TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    Assam Panchayat Chunav 2025

    असम में सिक्का उछाल कर हुआ चुनावी जीत-हार का अनोखा फैसला

    राष्ट्र के नाम संबोधन के दौरान पीएम मोदी

    पीएम मोदी के संबोधन पर पाकिस्तानी और विदेशी मीडिया ने क्या कहा?

    operation sindoor trademark

    ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के ट्रेडमार्क को लेकर क्या है विवाद?

    india pakistan ceasefire inside story

    भारत पाकिस्तान ‘सीजफायर’ की इनसाइड स्टोरी, क्यों अमेरिका के पास पहुंचा पाक?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    अमेरिका पर भारत लगाएगा रेसिप्रोकाल टैरिफ

    टैरिफ पर भारत का बड़ा एलान, एल्युमिनियम-स्टील इंपोर्ट पर 25% ड्यूटी वसूल रहे US पर लगाई जायेगी रेसिप्रोकाल टैरिफ

    Meta Facebook Double Face

    फेसबुक का दोगला चेहरा! फाइनेंशियल फ्रॉड को बढ़ावा, राष्ट्रवादी विचार पर एक्शन; क्या ये जानबूझकर कर रहा है मेटा?

    GST On UPI Transactions

    क्या सच में 2000 रुपये से ऊपर के UPI ट्रांजेक्शन पर लगेगा GST? जानें सरकार का स्पष्टीकरण

    15 दिन में तीसरी बार डाउन हुआ UPI, लोग बोले- ‘फिर कैश की और बढ़ रहे हैं हम’

    15 दिन में तीसरी बार डाउन हुआ UPI, लोग बोले- ‘फिर कैश की और बढ़ रहे हैं हम’

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    Drone Warfare india pakistan

    प्रथम विश्व युद्ध से भारत-पाक तक: ड्रोन कैसे बदल रहे हैं जंग की दिशा?; जानें इतिहास, टेक्नोलॉजी और उपयोग की पूरी कहानी

    BrahMos

    पाकिस्तान में तबाही मचाने वाली सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ‘BrahMos’ की पूरी कहानी, जानें क्या है अब्दुल कलाम से संबंध?

    China Pakistan Operation Sindoor India

    ऑपरेशन सिंदूर से ड्रैगन की खुली पोल: पाकिस्तान की हार में चीन को क्यों हो रहा है दर्द?

    India Pakistan Ceasefire

    परमाणु विहीन हो जाता पाकिस्तान! आखिर कैसे भारत ने घुटनों पर लाया?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल

    विदेश मंत्रालय ने नकारा डोनाल्ड ट्रंप का दावा, कहा- कश्मीर मामले में किसी की मध्यस्थता स्वीकार नहीं करेंगे

    Taliban Ban Chess In Afghanistan

    ‘शरिया के खिलाफ है शतरंज’, तालिबान के निशाने पर राजा, वजीर और प्यादे; अफगानिस्तान में लगा बैन

    Turkey helping Pakistan

    भारत के खिलाफ पाकिस्तान की मदद क्यों कर रहा है तुर्की?

    JD Vance On India Pakistan tension

    भारत के साथ दुनिया: पाकिस्तान को अमेरिका से झटका, जेडी वेंस ने कहा- हम दखल नहीं देंगे

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया में बुद्ध के जन्म को ‘वेसाक' उत्सव के रूप में मनाते हैं जो 'वैशाख' शब्द का अपभ्रंश है

    भगवान बुद्ध: मानवता के लिए शांति और करुणा का रास्ता

    RSS के द्वितीय सरसंघचालक श्रीगुरुजी

    RSS के द्वितीय सरसंघचालक श्रीगुरुजी का 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान दिया गया संदेश

    28 अगस्त के भारतीय सैनिकों ने रणनीतिक हाजी पीर दर्रे पर कब्जा कर लिया था (सोर्स: www.adityaaryaarchive.com)

    हाजी पीर दर्रा: भूली हुई जीत, जिंदा ज़ख्म — पुरानी भूल सुधारने का यही वक्त है

    उरुकागिना सुधार से वैदिक साहित्य तक, प्राचीन सभ्यताओं में छिपी हैं मानवाधिकार की जड़ें

    उरुकागिना सुधार से वैदिक साहित्य तक, प्राचीन सभ्यताओं में छिपी हैं मानवाधिकार की जड़ें

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    IPL 2025 Suspended

    भारत पाकिस्तान तनाव के बीच IPL-2025 सस्पेंड, बचे हुए थे 16 मैच

    NC Classic Arshad Nadeem Neeraj Chopra

    नीरज चोपड़ा ने पाकिस्तान के अरशद नदीम को NC क्लासिक में खेलने का दिया न्यौता, आलोचना के बाद दी सफाई

    IPL 2025: पहलगाम आंतकी हमले के बाद MI vs SRH मैच में होंगे ये बदलाव; विराट-पांड्या समेत कई क्रिकेटर्स ने जताया शोक

    IPL 2025: पहलगाम आंतकी हमले के बाद MI vs SRH मैच में होंगे ये बदलाव; विराट-पांड्या समेत कई क्रिकेटर्स ने जताया शोक

    Loud Horns Health Minister Nitin Gadkari

    तेज हॉर्न सेहत पर कैसे डालते हैं असर? नितिन गडकरी निकालेंगे समाधान

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    Assam Panchayat Chunav 2025

    असम में सिक्का उछाल कर हुआ चुनावी जीत-हार का अनोखा फैसला

    राष्ट्र के नाम संबोधन के दौरान पीएम मोदी

    पीएम मोदी के संबोधन पर पाकिस्तानी और विदेशी मीडिया ने क्या कहा?

    operation sindoor trademark

    ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के ट्रेडमार्क को लेकर क्या है विवाद?

    india pakistan ceasefire inside story

    भारत पाकिस्तान ‘सीजफायर’ की इनसाइड स्टोरी, क्यों अमेरिका के पास पहुंचा पाक?

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    अमेरिका पर भारत लगाएगा रेसिप्रोकाल टैरिफ

    टैरिफ पर भारत का बड़ा एलान, एल्युमिनियम-स्टील इंपोर्ट पर 25% ड्यूटी वसूल रहे US पर लगाई जायेगी रेसिप्रोकाल टैरिफ

    Meta Facebook Double Face

    फेसबुक का दोगला चेहरा! फाइनेंशियल फ्रॉड को बढ़ावा, राष्ट्रवादी विचार पर एक्शन; क्या ये जानबूझकर कर रहा है मेटा?

    GST On UPI Transactions

    क्या सच में 2000 रुपये से ऊपर के UPI ट्रांजेक्शन पर लगेगा GST? जानें सरकार का स्पष्टीकरण

    15 दिन में तीसरी बार डाउन हुआ UPI, लोग बोले- ‘फिर कैश की और बढ़ रहे हैं हम’

    15 दिन में तीसरी बार डाउन हुआ UPI, लोग बोले- ‘फिर कैश की और बढ़ रहे हैं हम’

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    Drone Warfare india pakistan

    प्रथम विश्व युद्ध से भारत-पाक तक: ड्रोन कैसे बदल रहे हैं जंग की दिशा?; जानें इतिहास, टेक्नोलॉजी और उपयोग की पूरी कहानी

    BrahMos

    पाकिस्तान में तबाही मचाने वाली सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ‘BrahMos’ की पूरी कहानी, जानें क्या है अब्दुल कलाम से संबंध?

    China Pakistan Operation Sindoor India

    ऑपरेशन सिंदूर से ड्रैगन की खुली पोल: पाकिस्तान की हार में चीन को क्यों हो रहा है दर्द?

    India Pakistan Ceasefire

    परमाणु विहीन हो जाता पाकिस्तान! आखिर कैसे भारत ने घुटनों पर लाया?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल

    विदेश मंत्रालय ने नकारा डोनाल्ड ट्रंप का दावा, कहा- कश्मीर मामले में किसी की मध्यस्थता स्वीकार नहीं करेंगे

    Taliban Ban Chess In Afghanistan

    ‘शरिया के खिलाफ है शतरंज’, तालिबान के निशाने पर राजा, वजीर और प्यादे; अफगानिस्तान में लगा बैन

    Turkey helping Pakistan

    भारत के खिलाफ पाकिस्तान की मदद क्यों कर रहा है तुर्की?

    JD Vance On India Pakistan tension

    भारत के साथ दुनिया: पाकिस्तान को अमेरिका से झटका, जेडी वेंस ने कहा- हम दखल नहीं देंगे

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया में बुद्ध के जन्म को ‘वेसाक' उत्सव के रूप में मनाते हैं जो 'वैशाख' शब्द का अपभ्रंश है

    भगवान बुद्ध: मानवता के लिए शांति और करुणा का रास्ता

    RSS के द्वितीय सरसंघचालक श्रीगुरुजी

    RSS के द्वितीय सरसंघचालक श्रीगुरुजी का 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान दिया गया संदेश

    28 अगस्त के भारतीय सैनिकों ने रणनीतिक हाजी पीर दर्रे पर कब्जा कर लिया था (सोर्स: www.adityaaryaarchive.com)

    हाजी पीर दर्रा: भूली हुई जीत, जिंदा ज़ख्म — पुरानी भूल सुधारने का यही वक्त है

    उरुकागिना सुधार से वैदिक साहित्य तक, प्राचीन सभ्यताओं में छिपी हैं मानवाधिकार की जड़ें

    उरुकागिना सुधार से वैदिक साहित्य तक, प्राचीन सभ्यताओं में छिपी हैं मानवाधिकार की जड़ें

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    IPL 2025 Suspended

    भारत पाकिस्तान तनाव के बीच IPL-2025 सस्पेंड, बचे हुए थे 16 मैच

    NC Classic Arshad Nadeem Neeraj Chopra

    नीरज चोपड़ा ने पाकिस्तान के अरशद नदीम को NC क्लासिक में खेलने का दिया न्यौता, आलोचना के बाद दी सफाई

    IPL 2025: पहलगाम आंतकी हमले के बाद MI vs SRH मैच में होंगे ये बदलाव; विराट-पांड्या समेत कई क्रिकेटर्स ने जताया शोक

    IPL 2025: पहलगाम आंतकी हमले के बाद MI vs SRH मैच में होंगे ये बदलाव; विराट-पांड्या समेत कई क्रिकेटर्स ने जताया शोक

    Loud Horns Health Minister Nitin Gadkari

    तेज हॉर्न सेहत पर कैसे डालते हैं असर? नितिन गडकरी निकालेंगे समाधान

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

धर्मनिरपेक्षता का प्रतीक या फिर जिहाद का समर्थक? मौलाना आज़ाद का वास्तविक चेहरा

Abhinav Kumar द्वारा Abhinav Kumar
18 October 2019
in इतिहास, ज्ञान
मौलाना आज़ाद, खिलाफत आंदोलन
Share on FacebookShare on X

मौलाना आज़ाद का वास्तविक चेहरा

वर्ष 2019, “खिलाफत आंदोलन” का शताब्दी वर्ष, खिलाफतवादियों ने 17 अक्टूबर, 1919 को ‘खिलाफत दिवस’ मनाया था। इस “खिलाफत आंदोलन” के दौरान खिलाफत आंदोलन की एक पैन इस्लामिक, राजनीतिक विरोध अभियान था।  जब भारत में खिलाफत आंदोलन की शुरुआत हुई थी तब उस समय मुस्लिमों में भारी आकुलता थी। पहला विश्वयुद्ध खत्म हो गया तो उसके बाद अलग-अलग साम्राज्यों पर शासन करने की होड़ मच गई। इस दौरान जर्मनी के साथ-साथ तुर्की को भी पराजय का सामना करना पड़ा था। इसके साथ ही ब्रिटेन एवं तुर्की के बीच होने वाली सीवर्स की संधि से तुर्की के सुल्तान (खलीफा) के पूरे अधिकार छीन लिए गए थे और इस तरह से तुर्की का आस्तित्व खतरे में आ गया।

जिसका मुख्य कारण केन्द्रीय इस्लामी खिलाफत से मुसलमानों का गहरा संबंध, भावनात्मक लगाव और गहरा प्रेम था। इसलिए खिलाफत आंदोलन को इस्लाम की रूह और मजहब की बुनियाद माना जाता है। आंदोलन द्वारा अंग्रेजों के सामने खलीफा के प्रभुत्व को दोबारा स्थापित करने और खलीफा को ज्यादा भू-क्षेत्र देने की मांग रखी गई। उन्होंने खलीफा की रक्षा के लिए 1920 में खिलाफत घोषणा पत्र का भी प्रकाशन किया।  वर्ष 1919 में मोहम्मद अली और शौकत अली (अली बंधुओं के नाम से प्रसिद्ध), मौलाना अबुल कलाम आज़ाद, हसरत मोहानी व कुछ अन्य के नेतृत्व में तुर्की के साथ हुए अन्याय के विरोध में खिलाफत आन्दोलन चलाया गया। इस आंदोलन को महात्मा गांधी की पहली भूल भी मानी जाती है जिसने देश को विभाजन के रास्ते पर मोड़ दिया था। महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन में मुस्लिमों का समर्थन लेने के लिए खिलाफत आंदोलन का समर्थन किया था।

संबंधितपोस्ट

मुहम्मद गौरी के दान किए 2 गांव से शुरू हुआ वक्फ, आज 9 लाख एकड़ से अधिक जमीन पर कर चुका है कब्जा

स्वतंत्रता के लिए फांसी का फंदा चूमने वाले क्रांतिकारी काशीराम, जिन्हें अपने ही देशवासियों ने ठहराया था डाकू

मातृभूमि के लिए हंसते-हंसते फांसी का फंदा चूमने वाले…भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु की अमर गाथा

और लोड करें

खिलाफत आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले मौलाना आज़ाद को भारत में एक महान स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षाविद माना जाता है। कांग्रेस ने उन्हें देश का पहला शिक्षा मंत्री तक बना दिया था। लेकिन हाथी के दाँत खाने के अलग और दिखाने के अलग होते हैं। दिखने वाले दाँत की मांग भी ज्यादा होती है। यही हाल मौलाना आज़ाद की भी थी।

आज भी उनके भाषणों को सेक्युलरिज्म पर ज्ञान देने के लिए याद किया जाता है। लेकिन यह वास्तविक सच्चाई से कोसों दूर है। उनके बारे में जानने के लिए मौलाना आज़ाद की उर्दू में लिखी किताब ‘खुत्बात-ए-आज़ाद’ को पढ़ना चाहिए। इस किताब के अनुसार 27 अक्टूबर, 1914 को, कोलकाता में एक बड़ी मुस्लिम सभा को संबोधित करते हुए, मौलाना अबुल कलाम आज़ाद, ने बताया था कि जिहादी बेटे और उसके परिवार के सदस्यों के बीच क्या संबंध होना चाहिए।

उन्होंने कहा था, “यह बिरादरी (मुसलमानों का समुदाय) अल्लाह द्वारा स्थापित की गई है… दुनिया में सभी रिश्ते टूट सकते हैं लेकिन इस रिश्ते को कभी भी खत्म नहीं किया जा सकता है। यह संभव है कि एक पिता अपने बेटे के खिलाफ हो जाए, यह असंभव नहीं कि एक माँ अपने बच्चे को अपनी गोद से अलग कर दे, यह संभव है कि एक भाई दूसरे भाई का दुश्मन बन जाए…लेकिन एक चीनी मुस्लिम के साथ एक अफ्रीकी मुस्लिम का रिश्ता इस पृथ्वी की कोई भी ताकत नहीं तोड़ सकती है। यही रिश्ता भारत के मुस्लिमों को मक्का के वंशज कुरैशी के साथ जोड़ता है।”

इस बयान से यह समझा जा सकता है कि उनके नज़र में एक माँ से बच्चे के रिश्ते से ज्यादा महत्वपूर्ण कौम का रिश्ता था। यह भाषण उन्होंने उस समय दिया था जब विश्व में इस्लाम बढ़ चरम पर था और भारत से भी खिलाफत आंदोलन के लिए मुस्लिम तुर्की की ओर प्रस्थान कर रहे थे। इससे स्पष्ट समझा जा सकता है कि उनका मकसद भारत के मुसलमानों को तुर्की के मुसलमानों की मदद के लिए भेजना था जिनसे भारतीयों का वास्तव में कोई लेना देने ही नहीं था।

आगे मौलाना आज़ाद ने कहा था, “यदि इस्लाम की आत्मा जीवित है, तो मुझे यह कहना चाहिए कि यदि तुर्की में हो रहे युद्ध के मैदान किसी मुस्लिम के गले में कांटा फंस जाता है तो, तो मैं अल्लाह की कसम खा कर कहता हूं, जब तक वह उस कांटे हो अपने गले में महसूस नहीं करता तब तक वह सच्चा मुसलमान नहीं है। क्योंकि मिलत-ए-इस्लाम (वैश्विक मुस्लिम समुदाय) एक एकल निकाय है।”

आगे उन्होंने पैगंबर मोहम्मद की बातें बताते हुए कहा, “एक मोमीन के साथ दूसरा मोमीन ठीक वैसे ही है जैसे दीवार में एक ईंट दूसरे ईंट के बगल में होता है।”

तब मौलाना आज़ाद ने कुरान से अल-फ़तह के आयत 29 का हवाला देते हुए कहा, ” आप लोग काफ़िरों के खिलाफ अत्यंत कठोर रहे लेकिन अपने लोगों के लिए अत्यंत सहानुभूतिपूर्ण और दयालु।” यह आयात मुसलमानों को अपने लोगों के बीच दोस्ती रखने और कफ़िरों (काफिरों) के खिलाफ सख्त होने की बात करता है।

उन्होंने यूरोप पर इस्लाम को बदनाम करने का भी आरोप लगाया था और कहा था, “अगर यह सच है कि इस्लाम खत्म करने के लिए तलवार को तेज किया जा रहा है, तो हम किस झिझक से ढाल बनाने में लगे हैं।”

उन्होंने “मुस्लिम विश्वविद्यालय” की आवश्यकता के बारे में बोलते हुए कहा था, “सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हमें अलीगढ़ में एक विश्वविद्यालय का निर्माण करना है, इसके लिए 30 लाख रुपये एकत्र करने हैं, यह “अलीगढ़ के काबा” के रूप में काम करेगा। जिस दिन विश्वविद्यालय स्थापित हो जाएगा उस दिन अल्लाह खुद स्ट्रैची हॉल की छत पर उतरेंगे। यह दिन कौम के लिए, अल्लाह के लिए सबसे जरूरी दिन होगा। आयत 5: 3 में भी अल्लाह कहतें हैं “ऐसा दिन मेरे लिए और मेरे कौम के पूर्ण है।‘’

इस्लामवादी आतंकी संगठनों के लिए भर्ती करने वाले मौलनाओं के भाषण से यह भाषण कितना अलग है? मोहम्मद अली जिन्ना और एचएस सुहरावर्दी द्वारा तीन दशक बाद एक ही शहर में direct action day पर दिये गए भाषणों से यह कितना अलग है? यह भाषण एक दृष्टिकोण से तैयार किया गया था। ऐसे भाषणों के बाद ही भारत से 18,000 से अधिक मुसलमान अंग्रेजों के खिलाफ जिहाद लड़ने तुर्की गए थे। इस खिलाफत आंदोलन की सच्चाई के बारे में डॉ. आंबेडकर ने अपनी पुस्तक ‘थॉट्स ऑन पाकिस्तान’ (1940) में लिखा, ‘सच्चाई यह है कि असहयोग आंदोलन का उद्गम खिलाफत आंदोलन से हुआ, न कि स्वराज्य के लिए कांग्रेसी आंदोलन से। खिलाफतवादियों ने तुर्की की सहायता के लिए इसे शुरू किया और कांग्रेस ने उसे खिलाफतवादियों की सहायता के लिए अपनाया। उसका मूल उद्देश्य स्वराज्य नहीं, बल्कि खिलाफत था और स्वराज्य का गौण उद्देश्य बनाकर उससे (बाद में) जोड़ दिया गया था, ताकि हिंदू भी उसमें भाग लें।’

हालांकि यह भी एक तथ्य यह है कि मौलाना आज़ाद अहिंसक सविनय अवज्ञा के दौरान गांधी के विचारों के समर्थक बन गए, और 1919 रौलट एक्ट के विरोध में असहयोग आंदोलन को संगठित करने का काम किया। लेकिन यह नहीं भूलना चाहिए कि वह खिलाफत आंदोलन (1919-22) के नेता के रूप में उभरे थे, जिसका उद्देश्य ओटोमन साम्राज्य और खलीफा को बहाल करना था।

एक तरफ तो मौलाना आज़ाद हिन्दू-मुस्लिम एकता की बात करते थे तो वहीं दूसरी तरफ वह एक सैद्धांतिक रूप से इस्लामिस्ट थे। ये वही खिलाफत आंदोलन था जो तुरंत हिन्दू विरोधी बन गया जिसकी सबसे भयावहता मालाबार में देखी गई थी जहां 10,000 से अधिक हिंदुओं को मोपलाओं ने मौत के घाट उतार दिया था।

स्टैनले वोलपार्ट ने अपनी पुस्तक ‘जिन्ना ऑफ पाकिस्तान’ (1984) में लिखा है कि खिलाफत के खात्मे पर पूरे भारत में जहां-तहां मुसलमानों ने हिंदुओं पर गुस्सा उतारा। हत्या, दुष्कर्म, जबरन धर्मांतरण, अंग-भंग और क्रूर अत्याचार किए। पूरे खिलाफत आंदोलन के दौर की परख करने पर आश्चर्य होता है कि गांधी जी के अहिंसा संबंधी दोहरेपन तथा खिलाफत आंदोलन की किस बड़े पैमाने पर लीपा-पोती हुई है। उस आंदोलन के दुष्परिणामों से देश आज तक पूरी तरह नहीं उबर सका है।

यह हैरानी की बात नहीं है कि इस्लाम के प्रकाण्ड पंडित मौलाना अबुल कलाम आज़ाद भी तुर्की की खलीफाशाही के प्रति निष्ठावान थे। उनके विचार में यह अंतर्राष्ट्रीय इस्लाम के हित में था। उन्होंने यह भी कहा था, “दारूल इस्लाम के क्षेत्रों पर जिन लोगों ने अधिकार कर लिया है, उनके विरुद्ध ‘जिहाद’ करना मुसलमानों का मजहबी दायित्य है।”

मौलाना आज़ाद ने कहा था कि “विश्वास और कुफ़्र (गैर-विश्वास) के बीच भेदभाव” का समय आ गया है” और उन्होंने कुरान की आयत 2:14 का हवाला दिया: “मुनाफिकीन (पाखंडियों के बीच) मुसलमान, जब वे मुसलमानों से मिलते हैं तो वे कहते हैं, हम मुसलमान हैं। लेकिन जब वे गैर-मुस्लिम से मिलते हैं, तो वे कहते हैं, हम दिल से आपके साथ हैं … ”

यह सोचने वाली बात है कि “जिहाद” का एक खुला समर्थन करने वाला व्यक्ति भारत का पहला शिक्षा मंत्री था। इन भाषणों को पढ़ कर आप उस क्षति का सिर्फ अंदाजा लगा सकते हैं जो उन्होंने अपने शिक्षा मंत्री के कार्यकाल के दौरान भारत और भारत की शिक्षा प्रणाली को दी होगी।

Tags: इतिहासखिलाफत आंदोलनगांधी जीमौलाना आजाद
शेयर609ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

ट्रम्प ने लिखा पत्र, एर्दोगन ने पहले इसे फाड़ दिया फिर सख्ती पर घुटने टेक दिए

अगली पोस्ट

भारत को घेरने की पाकिस्तान की नई योजना, हरामीनाले के पास 55 sq km जमीन चीन को दी

संबंधित पोस्ट

दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया में बुद्ध के जन्म को ‘वेसाक' उत्सव के रूप में मनाते हैं जो 'वैशाख' शब्द का अपभ्रंश है
संस्कृति

भगवान बुद्ध: मानवता के लिए शांति और करुणा का रास्ता

12 May 2025

आज जब सम्पूर्ण विश्व अपने विभिन्न आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक समस्याओं से जूझ रहा है तो मानवता को किसी ऐसे विचार की आवश्यकता है जो...

RSS के द्वितीय सरसंघचालक श्रीगुरुजी
इतिहास

RSS के द्वितीय सरसंघचालक श्रीगुरुजी का 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान दिया गया संदेश

10 May 2025

पहलगाम में स्थानीय रेडिकल इस्लामिक आतंकियों की मदद से पाकिस्तानी आतंकियों द्वारा पहचान पूछकर हिन्दू पर्यटकों की हत्या के बाद भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ लॉन्च...

28 अगस्त के भारतीय सैनिकों ने रणनीतिक हाजी पीर दर्रे पर कब्जा कर लिया था (सोर्स: www.adityaaryaarchive.com)
इतिहास

हाजी पीर दर्रा: भूली हुई जीत, जिंदा ज़ख्म — पुरानी भूल सुधारने का यही वक्त है

9 May 2025

मुज़फ़्फ़र रज़्मी का एक शेर है- ये जब्र भी देखा है तारीख़ की नज़रों ने लम्हों ने ख़ता की थी सदियों ने सज़ा पाई आज...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Pakistan needs money from IMF to feed their people

Pakistan needs money from IMF to feed their people

00:15:20

Vacate PoK and more: Steps Pakistan needs to take to avoid Indian military action

00:06:36

Taking The Wire’s Propaganda Piece on VP to the Cleaners – Feat. Prof. Kapil Kumar

00:09:19

Rahul Gandhi Undermines India’s Electoral Integrity as Trump Applauds It

00:07:09

Why Pakistan army chief reminds two nation theory| what is the plan| Waqf Bill |Asim Munir| Jinnah

00:13:02
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited