TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    पीएम मोदी बंगाल दौरा

    पीेएम मोदी का पश्चिम बंगाल दौरा, 3,200 करोड़ को लेकर सियासी हलचल

    कर्नाटक सीएम सिद्धारमैया

    कर्नाटक में फिर बदल रही है सियासी तस्वीर, सत्ता को लेकर हलचल तेज

    भाजपा विधायक लक्ष्मण यादव

    उत्तराखंड की तर्ज पर हरियाणा विधानसभा में उठी लिव – इन – रिलेशनशिप को कंडीशनल बनाने की मांग

    बंग्लादेश युवक हत्या

    बांग्लादेश में हिंदू मज़दूर की हत्या: मैमनसिंह में भीड़ की हिंसा, जांच में जुटी पुलिस

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    16 दिसंबर को पाकिस्तान के पूर्वी मोर्चे के कमांडर जनरल ए के नियाजी ने 93,000 सैनिकों के साथ सरेंडर किया था

    ढाका सरेंडर: जब पाकिस्तान ने अपने लोगों की अनदेखी की और अपने देश का आधा हिस्सा गंवा दिया

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    nick fluentes

    कौन हैं निक फ्यूएंटेस और क्यों अमेरिका के लिए ख़तरा है उनका यहूदी-विरोध

    sajid akram

    सिडनी हमलावर साजिद अकरम का इंडिया लिंक, तेलंगाना पुलिस ने किया खुलासा

    17 दिसंबर राइट ब्रदर्स दिवस: मानव उड़ान की ऐतिहासिक शुरुआत और विज्ञान की जीत

    17 दिसंबर राइट ब्रदर्स दिवस: मानव उड़ान की ऐतिहासिक शुरुआत और विज्ञान की जीत

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    goa mukti diwas

    गोवा मुक्ति दिवस: राष्ट्रीय सम्मान और संकल्प का प्रतीक

    kakori hatyakand

    क्रान्ति की मशाल : काकोरी कांड के अमर नायक पंडित रामप्रसाद ‘बिस्मिल’

    kakori hatya kand

    बलिदान दिवस : देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहूति देने वाले अमर

    राष्ट्रीय अपमान का बदला: सांडर्स वध से गूंजा भारत का क्रांतिकारी प्रतिशोध

    राष्ट्रीय अपमान का बदला: सांडर्स वध से गूंजा भारत का क्रांतिकारी प्रतिशोध

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    पीएम मोदी बंगाल दौरा

    पीेएम मोदी का पश्चिम बंगाल दौरा, 3,200 करोड़ को लेकर सियासी हलचल

    कर्नाटक सीएम सिद्धारमैया

    कर्नाटक में फिर बदल रही है सियासी तस्वीर, सत्ता को लेकर हलचल तेज

    भाजपा विधायक लक्ष्मण यादव

    उत्तराखंड की तर्ज पर हरियाणा विधानसभा में उठी लिव – इन – रिलेशनशिप को कंडीशनल बनाने की मांग

    बंग्लादेश युवक हत्या

    बांग्लादेश में हिंदू मज़दूर की हत्या: मैमनसिंह में भीड़ की हिंसा, जांच में जुटी पुलिस

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    16 दिसंबर को पाकिस्तान के पूर्वी मोर्चे के कमांडर जनरल ए के नियाजी ने 93,000 सैनिकों के साथ सरेंडर किया था

    ढाका सरेंडर: जब पाकिस्तान ने अपने लोगों की अनदेखी की और अपने देश का आधा हिस्सा गंवा दिया

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    nick fluentes

    कौन हैं निक फ्यूएंटेस और क्यों अमेरिका के लिए ख़तरा है उनका यहूदी-विरोध

    sajid akram

    सिडनी हमलावर साजिद अकरम का इंडिया लिंक, तेलंगाना पुलिस ने किया खुलासा

    17 दिसंबर राइट ब्रदर्स दिवस: मानव उड़ान की ऐतिहासिक शुरुआत और विज्ञान की जीत

    17 दिसंबर राइट ब्रदर्स दिवस: मानव उड़ान की ऐतिहासिक शुरुआत और विज्ञान की जीत

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    goa mukti diwas

    गोवा मुक्ति दिवस: राष्ट्रीय सम्मान और संकल्प का प्रतीक

    kakori hatyakand

    क्रान्ति की मशाल : काकोरी कांड के अमर नायक पंडित रामप्रसाद ‘बिस्मिल’

    kakori hatya kand

    बलिदान दिवस : देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहूति देने वाले अमर

    राष्ट्रीय अपमान का बदला: सांडर्स वध से गूंजा भारत का क्रांतिकारी प्रतिशोध

    राष्ट्रीय अपमान का बदला: सांडर्स वध से गूंजा भारत का क्रांतिकारी प्रतिशोध

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

बजट- करोड़ों का, काम- कुर्सियाँ तोड़ना; HAL की तरह CSIR भी बेकार है, इसे तुरंत बंद कर देना चाहिए

तुम्हारा काम क्या है CSIR?

Abhinav Kumar द्वारा Abhinav Kumar
7 September 2020
in मत
CSIR
Share on FacebookShare on X

भारत में कई ऐसी सार्वजनिक संस्थाएं हैं जो चलती तो सार्वजनिक फंड से हैं लेकिन उनका काम किसी काम का नहीं। जिस तरह से HAL आज एक असफल संस्था बन कर देश के करोड़ो रुपये खा रही है लेकिन काम के नाम पर हड़ताल ही दिखाई देती है, वैसे ही एक और संस्था है CSIR यानि Council of Scientific and Industrial Research।

यह संस्था काम और शोध तो सभी क्षेत्रों में करती है लेकिन न तो उस काम से राजस्व का उत्पादन हो रहा है और न ही उन शोधों का भारत की जनता के जीवन में लाभ हो रहा है। इस संस्था को हर वर्ष करोड़ों का बजट आवंटित होता है परन्तु उपलब्धि के नाम पर कोई विशेष रिकॉर्ड नहीं। भारत का सबसे बड़ा सार्वजनिक वित्त पोषित अनुसंधान संस्थान, वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR) ने पिछले पांच वर्षों से अपनी वार्षिक रिपोर्ट और विवरण को सार्वजनिक भी नहीं किया है जिससे इसके कार्यों और उपलब्धियों का पता चल सके।

संबंधितपोस्ट

पीेएम मोदी का पश्चिम बंगाल दौरा, 3,200 करोड़ को लेकर सियासी हलचल

कर्नाटक में फिर बदल रही है सियासी तस्वीर, सत्ता को लेकर हलचल तेज

SHANTI बिल: नरेन्द्र मोदी सरकार की परमाणु ऊर्जा नीति, विकसित भारत की भविष्य दृष्टि

और लोड करें

CSIR जिनकी प्रयोगशालाएं विभिन्न उद्योग जैसे एयरोस्पेस से लेकर खाद्य प्रौद्योगिकी तक लगी हुई हैं, उसे हर साल हजारों करोड़ रुपये का सार्वजनिक धन मिलता है। लेकिन कहीं भी पारदर्शिता नहीं है। उदाहरण के लिए, केंद्र ने वित्त वर्ष 2019-20 के लिए CSIR को 4,832 करोड़ आवंटित किए थे।

1942 में स्थापित, सीएसआईआर PHD की डिग्री सबसे अधिक देता है और राष्ट्र में किसी भी अन्य अनुसंधान और विकास सुविधा की तुलना में अधिक पेटेंट फाइल किए, लेकिन इसने उन पेटेंटों से राजस्व कमाई करने में संघर्ष करता है। CSIR द्वारा विकसित प्रौद्योगिकियां सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्रों में विफल रही हैं।

CSIR देश का सबसे बड़ा सार्वजनिक क्षेत्र का अनुसंधान और विकास संगठन है, जिसमें 4600 से अधिक वैज्ञानिक कार्यरत हैं। लखनऊ स्थित सेंटर फॉर माइक्रोबियल रिसर्च के निदेशक गणेश पांडे कहते हैं कि CSIR ‘कई मुद्दों से घिरी’ है।

2009 की एक रिपोर्ट के अनुसार 1999 से 2009 के बीच CSIR प्रयोगशालाओं को भारत और विदेशों में 5,014 पेटेंट दिए गए हैं। हिंदुस्तान टाइम्स (HT) द्वारा सूचना के अधिकार के माध्यम से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, इनसे अर्जित धन 36.8 करोड़ रुपए था, लेकिन इन्हें दाखिल करने की लागत 228.64 करोड़ रुपये थी। यानि जितने रुपये का खिलौना नहीं उससे अधिक का तो झुनझुना हो जाता है जिससे न तो देश को कोई फायदा होता है और नहीं ही सरकार को।

ऐसा नहीं है कि CSIR द्वारा बनाई गई हर चीज़ नाकामयाब है। एक रिपोर्ट CSIR-Tech: Path Forward के अनुसार CSIR द्वारा बनाए गए कई ऐसे तकनीक हैं जो विश्व स्तरीय है और उनसे कई बिलियन डॉलर की कमाई की जा सकती है लेकिन CSIR अपने टाल मटोल रवैये के कारण इसका फायदा नहीं उठा पाई है। ऐसा तभी होता है जब किसी संस्था में “व्यावसायिकता की कमी” होती है और नेतृत्व पर भी शक होता है। रिपोर्ट लिखने वाले वैज्ञानिक Shiva Ayyadurai ने CSIR को “एक दूसरे से संपर्क में खुलेपन” और “सभी प्रतिभागियों की जवाबदेही” स्थापित करने की सिफारिश की थी।

ऐसा नहीं है कि इस संस्था का यह हाल पिछले कुछ वर्षों में हुआ है, बल्कि यह ढीलापन इसकी स्थापना के बाद से ही है। वर्ष 1984 में प्रकाशित इंडिया टू़डे की एक रिपोर्ट के अनुसार उस दौरान भी यह संस्था इससे भी औसत दर्जे की थी। 1983-84 में, CSIR की तत्कालीन 39 प्रयोगशालाओं में से 13 ने एक भी पेटेंट दाखिल नहीं करा पाई थी जबकि इनके खर्च करोड़ों में थे। उस समय, CSIR का उसके 39 प्रयोगशालाओं के साथ 18,203 वैज्ञानिकों और 5,942 प्रशासनिक कर्मियों का वार्षिक खर्च लगभग 130 करोड़ रुपये था परंतु आउटकम शून्य था।

इस संस्था ने भारत के पहले नागरिक विमान SARAS को बनाने में सरकार के 400 करोड़ रुपये खर्च कर दिए जिसे नेशनल एयरोस्पेस लैबोरेटरीज, बेंगलुरु द्वारा तैयार किया गया था और यह विमान अपने पहले ही परीक्षण में दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें कोई लाभ नहीं हुआ। इसके अलावा इस संस्था का ओपन सोर्स ड्रग डिस्कवरी ’कार्यक्रम भी बेहद असफल रहा।

यही नहीं वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक यानि CAG के रडार पर भी आया था। CAG ने इस संस्थान को कुप्रबंधन, उपकरणों का उपयोग न करने, राजस्व की कमाई में कमी और शोध पत्रों के प्रकाशन में 40 से 70 प्रतिशत से अधिक की कमी के कारण फटकार लगाई थी।

वर्ष 2006 में वैज्ञानिक विभागों पर अपनी रिपोर्ट में, CAG ने कहा था कि CSIR ने 39 प्रयोगशालाओं और संस्थानों के आधुनिकीकरण पर 262.38 करोड़ रुपये खर्च किए, लेकिन अतिरिक्त राजस्व उत्पन्न करने का मुख्य उद्देश्य हासिल नहीं कर सका। इसके अलावा कई प्रयोगशालाएं और संस्थान निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने में असमर्थ थे।

CSIR की मौजूदा समस्याओं में ‘उचित दृष्टिकोण की कमी, संगठन को बदलने के लिए प्रेरक नेतृत्व की कमी और इंडस्ट्री के साथ उसके घटते संबंध शामिल हैं। यही नहीं पिछले दो दशकों में कदमों के कारण भी कई समस्याएँ पैदा हुई हैं जो इस संस्था को सिर्फ रुपया खाने वाले संस्थान में परिवर्तित कर दिया है। कुछ CSIR प्रयोगशालाओं को छोड़कर, अधिकांश प्रयोगशालाएँ निजी कंपनियों से पैसा नहीं जुटा सकतीं क्योंकि उनके पास न ही technology marketing है और न ही intellectual property या उद्योगों के साथ बातचीत करने की क्षमताएं। यानि यह कहना गलत नहीं होगा कि CSIR ने अपने संसाधनों के साथ सभी क्षेत्रों हाथ फैलाने के असंभव कार्य को करने की कोशिश की जिसमें वो लगभग सभी में असफल ही नजर आई।

आज अगर देखा जाए तो यह संस्था हाथी के दिखने वाले दांत की तरह नजर आ रही है जिसका कोई फायदा नहीं है और ऊपर से सार्वजनिक फंड खा रही वो अलग। CSIR को 21 वीं सदी की वैश्विक चुनौतियों का सामना करने के लिए एक उचित दृष्टिकोण के साथ एक पूर्ण ओवरहॉल की आवश्यकता है। अगर बदलाव नहीं हो सकता है तो इस संस्था का बंद कर दिया जाना या इसे प्राइवेट बना दिया जाना एक उचित कदम रहेगा।

शेयर58ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

‘3 दशक पुराने इस्लामी कानून का अंत’, लोकतांत्रिक देश बनने की दिशा में सूडान का ऐतिहासिक कदम

अगली पोस्ट

अब ग्रीस और भारत मिलकर समुद्र में भी चीन को चुनौती दे रहे हैं ,पर कैसे ?

संबंधित पोस्ट

ऑपरेशन सिंदूर 2:0
मत

दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

21 November 2025

पाकिस्तान एक आतंकी मुल्क है और इसमें शायद ही किसी को कोई संशय हो, ख़ुद पाकिस्तान के मित्र भी न सिर्फ इसे अच्छी तरह जानते...

शशि थरूर पीएम की तारीफ कर अपनी ही पार्टी के अंदर निशाने पर आ गए हैं
चर्चित

कांग्रेस का नया नियम यही है कि चाहे कुछ भी हो जाए पीएम मोदी/बीजेपी का हर क़ीमत पर विरोध ही करना है?

21 November 2025

कांग्रेस के नेता देश ही नहीं विदेशों में भी जाकर लोकतंत्र बचाने की दुहाई देते रहते हैं। लेकिन जब बारी आंतरिक लोकतंत्र की आती है...

आतंकवाद को भावुकता की आड़ में ढकने की कोशिश
चर्चित

दिल्ली धमाका: ‘वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल’ की बर्बरता को कैसे ‘ह्यूमनाइज़’ कर रहे हैं  The Wire जैसे मीडिया संस्थान ?

17 November 2025

NIA ने स्पष्ट कर दिया है कि दिल्ली में लाल किले के पास हुआ धमाका, सामान्य हमला नहीं बल्कि फिदायीन हमला था। यानी आई-20 कार...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Captured Turkish YIHA drone Showed by the Indian Army |Defence News| Operation Sindoor

Captured Turkish YIHA drone Showed by the Indian Army |Defence News| Operation Sindoor

00:00:58

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

00:07:37

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

00:06:59

Dhurandar: When a Film’s Reality Shakes the Left’s Comfortable Myths

00:06:56

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited