तमिलनाडु के पठ्यक्रम में शामिल की गईं पैगमबर मुहम्मद की शिक्षाएं, DMK की वोट बैंक राजनीति और तमिलनाडु की शिक्षा नीति
TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    भूरा बाल साफ करो: लालू-आरजेडी की जातिवादी राजनीति ने बिहार में फैलाई नफरत और हिंसा, उद्योग-बिजनेस से लेकर आम जनता तक सब हुआ आतंकित

    भूरा बाल साफ करो: लालू-आरजेडी की जातिवादी राजनीति ने बिहार में फैलाई नफरत और हिंसा, उद्योग-बिजनेस से लेकर आम जनता तक सब हुआ आतंकित

    खरगे की मांग बनाम RSS: डर के साथ कब तक भारतीय राजनीति में कब तक खड़ी रह पाएगी कांग्रेस

    खरगे की मांग बनाम RSS: डर के साथ कब तक भारतीय राजनीति में कब तक खड़ी रह पाएगी कांग्रेस

    जब गमछा बना राजनीति का संदेश: पीएम मोदी की प्रतीक-प्रधान चुनावी रणनीति और जनता से सीधा जुड़ाव

    जब गमछा बना राजनीति का संदेश: पीएम मोदी की प्रतीक-प्रधान चुनावी रणनीति और जनता से सीधा जुड़ाव

    सरदार पटेल: लौहपुरुष जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सबकुछ कुर्बान कर दिया

    सरदार पटेल: लौहपुरुष जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सबकुछ कुर्बान कर दिया

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    The Power of Reading in Building Economic Awareness

    The Power of Reading in Building Economic Awareness

    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशियाकी नई शक्ति-संतुलन रेखा

    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशिया की नई शक्ति-संतुलन रेखा

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    न्योमा यह भी साबित करता है कि भारत ने भविष्य की तैयारी को गंभीरता से लिया है।

    13,700 फीट की ऊंचाई पर भारत का गर्व: न्योमा एयरबेस सीमाओं की रक्षा, वायु शक्ति की नई उड़ान और राष्ट्र की अडिग सामरिक तैयारी का प्रतीक

    भारत ने मारा चाबहार-बड़गाम कॉम्बो शॉट! अमेरिका, ईरान, अफगानिस्तान सब साथ, पाकिस्तान की चौधराहट हुई ध्वस्त

    भारत ने मारा चाबहार-बड़गाम कॉम्बो शॉट! अमेरिका, ईरान, अफगानिस्तान सब साथ, पाकिस्तान की चौधराहट हुई ध्वस्त

    श्रीनगर एयरस्ट्रिप की ‘कड़कड़ाती रात’: जब RSS के स्वयंसेवकों ने उठाई बंदूक, बर्फ हटा कर भारतीय सेना को कराया लैंड

    श्रीनगर एयरस्ट्रिप की ‘कड़कड़ाती रात’: जब RSS के स्वयंसेवकों ने उठाई बंदूक, बर्फ हटा कर भारतीय सेना को कराया लैंड

    पीएम मोदी की हत्या की साजिश: ढाका की रहस्यमयी घटनाओं से ASEAN तक फैली साजिश का खुलासा

    पीएम मोदी की हत्या की साजिश: ढाका की रहस्यमयी घटनाओं से ASEAN तक फैली साजिश का खुलासा

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    न्योमा यह भी साबित करता है कि भारत ने भविष्य की तैयारी को गंभीरता से लिया है।

    13,700 फीट की ऊंचाई पर भारत का गर्व: न्योमा एयरबेस सीमाओं की रक्षा, वायु शक्ति की नई उड़ान और राष्ट्र की अडिग सामरिक तैयारी का प्रतीक

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    तालिबान ने की पाकिस्तान की इंटरनेशनल बेइज्जती, ऐसा सुनाया कि शायद मुल्ला मुनीर को नींद भी न आए

    तालिबान ने की पाकिस्तान की इंटरनेशनल बेइज्जती, ऐसा सुनाया कि शायद मुल्ला मुनीर को नींद भी न आए

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    नगीना मस्जिद हमला

    जब सरदार पटेल पर मुस्लिम भीड़ ने किया था जानलेवा हमला:  घटना तो दूर 86 वर्षों तक हमलावरों के नाम भी सामने क्यों नहीं आने दिए गए ?

    सरदार पटेल: लौहपुरुष जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सबकुछ कुर्बान कर दिया

    सरदार पटेल: लौहपुरुष जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सबकुछ कुर्बान कर दिया

    क्या नेताजी सचमुच 1945 में मारे गए थे? मुथुरामलिंगा थेवर और गुमनामी बाबा ने खोला रहस्य

    क्या नेताजी का निधन सचमुच 1945 विमान हादसे में हुआ था? मुथुरामलिंगा थेवर और गुमनामी बाबा ने खोला रहस्य

    हिंदू महिलाओं के खिलाफ जिहाद, मसूद अजहर का नया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और भारत की वैचारिक प्रतिघोषणा

    हिंदू महिलाओं के खिलाफ जिहाद, मसूद अजहर का नया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और भारत की वैचारिक प्रतिघोषणा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    भूरा बाल साफ करो: लालू-आरजेडी की जातिवादी राजनीति ने बिहार में फैलाई नफरत और हिंसा, उद्योग-बिजनेस से लेकर आम जनता तक सब हुआ आतंकित

    भूरा बाल साफ करो: लालू-आरजेडी की जातिवादी राजनीति ने बिहार में फैलाई नफरत और हिंसा, उद्योग-बिजनेस से लेकर आम जनता तक सब हुआ आतंकित

    खरगे की मांग बनाम RSS: डर के साथ कब तक भारतीय राजनीति में कब तक खड़ी रह पाएगी कांग्रेस

    खरगे की मांग बनाम RSS: डर के साथ कब तक भारतीय राजनीति में कब तक खड़ी रह पाएगी कांग्रेस

    जब गमछा बना राजनीति का संदेश: पीएम मोदी की प्रतीक-प्रधान चुनावी रणनीति और जनता से सीधा जुड़ाव

    जब गमछा बना राजनीति का संदेश: पीएम मोदी की प्रतीक-प्रधान चुनावी रणनीति और जनता से सीधा जुड़ाव

    सरदार पटेल: लौहपुरुष जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सबकुछ कुर्बान कर दिया

    सरदार पटेल: लौहपुरुष जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सबकुछ कुर्बान कर दिया

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    The Power of Reading in Building Economic Awareness

    The Power of Reading in Building Economic Awareness

    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशियाकी नई शक्ति-संतुलन रेखा

    भारत की कूटनीति अब ‘वर्चुअल’ नहीं, रणनीतिक है: आसियान शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी का डिजिटल नेतृत्व और एशिया की नई शक्ति-संतुलन रेखा

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    न्योमा यह भी साबित करता है कि भारत ने भविष्य की तैयारी को गंभीरता से लिया है।

    13,700 फीट की ऊंचाई पर भारत का गर्व: न्योमा एयरबेस सीमाओं की रक्षा, वायु शक्ति की नई उड़ान और राष्ट्र की अडिग सामरिक तैयारी का प्रतीक

    भारत ने मारा चाबहार-बड़गाम कॉम्बो शॉट! अमेरिका, ईरान, अफगानिस्तान सब साथ, पाकिस्तान की चौधराहट हुई ध्वस्त

    भारत ने मारा चाबहार-बड़गाम कॉम्बो शॉट! अमेरिका, ईरान, अफगानिस्तान सब साथ, पाकिस्तान की चौधराहट हुई ध्वस्त

    श्रीनगर एयरस्ट्रिप की ‘कड़कड़ाती रात’: जब RSS के स्वयंसेवकों ने उठाई बंदूक, बर्फ हटा कर भारतीय सेना को कराया लैंड

    श्रीनगर एयरस्ट्रिप की ‘कड़कड़ाती रात’: जब RSS के स्वयंसेवकों ने उठाई बंदूक, बर्फ हटा कर भारतीय सेना को कराया लैंड

    पीएम मोदी की हत्या की साजिश: ढाका की रहस्यमयी घटनाओं से ASEAN तक फैली साजिश का खुलासा

    पीएम मोदी की हत्या की साजिश: ढाका की रहस्यमयी घटनाओं से ASEAN तक फैली साजिश का खुलासा

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    न्योमा यह भी साबित करता है कि भारत ने भविष्य की तैयारी को गंभीरता से लिया है।

    13,700 फीट की ऊंचाई पर भारत का गर्व: न्योमा एयरबेस सीमाओं की रक्षा, वायु शक्ति की नई उड़ान और राष्ट्र की अडिग सामरिक तैयारी का प्रतीक

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    तालिबान ने की पाकिस्तान की इंटरनेशनल बेइज्जती, ऐसा सुनाया कि शायद मुल्ला मुनीर को नींद भी न आए

    तालिबान ने की पाकिस्तान की इंटरनेशनल बेइज्जती, ऐसा सुनाया कि शायद मुल्ला मुनीर को नींद भी न आए

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    नगीना मस्जिद हमला

    जब सरदार पटेल पर मुस्लिम भीड़ ने किया था जानलेवा हमला:  घटना तो दूर 86 वर्षों तक हमलावरों के नाम भी सामने क्यों नहीं आने दिए गए ?

    सरदार पटेल: लौहपुरुष जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सबकुछ कुर्बान कर दिया

    सरदार पटेल: लौहपुरुष जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना सबकुछ कुर्बान कर दिया

    क्या नेताजी सचमुच 1945 में मारे गए थे? मुथुरामलिंगा थेवर और गुमनामी बाबा ने खोला रहस्य

    क्या नेताजी का निधन सचमुच 1945 विमान हादसे में हुआ था? मुथुरामलिंगा थेवर और गुमनामी बाबा ने खोला रहस्य

    हिंदू महिलाओं के खिलाफ जिहाद, मसूद अजहर का नया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और भारत की वैचारिक प्रतिघोषणा

    हिंदू महिलाओं के खिलाफ जिहाद, मसूद अजहर का नया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और भारत की वैचारिक प्रतिघोषणा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

तमिलनाडु के पठ्यक्रम में शामिल की गईं पैगमबर मुहम्मद की शिक्षाएं, आखिर राजनीति को कहां ले जाना चाहती है DMK

तमिलनाडु में ये कैसी राजनी​ति, शंकराचार्य को इतिहास में जगह नहीं दी तो पैगम्बर मुहम्मद को क्यों?

Vibhuti Ranjan द्वारा Vibhuti Ranjan
23 September 2025
in चर्चित, चर्चित, भारत, मत, राजनीति, शिक्षा, समीक्षा
तमिलनाडु के पठ्यक्रम में शामिल की गईं पैगमबर मुहम्मद की शिक्षाएं, DMK की वोट बैंक राजनीति और तमिलनाडु की शिक्षा नीति

सीएम स्टालिन के इस कदम की बीजेपी और अन्य विपक्षी दलों ने कड़ी आलोचना की है।

Share on FacebookShare on X

तमिलनाडु की राजनीति में फिर एक बार बहस का केंद्र बन गया है। राज्य के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने घोषणा की कि राज्य के स्कूल पाठ्यक्रम में पैगंबर मुहम्मद की शिक्षाओं को शामिल कर दिया गया है। उनका यह कदम सीधे तौर पर चुनाव से पहले उठाया गया माना जा रहा है, क्योंकि अगले वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं। इस बीच उनके इस निर्णय ने राजनीतिक विश्लेषकों के बीच गरमागरम बहस भी शुरू कर दी है। अब सवाल यह है कि द्रविड़ पार्टी शंकराचार्य को भी अपने इतिहास में जगह देगी? अगर नहीं, तो पैगम्बर मुहम्मद ही क्यों?

जानकारी हो कि सीएम स्टालिन ने सार्वजनिक रूप से कहा कि उनकी सरकार मुस्लिम समुदाय के प्रति अडिग समर्थन बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। यह घोषणा पैगम्बर मुहम्मद की 1500वीं जयंती के मौके पर आयोजित एक सार्वजनिक कार्यक्रम में की गई, जहां उन्होंने सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) के नेता नल्लै मुबारक की मांग को भी स्वीकार किया। ज्ञात हो कि SDPI, जिसे राजनीतिक दृष्टि से Popular Front of India (PFI) के साथ जोड़ा जाता है, लंबे समय से मुस्लिम समुदाय के हितों की पैरवी करता रहा है।

संबंधितपोस्ट

जब गमछा बना राजनीति का संदेश: पीएम मोदी की प्रतीक-प्रधान चुनावी रणनीति और जनता से सीधा जुड़ाव

तेजस्वी का प्रण बनाम एनडीए का संकल्प: बिहार में ‘वोटर मोहिनी’ का खेल और जीत का गणित

कांग्रेस की संघ से डर नीति पर अदालत की चोट: जनता के अधिकार कुचलने की कोशिश पर कर्नाटक हाईकोर्ट ने लगाया ब्रेक

और लोड करें

वोट बैंक राजनीति या शिक्षा की प्राथमिकता?

राजनीतिक विशेषज्ञ सीएम स्टालिन के इस कदम को स्पष्ट रूप से वोट बैंक राजनीति का हिस्सा मान रहे हैं। जानकारी हो कि DMK लंबे समय से मुस्लिम समुदाय के साथ अपने संबंधों को बनाए रखती आई है। इस दौरान सीएम स्टालिन ने अपनी सरकार के कई उपायों को भी गिनाया, जिनमें 3.5% आंतरिक आरक्षण, उर्दू भाषी मुसलमानों को पिछड़ा वर्ग में शामिल करना, अल्पसंख्यक कल्याण बोर्ड और तमिलनाडु उर्दू अकादमी की स्थापना व अन्य शामिल हैं। इस मौके पर उन्होंने हज हाउस का निर्माण और मिलाद-उन-नबी को सार्वजनिक अवकाश घोषित करने जैसी परंपराओं का भी जिक्र किया। आलोचक कहते हैं कि यह एक चुनावी रणनीति है, जिसका उद्देश्य मुस्लिम वोटों को अपनी ओर आकर्षित करना है। लेकिन, सवाल यह कि क्या हिन्दू तमिलनाडु में कुछ भी योगदान नहीं करते। अगर योगदान करते हैं तो उनकी उपेक्षा क्यों?

सीएम स्टालिन ने अपने भाषण में यह भी बताया कि DMK हमेशा मुस्लिम समुदाय के हित में खड़ा रहा है। उन्होंने AIADMK की आलोचना करते हुए कहा कि विपक्ष ने तीन तलाक जैसे विवादित मुद्दों पर चुप्पी साधे रखी। सीएम स्टालिन का इस तरह का राजनीतिक रुख यह दर्शाता है कि शिक्षा नीति को भी वोट बैंक की राजनीति से जोड़कर देखा जा रहा है।

तमिलनाडु की शिक्षा प्रणाली की नींव धर्मनिरपेक्ष और वैज्ञानिक दृष्टिकोण पर टिकी हुई है। शिक्षाविदों और समाजशास्त्रियों का मानना है कि शिक्षा का मुख्य उद्देश्य छात्रों में संकल्पनात्मक सोच, तर्कशक्ति और सामाजिक समझ को विकसित करना होना चाहिए। पैगंबर मुहम्मद की शिक्षाओं को पाठ्यक्रम में शामिल करना इस दृष्टि से विवादास्पद माना जा रहा है। आलोचकों का कहना है कि यह कदम धर्मनिरपेक्ष शिक्षा नीति के सिद्धांतों के खिलाफ जाता है और यह दिखाता है कि DMK के लिए राजनीतिक लाभ शिक्षा के नैतिक और शैक्षिक उद्देश्य से ऊपर है।

विशेषज्ञ भी सवाल उठाते हैं कि क्या अन्य भारतीय धार्मिक और दार्शनिक विचारकों जैसे शंकराचार्य या रामानुजाचार्य की शिक्षाओं को भी समान रूप से पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा। यदि ऐसा नहीं किया गया तो यह निर्णय सांप्रदायिक और असंतुलित है।

DMK का ऐतिहासिक दृष्टिकोण

DMK ने हमेशा अल्पसंख्यकों के साथ अपने रिश्ते को मजबूत रखा है। पार्टी की नींव ही सामाजिक न्याय और अल्पसंख्यक अधिकारों पर आधारित रही है। लेकिन इस बार उनकी ओर से उठाए गए इस कदम ने इस दृष्टिकोण को राजनीतिक अवसरवाद के रूप में पेश किया है।

इससे पहले एम करुणानिधि और सीएन अन्नादुरै जैसे पूर्व नेताओं ने भी अल्पसंख्यक हितों के लिए कई पहल की थी। मिलाद-उन-नबी को सार्वजनिक अवकाश घोषित करना, उर्दू अकादमी की स्थापना और पिछड़ा वर्ग में मुस्लिमों के लिए आरक्षण जैसी नीतियां इसके उदाहरण हैं। लेकिन चुनावी साल में पाठ्यक्रम में धार्मिक शिक्षाओं को शामिल करना इसे अलग स्तर का वोट बैंक रणनीति बनाता है। लेकिन, यह प्रवृत्ति खतरनाक है।

इससे पहले सीएम स्टालिन ने भाषण में गाजा में फिलिस्तीनियों के लिए भी अपनी चिंता व्यक्त की। इस तरह की अंतरराष्ट्रीय पहल यह संकेत देती है कि DMK की रणनीति सिर्फ़ स्थानीय अल्पसंख्यक तक सीमित नहीं है, बल्कि वैश्विक मुस्लिम मुद्दों से जुड़कर अपनी राजनीतिक पहचान बनाने की कोशिश भी है। राजनीतिक विश्लेषक कहते हैं कि इस तरह के कदम सांप्रदायिक राजनीति के तहत उठाये गए हैं। शिक्षा नीति को राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल करना दीर्घकालिक रूप से सामाजिक एकता और शिक्षा की गुणवत्ता पर असर डाल सकता है।

विपक्षी दलों ने की कड़ी आलोचना

सीएम स्टालिन के इस कदम की बीजेपी और अन्य विपक्षी दलों ने कड़ी आलोचना की है। बीजेपी प्रवक्ता नारायण तिरुपति ने इसे “DMK की वोट बैंक राजनीति का स्पष्ट उदाहरण” करार दिया। उन्होंने कहा कि यह निर्णय तमिल पहचान और धर्मनिरपेक्ष मूल्यों के साथ समझौता है। उन्होंने इसे खतरनाक भी ​बताया है। विशेषज्ञ भी इस बात पर जोर देते हैं कि शिक्षा के माध्यम से छात्रों को विविधता, तर्क और वैज्ञानिक दृष्टिकोण सिखाना चाहिए, न कि किसी विशेष धार्मिक समुदाय को राजनैतिक लाभ पहुँचाने के लिए पाठ्यक्रम बदलना।

तमिल पहचान और विरोधाभास

बता दें कि DMK हमेशा से तमिल पहचान के रक्षक के रूप में अपने आप को प्रस्तुत करती रही है। उसने “हिंदी भाषा थोपने” के खिलाफ जोरदार विरोध किया और तमिल भाषा को बढ़ावा दिया। लेकिन वही पार्टी अब धार्मिक शिक्षाओं को पाठ्यक्रम में शामिल कर रही है। यह विरोधाभास आलोचकों के लिए मुख्य बिंदु बन गया है।

राजनीतिक विश्लेषक कहते हैं कि यह दिखाता है कि DMK की प्राथमिकताएं सांस्कृतिक पहचान की रक्षा और मतदाता समूह को खुश रखने के बीच संतुलित नहीं हैं। जब शिक्षा नीति को राजनीति के प्रभाव में लाया जाता है तो यह दीर्घकालिक रूप से शिक्षा की गुणवत्ता और समाज में सामूहिक सोच पर नकारात्मक असर डाल सकता है।

राज्य सरकार का यह कदम केवल राजनीति और शिक्षा तक सीमित नहीं है। इससे समाज में धार्मिक और सांस्कृतिक ध्रुवीकरण की संभावना बढ़ सकती है। माता-पिता, शिक्षकों और छात्रों के बीच बहस शुरू हो चुकी है कि क्या स्कूलों में सिर्फ मुस्लिम शिक्षाओं को शामिल करना उचित है। कुछ सामाजिक कार्यकर्ता इसे मुस्लिम समुदाय के सशक्तिकरण और धार्मिक पहचान के लिहाज से सकारात्मक मानते हैं। उनका तर्क है कि यदि यह कदम संतुलित और समावेशी दृष्टिकोण के साथ उठाया जाए, तो यह सांस्कृतिक शिक्षा और धार्मिक जागरूकता का हिस्सा बन सकता है।

तमिलनाडु में DMK का यह कदम एक बार फिर उसकी वोट बैंक वाली राजनीति को उजागर करता है। जबकि सरकार इसे सामुदायिक सशक्तिकरण के रूप में प्रस्तुत करती है, आलोचक इसे राजनीतिक अवसरवाद और धर्मनिरपेक्षता के उल्लंघन के रूप में देखते हैं।

इसने शिक्षा, राजनीति और समाज के बीच संतुलन की आवश्यकता को भी सामने रखा है। छात्रों को ज्ञान और तर्कसंगत सोच सिखाने के बजाय यदि पाठ्यक्रम को राजनीतिक हितों के अनुसार बदला जाता है, तो यह लोकतांत्रिक और धर्मनिरपेक्ष मूल्यों के लिए खतरा बन सकता है।

आने वाले महीनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि DMK अन्य धार्मिक और दार्शनिक विचारकों को पाठ्यक्रम में शामिल करने का प्रयास करती है या नहीं। इसके अलावा, यह कदम राज्य की शिक्षा नीति, अल्पसंख्यक राजनीति और सांप्रदायिक संतुलन पर लंबी अवधि के प्रभाव छोड़ सकता है।

Tags: BJPcurriculumDMKMK STALINmuslim appeasementMuslimsProphet MuhammadTamil Naduvote bank politicsएमके स्टालिनतमिलनाडुपाठ्यक्रमपैगम्बर मुहम्मदभाजपामुस्लिममुस्लिम तुष्टिकरणवोट बैंक पॉलीटिक्स
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

दिल्ली पुलिस भर्ती 2025: सुरक्षा, युवाओं की उम्मीदें और बढ़ते अवसर

अगली पोस्ट

विदुषी संवाद- भाग 2: धर्मपारायणता और चरित्र की प्रतिमूर्ति देवी शची की कहानी

संबंधित पोस्ट

न्योमा यह भी साबित करता है कि भारत ने भविष्य की तैयारी को गंभीरता से लिया है।
आयुध

13,700 फीट की ऊंचाई पर भारत का गर्व: न्योमा एयरबेस सीमाओं की रक्षा, वायु शक्ति की नई उड़ान और राष्ट्र की अडिग सामरिक तैयारी का प्रतीक

2 November 2025

भारत ने अपनी सीमाओं की रक्षा और उसकी सामरिक ताकत को नई ऊंचाइयों तक ले जाने का एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। पूर्वी लद्दाख के...

भूरा बाल साफ करो: लालू-आरजेडी की जातिवादी राजनीति ने बिहार में फैलाई नफरत और हिंसा, उद्योग-बिजनेस से लेकर आम जनता तक सब हुआ आतंकित
चर्चित

भूरा बाल साफ करो: लालू-आरजेडी की जातिवादी राजनीति ने बिहार में फैलाई नफरत और हिंसा, उद्योग-बिजनेस से लेकर आम जनता तक सब हुआ आतंकित

1 November 2025

भारत के लोकतांत्रिक इतिहास में बिहार की राजनीति ने कई बार देश के सामने गंभीर सबक पेश किया है। 1990 के दशक में राज्य में...

80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़
अर्थव्यवस्था

80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

1 November 2025

भारत-पाकिस्तान संबंध हमेशा तनाव और जटिलताओं से भरे रहे हैं, लेकिन हालिया जल-सैन्य रणनीति ने पाकिस्तान के लिए खेल बदल दिया है। सिंधु बेसिन पर...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

How Pakistan’s Navy Is Linked to the Global Meth Smuggling Network?

How Pakistan’s Navy Is Linked to the Global Meth Smuggling Network?

00:04:44

How Marya Shakil Whitewashed RJD’s Genocidal ‘Bhura Baal Saaf Karo’ Slogan?

00:07:12

Will India Finally Know The Truth About Netaji’s Death?

00:08:41

When Grief Met Greed: The Shocking Story of a Father & Bengaluru’s Bribe Chain

00:07:45

How ‘Grokipedia’ Seeks to Correct Perceived Ideological Biases in India-Related Wikipedia Articles”

00:08:17
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited