TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

    सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

    जंगलराज की जड़ें: बिहार के अंधेरे दौर की शुरुआत

    जंगलराज : लालू-राबड़ी राज की स्याह विरासत

    रणनीति और दृष्टि: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व की असली पहचान

    रणनीति और दृष्टि: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व की असली पहचान

    नरेंद्र मोदी: वडनगर से विश्व मंच तक, राजनीति के नए युग की कहानी

    नरेंद्र मोदी: वडनगर से विश्व मंच तक, राजनीति के नए युग की कहानी

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

    सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

    पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

    पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

    सीजफायर पर ट्रंप की किरकिरी, पाकिस्तान ने भी माना भारत का पक्ष

    सीजफायर पर ट्रंप की किरकिरी, पाकिस्तान ने भी माना भारत का पक्ष

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

    सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

    पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

    पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

    यूएन में भारत का प्रहार: पाकिस्तान की असफलता और भारत की मजबूती का खुलासा

    यूएन में भारत का प्रहार: पाकिस्तान की असफलता और भारत की मजबूती का खुलासा

    अमेरिका का रक्तपिपासु सभ्यता-नैरेटिव और भारत का शांतिपूर्ण विकल्प

    अमेरिका का रक्तपिपासु सभ्यता-नैरेटिव और भारत का शांतिपूर्ण विकल्प

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

    पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

    अमेरिका का रक्तपिपासु सभ्यता-नैरेटिव और भारत का शांतिपूर्ण विकल्प

    अमेरिका का रक्तपिपासु सभ्यता-नैरेटिव और भारत का शांतिपूर्ण विकल्प

    जंगलराज की जड़ें: बिहार के अंधेरे दौर की शुरुआत

    जंगलराज : लालू-राबड़ी राज की स्याह विरासत

    पेरियार: मिथक, वास्तविकता और तमिल अस्मिता के साथ विश्वासघात

    पेरियार: मिथक, वास्तविकता और तमिल अस्मिता के साथ विश्वासघात

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

    सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

    जंगलराज की जड़ें: बिहार के अंधेरे दौर की शुरुआत

    जंगलराज : लालू-राबड़ी राज की स्याह विरासत

    रणनीति और दृष्टि: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व की असली पहचान

    रणनीति और दृष्टि: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व की असली पहचान

    नरेंद्र मोदी: वडनगर से विश्व मंच तक, राजनीति के नए युग की कहानी

    नरेंद्र मोदी: वडनगर से विश्व मंच तक, राजनीति के नए युग की कहानी

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

    सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

    पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

    पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

    सीजफायर पर ट्रंप की किरकिरी, पाकिस्तान ने भी माना भारत का पक्ष

    सीजफायर पर ट्रंप की किरकिरी, पाकिस्तान ने भी माना भारत का पक्ष

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

    सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

    पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

    पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

    यूएन में भारत का प्रहार: पाकिस्तान की असफलता और भारत की मजबूती का खुलासा

    यूएन में भारत का प्रहार: पाकिस्तान की असफलता और भारत की मजबूती का खुलासा

    अमेरिका का रक्तपिपासु सभ्यता-नैरेटिव और भारत का शांतिपूर्ण विकल्प

    अमेरिका का रक्तपिपासु सभ्यता-नैरेटिव और भारत का शांतिपूर्ण विकल्प

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

    पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

    अमेरिका का रक्तपिपासु सभ्यता-नैरेटिव और भारत का शांतिपूर्ण विकल्प

    अमेरिका का रक्तपिपासु सभ्यता-नैरेटिव और भारत का शांतिपूर्ण विकल्प

    जंगलराज की जड़ें: बिहार के अंधेरे दौर की शुरुआत

    जंगलराज : लालू-राबड़ी राज की स्याह विरासत

    पेरियार: मिथक, वास्तविकता और तमिल अस्मिता के साथ विश्वासघात

    पेरियार: मिथक, वास्तविकता और तमिल अस्मिता के साथ विश्वासघात

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

द्विराष्ट्र सिद्धांत के ‘जनक’ सैयद अहमद खान हैं

विभाजन के लिए जिन्ना जिम्मेदार तो था, लेकिन उससे भी बड़ा जिम्मेदार कोई था तो उसका नाम सैयद अहमद खान है....

Yashwant Singh द्वारा Yashwant Singh
17 October 2021
in समीक्षा
द्विराष्ट्र सिद्धांत के ‘जनक’ सैयद अहमद खान हैं
Share on FacebookShare on X

भारत देश की मूल कल्पना सनातन धर्म के ग्रन्थों के हिसाब से बहुत पहले से है। मार्कण्डेय पुराण बताता है कि यहां लोग तबसे रह रहे हैं जब अन्य धर्मों का जन्म भी नहीं हुआ था। फिर समय के साथ यहां लोग आते गए, कुछ लोगों ने देश हित में अपना योगदान जोड़ा, तो बहुतों ने इसे तोड़ा। आज देश को तोड़ने वाले या फिर भारत-पाकिस्तान का विभाजन करने वाले व्यक्ति का जन्म हुआ था। उसका नाम सैयद अहमद खान था। दो राष्ट्र सिद्धांत के जनक सर सैयद अहमद खान थे, जिन्होंने 1876 में लिखा था, “मुझे विश्वास है कि हिंदू और मुसलमान कभी भी मिलकर एक राष्ट्र नहीं बना सकते क्योंकि उनका धर्म और जीवन जीने का तरीका एक दूसरे से काफी अलग है।”

आज भले वाद-विवाद, बहसों में सावरकर या जिन्नाह को 2 नेशन थ्योरी के लिए दोषी ठहराया जाता है, सावरकर की इसमें कितनी भूमिका थी यह शोध का विषय है, इसके विपरीत जिन्नाह जिम्मेदार तो था, लेकिन उससे भी बड़ा जिम्मेदार कोई था तो उसका नाम सैयद अहमद खान है। ये वही व्यक्ति है जिसने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की नीवं रखी थी और जिसे हिन्दू मुसलमान का साथ रहना गवारा नहीं था। भारत में मरने के बाद जहां चरित्र साफ करने की बेबुनियाद कोशिश होती रहती है, वहीं वामपंथियों द्वारा बहुत हद तक सैयद अहमद खान के चरित्र को साफ किया गया। सैयद अहमद खान ने यह कहकर अपने आप को दार्शनिक बना दिया कि अगर हिन्दू-मुस्लिम साथ रहेंगे तो दंगे होंगे। ऐसे नफरती इंसान के नामपर आज भी देश भर में तमाम सभागार, पुस्तकालय मौजूद है।

संबंधितपोस्ट

सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

यूएन में भारत का प्रहार: पाकिस्तान की असफलता और भारत की मजबूती का खुलासा

और लोड करें

यह सबको मालूम है कि टू नेशन थ्योरी की घटना मूल रूप से उपमहाद्वीप में इस्लाम के आगमन के साथ शुरू हुई। पाकिस्तान के निर्माण के बारे में यह भावना बहुत महत्वपूर्ण थी।

और पढ़ें: 2016 में ISKCON मंदिर ने ‘इफ्तार पार्टी’ आयोजित की थी, 2021 में कट्टरपंथियों ने इसे ही तोड़ डाला

टू नेशन थ्योरी के पीछे मूल अवधारणा ही यह थी कि मुस्लिम और हिंदू हर प्रकार से दो अलग राष्ट्र थे, इसलिए उप-महाद्वीप के मुस्लिम बहुसंख्यक क्षेत्रों में मुसलमानों को अपनी मातृभूमि रखने का अधिकार दिया जाए, जहां वे धार्मिक पद्दति के अनुसार अपना जीवन जी सकें। इस्लाम की शिक्षाएँ और उसके प्रावधानों से मनुष्य जिए। यह अवधारणा ही दो अलग राजनीतिक सोच को जन्म देने के लिए पर्याप्त थी, जो उपमहाद्वीप के विभाजन के लिए जिम्मेदार हुई।

भारतीय उपमहाद्वीप में इस्लाम के आगमन के बाद दो राष्ट्रों (हिंदू और मुस्लिम) की अवधारणा बनी लेकिन 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के बाद इसे एक सिद्धांत में बदल दिया गया। सर सैयद अहमद खान को दो राष्ट्र सिद्धांत के जनक के रूप में माना जाता है। पहली बार सैयद अहमद खान ने महसूस किया कि मुस्लिम और हिंदू एक साथ नहीं रह सकते हैं और मुसलमानों को एक अलग राष्ट्र के रूप में माना और एक अलग मातृभूमि की मांग की जहां मुसलमान इस्लाम के अनुसार अपने जीवन जीने के तरीके का अभ्यास कर सकें।

अल्लामा इकबाल ने सर सैयद के विचार को दार्शनिक स्पष्टीकरण प्रदान किया और कायद-ए-आज़म ने इस सिद्धांत का समर्थन किया और और इसे एक राजनीतिक वास्तविकता में बदल दिया।

सैयद अहमद खान ने सावरकर के जन्म से पहले से ही द्वि-राष्ट्र सिद्धांत के लिए समर्थन दे दिया था। खान ने तर्क दिया कि मुसलमानों को अंग्रेजों से लड़ने के बजाय ब्रिटिश साम्राज्य के साथ सहयोग करना चाहिए। उन्होंने मुसलमानों को इंपीरियल सिविल सर्विसेज (आईसीएस) की सेवा के लिए तैयार करने के लिए मुहम्मडन एंग्लो ओरिएंटल कॉलेज (अब अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के रूप में जाना जाता है) की स्थापना की, जहाँ के छात्रों को जिन्ना ने भारत के विरुद्ध पाकिस्तान का हथियार कहा।

शुरुआत में सर सैयद भारतीय राष्ट्रवाद में विश्वास करते थे लेकिन बाद में हिंदी-उर्दू विवाद के कारण अखंड भारत से सैयद का विश्वास हिल गया और उसने दो राष्ट्र सिद्धांत की वकालत करना शुरू कर दिया। उसने मुसलमानों को एहसास कराया कि वे अलग हैं, उनका धर्म बहुत शक्तिशाली है।

सर सैयद अहमद खान पहले मुस्लिम नेता थे जिन्होंने मुसलमानों के लिए “नेशन” शब्द का इस्तेमाल किया था। सर सैयद के अनुसार भारत में दो राष्ट्र हैं, हिंदू और मुसलमान। वे एक साथ नहीं रह सकते थे और जैसे-जैसे समय बीतता जाएगा उनके बीच दुश्मनी होगी। सैयद का विचार था कि हिंदू और मुसलमान दो अलग-अलग राष्ट्र हैं क्योंकि उनके धर्म, इतिहास, संस्कृति और सभ्यता एक दूसरे से भिन्न थे।

सर सैयद के राजनीतिक विचारों को इस संक्षेप में प्रस्तुत किया जा सकता है:-

1. भारत एक महाद्वीप था, देश नहीं।
2. यह विभिन्न जातियों और विभिन्न पंथों की एक विशाल आबादी द्वारा बसा हुआ था।
3. इनमें हिंदू और मुस्लिम, राष्ट्रीयता, धर्म, रीति-रिवाजों, संस्कृतियों, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक परंपराओं के आधार पर दो प्रमुख राष्ट्र थे।
4. अंग्रेजों के जाने के बाद, वे राजनीतिक शक्ति को समान रूप से साझा नहीं कर सकते।
5. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस मुसलमानों को स्वीकार्य नहीं थी।
6. मुसलमान पश्चिमी प्रकार के लोकतांत्रिक ढांचे को स्वीकार नहीं कर सकते थे क्योंकि जनसंख्या के 1/4 अनुपात में, उन्हें हिंदुओं द्वारा गुलाम बनाया जा सकता था।

7. यदि कांग्रेस अपनी लड़ाई में सफल हो भी गई तो एक विनाशकारी गृहयुद्ध होगा।

ऐसे में यह जान लेना अवश्यक है कि दो अलग देशों की सोच के पीछे हाथ सैयद अहमद खान का ही था।

शेयर127ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

मिलिए ‘Bisexual’ सुपरमैन से – Woke Culture की नवीनतम पेशकश

अगली पोस्ट

सुनो अक्षय कुमार, लक्ष्मी बॉम्ब की तरह ‘Ratsasan’ को मत बर्बाद कर देना  

संबंधित पोस्ट

जंगलराज की जड़ें: बिहार के अंधेरे दौर की शुरुआत
इतिहास

जंगलराज : लालू-राबड़ी राज की स्याह विरासत

18 September 2025

बिहार की राजनीति में जब “जंगलराज” शब्द उभरा, तो यह किसी विपक्षी नेता की गढ़ी हुई परिभाषा नहीं थी। यह उस दौर की सच्चाई थी,...

रणनीति और दृष्टि: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व की असली पहचान
चर्चित

रणनीति और दृष्टि: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व की असली पहचान

17 September 2025

भारत की राजनीति में नेताओं की चर्चा अक्सर उनके चुनावी भाषणों, जनसभाओं की भीड़ या बड़े नारों तक सीमित रहती है। लेकिन जब केंद्रीय मंत्री...

नरेंद्र मोदी: वडनगर से विश्व मंच तक, राजनीति के नए युग की कहानी
चर्चित

नरेंद्र मोदी: वडनगर से विश्व मंच तक, राजनीति के नए युग की कहानी

17 September 2025

17 सितंबर—आज जब भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना जन्मदिन मना रहे हैं, तब यह महज़ कैलेंडर पर दर्ज़ एक तारीख नहीं है। यह तारीख...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

What Pakistan Planned After Hyderabad’s Surrender Will Shock You| Untold Story of Op Polo

What Pakistan Planned After Hyderabad’s Surrender Will Shock You| Untold Story of Op Polo

00:03:43

Inside the Waqf Case: What SC’s Interim Order Really Means?

00:19:34

Where Is Kerala Heading? | The Shocking Truth of CPM’s Hate Towards Hindus

00:05:16

How China’s Military Reach Rises on the Backs of Its Silenced Citizens?

00:08:27

Why Congress Wants to Erase Chhatrapati Shivaji Maharaj from Public Memory?

00:06:37
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited