ज्ञान

कांग्रेस के कलकत्ता अधिवेशन से निकले थे ये 3 क्रांतिकारी, जिन्हें नहीं मिला उनका उचित सम्मान

“इतिहास में कोई भी परिवर्तन केवल वार्तालाप से कभी प्राप्त नहीं हुआ” कलकत्ता अधिवेशन: इस बात में कितनी सत्यता है इसे प्रमाणित करने...

लिस्ट्रीन ने अपने माउथवॉश प्रोडक्ट को बेचने के लिए कैसे किया ‘प्लाक बीमारी’ का आविष्कार

हम आपसे यदि पूछें कि आप अपने मुंह को स्वच्छ रखने के लिए क्या करते हैं? आपका उत्तर होगा मुंह को स्वच्छ रखने...

‘बीमारों का खाना’ नहीं भारत की प्रथम पैन इंडिया डिश है खिचड़ी

आपने अंडररेटेड क्लासिक्स, अंडेररेटेड फिल्मों के बारे में तो अवश्य सुना होगा परंतु कभी अंडररेटेड व्यंजन के बारे में सुना है? यदि नहीं,...

कैसे मिशनरी संचालित स्कूलों ने भारतीयों को पढ़े लिखे गंवारों में परिवर्तित कर दिया

किसी समय लॉर्ड मैकाले नामक एक अंग्रेज़ अफसर ने कहा था कि यदि भारत में अपना राज स्थापित करना है तो एक ऐसी...

द्रोणाचार्य का एकलव्य से अंगूठा मांगना पूरी तरह से तार्किक और देशभक्तिपूर्ण था

द्रोणाचार्य कैसे गुरु थे जिन्होंने एकलव्य का अंगूठा ही ले लिया? कैसे गुरु थे वे, जिन्होंने अपने प्रिय शिष्य अर्जुन को श्रेष्ठ बताने...

जब मोहनदास करमचंद गांधी ने स्वामी श्रद्धानंद के हत्यारे का किया था बचाव

कभी विनायक दामोदर सावरकर ने एक बहुत ही महत्वपूर्ण बात कही थी, “मुझे न ईसाइयों से भय है और न ही मुसलमानों से,...

हनुमान जी और भगवान परशुराम सहित प्राचीन भारत में 7 नहीं बल्कि 8 चिरंजीवी हुए हैं

अश्वत्थामा बलिर्व्यासो हनुमांश्च विभीषणः। कृपः परशुरामश्च सप्तैते चिरंजीविनः॥ सप्तैतान् संस्मरेन्नित्यं मार्कण्डेयमथाष्टमम्। जीवेद्वर्षशतं सोपि सर्वव्याधिविवर्जित।। अर्थात् कोई भी व्यक्ति अश्वत्थामा, बलि, व्यास, हनुमानजी, विभीषण,...

HAIFA की लड़ाई: जब तोप, बम, बंदूक पर भारी पड़े भारतीय योद्धाओं के भाला और तलवार

“तू लगा दांव,तू लगा पेंच तू दिखा जिगर, तू दिखा तेज....” इन पंक्तियों को अगर आप ध्यान से पढ़ें तो इनमें स्वत: ही...

पीवी नरसिम्हा राव की मौत के बाद कांग्रेस ने जो किया था, वही ‘कांग्रेसी कल्चर’ है?

राजनीति का षड्यंत्र के साथ कितना गहरा नाता है इसे समझना अधिक कठिन नहीं है। आप इतिहास के पन्नों को पलटेंगे तो षड्यंत्रों...

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