तमिलनाडु के पठ्यक्रम में शामिल की गईं पैगमबर मुहम्मद की शिक्षाएं, DMK की वोट बैंक राजनीति और तमिलनाडु की शिक्षा नीति
TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं

    कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

    सुप्रीम कोर्ट ने साफ़ किया है कि राष्ट्रपति या गवर्नर को किसी भी तय न्यायिक समयसीमा के भीतर बिलों पर मंजूरी देने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता।

    विधेयकों को मंजूरी देने के लिए समयसीमा से बाध्य नहीं हैं राष्ट्रपति और राज्यपाल , प्रेसिडेंट मुर्मू के सवालों पर सुप्रीम कोर्ट ने क्या जवाब दिया, और ये क्यों महत्वपूर्ण हैं?

    आतंकवाद को भावुकता की आड़ में ढकने की कोशिश

    दिल्ली धमाका: ‘वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ की बर्बरता को कैसे ‘ह्यूमनाइज़’ कर रहे हैं  The Wire जैसे मीडिया संस्थान ?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    बांग्लादेश बन सकता है भारत के लिए नया संकट

    ISI और ARASA बांग्लादेश में कैसे रच रहे हैं क्षेत्रीय सुरक्षा को कमज़ोर करने की साजिश?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    How to Build a Home You Will Love for the Next Ten Years: Timeless Design Principles

    How to Build a Home You Will Love for the Next Ten Years: Timeless Design Principles

    नेहरू 14 दिनों में ही नाभा जेल से निकल आए थेन

    जन्मदिवस विशेष: नाभा जेल में नेहरू की बदबूदार कोठरी और बाहर निकलने के लिए अंग्रेजों को दिया गया ‘वचनपत्र’v

    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं

    कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

    सुप्रीम कोर्ट ने साफ़ किया है कि राष्ट्रपति या गवर्नर को किसी भी तय न्यायिक समयसीमा के भीतर बिलों पर मंजूरी देने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता।

    विधेयकों को मंजूरी देने के लिए समयसीमा से बाध्य नहीं हैं राष्ट्रपति और राज्यपाल , प्रेसिडेंट मुर्मू के सवालों पर सुप्रीम कोर्ट ने क्या जवाब दिया, और ये क्यों महत्वपूर्ण हैं?

    आतंकवाद को भावुकता की आड़ में ढकने की कोशिश

    दिल्ली धमाका: ‘वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ की बर्बरता को कैसे ‘ह्यूमनाइज़’ कर रहे हैं  The Wire जैसे मीडिया संस्थान ?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    बांग्लादेश और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मुलाकात

    ‘हसीना’ संकट के बीच NSA अजित डोभाल की बांग्लादेश के NSA से मुलाकात के मायने क्या हैं?

    बांग्लादेश बन सकता है भारत के लिए नया संकट

    ISI और ARASA बांग्लादेश में कैसे रच रहे हैं क्षेत्रीय सुरक्षा को कमज़ोर करने की साजिश?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    How to Build a Home You Will Love for the Next Ten Years: Timeless Design Principles

    How to Build a Home You Will Love for the Next Ten Years: Timeless Design Principles

    नेहरू 14 दिनों में ही नाभा जेल से निकल आए थेन

    जन्मदिवस विशेष: नाभा जेल में नेहरू की बदबूदार कोठरी और बाहर निकलने के लिए अंग्रेजों को दिया गया ‘वचनपत्र’v

    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    अष्टलक्ष्मी की उड़ान: प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर से उभरती विकास, संस्कृति और आत्मगौरव की नई कहानी

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    वंदे मातरम्, विभाजन की मानसिकता और मोदी का राष्ट्रवादी दृष्टिकोण – इतिहास, संस्कृति और आत्मगौरव का विश्लेषण

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

तमिलनाडु के पठ्यक्रम में शामिल की गईं पैगमबर मुहम्मद की शिक्षाएं, आखिर राजनीति को कहां ले जाना चाहती है DMK

तमिलनाडु में ये कैसी राजनी​ति, शंकराचार्य को इतिहास में जगह नहीं दी तो पैगम्बर मुहम्मद को क्यों?

Vibhuti Ranjan द्वारा Vibhuti Ranjan
23 September 2025
in चर्चित, चर्चित, भारत, मत, राजनीति, शिक्षा, समीक्षा
तमिलनाडु के पठ्यक्रम में शामिल की गईं पैगमबर मुहम्मद की शिक्षाएं, DMK की वोट बैंक राजनीति और तमिलनाडु की शिक्षा नीति

सीएम स्टालिन के इस कदम की बीजेपी और अन्य विपक्षी दलों ने कड़ी आलोचना की है।

Share on FacebookShare on X

तमिलनाडु की राजनीति में फिर एक बार बहस का केंद्र बन गया है। राज्य के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने घोषणा की कि राज्य के स्कूल पाठ्यक्रम में पैगंबर मुहम्मद की शिक्षाओं को शामिल कर दिया गया है। उनका यह कदम सीधे तौर पर चुनाव से पहले उठाया गया माना जा रहा है, क्योंकि अगले वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं। इस बीच उनके इस निर्णय ने राजनीतिक विश्लेषकों के बीच गरमागरम बहस भी शुरू कर दी है। अब सवाल यह है कि द्रविड़ पार्टी शंकराचार्य को भी अपने इतिहास में जगह देगी? अगर नहीं, तो पैगम्बर मुहम्मद ही क्यों?

जानकारी हो कि सीएम स्टालिन ने सार्वजनिक रूप से कहा कि उनकी सरकार मुस्लिम समुदाय के प्रति अडिग समर्थन बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। यह घोषणा पैगम्बर मुहम्मद की 1500वीं जयंती के मौके पर आयोजित एक सार्वजनिक कार्यक्रम में की गई, जहां उन्होंने सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) के नेता नल्लै मुबारक की मांग को भी स्वीकार किया। ज्ञात हो कि SDPI, जिसे राजनीतिक दृष्टि से Popular Front of India (PFI) के साथ जोड़ा जाता है, लंबे समय से मुस्लिम समुदाय के हितों की पैरवी करता रहा है।

संबंधितपोस्ट

मणिपुर को जल्द मिल सकता है नया मुख्यमंत्री, भाजपा के संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने टटोली प्रदेश में सरकार गठन की संभावनाएंू

अब बिहार में जंगलराज नहीं, जनराज चलेगा: बेतिया से सीतामढ़ी तक मोदी की हुंकार, RJD-कांग्रेस के कुशासन पर करारा प्रहार

जनता की ज़मीन, सत्ता की जागीर नहीं: मानेसर लैंड डील में भूपेंद्र हुड्डा को झटका, न्याय ने कांग्रेस के ‘विकास मॉडल’ की खोल दी पोल

और लोड करें

वोट बैंक राजनीति या शिक्षा की प्राथमिकता?

राजनीतिक विशेषज्ञ सीएम स्टालिन के इस कदम को स्पष्ट रूप से वोट बैंक राजनीति का हिस्सा मान रहे हैं। जानकारी हो कि DMK लंबे समय से मुस्लिम समुदाय के साथ अपने संबंधों को बनाए रखती आई है। इस दौरान सीएम स्टालिन ने अपनी सरकार के कई उपायों को भी गिनाया, जिनमें 3.5% आंतरिक आरक्षण, उर्दू भाषी मुसलमानों को पिछड़ा वर्ग में शामिल करना, अल्पसंख्यक कल्याण बोर्ड और तमिलनाडु उर्दू अकादमी की स्थापना व अन्य शामिल हैं। इस मौके पर उन्होंने हज हाउस का निर्माण और मिलाद-उन-नबी को सार्वजनिक अवकाश घोषित करने जैसी परंपराओं का भी जिक्र किया। आलोचक कहते हैं कि यह एक चुनावी रणनीति है, जिसका उद्देश्य मुस्लिम वोटों को अपनी ओर आकर्षित करना है। लेकिन, सवाल यह कि क्या हिन्दू तमिलनाडु में कुछ भी योगदान नहीं करते। अगर योगदान करते हैं तो उनकी उपेक्षा क्यों?

सीएम स्टालिन ने अपने भाषण में यह भी बताया कि DMK हमेशा मुस्लिम समुदाय के हित में खड़ा रहा है। उन्होंने AIADMK की आलोचना करते हुए कहा कि विपक्ष ने तीन तलाक जैसे विवादित मुद्दों पर चुप्पी साधे रखी। सीएम स्टालिन का इस तरह का राजनीतिक रुख यह दर्शाता है कि शिक्षा नीति को भी वोट बैंक की राजनीति से जोड़कर देखा जा रहा है।

तमिलनाडु की शिक्षा प्रणाली की नींव धर्मनिरपेक्ष और वैज्ञानिक दृष्टिकोण पर टिकी हुई है। शिक्षाविदों और समाजशास्त्रियों का मानना है कि शिक्षा का मुख्य उद्देश्य छात्रों में संकल्पनात्मक सोच, तर्कशक्ति और सामाजिक समझ को विकसित करना होना चाहिए। पैगंबर मुहम्मद की शिक्षाओं को पाठ्यक्रम में शामिल करना इस दृष्टि से विवादास्पद माना जा रहा है। आलोचकों का कहना है कि यह कदम धर्मनिरपेक्ष शिक्षा नीति के सिद्धांतों के खिलाफ जाता है और यह दिखाता है कि DMK के लिए राजनीतिक लाभ शिक्षा के नैतिक और शैक्षिक उद्देश्य से ऊपर है।

विशेषज्ञ भी सवाल उठाते हैं कि क्या अन्य भारतीय धार्मिक और दार्शनिक विचारकों जैसे शंकराचार्य या रामानुजाचार्य की शिक्षाओं को भी समान रूप से पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा। यदि ऐसा नहीं किया गया तो यह निर्णय सांप्रदायिक और असंतुलित है।

DMK का ऐतिहासिक दृष्टिकोण

DMK ने हमेशा अल्पसंख्यकों के साथ अपने रिश्ते को मजबूत रखा है। पार्टी की नींव ही सामाजिक न्याय और अल्पसंख्यक अधिकारों पर आधारित रही है। लेकिन इस बार उनकी ओर से उठाए गए इस कदम ने इस दृष्टिकोण को राजनीतिक अवसरवाद के रूप में पेश किया है।

इससे पहले एम करुणानिधि और सीएन अन्नादुरै जैसे पूर्व नेताओं ने भी अल्पसंख्यक हितों के लिए कई पहल की थी। मिलाद-उन-नबी को सार्वजनिक अवकाश घोषित करना, उर्दू अकादमी की स्थापना और पिछड़ा वर्ग में मुस्लिमों के लिए आरक्षण जैसी नीतियां इसके उदाहरण हैं। लेकिन चुनावी साल में पाठ्यक्रम में धार्मिक शिक्षाओं को शामिल करना इसे अलग स्तर का वोट बैंक रणनीति बनाता है। लेकिन, यह प्रवृत्ति खतरनाक है।

इससे पहले सीएम स्टालिन ने भाषण में गाजा में फिलिस्तीनियों के लिए भी अपनी चिंता व्यक्त की। इस तरह की अंतरराष्ट्रीय पहल यह संकेत देती है कि DMK की रणनीति सिर्फ़ स्थानीय अल्पसंख्यक तक सीमित नहीं है, बल्कि वैश्विक मुस्लिम मुद्दों से जुड़कर अपनी राजनीतिक पहचान बनाने की कोशिश भी है। राजनीतिक विश्लेषक कहते हैं कि इस तरह के कदम सांप्रदायिक राजनीति के तहत उठाये गए हैं। शिक्षा नीति को राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल करना दीर्घकालिक रूप से सामाजिक एकता और शिक्षा की गुणवत्ता पर असर डाल सकता है।

विपक्षी दलों ने की कड़ी आलोचना

सीएम स्टालिन के इस कदम की बीजेपी और अन्य विपक्षी दलों ने कड़ी आलोचना की है। बीजेपी प्रवक्ता नारायण तिरुपति ने इसे “DMK की वोट बैंक राजनीति का स्पष्ट उदाहरण” करार दिया। उन्होंने कहा कि यह निर्णय तमिल पहचान और धर्मनिरपेक्ष मूल्यों के साथ समझौता है। उन्होंने इसे खतरनाक भी ​बताया है। विशेषज्ञ भी इस बात पर जोर देते हैं कि शिक्षा के माध्यम से छात्रों को विविधता, तर्क और वैज्ञानिक दृष्टिकोण सिखाना चाहिए, न कि किसी विशेष धार्मिक समुदाय को राजनैतिक लाभ पहुँचाने के लिए पाठ्यक्रम बदलना।

तमिल पहचान और विरोधाभास

बता दें कि DMK हमेशा से तमिल पहचान के रक्षक के रूप में अपने आप को प्रस्तुत करती रही है। उसने “हिंदी भाषा थोपने” के खिलाफ जोरदार विरोध किया और तमिल भाषा को बढ़ावा दिया। लेकिन वही पार्टी अब धार्मिक शिक्षाओं को पाठ्यक्रम में शामिल कर रही है। यह विरोधाभास आलोचकों के लिए मुख्य बिंदु बन गया है।

राजनीतिक विश्लेषक कहते हैं कि यह दिखाता है कि DMK की प्राथमिकताएं सांस्कृतिक पहचान की रक्षा और मतदाता समूह को खुश रखने के बीच संतुलित नहीं हैं। जब शिक्षा नीति को राजनीति के प्रभाव में लाया जाता है तो यह दीर्घकालिक रूप से शिक्षा की गुणवत्ता और समाज में सामूहिक सोच पर नकारात्मक असर डाल सकता है।

राज्य सरकार का यह कदम केवल राजनीति और शिक्षा तक सीमित नहीं है। इससे समाज में धार्मिक और सांस्कृतिक ध्रुवीकरण की संभावना बढ़ सकती है। माता-पिता, शिक्षकों और छात्रों के बीच बहस शुरू हो चुकी है कि क्या स्कूलों में सिर्फ मुस्लिम शिक्षाओं को शामिल करना उचित है। कुछ सामाजिक कार्यकर्ता इसे मुस्लिम समुदाय के सशक्तिकरण और धार्मिक पहचान के लिहाज से सकारात्मक मानते हैं। उनका तर्क है कि यदि यह कदम संतुलित और समावेशी दृष्टिकोण के साथ उठाया जाए, तो यह सांस्कृतिक शिक्षा और धार्मिक जागरूकता का हिस्सा बन सकता है।

तमिलनाडु में DMK का यह कदम एक बार फिर उसकी वोट बैंक वाली राजनीति को उजागर करता है। जबकि सरकार इसे सामुदायिक सशक्तिकरण के रूप में प्रस्तुत करती है, आलोचक इसे राजनीतिक अवसरवाद और धर्मनिरपेक्षता के उल्लंघन के रूप में देखते हैं।

इसने शिक्षा, राजनीति और समाज के बीच संतुलन की आवश्यकता को भी सामने रखा है। छात्रों को ज्ञान और तर्कसंगत सोच सिखाने के बजाय यदि पाठ्यक्रम को राजनीतिक हितों के अनुसार बदला जाता है, तो यह लोकतांत्रिक और धर्मनिरपेक्ष मूल्यों के लिए खतरा बन सकता है।

आने वाले महीनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि DMK अन्य धार्मिक और दार्शनिक विचारकों को पाठ्यक्रम में शामिल करने का प्रयास करती है या नहीं। इसके अलावा, यह कदम राज्य की शिक्षा नीति, अल्पसंख्यक राजनीति और सांप्रदायिक संतुलन पर लंबी अवधि के प्रभाव छोड़ सकता है।

Tags: BJPcurriculumDMKMK STALINmuslim appeasementMuslimsProphet MuhammadTamil Naduvote bank politicsएमके स्टालिनतमिलनाडुपाठ्यक्रमपैगम्बर मुहम्मदभाजपामुस्लिममुस्लिम तुष्टिकरणवोट बैंक पॉलीटिक्स
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

दिल्ली पुलिस भर्ती 2025: सुरक्षा, युवाओं की उम्मीदें और बढ़ते अवसर

अगली पोस्ट

विदुषी संवाद- भाग 2: धर्मपारायणता और चरित्र की प्रतिमूर्ति देवी शची की कहानी

संबंधित पोस्ट

शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र
चर्चित

बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

24 November 2025

सोमवार की शुरुआत सिने जगत के लिए एक दुखद ख़बर के साथ हुई। बॉलीवुड का ही-मैन, धर्मेंद्र 89 साल की उम्र में मुंबई में इस...

ऑपरेशन सिंदूर 2:0
मत

दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

21 November 2025

पाकिस्तान एक आतंकी मुल्क है और इसमें शायद ही किसी को कोई संशय हो, ख़ुद पाकिस्तान के मित्र भी न सिर्फ इसे अच्छी तरह जानते...

शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं
चर्चित

कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

21 November 2025

कांग्रेस के नेता देश ही नहीं विदेशों में भी जाकर लोकतंत्र बचाने की दुहाई देते रहते हैं। लेकिन जब बारी आंतरिक लोकतंत्र की आती है...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45

Why Rahul Gandhi’s US Outreach Directs to a Web of Shadow Controversial Islamist Networks?

00:08:04

How Javelin Missiles Will Enhance India’s Anti-Tank Dominance?

00:06:47

This is How China Spread Disinformation After Operation Sindoor

00:06:27

How DRDO’s New Laser System Can Destroy Drones at 5 KM Range?

00:04:31
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited