TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    ऑटो-दा-फे” नामक सार्वजनिक हत्याओं के आयोजन किए जाते थे

    गोवा इन्क्विज़िशन: पुर्तगाली शासन में हिंदुओं पर हुआ अमानवीय अत्याचार

    अटल बिहारी वाजपेयी

    संयुक्त राष्ट्र में हिंदी की गूंज: अटल बिहारी वाजपेयी का ऐतिहासिक संबोधन

    वे चार बार कांग्रेस के अध्यक्ष बने

    मदन मोहन मालवीय: BHU की नींव रखने वाले ‘महामना’, जिन्होंने निजाम की जूती को कर दिया था नीलाम

    भगवान विष्णु की एक प्राचीन मूर्ति को कथित तौर पर ध्वस्त किए जाने की घटना पर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी

    कंबोडिया में भगवान विष्णु की मूर्ति तोड़े जाने पर भारत का कड़ा विरोध, थाईलैंड–कंबोडिया से शांति और संवाद की अपील

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    16 दिसंबर को पाकिस्तान के पूर्वी मोर्चे के कमांडर जनरल ए के नियाजी ने 93,000 सैनिकों के साथ सरेंडर किया था

    ढाका सरेंडर: जब पाकिस्तान ने अपने लोगों की अनदेखी की और अपने देश का आधा हिस्सा गंवा दिया

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    कनाडा में भारतीय महिला हिमांशी खुराना की हत्या

    कनाडा में भारतीय महिला हिमांशी खुराना की हत्या, पार्टनर अब्दुल गफूर फरार

    ताइवान को बलपूर्वक कब्ज़ा करने की तैयारी में चीन

    पेंटागन की रिपोर्ट: 2027 तक ताइवान को बलपूर्वक कब्ज़ा करने की तैयारी में चीन

    कनाडाई सांसद ने संसद में उठाया बांग्लादेशी हिंदुओं पर हमलों का सवा

    कनाडाई संसद में गूंजा बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार का मुद्दा

    रूस की पुतिन सरकार ने भारतीय छात्रों के लिए एक बड़ा और राहत भरा फैसला लिया है

    पुतिन सरकार की बड़ी सौगात: भारतीय छात्रों को बिना प्रवेश परीक्षा रूसी विश्वविद्यालयों में मिलेगा दाखिला

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    23 दिसम्बर  बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    23 दिसम्बर बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया

    श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया

    इतिहास को मिथक से मुक्त करने वाला संघर्ष

    बौद्धिक योद्धा डॉ. स्वराज्य प्रकाश गुप्त: इतिहास को मिथक से मुक्त करने वाला संघर्ष

    21 दिसम्बर 1909 : नासिक में ब्रिटिश अत्याचार का प्रतिकार — क्रांतिवीर अनंत कान्हरे द्वारा जिलाधीश जैक्सन का वध

    21 दिसम्बर 1909 : नासिक में ब्रिटिश अत्याचार का प्रतिकार — क्रांतिवीर अनंत कान्हरे द्वारा जिलाधीश जैक्सन का वध

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    ऑटो-दा-फे” नामक सार्वजनिक हत्याओं के आयोजन किए जाते थे

    गोवा इन्क्विज़िशन: पुर्तगाली शासन में हिंदुओं पर हुआ अमानवीय अत्याचार

    अटल बिहारी वाजपेयी

    संयुक्त राष्ट्र में हिंदी की गूंज: अटल बिहारी वाजपेयी का ऐतिहासिक संबोधन

    वे चार बार कांग्रेस के अध्यक्ष बने

    मदन मोहन मालवीय: BHU की नींव रखने वाले ‘महामना’, जिन्होंने निजाम की जूती को कर दिया था नीलाम

    भगवान विष्णु की एक प्राचीन मूर्ति को कथित तौर पर ध्वस्त किए जाने की घटना पर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी

    कंबोडिया में भगवान विष्णु की मूर्ति तोड़े जाने पर भारत का कड़ा विरोध, थाईलैंड–कंबोडिया से शांति और संवाद की अपील

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    16 दिसंबर को पाकिस्तान के पूर्वी मोर्चे के कमांडर जनरल ए के नियाजी ने 93,000 सैनिकों के साथ सरेंडर किया था

    ढाका सरेंडर: जब पाकिस्तान ने अपने लोगों की अनदेखी की और अपने देश का आधा हिस्सा गंवा दिया

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    कनाडा में भारतीय महिला हिमांशी खुराना की हत्या

    कनाडा में भारतीय महिला हिमांशी खुराना की हत्या, पार्टनर अब्दुल गफूर फरार

    ताइवान को बलपूर्वक कब्ज़ा करने की तैयारी में चीन

    पेंटागन की रिपोर्ट: 2027 तक ताइवान को बलपूर्वक कब्ज़ा करने की तैयारी में चीन

    कनाडाई सांसद ने संसद में उठाया बांग्लादेशी हिंदुओं पर हमलों का सवा

    कनाडाई संसद में गूंजा बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचार का मुद्दा

    रूस की पुतिन सरकार ने भारतीय छात्रों के लिए एक बड़ा और राहत भरा फैसला लिया है

    पुतिन सरकार की बड़ी सौगात: भारतीय छात्रों को बिना प्रवेश परीक्षा रूसी विश्वविद्यालयों में मिलेगा दाखिला

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    23 दिसम्बर  बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    23 दिसम्बर बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

    श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया

    श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया

    इतिहास को मिथक से मुक्त करने वाला संघर्ष

    बौद्धिक योद्धा डॉ. स्वराज्य प्रकाश गुप्त: इतिहास को मिथक से मुक्त करने वाला संघर्ष

    21 दिसम्बर 1909 : नासिक में ब्रिटिश अत्याचार का प्रतिकार — क्रांतिवीर अनंत कान्हरे द्वारा जिलाधीश जैक्सन का वध

    21 दिसम्बर 1909 : नासिक में ब्रिटिश अत्याचार का प्रतिकार — क्रांतिवीर अनंत कान्हरे द्वारा जिलाधीश जैक्सन का वध

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    The Rise of Live Dealer Games in Asia: Why Players Prefer Real-Time Interaction

    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति

25 जून, 1989 को पंजाब के मोगा में संघ की शाखा पर खालिस्तानी आतंकवादियों ने हमला किया था, जिसमें 25 निर्दोष कार्यकर्ताओं ने देश की एकता और अखंडता के लिए संघ की प्रार्थना के ‘पतत्वेष कायो’ वाक्य को चरितार्थ करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी थी ।

Dr. Mahender द्वारा Dr. Mahender
25 June 2025
in इतिहास, मत
25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति

25 जून 1989, ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति

Share on FacebookShare on X

25 जून एक ऐसी तिथि है जिसे देश शायद ही कभी भूल पाये। 25 जून 1975 की मध्य रात्रि इंदिरा गाँधी ने देश को आपातकाल की आग में झोंका था । इस वर्ष के 25 जून को लोकतंत्र और संविधान की हत्या करने वाले उस कुकृत्य के 50 वर्ष पुरे हो रहे हैं। आपातकाल के उस घोर कालखंड में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को दूसरी बार प्रतिबंध का सामना करना पड़ा था और लोकतंत्र की पुनर्स्थापना हेतु संघ के लाखों कार्यकर्ताओं ने अपमान और घोर अत्याचारों को हँसते हँसते सहन किया था। संघ के कार्यकर्ता न झुके और और न ही टूटे, अन्ततोगत्वा फासीवादी सरकार और उसके दरबारियों का घमंड टूटा और 1977 के चुनावों में लोकतंत्र समर्थक शक्तियों की विजय हुई ।

संघ के लिए ‘आपातकाल’ लागू होने के अलावा भी ‘25 जून’ विशेष स्मरणीय दिवस है क्योंकि 25 जून, 1989 को पंजाब के मोगा में संघ की शाखा पर खालिस्तानी आतंकवादियों ने हमला किया था, जिसमें 25 निर्दोष कार्यकर्ताओं ने देश की एकता और अखंडता के लिए संघ की प्रार्थना के ‘पतत्वेष कायो’ वाक्य को चरितार्थ करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी थी । ये वही कालखंड है जिसमें पंजाब खालिस्तानी आतंकवाद की आग में जल रहा था । इसी कालखंड के लिए अटल जी ने लिखा था :-

संबंधितपोस्ट

संयुक्त राष्ट्र में हिंदी की गूंज: अटल बिहारी वाजपेयी का ऐतिहासिक संबोधन

संघ शिविर में महात्मा गांधी की मौजूदगी, इतिहास में दर्ज होगा क्षण

भाजपा में पीढ़ी परिवर्तन का संकेत: नितिन नवीन की नियुक्ति क्या कहती है?t

और लोड करें

दूध में दरार पड़ गई
ख़ून क्यों सफ़ेद हो गया?
भेद में अभेद खो गया।
बँट गये शहीद, गीत कट गए,
कलेजे में कटार दड़ गई।
दूध में दरार पड़ गई।।
खेतों में बारूदी गंध,
टूट गये नानक के छंद
सतलुज सहम उठी,
व्यथित सी बितस्ता है।
वसंत से बहार झड़ गई
दूध में दरार पड़ गई।।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपने स्थापना काल से ही भारत विरोधियों शत्रुओं की कुदृष्टि में रहा है। शुरुआत में अंग्रेजों की ख़ुफ़िया एजेंसियां नजर रखती थीं, स्वतंत्रता के बाद नेहरु ने झूठा प्रतिबन्ध लगा दिया, फिर इंदिरा ने आपातकाल में प्रतिबन्ध लगाया । इसके साथ ही रेडिकल इस्लामिक आतंकवादियों, नक्सलवादियों, शत्रु देशों की ख़ुफ़िया एजेंसियों के निशाने पर भी संघ सतत रहता है । कारण सिर्फ एक ही है कि संघ हर क्षण भारत के उत्थान या भारत के वैभव के बारे में सोचता है और काम करता रहता है ।

संघ की देशभक्ति की इसी चिढ़ के कारण आज भी देश में संघ के कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया जाता है, उनकी हत्या कर दी जाती है । लेकिन केशव के अनुयायी न तो रुकते हैं और न ही डिगते हैं । भारत का ‘खड़ग हस्त’ कहलाने वाला पंजाब जब उग्रवाद या आतंकवाद से जूझ रहा था तब भी संघ के स्वयंसेवक निर्भयता से भारत भक्ति में लीन थे और धरातल पर कार्य कर रहे थे । उसी आतंकी कालखंड में पाकिस्तान की उँगलियों पर नाचने वाले खालिस्तानी आतंकियों ने पंजाब के मोगा में 25 जून,1989 को सुबह लगने वाली शाखा पर कायरतापूर्ण हमला किया था । संघ पंजाब में अलगाववादी आंदोलन और आतंकवाद के चरम पर सिख-हिंदू एकता को अक्षुण बनाये रखने के लिए अथक परिश्रम करता रहा है। सिखों और हिंदुओं के मध्य दरार पैदा करने के उग्रवादी मंसूबों में संघ ही सबसे बड़ी बाधा थी, इसलिए आतंकियों ने संघ के स्वयंसेवकों निशाना बनाया।

आज भी संघ के स्वयंसेवक उस घटना को याद करते हुए बताते हैं कि आतंकवादियों ने शाखा में लगा भगवा ध्वज उतारने के लिए कहा था, लेकिन स्वयंसेवकों ने साफ मना कर दिया और जब आतंकियों ने ध्वज उतारने की कोशिश की तो स्वयंसेवकों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया था । लेकिन पाकिस्तानी टुकड़ों पर पलने वाले आतंकियों ने अन्धाधुन्ध फायरिंग कर दी, जिसमें 25 स्वयंसेवक बलिदान हो गए। यह सारा आतंकी कुकृत्य 25 जून, 1989 को सुबह 6 से 6:30 बजे के बीच तत्कालीन नेहरु पार्क (आज का शहीदी पार्क) में घटित हुआ था। उस दिन रोज की तरह बहुत से लोग पार्क में सुबह की सैर और व्यायाम कर रहे थे और वहीं दूसरी ओर संघ की शाखा लगी हुई थी। उस दिन संघ का नगर (शहर) का एकत्रीकरण था इसलिए सभी शाखाएं एक साथ लगी थीं। आतंकवादियों के हमला करते ही हर तरफ भगदड़ मच गई। उनके द्वारा बरसाई गयी गोलियों की बरसात रुकने के बाद चारों ओर रक्त ही रक्त दिख रहा था । घायल स्वयंसेवक तड़प रहे थे और गोलियाँ लगने के कारण कई स्वयंसेवक निष्प्राण हो चुके थे और कुछ ने अस्पताल में अपनी अन्तिम सांस ली थी। इस आतंकी गोली कांड में जहाँ 25 स्वयंसेवक बलिदान हुए, वहीं आसपास के लगभग 31 लोग घायल भी हुए थे।

इस कायरतापूर्ण गोली कांड ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था । लेकिन, ‘मन समर्पित, तन समर्पित और यह जीवन समर्पित, चाहता हूँ मातृभू तुझको अभी कुछ और भी दूँ…’ इस मंत्र के साथ निर्भय होकर सतत कार्य करने वाले संघ के स्वयंसेवकों ने साहस का परिचय देते हुए अगले दिन अर्थात् 26 जून, 1989 को फिर से पूर्ण जोश के साथ शाखा लगाई। शाखा में संघ के स्वयंसेवक गीत गा रहे थे – कौन कहंदा हिन्दू-सिख वक्ख ने, ए भारत माँ दी सज्जी-खब्बी अक्ख ने’ जिसका अर्थ है कि “कौन कहता है कि हिंदू-सिख अलग-अलग हैं, ये तो भारत माता की बाईं और दाईं आँख के समान हैं”। उसी दिन शाखा में उन अमर बलिदानियों को श्रधांजली देते हुए उनकी स्नृति को सदैव जीवंत रखने के लिए उस पार्क में ‘शहीदी स्मारक’ बनाने का संकल्प लिया गया था और इसी कार्य के अंतर्गत ‘मोगा पीड़ित मदद और स्मारक समिति’ का भी गठन हुआ था। आज भी प्रतिवर्ष उन अमर बलिदानियों के स्मरण में श्रद्धांजलि समारोह आयोजित किया जाता है। संघ के स्वयंसेवकों ने इतने क्रूर आघात को अत्यंत धैर्य के साथ झेला तथा अपने विवेक को विचलित न होकर समाज में स्नेह और सौहार्द बनाये रखने के लिए हर संभव प्रयास किया । यह सब  उनकी धयेयनिष्ठा और अनुशासन के गुणों के अनुरूप ही था, क्योंकि यदि प्रतिक्रिया होती तो बहुत विनाशक दंगे हो सकते थे ।  अलगाववादी तथा आतंकवादी यही चाहते थे, क्योंकि उनकी मंशा हिन्दू-सिख एकता में दरार पैदा करना था । लेकिन संघ के स्वयंसेवकों ने उनके विध्वंसकारी मंसूबों को पूरा नहीं होने दिया । 

उस अमानवीय आतंकी गोली कांड में बलिदान हुए संघ के स्वयंसेवकों को श्रंधाजली देते हुए उनके नाम लिखना उनके प्रति वास्तविक श्रधांजली है। उन बलिदानी लोगों के नाम थे, “लेखराज धवन, बाबू राम, भगवान दास, शिव दयाल, मदन गोयल, मदन मोहन, भगवान सिंह, गजानन्द, अमन कुमार, ओम प्रकाश, सतीश कुमार, केसो राम, प्रभजोत सिंह, नीरज, मुनीश चौहान, जगदीश भगत, वेद प्रकाश पुरी, ओम प्रकाश और छिन्दर कौर (पति-पत्नी), डिंपल, भगवान दास, पण्डित दुर्गा दत्त, प्रह्लाद राय, जगतार राय सिंह, कुलवन्त सिंह ”।

इस गोली काण्ड में प्रेम भूषण, राम लाल आहूजा, राम प्रकाश कांसल, बलवीर कोहली, राज कुमार, संजीव सिंगल, दीनानाथ, हंसराज, गुरबख्श राय गोयल, डॉ. विजय सिंगल, अमृत लाल बांसल, कृष्ण देव अग्रवाल, अजय गुप्ता, विनोद धमीजा, भजन सिंह, विद्या भूषण नागेश्वर राव, पवन गर्ग, गगन बेरी, रामप्रकाश, सतपाल सिंह कालड़ा, करमचन्द और कुछ अन्य स्वयंसेवक घायल हुए थे।

उसी स्थान पर दोबारा शाखा लगने के कारण इस घटना ने न केवल पंजाब में हिन्दू-सिख एकता को नवजीवन दिया, बल्कि आतंकवाद पर भी गहरी चोट की । इससे आतंकियों के हौसले पस्त हो गए और हिन्दू-सिख एकता जीत गई। देश की एकता और अखंडता के लिए अपने जीवन की आहुति देने वाले उन सभी संघ के कार्यकर्ताओं को नमन और देश विरोधी और अलगाववादी ताकतों को सन्देश कि “हम तो केशव के अनुयायी हैं, हमने तो केवल आआगे बढ़ना सीखा है ।” नारायणायेती समर्पयामि..

Tags: 100 Years of RSS25 जून25 जून 1989dr mahender thakurdrmahenderthakurRashtriya Swayamsevak Sanghrssअटल बिहारी वाजपेयीआपातकालआरएसएसइमरजेंसीमोगा नरसंहारराष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

NIA की जांच में खुलासा: PFI की हिट लिस्ट में 950 से ज़्यादा नाम, केरल में बड़ी साजिश का पर्दाफाश

अगली पोस्ट

‘पीएम मोदी का विरोध, हिंदुओं पर निशाना’: कौन हैं न्यूयॉर्क के मेयर बनने जा रहे ज़ोहरान ममदानी?

संबंधित पोस्ट

23 दिसम्बर  बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द
इतिहास

23 दिसम्बर बलिदान-दिवस: परावर्तन के अग्रदूत — स्वामी श्रद्धानन्द

23 December 2025

भारत में परावर्तन आंदोलन के सबसे प्रभावशाली और निर्भीक अग्रदूत स्वामी श्रद्धानन्द थे। उनका दृढ़ विश्वास था कि भारत में निवास करने वाले मुसलमानों के...

श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया
इतिहास

श्रीनिवास रामानुजन: वह प्रतिभा, जिसने संख्याओं को सोच में बदल दिया

22 December 2025

महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन का जन्म 22 दिसम्बर 1887 को तमिलनाडु के इरोड ज़िले के कुम्भकोणम् में हुआ था। यह वही प्रसिद्ध तीर्थस्थल है, जहाँ...

इतिहास को मिथक से मुक्त करने वाला संघर्ष
इतिहास

बौद्धिक योद्धा डॉ. स्वराज्य प्रकाश गुप्त: इतिहास को मिथक से मुक्त करने वाला संघर्ष

22 December 2025

हमारे देश की एक बड़ी समस्या यह रही है कि अंग्रेजों के समय में पढ़ाया गया गलत और औपनिवेशिक इतिहास आज़ादी के बाद भी बदला...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Captured Turkish YIHA drone Showed by the Indian Army |Defence News| Operation Sindoor

Captured Turkish YIHA drone Showed by the Indian Army |Defence News| Operation Sindoor

00:00:58

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

00:07:37

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

00:06:59

Dhurandar: When a Film’s Reality Shakes the Left’s Comfortable Myths

00:06:56

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited