तालिबान के लिए ₹129 करोड़ के कंडोम
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, USAID ने अफगानिस्तान में तालिबान को $15 मिलियन (लगभग 129 करोड़ रुपये) मूल्य के कंडोम आवंटित किए हैं। तालिबान एक कट्टरपंथी धार्मिक संगठन है जिसने अमेरिका की वापसी के बाद काबुल में सत्ता हथिया ली थी। महिलाओं के अधिकारों को दबाने के लिए कुख्यात तालिबान को कंडोम के लिए पैसे देना किसी तरह उचित नज़र नहीं आता है।
मोज़ाम्बिक में खतना के लिए ₹86 करोड़ रुपए
DOGE ने खुलासा किया कि USAID मोज़ाम्बिक में खतना के लिए $10 मिलियन (करीब 86 करोड़) देने की योजना बना रहा था। यह अमेरिकी विदेश नीति के लिए कितना अहम था, या इसकी आड़ में इस पैसे को कहीं और ही खर्च किया जाना था, यह ज़रूर सोचने वाली बात है।
नेपाल में नास्तिकता के लिए ₹3.8 करोड़ रुपए
USAID ने हिंदू बहुल देश नेपाल में नास्तिकता को बढ़ावा देने के लिए $4,46,000 (करीब 3.86 करोड़ रुपए) खर्च किए थे। यहां समझने वाली बात यह भी है कि नेपाल के साथ अमेरिकी कोई दुश्मनी वाला मुद्दा नहीं है। हालांकि, USAID अपनी पारंपरिक संस्कृति को हटाने और उसकी जगह नास्तिकता को लाने के लिए बड़ी रकम खर्च कर रहा है।
LGBTQ के लिए बेतहाशा खर्च
USAID ने दुनिया के अलग-अलग देशों में LGBTQ को बढ़ावा देने के नाम मिलियन डॉलर खर्च किए या अगले कुछ समय में खर्च करने की योजना बना रहा था। USAID ने सर्बिया में कार्यस्थलों पर LGBTQ के लिए $1.5 मिलियन खर्च किए हैं। साथ ही, अमेरिकी विदेश मंत्रालय के माध्यम से पश्चिम और मध्य अफ्रीका में फ्रेंच भाषी LGBTQ समूहों को बढ़ावा देने के लिए 1 मिलियन डॉलर खर्च किए गए थे। वहीं, पेरू में LGBTQ केंद्रित कॉमिक बुक के लिए अमेरिकी विदेश मंत्रालय विभाग द्वारा 32,000 डॉलर का अनुदान दिया गया था।
USAID के माध्यम से ‘बीइंग LGBTQ इन कैरेबियन’ के लिए 3.3 मिलियन डॉलर और सर्बिया में LGBTQ लोगों के लिए रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देने के लिए 1.5 मिलियन डॉलर की राशि खर्च की गई थी। वहीं, विदेश विभाग के माध्यम से स्लोवाकिया के ब्रातिस्लावा में LGBTQ समुदाय केंद्र के लिए 80,000 डॉलर खर्च किए गए थे। अर्जेंटीना में जलवायु परिवर्तन के प्रभाव के बारे में चेतावनी देने वाली जलवायु परिवर्तन प्रस्तुति के लिए 55,750 डॉलर दिए गए जिसका नेतृत्व महिला और एलजीबीटी पत्रकारों द्वारा किया गया था और यह खर्चा अमेरिकी विदेश मंत्रालय के माध्यम से किया गया था।
ड्रैग शो और ट्रांसजेंडर ओपेरा पर खर्च
अमेरिका के विदेश मंत्रालय के माध्यम से इक्वाडोर में एक ड्रैग शो के लिए 20,600 डॉलर खर्च किए गए थे। वहीं, विदेश मंत्रालय के माध्यम से ही कोलंबिया में एक ट्रांसजेंडर ओपेरा के लिए 47,020 डॉलर की राशि स्वीकृत की गई थी। साथ ही, ग्वाटेमाला में सेक्स चेंज और ‘एलजीबीटी सक्रियता’ के लिए 2 मिलियन डॉलर की राशि दी गई थी।
वित्तीय वर्ष 2023 में USAID ने कुल 72 बिलियन डॉलर खर्च किए जिसमें से सबसे ज्यादा 16 बिलियन डॉलर की राशि यूक्रेन को भेजी गई थी। एलन मस्क ने कहा कि ट्रंप ने USAID को बंद करने पर सहमति दी है क्योंकि यह ‘पूरी तरह से राजनीतिक पक्षपाती’ है और इसे सुधारना नामुमकिन है। खर्च में कटौती की ट्रंप-मस्क योजना के तहत कई कर्मचारियों को उनके कार्यालयों से बाहर कर दिया गया है और USAID को विदेश मंत्रालय में विलय करने की योजना बनाई जा रही है।