85 साल बाद कांग्रेस को क्यों आई बिहार की याद? बीजेपी ने लगाए ये आरोप
TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    जनसंख्या के बदलते संतुलन पर असहज विमर्श प्रस्तुत करती पुस्तक ‘सेकुलरवाद और बदलती जनगणना के आंकड़े’

    जनसंख्या के बदलते संतुलन पर असहज विमर्श प्रस्तुत करती पुस्तक ‘सेकुलरवाद और बदलती जनगणना के आंकड़े’

    प्रधानमंत्री मोदी

    BJP ने व्हिप जारी कर सभी सांसदों को पूरे सप्ताह उपस्थित रहने के दिए निर्देश, क्या लोकसभा में कुछ बड़ा होने वाला है?

    अंडमान में एक मंच पर होंगे अमित शाह और मोहन भागवत; वीर सावरकर के कार्यक्रम में संघ-भाजपा के मजबूत तालमेल का संदेश

    अंडमान में एक मंच पर होंगे अमित शाह और मोहन भागवत; वीर सावरकर के कार्यक्रम में संघ-भाजपा के मजबूत तालमेल का संदेश

    उत्तर प्रदेश भाजपा में संगठन बदलाव की तैयारी शुरू-  14 दिसंबर को होगा नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान

    उत्तर प्रदेश भाजपा में संगठन बदलाव की तैयारी शुरू- 14 दिसंबर को होगा नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    हिंदी में पढ़ें वीर सावरकर की कविता ‘सागर प्राण तलमाला’

    हिंदी में पढ़ें वीर सावरकर की कविता ‘सागर प्राण तलमाला’

    भारतीय दर्शन और संविधान

    भारतीय चिंतन दृष्टि से संविधान: ज्ञान परंपरा में नागरिकता का इतिहास

    तालोम रुकबो

    अरुणाचल प्रदेश के वनवासियों को धर्मांतरण से बचाने वाले तालोम रुकबो: एक भूले-बिसरे नायक की कहानी

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह: आजादी की लड़ाई का योद्धा, जिसने काबुल में बनाई थी स्वतंत्र भारत की पहली निर्वासित सरकार

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    जनसंख्या के बदलते संतुलन पर असहज विमर्श प्रस्तुत करती पुस्तक ‘सेकुलरवाद और बदलती जनगणना के आंकड़े’

    जनसंख्या के बदलते संतुलन पर असहज विमर्श प्रस्तुत करती पुस्तक ‘सेकुलरवाद और बदलती जनगणना के आंकड़े’

    प्रधानमंत्री मोदी

    BJP ने व्हिप जारी कर सभी सांसदों को पूरे सप्ताह उपस्थित रहने के दिए निर्देश, क्या लोकसभा में कुछ बड़ा होने वाला है?

    अंडमान में एक मंच पर होंगे अमित शाह और मोहन भागवत; वीर सावरकर के कार्यक्रम में संघ-भाजपा के मजबूत तालमेल का संदेश

    अंडमान में एक मंच पर होंगे अमित शाह और मोहन भागवत; वीर सावरकर के कार्यक्रम में संघ-भाजपा के मजबूत तालमेल का संदेश

    उत्तर प्रदेश भाजपा में संगठन बदलाव की तैयारी शुरू-  14 दिसंबर को होगा नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान

    उत्तर प्रदेश भाजपा में संगठन बदलाव की तैयारी शुरू- 14 दिसंबर को होगा नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    हिंदी में पढ़ें वीर सावरकर की कविता ‘सागर प्राण तलमाला’

    हिंदी में पढ़ें वीर सावरकर की कविता ‘सागर प्राण तलमाला’

    भारतीय दर्शन और संविधान

    भारतीय चिंतन दृष्टि से संविधान: ज्ञान परंपरा में नागरिकता का इतिहास

    तालोम रुकबो

    अरुणाचल प्रदेश के वनवासियों को धर्मांतरण से बचाने वाले तालोम रुकबो: एक भूले-बिसरे नायक की कहानी

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह: आजादी की लड़ाई का योद्धा, जिसने काबुल में बनाई थी स्वतंत्र भारत की पहली निर्वासित सरकार

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

85 साल बाद कांग्रेस को क्यों आई बिहार की याद? बीजेपी ने लगाए ये आरोप

1940 के बाद पटना में पहली बार हुई ऐसी बैठक, क्या केवल चुनाव जीतने के लिए बिहार में हुआ कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का जुटान? जानते हैं इस रिपोर्ट में।

Vibhuti Ranjan द्वारा Vibhuti Ranjan
25 September 2025
in चर्चित, मत, राजनीति, समीक्षा
85 साल बाद कांग्रेस को क्यों आई बिहार की याद? बीजेपी ने लगाए ये आरोप

कांग्रेस को उम्मीद है कि तेलंगाना की तरह यहां भी बैठक से उसे ऊर्जा मिलेगी।

Share on FacebookShare on X

पटना के सदाकत आश्रम में बुधवार को कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक हुई। कांग्रेस ने इसे ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि यह अतीत और वर्तमान को जोड़ने का प्रयास है। पार्टी के बड़े नेता—मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी और तमाम दिग्गज इस बैठक में शामिल हुए। यह दावा किया गया कि 1940 के बाद पहली बार बिहार में ऐसी बैठक हो रही है और गांधी-नेहरू-राजेंद्र प्रसाद की स्मृतियों को संजोने के लिए पटना का चयन प्रतीकात्मक है। लेकिन इस प्रतीकवाद को लेकर बीजेपी सवाल खड़े कर रही है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद का कहना है कि कांग्रेस को बिहार की याद सिर्फ अपनी राजनीतिक मजबूरी और चुनावी लालसा के कारण आई है।

रविशंकर प्रसाद ने लगाए ये आरोप

रविशंकर प्रसाद का आरोप है कि कांग्रेस ने आजादी के बाद बिहार के नेताओं और विभूतियों को अपमानित किया। उनका कहना था कि जवाहरलाल नेहरू को डॉ. राजेंद्र प्रसाद राष्ट्रपति के रूप में स्वीकार नहीं थे। लेकिन, दबाव के चलते उन्हें राष्ट्रपति बनाना पड़ा। जयप्रकाश नारायण को हाशिए पर धकेला गया, जगजीवन राम को प्रधानमंत्री नहीं बनने दिया गया। उन्होंने कहा कि बीजेपी यह नैरेटिव गढ़ रही है कि कांग्रेस का असली चरित्र बिहार विरोधी रहा है और आज जब चुनाव सामने हैं, तो वह अचानक बिहार प्रेमी बनने का दिखावा कर रही है।

संबंधितपोस्ट

BJP ने व्हिप जारी कर सभी सांसदों को पूरे सप्ताह उपस्थित रहने के दिए निर्देश, क्या लोकसभा में कुछ बड़ा होने वाला है?

बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

जन्मदिवस विशेष: नाभा जेल में नेहरू की बदबूदार कोठरी और बाहर निकलने के लिए अंग्रेजों को दिया गया ‘वचनपत्र’

और लोड करें

बीजेपी की आपत्ति सिर्फ इतिहास तक सीमित नहीं है। वह कांग्रेस और उसके सहयोगियों की हाल की टिप्पणियों की भी याद दिला रही है। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव का बयान कि “बिहार का DNA खराब है”, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की टिप्पणी कि “बिहारी मजदूरों को पंजाब में नहीं घुसने देंगे” ये उदाहरण देते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि उसने कभी इनका विरोध नहीं किया। यही नहीं, लालू यादव के भ्रष्टाचार के मामलों पर भी कांग्रेस चुप्पी साधे रही। रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस की इस चुप्पी को “साझेदारी वाला अपराध” करार दिया।

बिहार में कांग्रेस के पतन की कहानी, आंकड़ों की जुबानी

भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने अपने आरोपों के साथ ठोस आंकड़े भी सामने रखे। उन्होंने कहा कि बिहार की राजनीति का इतिहास गवाह है कि कांग्रेस कभी सत्ता की धुरी हुआ करती थी, लेकिन अब उसकी स्थिति हाशिये पर है।

1967: कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी रही लेकिन बहुमत खो बैठी। यहीं से क्षेत्रीय दलों का उभार शुरू हुआ।

1972: कांग्रेस बहुमत के साथ लौटी और 324 में से 167 सीटें जीतीं। यह उसकी आखिरी बड़ी जीतों में से एक थी।

1977: जनता पार्टी की आंधी चली और कांग्रेस सिर्फ 57 सीटों पर सिमट गई।

1980: इंदिरा गांधी की वापसी के साथ कांग्रेस ने 169 सीटें जीतीं।

1985: कांग्रेस ने 196 सीटें जीतकर जबरदस्त बहुमत पाया। लेकिन, पांच साल में उसे चार मुख्यमंत्री बदलने पड़े।

1990: मंडल राजनीति और लालू प्रसाद के उदय ने कांग्रेस को हाशिए पर धकेल दिया। कांग्रेस सिर्फ 71 सीटें ही जीत पाई।

2000: कांग्रेस महज 23 सीटों पर सिमट गई।

2010: कांग्रेस केवल 4 सीटों पर जीत के साथ सबसे निचले पायदान पर चली गई।

2020: राजद गठबंधन के साथ 70 सीटों पर लड़ी, लेकिन सिर्फ 19 सीटें मिलीं। स्ट्राइक रेट—27 फीसदी, जो गठबंधन के अन्य दलों से काफी कम।

यह आंकड़े बीजेपी के लिए सबसे बड़ा हथियार हैं। पार्टी बार-बार कहती है कि कांग्रेस का बिहार में अब कोई जनाधार नहीं बचा है।

राहुल गांधी की “वोटर अधिकार यात्रा”

कांग्रेस ने अपनी सक्रियता दिखाने के लिए हाल ही में ‘वोटर अधिकार यात्रा’ निकाली। राहुल गांधी ने 16 दिन तक 25 जिलों में घूमकर 183 सीटों को कवर करने की कोशिश की। उन्होंने महागठबंधन के सहयोगियों के साथ मंच साझा किया और ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ का नारा दिया। कांग्रेस ने इसे ऐतिहासिक बताया, लेकिन बीजेपी ने इसे खोखला करार दिया। इस दौरान दो जगहों पर प्रधानमंत्री की मां को गाली भी दी गई, जो बिहार के लोगों को रास नहीं आयी। जगह जगह इसका विरोध भी हुआ।

इधर, बीजेपी नेताओं का कहना है कि यह यात्रा सिर्फ कांग्रेस कार्यकर्ताओं को उत्साहित करने का प्रयास थी। लेकिन, जनता के बीच इसका कोई असर नहीं पड़ा। उलटे, इसी यात्रा के दौरान राहुल गांधी द्वारा प्रधानमंत्री मोदी की मां पर आपत्तिजनक टिप्पणी कांग्रेस की छवि के लिए नुकसानदेह साबित हुई। बीजेपी इस बयान को लगातार जनता के बीच मुद्दा बना रही है।

सीट बंटवारे की खींचतान

बिहार में कांग्रेस के लिए सबसे बड़ी चुनौती महागठबंधन में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाना है। 2020 में मिली 19 सीटों के प्रदर्शन के बावजूद कांग्रेस इस बार भी 70 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है। लेकिन, राजद इस मांग को मानने को तैयार नहीं दिख रहा है। लालू प्रसाद और तेजस्वी बार-बार कह रहे हैं कि कांग्रेस का स्ट्राइक रेट खराब है। इसलिए उसे 50–55 सीटों से ज्यादा नहीं मिलनी चाहिए। दूसरी ओर, गठबंधन में नए सहयोगियों के आने से सीटों पर दबाव और बढ़ गया है। पिछले चुनावों में भी कुछ ऐसा ही वाकया सामने आया था। लालू प्रसाद हर बार कांग्रेस को कम सीटें देने पर अड़ जाते हैं और कांग्रेस उनकी बात मान लेती रही है।

बीजेपी इस स्थिति को कांग्रेस की “कमजोर bargaining power” का सबूत बताती है। उसका तर्क है कि कांग्रेस अपने दम पर बिहार में खड़ी नहीं हो सकती, इसलिए उसे राजद के सहारे रहना पड़ता है। यही असली सच भी हैं। क्योंकि, बिहार में कांग्रेस के पास संशाधनों की तो कमी नहीं है। लेकिन, नेता नदारद हैं। जो भी नेता हैं बिहार में, वो मैदान में तो नहीं दिखते। हां, चुनाव के दौरान सक्रियता जरूर दिखाई देती है।

ये है हकीकत

कांग्रेस की पटना में बैठक का उद्देश्य इतिहास की विरासत को वर्तमान से जोड़ना बताया जा रहा है। सदाकत आश्रम का चयन इसी प्रतीकवाद का हिस्सा बताया जा रहा है। कांग्रेस को उम्मीद है कि तेलंगाना की तरह यहां भी बैठक से उसे ऊर्जा मिलेगी। लेकिन सवाल यह है कि क्या सिर्फ प्रतीकवाद से जनता का विश्वास जीता जा सकता है?

बीजेपी का कहना है कि बिहार की जनता अब विकास की राजनीति चाहती है, न कि अवसरवाद की। उनके मुताबिक कांग्रेस बिहार के लिए कभी गंभीर नहीं रही। वह सिर्फ चुनाव आने पर यहां सक्रिय होती है और बाकी समय दिल्ली में खो जाती है।

बीजेपी का आरोप है कि कांग्रेस ने बिहार की आत्मा को बार-बार अपमानित किया और अब चुनाव से पहले यहां आकर बैठकें कर रही है। रविशंकर प्रसाद के शब्दों में-“कांग्रेस को बिहार की याद सिर्फ अपने राजनीतिक फायदे के लिए आई है। जनता जान चुकी है कि यह पार्टी अब सिर्फ वंश और सत्ता के लिए जीती है।” 85 साल बाद पटना में कांग्रेस की कार्यसमिति की बैठक जरूर हुई, लेकिन इसका प्रभाव क्या होगा, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा। फिलहाल तो बीजेपी जनता के बीच यह सवाल उठाने में सफल हो चुकी है कि क्या कांग्रेस सचमुच बिहार के लिए आई है, या फिर सिर्फ चुनावी टिकट और सत्ता की लालसा में?

Tags: BiharBJPCongressCWC meetingMallikarjun KhargeRahul GandhiRavi Shankar Prasadsonia gandhiकांग्रेसबिहारबीजेपीमल्लिकार्जुन खरगेरविशंकर प्रसादराहुल गाँधीसीडब्ल्यूसी की बैठकसोनिया गाँधी
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

भारतीय इतिहास शास्त्र की अवधारणा एवं स्वरूप

अगली पोस्ट

अमेरिका के बदले सुर: अब ट्रंप और मोदी के मुलाकात की तैयारी

संबंधित पोस्ट

जनसंख्या के बदलते संतुलन पर असहज विमर्श प्रस्तुत करती पुस्तक ‘सेकुलरवाद और बदलती जनगणना के आंकड़े’
समीक्षा

जनसंख्या के बदलते संतुलन पर असहज विमर्श प्रस्तुत करती पुस्तक ‘सेकुलरवाद और बदलती जनगणना के आंकड़े’

15 December 2025

अंग्रेजी भाषा में कहा जाता है कि ‘डेमोग्राफी इज डेमोक्रेसी’। किसी भी देश में लोकतंत्र रहेगा या नहीं रहेगा ये इस बात पर निर्भर करता...

प्रधानमंत्री मोदी
भारत

BJP ने व्हिप जारी कर सभी सांसदों को पूरे सप्ताह उपस्थित रहने के दिए निर्देश, क्या लोकसभा में कुछ बड़ा होने वाला है?

15 December 2025

संसद का मौजूदा शीतकालीन सत्र इसी 19 दिसंबर को समाप्त हो रहा है, यानी सरकार के पास अहम विधेयकों को पास कराने के लिए एक...

अंडमान में एक मंच पर होंगे अमित शाह और मोहन भागवत; वीर सावरकर के कार्यक्रम में संघ-भाजपा के मजबूत तालमेल का संदेश
चर्चित

अंडमान में एक मंच पर होंगे अमित शाह और मोहन भागवत; वीर सावरकर के कार्यक्रम में संघ-भाजपा के मजबूत तालमेल का संदेश

12 December 2025

अंडमान-निकोबार में शुक्रवार का दिन ऐतिहासिक ही नहीं, राजनीतिक रूप से भी बेहद अहम रहने वाला है। क्योंकि आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

00:07:37

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

00:06:59

Dhurandar: When a Film’s Reality Shakes the Left’s Comfortable Myths

00:06:56

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45

Why Rahul Gandhi’s US Outreach Directs to a Web of Shadow Controversial Islamist Networks?

00:08:04
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited