों का भारत या पाकिस्तान में विलय हो चुका था।  सिर्फ हैदराबाद के निजाम और जूनागढ़ के नवाब का मामला सुलझ नहीं पाया था। हैदराबाद के निजाम मीर उस्मान अली खान के सामने भारत के साथ विलय का प्रस्ताव रखा गया। लेकिन हैदराबाद के निजाम ने इसे ठुकराकर हैदराबाद को स्वतंत्र देश घोषित कर दिया। निजाम की इस जिद के पीछे रजाकारों के मुखिया कासिम रिजवी का वह मदोन्माद था, जिसमें उसने भारतीय सेना से मुकाबला करने में सक्षम होने का भरोसा दिया था।

1944 में रजाकारों की सेना कासिम के हाथ आई  

दरअसल ब्रिटिश राज में नवाब महमूद नवाज खान ने 1927 में मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एमआईएम) बनाई। 1938 में नवाब बहादुर यार जंग को एमआईएम का अध्यक्ष बनाया गया। बहादुर यार जंग ने रजाकारों की एक सेना बनाई। यह एक निजी मिलिशिया थी। रजाकार का अर्थ होता है इस्लाम के लिए खड़ा रहने वाला मुजाहिद। 1944 में बहादुर यार जंग की अचानक मौत के बाद सैयद कासिम रजवी को एमआईएम का नेता चुना गया। रजाकारों की फौज भी कासिम रजवी के हाथ में आ गई।  उसका मकसद रजाकारों की मिलिशिया के जरिए धर्म परिवर्तन कराना था। मूल रूप से रजाकार अरबी या पठान थे, जो स्थानीय लोगों से घुले-मिले थे।

रजाकारों की बर्बरता, मारकाट और धर्मांतरण

कासिम रजवी ने निजाम की करीबी हासिल कर ली और देखते ही देखते रजाकारों का आतंक और कट्टरता बढ़ती चली गई। कासिम रजवी के नेतृत्व संभालने के बाद रजाकार मारकाट और धर्म परिवर्तन पर आमादा हो गए। गांव के गांव पर हमला होता, उन्हें जला दिया जाता और लोगों को जबरन इस्लाम अपनाने को कहा जाता। मना करने पर पुरुषों की गोली मारकर हत्या कर दी जाती थी या आग में झोंक दिया जाता था। महिलाओं से रेप या उठाकर शादी कर ली जाती थी। केएम मुंशी अपनी किताब द एंड ऑफ एन इरा में लिखते हैं, ‘कासिम रजवी कहता था कि हम महमूद गजनवी की नस्ल के हैं। अगर हमने तय कर लिया तो हम दिल्ली के लाल किले पर आसफजाही (निजाम का) झंडा फहरा देंगे।‘

हैदराबाद को मुस्लिम राज्य बनाना चाहता था कासिम

हैदराबाद रियासत उस समय देश के कई राज्यों से बड़ी थी। हैदराबाद में दो सदियों से आसफजाही वंश का शासन था। इस रियासत में तीन भाषाई इलाके थे। तेलंगाना के आठ तेलुगु भाषी जिले, महाराष्ट्र के पांच मराठी भाषी जिले और कर्नाटक के तीन कन्नड़ बोलने वाले जिले। रियासत पर राज तो मुस्लिम का था लेकिन यहां की 84 फीसद आबादी हिंदुओं की थी। कासिम रजवी हैदराबाद को हिंदू बहुल से मुस्लिम बहुल बनाने के ख्वाब देख रहा था। 2 सितंबर 1947 को भी वारंगल के एक गांव में रजाकारों ने 22 लोगों पर गोलियां बरसाकर मार डाला था।

कासिम की गीदड़भभकी- तो हिंदुओं की राख-हड्डी मिलेगी

रजाकारों की बर्बरता के किस्सों में 1948 के भैरनपल्ली नरसंहार का भी जिक्र होता है। इस गांव में रजाकार घुस नहीं पा रहे थे। वजह थी गांव वालों का संगठित विरोध। अगस्त 1948 में रजाकारों ने हैदराबाद पुलिस के साथ मिलकर भैरनपल्ली गांव पर हमला कर दिया। गांव के पुरुषों को जिंदा जला दिया गया और महिलाओं से बलात्कार की घटनाएं हुईं। भैरनपल्ली नरसंहार ने भारतीय सेना के ऑपरेशन पोलो का आधार तय कर दिया था। वीपी मेनन की किताब द इंटीग्रेशन ऑफ स्टेट्स में कासिम रजवी के एक भाषण का जिक्र है। इसमें वह कहता है, ‘भारत ने अगर हैदराबाद में घुसपैठ की कोशिश की, तो डेढ़ करोड़ हिंदुओं की राख और हड्डियों के अलावा कुछ नहीं मिलेगा।‘

निजाम को लगता था हैदराबाद पाक का हिस्सा हो सकता है

भारत के साथ स्टैंडस्टिल समझौते के बावजूद हैदराबाद का निजाम रजाकारों को ताकतवर बना रहा था। बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक निजाम ने 1948 में एक ऑस्ट्रेलियाई पायलट को ग्रेनेड, मशीनगन, विमानभेदी तोप और गोला-बारूद की सप्लाई का काम दिया। उधर देश के तत्कालीन गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल के पास हैदराबाद के नापाक मंसूबों की रिपोर्ट पहुंच रही थी। बीबीसी से एक बातचीत में हैदराबाद के सेंट एनीज कॉलेज की इतिहास विभाग की अध्यक्ष डॉ. उमा जोजेफ ने कहा, ‘निजाम को लग रहा था कि हैदराबाद पाकिस्तान का हिस्सा हो सकता है। अगर हैदराबाद पाकिस्तान में शामिल होता तो भारत के लिए सदैव परेशानी बनी रहती। सरदार पटेल हैदराबाद को भारत के पेट में अल्सर कहते थे।‘

जिन्ना ने निजाम का प्रस्ताव किया खारिज

के एम मुंशी ने किताब ‘द एंड ऑफ एन इरा’ में लिखते हैं, ‘निजाम ने मोहम्मद अली जिन्ना से संपर्क कर यह जानने की कोशिश की थी क्या वह भारत के खिलाफ उनके राज्य का समर्थन करेंगे?’ दिवंगत पत्रकार कुलदीप नैयर ने अपनी आत्मकथा ‘बियॉन्ड द लाइंस’ में जिन्ना को निजाम के प्रस्ताव के आगे की कहानी लिखी है। नैयर लिखते हैं, ‘जिन्ना ने निजाम के इस प्रस्ताव को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि वह मुट्ठीभर एलीट लोगों के लिए पाकिस्तान के अस्तित्व को खतरे में नहीं डालना चाहेंगे।‘ उधर रजाकारों के आतंक का अंत करीब था। आखिरकार पटेल ने हैदराबाद निजाम के मंसूबों को पस्त करने के लिए सैन्य कार्रवाई का फैसला लिया।

ऑपरेशन पोलो इसलिए पड़ा नाम, 1373 रजाकार ढेर

13 सितंबर 1948 को भारतीय सेना ने हैदराबाद पर हमला कर दिया। इस सैन्य ऑपरेशन को नाम दिया गया- ऑपरेशन पोलो। इस नाम के पीछे भी दिलचस्प कहानी है। दरअसल उस समय हैदराबाद में विश्व में सबसे ज्यादा 17 पोलो के मैदान थे। इसी वजह से सेना की कार्रवाई का नाम ऑपरेशन पोलो पड़ा। भारतीय सेना का नेतृत्व मेजर जनरल जेएन चौधरी कर रहे थे। भारतीय सेना को ऑपरेशन के दौरान पहले और दूसरे दिन थोड़ा प्रतिरोध का सामना करना पड़ा। आखिरकार रजाकारों की आतंकी मिलिशिया ने घुटने टेक दिए। 17 सितंबर 1948 की शाम को हैदराबाद निजाम की सेना ने हथियार डाल दिए। निजाम के अरब कमांडर अल इदरूस ने जनरल चौधरी के सामने सरेंडर कर दिया। पांच दिनों तक चली कार्रवाई में 1373 रजाकारों को ढेर कर दिया गया। हैदराबाद के निजाम की सेना के 807 जवान भी इस ऑपरेशन में मारे गए। भारतीय सेना के 66 जवान इस अभियान में शहीद हुए। इसके साथ ही हैदराबाद का भारत में विलय हो गया।

रजाकारों के सरगना कासिम रजवी का क्या हुआ?

रजाकारों के सरगना कासिम रजवी को गिरफ्तार करने के बाद जेल में कैद कर दिया गया। हैदराबाद के भारत में विलय के बाद एमआईएम पर बैन लग गया। बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक कासिम रजवी को राजद्रोह और सांप्रदायिक हिंसा भड़काने के मामले में करीब दस साल तक जेल में रखा गया। उसे इस शर्त पर जेल से रिहाई मिली कि छूटने के 48 घंटों के अंदर ही वह पाकिस्तान चला जाएगा। कासिम रजवी को भारत सरकार की शर्त के मुताबिक हिंदुस्तान छोड़कर पाकिस्तान में बसना था। पाकिस्तान जाने से पहले कासिम ने असदुद्दीन ओवैसी के दादा अब्दुल वाहिद ओवैसी को 1958 में एमआईएम पार्टी सौंपी थी। 15 जनवरी 1970 को कासिम की पाकिस्तान के कराची में मौत हो गई। ओवैसी के दादा महाराष्ट्र के लातूर से आए थे। उस वक्त लातूर निजाम के ही अधिकार क्षेत्र में था। उस दौर में कासिम रजवी की वजह से एमआईएम इतनी कुख्यात हो गई थी कि ओवैसी के दादा ने उसके नाम में ऑल इंडिया जोड़ा। पार्टी का नया नाम अब एआईएमआईएम (ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन) हो गया था।

Tags: AIMIMHyderabad Merger HistoryHyderabad NizamKasim Razvioperation poloRazakar HistoryRazakar The Silent Genocide of HyderabadWho was Kasim Razviऑपरेशन पोलोकासिम रजवीमल्लिकार्जुन खरगेमीर उस्मान अली खानयोगी आदित्यनाथरजाकारसरदार पटेलहैदराबाद का विलय
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

त्रिपुण्ड-जनेऊ सब गायब, महेन्द्रगिरी के तपस्वी को बॉलीवुड ने बना दिया डकैत: भगवान परशुराम तो नहीं लग रहे विक्की कौशल

अगली पोस्ट

‘महाराष्ट्र के मुखिया’: विलासराव देशमुख का सरपंच से मुख्यमंत्री पद का सफर, कांग्रेस से किए गए थे निलंबित

संबंधित पोस्ट

अब क्या करेगा पाकिस्तान, भारत की तरह अब अफगानिस्तान भी रोकने जा रहा है पानी, तालिबान का कुनार बांध, चीन की दिलचस्पी और जल-राजनीति के नए दक्षिण एशियाई समीकरण
कृषि

अब क्या करेगा पाकिस्तान, भारत की तरह अब अफगानिस्तान भी रोकने जा रहा है पानी, तालिबान का कुनार बांध, चीन की दिलचस्पी और जल-राजनीति के नए दक्षिण एशियाई समीकरण

24 October 2025

दक्षिण एशिया के मानचित्र पर नदियां हमेशा से जीवन की नसों की तरह रही हैं। वे केवल खेतों को नहीं सींचतीं, बल्कि संस्कृतियों, सभ्यताओं और...

गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत
इतिहास

गुलामी से कफाला तक: सऊदी अरब के ‘प्रायोजक तंत्र’ का अंत और इस्लामी व्यवस्था के भीतर बदलते समय का संकेत

22 October 2025

जून 2025 में सऊदी अरब ने आधिकारिक रूप से अपने विवादित कफाला प्रणाली को समाप्त करने की घोषणा की। यह एक ऐसा कदम था, जिसे...

जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?
इतिहास

जब उल्काएं थीं दीप, और दीप थे उत्सव: यहां जानें, क्यों आतिशबाज़ी भारतीय परंपरा का हिस्सा है, आयातित नहीं?

22 October 2025

दिवाली की अगली सुबह आए अख़बारों में जो ख़बर पहले पेज में सबसे प्रमुखता के साथ छपी है, उसके अनुसार दिल्ली देश का ही नहीं...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Bihar Files: When Scam Money Didn’t Reach Minister’s House but Landed at ‘Boss’ Residence

Bihar Files: When Scam Money Didn’t Reach Minister’s House but Landed at ‘Boss’ Residence

00:06:22

Why India’s 800-km BrahMos Is a Nightmare for Its Adversaries

00:06:22

The Congress Party’s War on India’s Soldiers: A History of Betrayal and Fear

00:07:39

How Bursting Firecrackers on Deepavali Is an Ancient Hindu Tradition & Not a Foreign Import

00:09:12

This is How Malabar Gold Betrayed Indians and Preferred a Pakistani

00:07:16
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited