TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    Wajahat Khan Sharmistha Panoli

    अंडरग्राउंड हुआ शर्मिष्ठा पर केस करने वाला वजाहत खान, करता था देवी-देवताओं का अपमान

    bjp controversies and scandals in Madhya Pradesh

    हाईवे पर धाकड़, मंदिर में गुंडई : बेलगाम मध्य प्रदेश भाजपा नेताओं की फुल टाइम कंट्रोवर्सी

    RSS के मंच पर आएंगे इंदिरा सरकार में मंत्री रहे आदिवासी नेता अरविंद नेताम, क्या हैं मायने?

    RSS के मंच पर आएंगे इंदिरा सरकार में मंत्री रहे आदिवासी नेता अरविंद नेताम, क्या हैं मायने?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    6.5% GDP वृद्धि का अनुमान

    वित्त वर्ष 2026 में 6.5% GDP वृद्धि का अनुमान: घरेलू मांग में सुधार भारत की विकास रफ्तार का प्रमुख इंजन बन सकता है – क्रिसिल

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी: सेलेबी के शेयर दो दिन में 20% लुढ़के तो वहीं चीनी डिफेंस मार्केट में हाहाकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    Air Chief Marshal Amarpreet Singh

    एयरचीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह की चिंता जायज, जानिए क्यों समय से पूरे नहीं हो पाते रक्षा प्रोजेक्ट?

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    Brahmos

    ब्रह्मोस को लेकर रूस के राजदूत का बड़ा दावा! भारत के साथ मिलकर बना रहे खतरनाक हथियार

    आधुनिक सैन्य प्रणालियों का निरीक्षण करते हुए सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी

    ऑपरेशन सिंदूर में पहली बार इस्तेमाल होने वाले ‘मेड इन इंडिया’ लूटरिंग म्यूनिशन्स का सेनाध्यक्ष ने किया मुआयना

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    गौरव कुंडी से मारपीट करती पुलिस (बाएं) अमृतपाल कौर के साथ गौरव कुंडी (दाएं) [PHOTO- 9News]

    ऑस्ट्रेलिया में नस्लभेदी बर्बरता? पुलिस ने भारतीय मूल के शख्स को मार-मारकर पहुंचाया ICU

    कराची जेल से फरार हुए कैदी

    पाकिस्तान में जेल तोड़कर फरार हुए 200 से ज़्यादा कैदी, शहरों में डर का माहौल; जानें कैसे भूकंप बना वजह?

    एलन मस्क के पिता एरोल मस्क

    ‘पूरी दुनिया शिव का अनुसरण करे तो…’: एलन मस्क के पिता एरोल मस्क ने हिंदू धर्म पर क्या कहा?

    बांग्लादेश की नई करेंसी

    बांग्लादेश में बदले सियासी संकेत – नए नोटों से ‘राष्ट्रपिता’ मुजीब गायब, मंदिरों और सांस्कृतिक प्रतीकों ने ली जगह

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    संघ के दूसरे प्रमुख गोलवालकर और जवाहरलाल नेहरू

    नेहरू की निष्क्रियता से 1947 के बाद भी 14 वर्षों तक गुलाम रहा गोवा, RSS ने आज़ादी में निभाई अहम भूमिका

    1950 में जेल से रिहा किए जाने के बाद सावरकर (चित्र: savarkar.org)

    अंग्रेज़ों की ही नहीं, नेहरू सरकार की कैद में भी महीनों रहे थे सावरकर

    कंबोडिया के बंतेय श्री मंदिर के चौखट पर बैठे जवाहरलाल नेहरू, नवंबर 1954

    ‘महाभारत में बीफ परोसने का उल्लेख’: जानें हिंदुत्व, रामायण, महाभारत और गीता को लेकर क्या थी नेहरू की राय?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    घड़े का पानी गले से लेकर आंतों के लिए अच्छा होता है: एक्सपर्ट

    गर्मियों में ‘अमृत’ के समान है घड़े का पानी; मिलते हैं ये फायदे

    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    Saudi Arabia AI Clinic

    क्या डॉक्टरों की जगह ले रहा है AI? सऊदी अरब में खुला पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्लीनिक

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    Wajahat Khan Sharmistha Panoli

    अंडरग्राउंड हुआ शर्मिष्ठा पर केस करने वाला वजाहत खान, करता था देवी-देवताओं का अपमान

    bjp controversies and scandals in Madhya Pradesh

    हाईवे पर धाकड़, मंदिर में गुंडई : बेलगाम मध्य प्रदेश भाजपा नेताओं की फुल टाइम कंट्रोवर्सी

    RSS के मंच पर आएंगे इंदिरा सरकार में मंत्री रहे आदिवासी नेता अरविंद नेताम, क्या हैं मायने?

    RSS के मंच पर आएंगे इंदिरा सरकार में मंत्री रहे आदिवासी नेता अरविंद नेताम, क्या हैं मायने?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    6.5% GDP वृद्धि का अनुमान

    वित्त वर्ष 2026 में 6.5% GDP वृद्धि का अनुमान: घरेलू मांग में सुधार भारत की विकास रफ्तार का प्रमुख इंजन बन सकता है – क्रिसिल

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    भारत ने रचा इतिहास, $4 ट्रिलियन की GDP के साथ बना दुनिया की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    वैश्विक अस्थिरता के बीच मजबूत भारतीय अर्थव्यवस्था, वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में GDP वृद्धि 6.5% तक पहुंचने की संभावना

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी

    चीन-तुर्की को बहुत महंगी पड़ रही पाकिस्तान से हमदर्दी: सेलेबी के शेयर दो दिन में 20% लुढ़के तो वहीं चीनी डिफेंस मार्केट में हाहाकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    Air Chief Marshal Amarpreet Singh

    एयरचीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह की चिंता जायज, जानिए क्यों समय से पूरे नहीं हो पाते रक्षा प्रोजेक्ट?

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    2047 तक छह गुना बढ़ जाएगा भारत का रक्षा उत्पादन, ₹32 लाख करोड़ होगा डिफेंस बजट: रिपोर्ट

    Brahmos

    ब्रह्मोस को लेकर रूस के राजदूत का बड़ा दावा! भारत के साथ मिलकर बना रहे खतरनाक हथियार

    आधुनिक सैन्य प्रणालियों का निरीक्षण करते हुए सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी

    ऑपरेशन सिंदूर में पहली बार इस्तेमाल होने वाले ‘मेड इन इंडिया’ लूटरिंग म्यूनिशन्स का सेनाध्यक्ष ने किया मुआयना

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    गौरव कुंडी से मारपीट करती पुलिस (बाएं) अमृतपाल कौर के साथ गौरव कुंडी (दाएं) [PHOTO- 9News]

    ऑस्ट्रेलिया में नस्लभेदी बर्बरता? पुलिस ने भारतीय मूल के शख्स को मार-मारकर पहुंचाया ICU

    कराची जेल से फरार हुए कैदी

    पाकिस्तान में जेल तोड़कर फरार हुए 200 से ज़्यादा कैदी, शहरों में डर का माहौल; जानें कैसे भूकंप बना वजह?

    एलन मस्क के पिता एरोल मस्क

    ‘पूरी दुनिया शिव का अनुसरण करे तो…’: एलन मस्क के पिता एरोल मस्क ने हिंदू धर्म पर क्या कहा?

    बांग्लादेश की नई करेंसी

    बांग्लादेश में बदले सियासी संकेत – नए नोटों से ‘राष्ट्रपिता’ मुजीब गायब, मंदिरों और सांस्कृतिक प्रतीकों ने ली जगह

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    ‘चतुः श्लोकी मनुस्मृति: एन इंग्लिश कमेन्ट्री’: मनुस्मृति को लेकर बौद्धिक उपनिवेशवाद के जाल से बाहर निकलने का साधन

    संघ के दूसरे प्रमुख गोलवालकर और जवाहरलाल नेहरू

    नेहरू की निष्क्रियता से 1947 के बाद भी 14 वर्षों तक गुलाम रहा गोवा, RSS ने आज़ादी में निभाई अहम भूमिका

    1950 में जेल से रिहा किए जाने के बाद सावरकर (चित्र: savarkar.org)

    अंग्रेज़ों की ही नहीं, नेहरू सरकार की कैद में भी महीनों रहे थे सावरकर

    कंबोडिया के बंतेय श्री मंदिर के चौखट पर बैठे जवाहरलाल नेहरू, नवंबर 1954

    ‘महाभारत में बीफ परोसने का उल्लेख’: जानें हिंदुत्व, रामायण, महाभारत और गीता को लेकर क्या थी नेहरू की राय?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    घड़े का पानी गले से लेकर आंतों के लिए अच्छा होता है: एक्सपर्ट

    गर्मियों में ‘अमृत’ के समान है घड़े का पानी; मिलते हैं ये फायदे

    अमेरिका में iPhone बनाना एक जटिल प्रक्रिया हो सकती है

    अमेरिका में बनने लगे iPhone तो क्या हो सकती है कीमत?

    Saudi Arabia AI Clinic

    क्या डॉक्टरों की जगह ले रहा है AI? सऊदी अरब में खुला पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्लीनिक

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    जो बाइडन को हुआ ‘तेज़ी से फैलने वाला’ प्रोस्टेट कैंसर; जानें क्या हैं इसके लक्षण और कैसे कर सकते हैं बचाव?

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

भारत का वो ‘बहादुर’ जिसने एक मोटरसाइकिल के बदले लिया था आधा पाकिस्तान; कहानी फ़ील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ की

सैम मानेकशॉ से जुड़े दिलचस्प ऐतिहासिक किस्से

himanshumishra द्वारा himanshumishra
3 April 2025
in इतिहास, चर्चित, रक्षा
सैम हॉरमुसजी फेमजी जमशेदजी मानेकशॉ

सैम हॉरमुसजी फेमजी जमशेदजी मानेकशॉ (Source: Google)

Share on FacebookShare on X

राष्ट्रभक्ति, शौर्य और कर्तव्यपरायणता की मिसाल, भारतीय सेना के पहले ‘फील्ड मार्शल’ सैम मानेकशॉ  की आज जयंती है। उनका नेतृत्व ही था, जिसने 1971 के युद्ध में पाकिस्तान को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया और 90,000 पाकिस्तानी सैनिकों ने आत्मसमर्पण किया जो इतिहास में सबसे बड़ा सैन्य समर्पण माना जाता है। अपने तेज दिमाग, बेबाक अंदाज और गजब के हास्यबोध के लिए मशहूर मानेकशॉ के कई किस्से आज भी लोगों की जुबान पर हैं। चलिए, उनकी जिंदगी के ऐसे ही दिलचस्प ऐतिहासिक किस्सों से आपको रूबरू कराते हैं।

प्रारंभिक जीवन: अनुशासन और नेतृत्व की नींव

3 अप्रैल 1914 को अमृतसर के एक पारसी परिवार में जन्मे सैम मानेकशॉ का परिवार मूल रूप से गुजरात के वलसाड से था। उनका बचपन अनुशासन और नेतृत्व के गुणों से भरा था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अमृतसर में पूरी की और फिर नैनीताल के शेरवुड कॉलेज में दाखिला लिया।

संबंधितपोस्ट

पाकिस्तान का बड़ा कबूलनामा! 9 नहीं 17 ठिकानों पर भारत ने किया था हमला, डोजियर में दी ये जानकारी

पाकिस्तान में टिकटॉक स्टार सना को बर्थडे पार्टी के दौरान घर में घुसकर मारी गई गोली, हमलावर गिरफ्तार – जानिए क्या है पूरा मामला

पाकिस्तान में जेल तोड़कर फरार हुए 200 से ज़्यादा कैदी, शहरों में डर का माहौल; जानें कैसे भूकंप बना वजह?

और लोड करें

इसके बाद उन्होंने देहरादून स्थित भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) में प्रवेश लिया। वह पहले बैच में शामिल 40 कैडेट्स में से एक थे। यहीं से उनकी सैन्य यात्रा शुरू हुई, जिसने आगे चलकर उन्हें भारत के सबसे प्रतिष्ठित सेनानायकों में शामिल कर दिया।

साल 1937 में लाहौर में उनकी मुलाकात सिल्लो बोडे से हुई, जो दो साल की दोस्ती के बाद 22 अप्रैल 1939 को विवाह में बदली। लेकिन उनका सबसे बड़ा प्रेम राष्ट्रभक्ति थी, जिसे उन्होंने पूरी जिंदगी निभाया। 1969 में वे भारतीय सेना के प्रमुख बने, और फिर 1973 में भारत के पहले फील्ड मार्शल का गौरव हासिल किया।

जब मजाकिया स्वभाव से प्रभावित हुए ब्रिटिश सर्जन

सच्चे योद्धा कभी डरते नहीं, चाहे सामने कितनी ही बड़ी विपदा क्यों न हो। सैम मानेकशॉ ने द्वितीय विश्व युद्ध में अपने साहस का पहला बड़ा परिचय दिया।

17वीं इंफेंट्री डिवीजन के तहत जब वे बर्मा अभियान में थे, तब सेतांग नदी के किनारे जापानी सेना के खिलाफ लड़ाई के दौरान वह गंभीर रूप से घायल हो गए। उनके पेट में कई गोलियां लगीं, जिससे उनके बचने की उम्मीद बेहद कम थी।

उन्हें तुरंत रंगून के सैनिक अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां एक ब्रिटिश सर्जन ने उनसे मजाक में पूछा-“What happened to you?”

सैम मानेकशॉ ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया- “I was kicked by a bloody mule!” (मुझे एक खच्चर ने लात मार दी!)

उनकी इस हिम्मत और मजाकिया स्वभाव से प्रभावित होकर सर्जन बोले-“Given your sense of humour, it will be worth saving you!” (तुम्हारी यह जिंदादिली देखकर तुम्हें बचाना बनता है!)

इस बहादुरी को देखते हुए बर्मा मोर्चे के कमांडिंग ऑफिसर मेजर जनरल डी.टी. कॉवन ने अस्पताल में ही उन्हें मिलिट्री क्रॉस से सम्मानित किया और कहा-“मरने के बाद पदकों का कोई मोल नहीं होता।” लेकिन मौत को मात देकर सैम मानेकशॉ एक बार फिर मैदान में लौटे और दुश्मनों का सामना किया।

मोटरसाइकिल के बदले ले लिया था आधा पाकिस्तान

बंटवारे से पहले की बात है, जब सैम मानेकशॉ और याह्या खान सिर्फ दोस्त नहीं थे, बल्कि एक ही फौज में थे-तब न भारत की अपनी सेना थी, न पाकिस्तान की, दोनों ब्रिटिश इंडियन आर्मी का हिस्सा थे। सैम मानेकशॉ लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर थे और याह्या खान मेजर थे। लेकिन बंटवारे के बाद दोनों को अपने-अपने देशों की सेनाओं की कमान संभालनी पड़ी।

समय आगे बढ़ा, और 1971 तक आते-आते सैम मानेकशॉ भारतीय सेना के चीफ बन चुके थे, जबकि याह्या खान पाकिस्तान के राष्ट्रपति थे। इस युद्ध में भारत ने पाकिस्तान को घुटनों पर ला दिया, और पूर्वी पाकिस्तान (आज का बांग्लादेश) एक अलग देश बना। पाकिस्तान की हार इतनी करारी थी कि उसके 90,000 सैनिकों ने भारतीय सेना के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।

लेकिन इस ऐतिहासिक जीत के पीछे एक दिलचस्प और मजेदार किस्सा भी जुड़ा है-एक मोटरसाइकिल का!

सैम मानेकशॉ के पास एक शानदार अमेरिकी मोटरसाइकिल थी, जो याह्या खान को बेहद पसंद थी। पाकिस्तानी कॉलमिस्ट अर्देशीर काउसजी के मुताबिक, याह्या ने मानेकशॉ से यह बाइक 1000 रुपये में खरीदने की डील कर ली थी। लेकिन बंटवारे के कारण वो पैसे चुका नहीं पाए और पाकिस्तान चले गए।

वक्त बीतता गया, मानेकशॉ भारत के आर्मी चीफ बने, और याह्या खान ने पाकिस्तान में सत्ता हथिया ली। फिर 1971 की जंग हुई, और पाकिस्तान को घुटने टेकने पड़े। जब पाकिस्तान ने आत्मसमर्पण किया, तो अपने चिर-परिचित मजाकिया अंदाज में मानेकशॉ ने कहा-“याह्या ने आधे देश के बदले मेरी मोटरसाइकिल का दाम चुका दिया”

जब सैम मानेकशॉ ने ‘स्वीटी’ इंदिरा को कर दिया था चुप

साहस, आत्मविश्वास और बेबाक अंदाज—अगर कोई भारतीय सेनानायक इन गुणों के लिए जाना जाता है, तो वह हैं फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ। उनकी तेजतर्रार सोच, स्पष्टवादिता और मजाकिया अंदाज ने उन्हें भारतीय सैन्य इतिहास में एक अलग पहचान दी। उन्होंने न सिर्फ दुश्मनों को युद्ध के मैदान में हराया, बल्कि अपनी बेबाकी से सत्ता के गलियारों में भी तूफान ला दिया।

इंदिरा गांधी, जो अपनी कड़ी नेतृत्व शैली और ब्यूरोक्रेसी पर मजबूत पकड़ के लिए जानी जाती थीं, उनके सामने भी कई लोग खुलकर बोलने से कतराते थे। लेकिन सैम मानेकशॉ वही शख्स थे जो उन्हें बेझिझक ‘स्वीटी’ कहकर बुलाते थे। यही नहीं, कई बार उनकी हाजिरजवाबी इतनी तीखी होती थी कि इंदिरा गांधी भी पल भर में चुप हो जाती थीं ऐसा ही एक किस्सा है 27 अप्रैल 1971 का। पूर्वी पाकिस्तान (आज का बांग्लादेश) में हालात बेकाबू हो चुके थे। लाखों शरणार्थी भारत आ रहे थे, जिससे देश पर भारी आर्थिक और सामाजिक संकट मंडरा रहा था। इस गंभीर स्थिति पर चर्चा के लिए इंदिरा गांधी ने आपात बैठक बुलाई। वे चाहती थीं कि भारतीय सेना जल्द से जल्द पूर्वी पाकिस्तान में दखल दे। बैठक में सैम मानेकशॉ भी मौजूद थे।

जैसे ही इंदिरा गांधी ने सेना भेजने की बात कही, मानेकशॉ ने तुरंत विरोध कर दिया। उन्होंने बिना किसी डर के कहा, “मेरी सेना अभी तैयार नहीं है। अगर हम जल्दबाजी में युद्ध में कूद पड़े, तो देश को भारी नुकसान होगा। हमें तैयारी का वक्त चाहिए। जब सही समय आएगा, तो मैं खुद आपको बता दूंगा कि अब जंग छेड़ने का वक्त है।” मानेकशॉ की इस सख्त लेकिन दूरदर्शी बात ने इंदिरा गांधी को चुप कर दिया। यही रणनीतिक सोच थी, जिसके चलते कुछ महीनों बाद, पूरी तैयारी के साथ भारतीय सेना ने 1971 का युद्ध लड़ा और पाकिस्तान को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया।

उनकी बेबाकी और तीखी हाजिरजवाबी से जुड़ा एक और मशहूर किस्सा सामने आता है। इंदिरा गांधी, जो अपनी सत्ता पर मजबूत पकड़ बनाए रखने के लिए जानी जाती थीं, उस समय एक अफवाह से परेशान हो गईं. सत्ता के गलियारे में अफवायें उड़ने लगीं कि सैम मानेकशॉ सेना की मदद से तख्तापलट की योजना बना रहे हैं।

जैसे ही यह खबर इंदिरा गांधी तक पहुंची, उन्होंने बिना देर किए मानेकशॉ को मीटिंग के लिए बुलाया और सीधे सवाल दाग दिया। लेकिन मानेकशॉ, जो अपनी निडरता और तीखे जवाबों के लिए मशहूर थे, बिना किसी हिचक के बोले, “मेरी और आपकी दोनों की नाक बड़ी लंबी है। मगर मैं दूसरे के काम में अपनी नाक नहीं अड़ाता, इसलिए आप भी मेरे काम में नाक न डालें।” उनकी यह दो टूक बात सुनकर एक बार फिर इंदिरा गांधी पूरी तरह चुप हो गईं।

स्रोत: सैम मानेकशॉ, सैम बहादुर, इंदिरा गाँधी, 1971 युद्ध, भारत-चीन युद्ध, पाकिस्तान, Sam Manekshaw, Sam Bahadur, Indira Gandhi, 1971 War, India-China War, Pakistan
Tags: 1971 War1971 युद्धIndia-China warIndira GandhiPakistanSam BahadurSam Manekshawइंदिरा गाँधीपाकिस्तानभारत-चीन युद्धसैम बहादुरसैम मानेकशॉ
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

कितना खतरनाक है Ghibli Trend?

अगली पोस्ट

‘चप्पल पहनकर’ पहुंचे संसद, मणिपुर की चर्चा बीच में छोड़कर भागे; सवालों में राहुल गांधी का रवैया

संबंधित पोस्ट

शर्मिष्ठा पानौली
चर्चित

कलकत्ता हाईकोर्ट ने शर्मिष्ठा पानौली को अंतरिम जमानत देने से किया इंकार, जस्टिस चटर्जी ने कहा – यहां सभी तरह के लोग रहते हैं

3 June 2025

कोलकाता की 22 वर्षीय लॉ की छात्रा शर्मिष्ठा पानौली के लिए सोमवार का दिन भारी रहा, जब कलकत्ता हाईकोर्ट ने उन्हें अंतरिम जमानत देने से...

सना यूसुफ
चर्चित

पाकिस्तान में टिकटॉक स्टार सना को बर्थडे पार्टी के दौरान घर में घुसकर मारी गई गोली, हमलावर गिरफ्तार – जानिए क्या है पूरा मामला

3 June 2025

पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद के जी-13 इलाके में एक बेहद चौंकाने वाली और दुखद घटना ने सोशल मीडिया को झकझोर दिया है। 17 वर्षीय टिकटॉक...

खान सर और उनकी पत्नी (चित्र: सोशल मीडिया)
चर्चित

प्रगतिशील बनने का दावा और घूंघट में पत्नी? खान सर की सोच पर सवाल!

3 June 2025

नई पीढ़ी की एक कवयित्री, वंदना की एक रचना है... घूंघट को परिभाषित, करते हुए...लज़्ज़ा, संस्कार, सभ्यता...को जोड़ दिया गया...‘घुटन’ शब्द छोड़ दिया गया... इस...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Pakistan needs money from IMF to feed their people

Pakistan needs money from IMF to feed their people

00:15:20

Vacate PoK and more: Steps Pakistan needs to take to avoid Indian military action

00:06:36

Taking The Wire’s Propaganda Piece on VP to the Cleaners – Feat. Prof. Kapil Kumar

00:09:19

Rahul Gandhi Undermines India’s Electoral Integrity as Trump Applauds It

00:07:09

Why Pakistan army chief reminds two nation theory| what is the plan| Waqf Bill |Asim Munir| Jinnah

00:13:02
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited