लखनऊ के हजरतगंज इलाके में एक बेहद दर्दनाक और हैरान करने वाली घटना सामने आई है। एक महिला और उसकी चार बेटियों को बेरहमी से हत्या कर दी गई। महिला अपने शौहर, बेटे और बेटियों के साथ लखनऊ आई थी, लेकिन शौहर फरार हो गया, जबकि पुलिस ने बेटे को मुख्य आरोपित के रूप में गिरफ्तार किया है। इस दौरान सोशल मीडिया पर अरशद का एक वीडियो भी तेजी से वायरल हो रहा है। गिरफ्तार आरोपित का नाम अरशद (24) है, और यह परिवार आगरा का रहने वाला है। इस घटना में आरोपित के पिता की भी संदिग्ध भूमिका सामने आ रही है, जिसकी पुलिस तलाश कर रही है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अरशद ने अपनी मां और चार बहनों की बेरहमी से हत्या की। यह दिल दहला देने वाली घटना 30 दिसंबर को लखनऊ के होटल शरणजीत के कमरे नंबर 109 में हुई, जहां पूरा परिवार ठहरा हुआ था। आरोपित ने पहले अपनी मां और बहनों को नशीला पदार्थ खिलाकर बेहोश किया और फिर धारदार हथियार से उनके गले और कलाई पर वार किया। जब सुबह घटना की जानकारी मिली, तो पुलिस टीम तुरंत मौके पर पहुंची। चौंकाने वाली बात यह रही कि आरोपित अरशद वहीं मौजूद था, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपित ने इस हत्याकांड के पीछे अपने आसपास के लोगों को जिम्मेदार ठहराते हुए कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
हिन्दू धर्म को अपनाकर मंदिर को दान देना चाहता था जमीन
इस हत्याकांड को अंजाम देने के पीछे आरोपित अरशद ने अपने बस्ती के मुस्लिम कट्टरपंथियों को जिम्मेदार ठहराया है। आगरा के रहने वाले अरशद ने वीडियो में अपने कई बस्तीवालों का नाम भी लिया है।
लखनऊ हत्याकांड के आरोपी अरशद को सुनिए
अरशद का मुसलमानों पर बड़ा आरोप 🚨🚨
अरशद कह रहा योगी जी
इन जैसे मुसलमानों के साथ बहुत सही कर रहे हो आपअपनी चार बहन ओर माँ को मुसलमानो के हाथों से बचाने के लिए मैंने मार डाला
अरशद कह रहा उसकी बस्ती के मुसलमान हथियार बेचते है, आतंकियों… pic.twitter.com/lcVuMYjRQK
— Avkush Singh (@AvkushSingh) January 1, 2025
वीडियो में आरोपित मोहम्मद अरशद कहता नजर आया, “अस्सलाम वालेकुम… मेरा नाम मोहम्मद अरशद है। आज बस्ती वालों की वजह से और उनसे थक-हारकर मजबूरी में मैंने यह कदम उठाया है। आज मैंने अपनी बहनों को और खुद को मारा है। जब पुलिस को यह वीडियो मिले, तो एक बार जानिए कि इन सब चीजों के जिम्मेदार बस्ती वाले हैं। उन्होंने हमारे घर को छीनने के चक्कर में न जाने कितने जुल्म हम पर किए। हमने आवाज़ उठाई, लेकिन हमारी किसी ने न सुनी। आज हमें दस-पंद्रह दिन हो गए, फुटपाथ पर सो रहे हैं। ठंड में भटक रहे हैं। हमारा घर उन्होंने छीन लिया है। मकान के पेपर्स हमारे पास हैं, और हम उसे मंदिर के नाम करना चाहते थे। हम धर्म परिवर्तन करना चाहते थे, इसलिए हमने सारे पेपर्स अपने पास रखे हैं। पुलिस को यह वीडियो मिले, तो लखनऊ पुलिस से और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से यह गुजारिश है कि इन जैसे मुसलमानों को छोड़ना मत।”
बहनों को बिकवाने की बात करते थे कट्टरपंथी
वीडियो में आगे बोलते हुए अरशद ने बताया, “हमने बहुत दिन से उनके खिलाफ कार्रवाई करने की कोशिश करी, हम नहीं करवा सके और हमारी मौत के ज़िम्मेदार पूरी बस्ती है और उससे मुख्य इंसान रानू उर्फ आफताब अहमद, अलीम खान, सलीम ड्राइवर, अहमद, आरिफ, अज़हर और इसके रिश्तेदार हैं. ऑटो चलाते हैं और भी उसके गली में रिश्तेदार रहते हैं.
ये लोग बहुत बड़ा भूमि माफिया गैंग चलाते हैं. इसमें लड़कियों को बेचते हैं. इन लोगों का यही प्लान था कि हमको (पिता और अरशद) किसी झूठे इल्जाम में जेल पहुंचाकर हमारी बहनों को बिकवाना चाहते थे. भैया, हम ये नहीं चाहते थे, इसलिए मजबूरन आज हमें इस वक्त 2 बजे मजबूरी में अपनी बहनों को गला दबाकर और हाथ की नस काटकर मारना पड़ा… ”