TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    अंडमान में एक मंच पर होंगे अमित शाह और मोहन भागवत; वीर सावरकर के कार्यक्रम में संघ-भाजपा के मजबूत तालमेल का संदेश

    अंडमान में एक मंच पर होंगे अमित शाह और मोहन भागवत; वीर सावरकर के कार्यक्रम में संघ-भाजपा के मजबूत तालमेल का संदेश

    उत्तर प्रदेश भाजपा में संगठन बदलाव की तैयारी शुरू-  14 दिसंबर को होगा नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान

    उत्तर प्रदेश भाजपा में संगठन बदलाव की तैयारी शुरू- 14 दिसंबर को होगा नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान

    नायब सैनी ने लापरवाही के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है

    हरियाणा में खेल विभाग के सचिव-निदेशक का तबादला: लापरवाही को लेकर नायब सरकार का बड़ा एक्शन

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    हिंदी में पढ़ें वीर सावरकर की कविता ‘सागर प्राण तलमाला’

    हिंदी में पढ़ें वीर सावरकर की कविता ‘सागर प्राण तलमाला’

    भारतीय दर्शन और संविधान

    भारतीय चिंतन दृष्टि से संविधान: ज्ञान परंपरा में नागरिकता का इतिहास

    तालोम रुकबो

    अरुणाचल प्रदेश के वनवासियों को धर्मांतरण से बचाने वाले तालोम रुकबो: एक भूले-बिसरे नायक की कहानी

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह: आजादी की लड़ाई का योद्धा, जिसने काबुल में बनाई थी स्वतंत्र भारत की पहली निर्वासित सरकार

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    अंडमान में एक मंच पर होंगे अमित शाह और मोहन भागवत; वीर सावरकर के कार्यक्रम में संघ-भाजपा के मजबूत तालमेल का संदेश

    अंडमान में एक मंच पर होंगे अमित शाह और मोहन भागवत; वीर सावरकर के कार्यक्रम में संघ-भाजपा के मजबूत तालमेल का संदेश

    उत्तर प्रदेश भाजपा में संगठन बदलाव की तैयारी शुरू-  14 दिसंबर को होगा नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान

    उत्तर प्रदेश भाजपा में संगठन बदलाव की तैयारी शुरू- 14 दिसंबर को होगा नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान

    नायब सैनी ने लापरवाही के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है

    हरियाणा में खेल विभाग के सचिव-निदेशक का तबादला: लापरवाही को लेकर नायब सरकार का बड़ा एक्शन

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    खनन क्षेत्र में बेहतरीन काम के लिए केंद्र सरकार ने धामी सरकार की तारीफ की

    खनन सुधारों में फिर नंबर वन बना उत्तराखंड, बेहतरीन काम के लिए धामी सरकार को केंद्र सरकार से मिली 100 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    तेल, हीरे और हिंदुस्तान की नई भू-राजनीति: जब अफ्रीका की धरती पर एक साथ गूंजेगी भारत की सभ्यता, रणनीति और शक्ति की आवाज

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    80% खेती सिंधु पर, तालाब भी नहीं बचे! भारत की जल-नीति और अफगानिस्तान के फैसले ने पाकिस्तान को रेगिस्तान में धकेला, अब न पानी होगा, न रोटी, न सेना की अकड़

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    हमसे दुश्मनी महंगी पड़ेगी: भारत की सतर्कता और बांग्लादेश की गलती, जानें बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पर कैसे पड़ रही चोट

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    संसद हमले की बरसी: आपको कॉन्स्टेबल कमलेश कुमारी याद हैं? 

    शिप बेस्ड ISBM लॉन्च के पाकिस्तान के दावे में कितना दम है

    पाकिस्तान जिस SMASH मिसाइल को बता रहा है ‘विक्रांत किलर’, उसकी सच्चाई क्या है ?

    ऑपरेशन सिंदूर 2:0

    दिल्ली धमाका और PoK के नेता का कबूलनामा: क्या भारत के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का समय आ गया है?

    जैवलिन मिसाइल

    अमेरिका ने भारत को बताया “मेजर डिफेंस पार्टनर”, जैवलिन मिसाइल समेत बड़े डिफेंस पैकेज को दी मंजूरी, पटरी पर लौट रहे हैं रिश्ते ?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    दिल्ली ब्लास्ट के बाद पाकिस्तान में हड़कंप: असीम मुनीर की सेना हाई अलर्ट पर, एयर डिफेंस सक्रिय, भारत की ताकत और रणनीति ने आतंकियों और पड़ोसी को किया सतर्क

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    राजनाथ सिंह ने दिखाया आईना, यूनुस को लगी मिर्ची: बांग्लादेश की नई दिशा, भारत की नई नीति

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    आईएनएस सह्याद्री गुआम में: भारत की नौसेना का बहुपक्षीय सामरिक प्रदर्शन, एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमता और एशिया-प्रशांत में नेतृत्व

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    ढाका में पाकिस्तानी सक्रियता: यूनुस सरकार, नौसेना प्रमुख की यात्रा और भारत की पूर्वोत्तर सुरक्षा पर खतरे की समीक्षा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    हिंदी में पढ़ें वीर सावरकर की कविता ‘सागर प्राण तलमाला’

    हिंदी में पढ़ें वीर सावरकर की कविता ‘सागर प्राण तलमाला’

    भारतीय दर्शन और संविधान

    भारतीय चिंतन दृष्टि से संविधान: ज्ञान परंपरा में नागरिकता का इतिहास

    तालोम रुकबो

    अरुणाचल प्रदेश के वनवासियों को धर्मांतरण से बचाने वाले तालोम रुकबो: एक भूले-बिसरे नायक की कहानी

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह

    राजा महेंद्र प्रताप सिंह: आजादी की लड़ाई का योद्धा, जिसने काबुल में बनाई थी स्वतंत्र भारत की पहली निर्वासित सरकार

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    शोले फिल्म में पानी की टंकी पर चढ़े धर्मेंद्र

    बॉलीवुड का ही-मैन- जिसने रुलाया भी, हंसाया भी: धर्मेंद्र के सिने सफर की 10 नायाब फिल्में

    नीतीश कुमार

    जेडी(यू) के ख़िलाफ़ एंटी इन्कंबेसी क्यों नहीं होती? बिहार में क्यों X फैक्टर बने हुए हैं नीतीश कुमार?

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    क्यों PariPesa भारत रोमांचक एविएटर क्रैश गेम्स का अनुभव लेने के लिए सबसे बेहतरीन जगह है

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

नवीन पटनायक के किले में भाजपा ने कैसे मारी सेंध।

ओडिशा में BJP की जीत सत्ता के समीकरणों में एक बड़ा बदलाव है। जिसने नवीन पटनायक के 24 साल के शासन का अंत कर दिया।

Akash Gaur द्वारा Akash Gaur
6 June 2024
in राजनीति, समीक्षा
ओडिशा, भाजपा, बीजद, ओडिशा विधानसभा चुनाव, ओडिशा में भाजपा की जीत, नवीन पटनायक
Share on FacebookShare on X

भारतीय राजनीति के जटिल ताने-बाने में, कुछ राज्य ओडिशा की तरह परिवर्तनशील और रणनीतिक चालों का प्रदर्शन करते हैं। हाल के चुनावी घटनाक्रम ने ओडिशा को एक मनोरंजक राजनीतिक नाटक की तरह प्रस्तुत किया है। इस कहानी के केंद्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) है, जिसकी तेज़ी से बढ़ती सफलता ने ओडिशा के राजनीतिक परिदृश्य को फिर से आकार दिया है, और नई संभावनाओं और चुनौतियों के युग की शुरुआत की है।

24 साल का शासन खत्म

ओडिशा में भाजपा की जीत केवल एक संख्यात्मक जीत से अधिक है, यह सत्ता के समीकरणों में एक बड़ा बदलाव है, जिसने बीजू जनता दल (बीजद) के प्रमुख नवीन पटनायक के 24 साल के शासन का अंत कर दिया और भाजपा को राज्य की राजनीति में एक प्रमुख ताकत के रूप में स्थापित कर दिया। 147 में से लगभग 78 सीटों के साथ, भाजपा की बढ़ती शक्ति और जटिल चुनावी परिदृश्य में उसकी रणनीतिक कौशल को रेखांकित करती है।

संबंधितपोस्ट

बिहार के बाजीगरों के जरिये पश्चिम बंगाल फतह का ताना-बाना बुन रही भाजपा

मणिपुर को जल्द मिल सकता है नया मुख्यमंत्री, भाजपा के संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने टटोली प्रदेश में सरकार गठन की संभावनाएं

अब बिहार में जंगलराज नहीं, जनराज चलेगा: बेतिया से सीतामढ़ी तक मोदी की हुंकार, RJD-कांग्रेस के कुशासन पर करारा प्रहार

और लोड करें

ओडिशा की राजनीति में भाजपा लेकर आई बदलाव

भाजपा की सफलता की विशिष्टता यह है कि उसने लंबे समय से एक ही राजनीतिक इकाई द्वारा वर्चस्व वाले राज्य में बदलाव लाया। जमीनी स्तर की भागीदारी, एक मजबूत विकास एजेंडा, और नेतृत्व की कमी का कुशलतापूर्वक उपयोग करके, भाजपा ने स्थापित बाधाओं को तोड़कर ओडिशा के राजनीतिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण ताकत के रूप में उभरने में सफलता प्राप्त की।

भाजपा ने जमीनी स्तर तक की महनत

पार्टी की सफलता की कहानी रणनीतिक योजना और अथक दृढ़ता की शक्ति का प्रमाण है। मतदाताओं की आकांक्षाओं के साथ जुड़कर और पारंपरिक विभाजनों को पार करके, भाजपा ने विभिन्न जनसांख्यिकी में समर्थन जुटाया। जमीनी स्तर के कैडरों और संगठनात्मक मशीनरी द्वारा रखी गई नींव ने उनके पक्ष में चुनावी लहर को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

ओडिशा में लोकसभा और विधानसभा चुनावों में भाजपा का रहा शानदार प्रदर्शन

इसके अलावा, लोकसभा और विधानसभा दोनों चुनावों में भाजपा का शानदार प्रदर्शन उसकी बहुआयामी अपील और संगठनात्मक लचीलेपन को उजागर करता है। पार्टी का जोर चुनावी जीत को ठोस शासन परिणामों में बदलने पर है, जिससे ओडिशा के लोगों के लिए प्रगति और समृद्धि का एक नया युग शुरू होने का वादा किया गया है।

भाजपा की जीत सवाल और चुनौतियां भी खड़ी करती है

हालांकि, भाजपा की जीत सवाल और चुनौतियां भी खड़ी करती है। सत्ता के साथ जिम्मेदारी आती है, और अब पार्टी को मतदाताओं की उच्च अपेक्षाओं को पूरा करना होगा, समावेशी विकास और समृद्धि के युग की शुरुआत करनी होगी। असली परीक्षा चुनावी सफलता को ठोस विकासात्मक परिणामों में बदलने में है, यह सुनिश्चित करना है कि अभियान के दौरान किए गए वादे शासन की वास्तविकताओं के साथ मेल खाएं।

इस चुनावी तमाशे के बीच, एक और महत्वपूर्ण शख्सियत थी: वी कार्तिकेयन पांडियन। पांडियन के प्रभाव और संभावित उत्तराधिकार के इर्द-गिर्द की अटकलों ने राजनीतिक बर्तन को हिलाया, जिससे भाजपा को समर्थन जुटाने के लिए एक कथा मिली। पार्टी ने विकास पर केंद्रित राजनीतिक नेतृत्व की आवश्यकता पर जोर देकर स्थिति का लाभ उठाया।

पांडियन के इर्द-गिर्द के विवाद से खुद को दूर करने और अपने विकास एजेंडे पर ध्यान केंद्रित करने की भाजपा की रणनीति सफल रही। सत्तारूढ़ बीजद के लिए एक स्पष्ट विकल्प प्रस्तुत करके, भाजपा ने यथास्थिति से निराश मतदाताओं के बीच महत्वपूर्ण समर्थन हासिल किया। इस दृष्टिकोण ने न केवल इसकी अपील को व्यापक बनाया बल्कि ओडिशा के जटिल राजनीतिक परिदृश्य को नेविगेट करने में पार्टी की रणनीतिक चतुराई को भी रेखांकित किया।

भाजपा की एंटी-इन्कम्बेंसी भावनाओं का उपयोग करने और मुख्य मुद्दों को संबोधित करने की क्षमता ने इसकी उल्लेखनीय जीत का मार्ग प्रशस्त किया। हालांकि, आगे का रास्ता चुनौतियों से भरा हुआ है, और अब भाजपा को अपने वादों को पूरा करना होगा, यह साबित करना होगा कि ओडिशा के लिए उसकी नई दृष्टि को वास्तविकता में बदला जा सकता है।

ओडिशा में भाजपा की सत्ता में आने की प्रक्रिया को समझने के लिए उन जटिल गतिशीलताओं में गहराई से जाना महत्वपूर्ण है जिन्होंने चुनावी परिदृश्य को आकार दिया। राज्य का राजनीतिक इतिहास, बीजद के वर्चस्व और मुख्यमंत्री के रूप में नवीन पटनायक के लंबे कार्यकाल द्वारा चिह्नित, 2024 में नाटकीय बदलाव के लिए मंच तैयार किया। भाजपा का रणनीतिक दृष्टिकोण, एंटी-इन्कम्बेंसी भावना और मतदाताओं के बीच बदलाव की इच्छा जैसे कारकों के साथ मिलकर, इसके चुनावी सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

भाजपा की जीत के कुछ प्रमुख कारक

भाजपा की जीत के पीछे के प्रमुख कारकों में से एक इसकी सटीक योजना और जमीनी स्तर पर निष्पादन था। चुनावों से पहले महीनों तक फैले पार्टी के व्यापक जमीनी कार्यों में स्थानीय मुद्दों की गहरी समझ, सामुदायिक आउटरीच कार्यक्रम और प्रभावशाली स्थानीय नेताओं के साथ गठबंधन बनाना शामिल था। इस नीचे से ऊपर के दृष्टिकोण ने भाजपा को जमीनी स्तर पर मतदाताओं से जुड़ने, उनकी चिंताओं और आकांक्षाओं को सीधे समझने की अनुमति दी।

इसके अलावा, भाजपा की संदेश रणनीति को ओडिशा के विविध मतदाताओं के साथ प्रतिध्वनित होने के लिए अच्छी तरह से तैयार किया गया था। विकास, रोजगार सृजन, बुनियादी ढांचा संवर्द्धन और कल्याण योजनाओं पर पार्टी का जोर शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में मतदाताओं के साथ तालमेल बिठा रहा था। ओडिशा के भविष्य के लिए एक सुसंगत और प्रेरक दृष्टि प्रस्तुत करने की भाजपा की क्षमता, ठोस योजनाओं और नीतिगत पहलों द्वारा समर्थित, इसे अपने प्रतिस्पर्धियों से अलग करती है।

भाजपा की चुनावी रणनीति का एक और महत्वपूर्ण पहलू गठबंधन और विपक्षी गतिशीलताओं का कुशलतापूर्वक प्रबंधन था। बीजद के साथ संभावित सहयोग की प्रारंभिक चर्चाओं ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचाई, लेकिन स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने का भाजपा का निर्णय एक रणनीतिक मास्टरस्ट्रोक साबित हुआ। इस कदम ने भाजपा को एंटी-इन्कम्बेंसी भावना का पूरी तरह से लाभ उठाने की अनुमति दी, बिना बीजद की विरासत से बंधे हुए या उसकी अलोकप्रियता का बोझ उठाए हुए।

बीजद के शासन की विफलताओं को उजागर करने और खुद को एक विश्वसनीय विकल्प के रूप में प्रस्तुत करने पर ध्यान केंद्रित करते हुए भाजपा के लक्षित अभियान ने यथास्थिति से निराश मतदाताओं के साथ तालमेल बिठाया। पार्टी की सार्वजनिक असंतोष को चुनावी लाभ में बदलने की क्षमता स्पष्ट थी, विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में जहां विकास के वादे बीजद शासन के तहत अधूरे रहे। भाजपा का बदलाव और प्रगति का दृष्टिकोण मतदाताओं के साथ प्रतिध्वनित हुआ, जिससे भाजपा के नेतृत्व में एक नए युग का संदेश मजबूत हुआ।

भाजपा की जीत में इन नेताओं की रही अहम भूमिका

भाजपा की चुनावी जीत में प्रमुख नेताओं और प्रचारकों की भूमिका को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। श्रीकांत जेना, प्रताप सारंगी, बैजयंत पांडा और राजश्री मलिक जैसे नेताओं ने समर्थन जुटाने, पार्टी कैडरों को ऊर्जा देने और भाजपा की दृष्टि को प्रभावी ढंग से व्यक्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी अथक मेहनत, रणनीतिक चतुराई, और जमीनी स्तर पर मतदाताओं से जुड़ने की क्षमता चुनावी समर्थन को ठोस जीत में बदलने में महत्वपूर्ण थी।

चुनाव के बाद शासन और विकास पर भाजपा का जोर ओडिशा में उसके प्रक्षेपवक्र को समझने के लिए महत्वपूर्ण होगा। चुनावी वादों को पूरा करने, कल्याणकारी योजनाओं को लागू करने, बुनियादी ढांचे को बढ़ाने और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए पार्टी की प्रतिबद्धता पर बारीकी से नजर रखी जाएगी। चुनावी जीत को ठोस शासन परिणामों में बदलने में भाजपा की सफलता उसकी दीर्घकालिक संभावनाओं और मतदाताओं के बीच विश्वसनीयता को निर्धारित करेगी।

ओडिशा में भाजपा के सामने आने वाले चुनौतियां कई हैं। पार्टी को एक जटिल सामाजिक-राजनीतिक परिदृश्य का सामना करना होगा, जैसे-जैसे गरीबी, कृषि संकट, बुनियादी ढांचे की कमी, और रोजगार सृजन। भाजपा की यह योजनाएं, विपक्षी पार्टियों के साथ संरचित तरीके से संघर्ष करने की क्षमता, और वादों को पूरा करने की क्षमता, ओडिशा की राजनीतिक इतिहास में उसके विरासत को आकार देगी।

और पढ़ें:- वाराणसी में ‘मोदी’ की जीत का घटा अंतर और उसके राजनीतिक संकेत।

Tags: BJDBJPBJP wins in OdishaNaveen PatnaikOdishaOdisha Assembly Electionsओड़िशाओडिशा में भाजपा की जीतओडिशा विधानसभा चुनावनवीन पटनायकबीजदभाजपा
शेयरट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

भाजपा के विकास कार्यों पर बहुमत की कमी का क्या पड़ेगा प्रभाव?

अगली पोस्ट

ओडिशा में सीएम बनाने के लिए इन नामों पर भाजपा कर रही विचार

संबंधित पोस्ट

अंडमान में एक मंच पर होंगे अमित शाह और मोहन भागवत; वीर सावरकर के कार्यक्रम में संघ-भाजपा के मजबूत तालमेल का संदेश
चर्चित

अंडमान में एक मंच पर होंगे अमित शाह और मोहन भागवत; वीर सावरकर के कार्यक्रम में संघ-भाजपा के मजबूत तालमेल का संदेश

12 December 2025

अंडमान-निकोबार में शुक्रवार का दिन ऐतिहासिक ही नहीं, राजनीतिक रूप से भी बेहद अहम रहने वाला है। क्योंकि आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और...

उत्तर प्रदेश भाजपा में संगठन बदलाव की तैयारी शुरू-  14 दिसंबर को होगा नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान
चर्चित

उत्तर प्रदेश भाजपा में संगठन बदलाव की तैयारी शुरू- 14 दिसंबर को होगा नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान

11 December 2025

लंबे वक्त से अटके भाजपा संगठन बदलाव को आख़िरकार हरी झंडी मिल गई है। पार्टी के संगठन चुनाव अधिकारी डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने अध्यक्ष...

नायब सैनी ने लापरवाही के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है
चर्चित

हरियाणा में खेल विभाग के सचिव-निदेशक का तबादला: लापरवाही को लेकर नायब सरकार का बड़ा एक्शन

1 December 2025

हरियाणा की नायब सैनी सरकार ने प्रशासनिक स्तर पर बड़ा फेरबदल करते हुए 20 IAS-IPS अधिकारियों के तबादले के आदेश जारी किए हैं। यह फेरबदल...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

A War Won From Above: The Air Campaign That Changed South Asia Forever

00:07:37

‘Mad Dog’ The EX CIA Who Took Down Pakistan’s A.Q. Khan Nuclear Mafia Reveals Shocking Details

00:06:59

Dhurandar: When a Film’s Reality Shakes the Left’s Comfortable Myths

00:06:56

Tejas Under Fire — The Truth Behind the Crash, the Propaganda, and the Facts

00:07:45

Why Rahul Gandhi’s US Outreach Directs to a Web of Shadow Controversial Islamist Networks?

00:08:04
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited