TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    “सैलून का मायाजाल” हिमाचल के लिए खतरे की घंटी

    “सैलून का मायाजाल” हिमाचल के लिए खतरे की घंटी

    कम्युनिस्टों का रामभजन से डर: जन्माष्टमी यात्रा पर हमला और केरल की बदलती तस्वीर मासूमियत पर बरसा लाल आतंक

    कम्युनिस्टों का रामभजन से डर: जन्माष्टमी यात्रा पर हमला और केरल की बदलती तस्वीर

    जंगलराज की जड़ें: बिहार का अंधकारमय अध्याय और राजनीति की निर्णायक विरासत

    जंगलराज की जड़ें: बिहार का अंधकारमय अध्याय और राजनीति की निर्णायक विरासत

    अदालत का बड़ा फैसला: वक्फ़ अधिनियम पर बरकरार रहा अस्तित्व, लेकिन कई धाराओं पर लगी रोक

    अदालत का बड़ा फैसला: वक्फ़ अधिनियम पर बरकरार रहा अस्तित्व, लेकिन कई धाराओं पर लगी रोक

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य

    “डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य”

    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी: दुनिया का सबसे बेहतरीन लास्ट स्टैंड- जिसमें 22 जवान शहीद हुए थे, लेकिन पहचान सिर्फ 21 सिख जवानों को ही क्यों मिली ?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    ऑपरेशन पोलो के बाद सरदार पटेल का झुक कर अभिवादन करते हैदराबाद के निजाम

    हैदराबाद का भारत में पूर्ण विलय: जब पटेल ने कहा- नेहरू अपने आप को समझते क्या हैं? आज़ादी की लड़ाई दूसरे लोगों ने भी लड़ी है

    जंगलराज की जड़ें: बिहार का अंधकारमय अध्याय और राजनीति की निर्णायक विरासत

    जंगलराज की जड़ें: बिहार का अंधकारमय अध्याय और राजनीति की निर्णायक विरासत

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    “सैलून का मायाजाल” हिमाचल के लिए खतरे की घंटी

    “सैलून का मायाजाल” हिमाचल के लिए खतरे की घंटी

    कम्युनिस्टों का रामभजन से डर: जन्माष्टमी यात्रा पर हमला और केरल की बदलती तस्वीर मासूमियत पर बरसा लाल आतंक

    कम्युनिस्टों का रामभजन से डर: जन्माष्टमी यात्रा पर हमला और केरल की बदलती तस्वीर

    जंगलराज की जड़ें: बिहार का अंधकारमय अध्याय और राजनीति की निर्णायक विरासत

    जंगलराज की जड़ें: बिहार का अंधकारमय अध्याय और राजनीति की निर्णायक विरासत

    अदालत का बड़ा फैसला: वक्फ़ अधिनियम पर बरकरार रहा अस्तित्व, लेकिन कई धाराओं पर लगी रोक

    अदालत का बड़ा फैसला: वक्फ़ अधिनियम पर बरकरार रहा अस्तित्व, लेकिन कई धाराओं पर लगी रोक

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य

    “डील नहीं, डिज़ाइन, दलाली नहीं, डिलीवरी: बदलेगा भारत का रक्षा भविष्य”

    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    क्या फिर तिलमिलाएगा चीन? LAC के पास भारत का बड़ा दांव और पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी

    बैटल ऑफ सारागढ़ी: दुनिया का सबसे बेहतरीन लास्ट स्टैंड- जिसमें 22 जवान शहीद हुए थे, लेकिन पहचान सिर्फ 21 सिख जवानों को ही क्यों मिली ?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    कोहिनूर: भारत की धरती से ब्रिटिश ताज तक – लूट और अपमान की गाथा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    ऑपरेशन पोलो के बाद सरदार पटेल का झुक कर अभिवादन करते हैदराबाद के निजाम

    हैदराबाद का भारत में पूर्ण विलय: जब पटेल ने कहा- नेहरू अपने आप को समझते क्या हैं? आज़ादी की लड़ाई दूसरे लोगों ने भी लड़ी है

    जंगलराज की जड़ें: बिहार का अंधकारमय अध्याय और राजनीति की निर्णायक विरासत

    जंगलराज की जड़ें: बिहार का अंधकारमय अध्याय और राजनीति की निर्णायक विरासत

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    गोवा मुक्ति संग्राम और नारायण आप्टे: बलिदान, संघर्ष और भारतीय राष्ट्रवाद की अपराजेय गाथा

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

भारत को अभी इज़राएल से बहुत कुछ सीखना है

अभी दिल्ली दूर है!

Animesh Pandey द्वारा Animesh Pandey
17 October 2023
in मत, विश्व
भारत को अभी इज़राएल से बहुत कुछ सीखना है
Share on FacebookShare on X

विपत्ति के क्षण ही वो समय होता है, जब हम किसी व्यक्ति के असली चरित्र, अथवा किसी नायक के शौर्य से परिचित होते हैं। घोर अंधकार में ये ज्योति के  प्रकाशस्तंभ की तरह चमकते हैं, और हमें मानवता का अद्भुत पाठ पढ़ाते हैं। जैसा कि किसी सज्जन पुरुष ने कहा था, “एक कायर के रूप में पूरा जीवन बर्बाद करने की तुलना में केवल एक दिन नायक के रूप में जीना कहीं बेहतर है”, और इज़राएल इसी भावना का जीता जागता स्वरुप है।

परन्तु इज़राएल को क्या अलग बनाता है? उसकी संस्कृति, उसका शौर्य या फिर उसका प्रशासन? ये सभी कारक सही उत्तर की ओर संकेत तो देते हैं, परन्तु वास्तविक उत्तर है: अदम्य साहस!

संबंधितपोस्ट

उमा भारती का बड़ा बयान: “पीओके वापस लेने के बाद ही भारत का उद्देश्य पूरा होगा”

शिक्षक समेत दो सरकारी कर्मचारी निकले लश्कर-ए-तैयबा के मददगार, एलजी मनोज सिन्हा ने किया बर्खास्त

NCERT ने जारी किया खास मॉड्यूल, कक्षा 3 से 12 तक के छात्र पढ़ेंगे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की कहानी

और लोड करें

उल्लेखनीय बात यह है कि, आंतरिक मतभेदों के बावजूद, जब हमास के आतंकवादियों ने उनके घरों पर हमला किया, तो पूरा देश एक साथ एकजुट हो गया। विपरीत परिस्थितियों में प्रदर्शित एकता अद्भुत और अविश्वसनीय थी, जिसमें भारत के लिए भी बहुत कुछ निहितार्थ है।

आज हमारी चर्चा होगी इज़राएल के इसी अद्वितीय एकता पर, और क्यों ये भारत के निवासियों के लिए भी एक महत्वपूर्ण सीख समान है!

राष्ट्र है सर्वोपरि!

जैसा कि स्पाइडर मैन में दोहराया गया था, “विथ ग्रेट पावर, कम्स ग्रेट रिस्पॉन्सिबिलिटी!” अर्थात जितनी अधिक शक्ति आपको मिलती है, उतने ही अधिक आपके दायित्व भी होते हैं!  यह एक सार्वभौमिक सत्य है जो इज़राइल पे चरितार्थ होता है, और जहां हर नागरिक इस कहावत को आत्मसात भी करता है।

परन्तु इस छोटे से राष्ट्र के पास भारत को देने या सिखाने के लिए क्या है? बहुत कुछ, विशेषकर जब बात राष्ट्र की रक्षा और आतंकवाद का सामना करने की हो!

इज़राइल में, अपने राष्ट्र की सेवा करना गर्व और कर्तव्य की बात है। यह सिद्धांत उत्पत्ति या विचारधारा की कोई सीमा नहीं जानता। वस्तुतः हर सक्षम इज़राइली ने इस अवसर पर कदम बढ़ाया है। प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के बेटे से लेकर हनान्या नफ्ताली जैसे पत्रकार तक, यहां तक कि नफ्ताली बेनेट जैसे विपक्षी नेता और “फौदा” जैसी श्रृंखला में अपनी भूमिकाओं के लिए प्रसिद्ध लियोर रेज़ और इदान अमेदी जैसे प्रसिद्ध अभिनेता – वे सभी फिर से शामिल हो गए हैं इजरायली सशस्त्र बल में। उनका मिशन? हमास के आतंकवादियों को खत्म करना और जितना संभव हो उतने बंधकों को छुड़ाना।

और पढ़ें: Israel attacks: इज़राएल के समर्थन में उतरा UAE तो ईरान ने हमास ने मुंह मोड़ा

इसे एकता न कहें तो क्या कहें? वैसे भी, इफ डेर इस ए वॉर, डेर इस ए वॉर! इज़राएल एक ऐसा राष्ट्र है जहां एकजुटता सिर्फ एक शब्द नहीं है; यह भी जीने का एक अद्भुत तरीका है।

यह एकता इज़रायली विपक्ष की प्रतिक्रिया में स्पष्ट है। उन्होंने प्रधानमंत्री नेतन्याहू के ‘एकता सरकार’ बनाने के प्रस्ताव को सहृदय स्वीकार किया। यह सरकार, जिसमें इज़राइल के राजनीतिक स्पेक्ट्रम के सभी कोनों के राजनेता शामिल हैं, हमास की तथाकथित ताकत के खिलाफ संयुक्त मोर्चे के प्रतीक के रूप में खड़ी है।

अक्सर राजनीतिक विचारधाराओं और व्यक्तिगत हितों से विभाजित दुनिया में, आतंकवाद के खतरे पर इज़राइल की प्रतिक्रिया राष्ट्र को पहले रखने की शक्ति को दर्शाती है। यह हमें सिखाता है कि शत्रु का सामना करते समय व्यक्तिगत मतभेदों को किनारे रख देना चाहिए। एकता के महत्व को, विशेषकर विपरीत परिस्थितियों में, अतिरंजित नहीं किया जा सकता। यह एक ऐसा सबक है जो सीमाओं से कहीं आगे तक फैला हुआ है।

क्या भारत में ऐसी एकता देखने को मिलेगी?

परन्तु इज़राएल की इस एकता को देखकर एक प्रश्न मेरे मन में भी कौंधा: ईश्वर न करे कभी ऐसा हो, परन्तु अगर इज़राएल जैसी स्थिति भारत में देखने को मिली, तो क्या यही एकता, राष्ट्र के प्रति ऐसा निस्स्वार्थ समर्पण हमें देखने को मिलेगा, जहाँ तनातनी को साइड रख सब राष्ट्र के लिए एकजुट हो।

इसका उत्तर हाँ भी है, और न भी। कुछ नहीं, अनुच्छेद 370 के समय देशवासियों की प्रतिक्रिया पर दृष्टि डाल लीजिये, या फिर जब उरी में हमारे जवानों पर हमला हुआ था, तो सैनिकों और भारत के साथ कितने राजनेता, बुद्धिजीवी एवं कलाकार खड़े हुए थे? कितने लोगों के लिए राष्ट्र सर्वोपरि था?

अब तनिक सोचिये, यदि कसाब न पकड़ा जाता, तो 26/11 के बारे में हमारे मन मस्तिष्क में क्या बिठाने का प्रयास कर रहे थे कुछ लोग? जैसे आज इज़राएल के नागरिकों पर हुए जघन्य हमलों को अब भी कुछ निर्लज्ज प्राणी उचित ठहरने का प्रयास कर रहे हैं, वैसे ही कई लोग ये दिखाना चाहते हैं कि ये हमला “हिन्दू आतंकवाद” का परिणाम है, और यदि तुकाराम ओम्ब्ले ने कसाब को पकड़ने के लिए अपने प्राणों को दांव पे न लगाया होता, तो इस फर्जी थ्योरी के नाम पर न जाने कितने लोगों का जीवन नष्ट किया जाता।

और पढ़ें: लड़ाई इज़राएल और हमास की, लाभ क़तर का!

आज भी कुछ ऐसे निकृष्ट जीव जंतु है, जो कारगिल के युद्ध और उसमें लड़ने वाले सैनिकों के बलिदान को बलिदान नहीं मानते हैं, और इसे एक पार्टी का निजी युद्ध कहने तक का दुस्साहस करते हैं।

विडंबना यह है कि अपने दावों के खिलाफ कई सबूतों के बावजूद, उन्होंने तुष्टिकरण की रणनीति के कारण हमास समर्थक ब्रिगेड का समर्थन करना चुना है।

निस्संदेह, हमारी विदेश नीति और सैन्य रणनीतियाँ विकसित हुई हैं, लेकिन अगर हम अपनी सीमाओं के भीतर खतरों को नियंत्रित नहीं कर सकते हैं तो यह परिवर्तन अपर्याप्त है। हमारी वैश्विक छवि पर लाल किले की बर्बरता और उत्तर-पूर्वी दिल्ली के दंगों जैसी घटनाओं की गंभीरता को समझने के लिए आपको भू-राजनीति में पीएचडी की आवश्यकता नहीं है।

जैसा कि पूर्व सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने ठीक ही कहा है, हम 2.5 मोर्चों पर युद्ध लड़ रहे हैं। हमारे सैनिक बाहरी मोर्चों को संभालने में काफी सक्षम हैं, लेकिन आंतरिक मोर्चे के लिए हमें इजराइल की तरह एकजुट होना होगा और सतर्क रहना होगा। तभी हम उनकी वीरता की विरासत से मुकाबला करने की उम्मीद कर सकते हैं।

जैसे एक बार नाना पाटेकर ने सर्जिकल स्ट्राइक्स के बाद अपने ही बिरादरी की खबर लेते हुए कहा था, “पाकिस्तान कलाकार और बाकी सब बाद में पहले मेरा देश। देश के अलावा मैं किसी को नहीं जानता और ना ही मैं जानना चाहूंगा। कलाकार देश के सामने खटमल की तरह हैं, हमारी कोई कीमत नहीं है। हमारे असली हीरो हमारे जवान हैं। हम तो बहुत ही मामूली लोग हैं। हम जो बोलते हैं उस पर ध्यान मत दीजिए। तुम्हे समझ आ ही गया होगा कि मैं किन के बारे में बोल रहा हूं। हम जो इतनी पटर-पटर करते हैं उस पर इतना ध्यान मत दो। इतनी अहमियत मत देना किसी को। उनकी औकात नहीं है इतनी अहमियत की।”

TFI का समर्थन करें:

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की ‘राइट’ विचारधारा को मजबूती देने के लिए TFI-STORE.COM से बेहतरीन गुणवत्ता के वस्त्र क्रय कर हमारा समर्थन करें।

Tags: 26/11 Mumbai AttacksBharatcrisisHamasHeroismhuman spiritInternal ThreatsIsraellessonsMilitary strategiesnationsolidarityTerrorismUnityUnity Governmentvalor
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

कैसे माचिस की छोटी सी डिबिया में छुपा है करोड़ों का खजाना!

अगली पोस्ट

X ने कसी IAMC जैसे भारत विरोधियों पर लगाम

संबंधित पोस्ट

“सैलून का मायाजाल” हिमाचल के लिए खतरे की घंटी
मत

“सैलून का मायाजाल” हिमाचल के लिए खतरे की घंटी

16 September 2025

भारत में आदिकाल से ही नारी को शक्ति या नारायणी कहा गया है। आने वाले नवरात्रि पर्व में नौ दिनों तक शक्ति की उपासना की...

कम्युनिस्टों का रामभजन से डर: जन्माष्टमी यात्रा पर हमला और केरल की बदलती तस्वीर मासूमियत पर बरसा लाल आतंक
क्राइम

कम्युनिस्टों का रामभजन से डर: जन्माष्टमी यात्रा पर हमला और केरल की बदलती तस्वीर

16 September 2025

केरल में जन्माष्टमी कोई साधारण पर्व नहीं है। बालगोपाल और बालगोपालिनी के वेश में हजारों बच्चे हर साल शोभा यात्राओं में भाग लेते हैं। 14...

जंगलराज की जड़ें: बिहार का अंधकारमय अध्याय और राजनीति की निर्णायक विरासत
इतिहास

जंगलराज की जड़ें: बिहार का अंधकारमय अध्याय और राजनीति की निर्णायक विरासत

16 September 2025

बिहार, जिसे भारतीय इतिहास और संस्कृति का धनी राज्य कहा जाता है, जहां चाणक्य की राजनीति जन्मी, जहां बुद्ध ने ज्ञान का प्रकाश फैलाया और...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Where Is Kerala Heading? | The Shocking Truth of CPM’s Hate Towards Hindus

Where Is Kerala Heading? | The Shocking Truth of CPM’s Hate Towards Hindus

00:05:16

How China’s Military Reach Rises on the Backs of Its Silenced Citizens?

00:08:27

Why Congress Wants to Erase Chhatrapati Shivaji Maharaj from Public Memory?

00:06:37

Epic Battle of Saragarhi : A Tale of Unmatched Bravery That Every Indian Should Know

00:07:14

Why PM Modi Is Compared to The Indus Valley Priest King! Amid uncertainty in India’s Neighbourhood!

00:06:42
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited