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Threads ट्विटर को खत्म कर सकता है पर…

खेल तो अभी शुरू भयो है!

Animesh Pandey द्वारा Animesh Pandey
10 July 2023
in व्यापार
Threads ट्विटर को खत्म कर सकता है पर…
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बंधु ट्विटर से आगे बढ़ें, थ्रेड्स का आगमन हो चुका है। Meta के मठाधीश, श्री श्री 420 मार्क जुक्कूबर्ग के सानिध्य में इस सामाजिक प्रचार मंच ने सभी बंधु बांधवों का ध्यान आकृष्ट किया है।

ट्विटर संहारक?

अब मार्क भाई का यह उत्पाद इतना प्रचलन में क्यों है, इसके अपने विशिष्ट कारण है। ट्विटर का जो मैला, क्षमा करें, जो विरासत मियां जैक डॉर्सी ने छोड़ी है, उसे साफ करने में एलन चचा तक की कमर टूट जाएगी। वोकवाद हो, अलगाववादियों और आतंकियों को बढ़ावा देना हो, या फिर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को केवल अपनी बात रखने के लिए ट्विटर समेत कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स से हटवाना हो, इस मंच पर सब कुछ देखने को मिला है। इसके कारण न केवल अधिकतम जनता का मोहभंग हुआ है, अपितु इसने Threads के लिए एक अनोखा अवसर प्रदान किया है।

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परंतु बात यहीं पे खत्म नहीं होती। ट्विटर की वर्तमान दुर्गति में थोड़ा हाथ इसके वर्तमान अध्यक्ष एलन मस्क का भी है। वो कैसे? उनके प्रभाव ने कुछ सकारात्मक बदलाव लाए हैं, परंतु  उनका व्यापारिक दृष्टिकोण विवादों का केंद्र बना हुआ है। देखिए, अनाधिकारिक रूप से ट्विटर एक पीआर टूल समान है, और ऐसे में वेरीफिकेशन के लिए चार्ज करना कोई अप्रत्याशित कदम नहीं। परंतु  एक सामान्य उपयोगकर्ता द्वारा देखे जा सकने वाले ट्वीट्स की संख्या को सीमित करने के उनके विचार उनके बिजनेस के लिए बिल्कुल भी उचित नहीं!

वहीं एक और बात, जो व्यक्ति वर्षों तक अपने एक उद्यम को सबकी दृष्टि से छुपाकर रखे, तो उसने कुछ तो मेहनत की ही होगी। यही कारण है कि कुछ ही दिनों में 10 करोड़ से अधिक की मेंबरशिप पार करने में Threads दूर नहीं, या शायद हो भी चुका है। यह जुकरबर्ग की रणनीतिक योजना और सुविचारित क्रियान्वयन का प्रमाण है।

हर चमकती वस्तु सोना नहीं!

निस्संदेह Threads के आगमन से ट्विटर की हालत पतली हो गई है। परंतु वो कहते हैं न, हर चमकती वस्तु सोना नहीं होती! उदाहरण के लिए, विचार करने योग्य एक महत्वपूर्ण पहलू थ्रेड्स की मूल कंपनी मेटा का वित्तीय परिदृश्य है। यह कोई रहस्य नहीं है कि मेटा को चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। फेसबुक की घटती लोकप्रियता से लेकर इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप के पर्याप्त राजस्व उत्पन्न करने के लिए संघर्ष करने तक, मेटा के प्लेटफार्मों की वित्तीय स्थिरता की गारंटी नहीं है। ऐसे युग में जहां स्थिरता और लाभप्रदता महत्वपूर्ण हैं, मेटा का अनिश्चित वित्तीय सौंदर्यशास्त्र थ्रेड्स की दीर्घकालिक व्यवहार्यता पर सवाल उठाता है।

जिसका भौकाल कभी सूरज बड़जात्या जैसा रहा हो, वो अचानक से अनुभव सिन्हा जैसी हरकतें करने लगे, तो कैसा लगेगा? यही हाल है फ़ेसबुक और उसके स्वामी Meta का! एक समय सोशल मीडिया की दुनिया का राजा रहे फेसबुक ने पिछले कुछ वर्षों में जुड़ाव में लगातार गिरावट का अनुभव किया है। निस्संदेह इंस्टाग्राम के उदय ने, जहां अपार लोकप्रियता हासिल की है, अनजाने में फेसबुक के उपयोगकर्ता जुड़ाव को झटका लगा है। इसके अलावा, व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम जैसे साइड बिजनेस उस राजस्व का एक चौथाई भी योगदान नहीं दे रहे हैं जो कभी मदर ऐप का था। यह मेटा के लिए एक चुनौती है क्योंकि यह थ्रेड्स के साथ बाजार पर कब्जा करने का प्रयास करता है।

और पढ़ें- “हमने तो मांगा ही नहीं था”, मस्क के ‘तोहफे’ के बाद ब्लू टिक छोड़कर भाग रहे हैं ‘ऐरे-गैरे नत्थू खैरे’

इसके अतिरिक्त, अपनी सभी खामियों के बावजूद, एलोन मस्क ने निस्संदेह ट्विटर को कई उपयोगकर्ताओं के लिए एक बेहतर जगह बना दिया है। मस्क के शासनकाल में, ट्विटर एक ऐसा मंच बन गया है जो छद्म उदारवाद और क्रिप्टो-साम्यवाद को हाशिए पर रखते हुए विविध विचारधाराओं और विचारों को अनुमति देता है। सवाल उठता है: क्या थ्रेड्स समान स्तर की समावेशिता और खुलापन प्रदान कर सकते हैं? कम से कम मार्क भाई के इतिहास को देखते हुए ऐसा तो बिल्कुल नहीं प्रतीत होता?

बेसिक्स तो मजबूत करें!

सच तो यह है कि मेटा को अपने मुख्य व्यवसाय फेसबुक को मजबूत करने पर अधिक ध्यान देना चाहिए। इंस्टाग्राम से लेकर व्हाट्सएप से लेकर ट्विटर तक हर चीज पर कब्जा करने का प्रयास करने से उनके संसाधनों के कम होने और उनके अद्वितीय विक्रय बिंदु खोने का जोखिम है। अगर अब भी न सुधरे, तो Meta अमरीका का BYJUs बन जाएगा : न घर का, न घाट का!

थ्रेड्स और ट्विटर के बीच लड़ाई तेज हो गई है। हालांकि थ्रेड्स ट्विटर के निर्णयों और सीमाओं से निराश लोगों के लिए आशा की एक किरण प्रदान कर सकता है, लेकिन इसे वित्तीय स्थिरता और विश्वसनीयता के मामले में महत्वपूर्ण बाधाओं का सामना करना पड़ता है। मस्क के नेतृत्व में ट्विटर ने अपनी नई समावेशिता और विविध विचारों के लिए जगह के साथ पर्याप्त आधार हासिल किया है, और यहाँ Threads के लिए ये कीर्तिमान प्राप्त टेढ़ी खीर समान होगा!

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8 October 2025

भारत के डिजिटल भविष्य की लड़ाई अब केवल कोड या क्लाउड तक ही सीमित नहीं है। यह विचारधारा, आत्मनिर्भरता और राष्ट्रवादी विजन की भी जंग...

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